हरियाणा के फरीदाबाद में गुरुग्राम रोड़ पर मागर पुलिस चौकी के पास रोड़ी से भरा ट्राला बिजली के खंबे से टकरा गया। जिससे ट्राला के अगले हिस्से में आग लग गई। इस हादसे में ट्राला ड्राइवर की जलकर मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मागर चौकी पुलिस के मुताबिक, सोमवार की सुबह 5 बजे के करीब यह हादसा हुआ है। रोड़ी लेकर एक 22 टायर ट्राला गुरुग्राम से निकला था, जैसे ही मागर चौकी के पास दिल्ली की तरफ जाने के लिए मुडनें लगा, तो उसने बिजली के खंबे में टक्कर मार दी। पुलिस का मानना है कि शायद ड्राइवर ट्राला को मोड नहीं पाया और बेकाबू होकर बिजली के खंबे से टकरा गया। जिसके कारण ट्राला में आग लग गई। आग लगने के बाद ड्राइवर ट्राला के केबिन में फंस गया और उसकी जलकर मौत हो गई। राजस्थान का रहने वाला है ड्राइवर ड्राइवर की पहचान इबरान खान (30) के नाम से हुई है। वह मूल रूप से राजस्थान के जिला अलवर में कोर्ट खुर्द( रामगढ़) का रहने वाला था। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर बिग्रेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग को बुझाया। आग बुझने के बाद ड्राइवर के शव को बाहर निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल भेज दिया गया है। हादसे में पास में खड़ी कार जली ट्राला में आग लगने से पास में ही खड़ी एक कार में भी आग लग गई। आग लगने के समय कार में कोई मौजूद नहीं था। बताया जा रहा है कि जहां ट्राला बिजली के खंबे से टकराया, वहीं पर एक छोटा ढाबा है, उसी के मालिक की कार रोड के पास खड़ी हुई थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है, पुलिस का कहना है कि हर पहलू से मामले की जांच की जा रही है। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल भिजवाया गया है। हरियाणा के फरीदाबाद में गुरुग्राम रोड़ पर मागर पुलिस चौकी के पास रोड़ी से भरा ट्राला बिजली के खंबे से टकरा गया। जिससे ट्राला के अगले हिस्से में आग लग गई। इस हादसे में ट्राला ड्राइवर की जलकर मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मागर चौकी पुलिस के मुताबिक, सोमवार की सुबह 5 बजे के करीब यह हादसा हुआ है। रोड़ी लेकर एक 22 टायर ट्राला गुरुग्राम से निकला था, जैसे ही मागर चौकी के पास दिल्ली की तरफ जाने के लिए मुडनें लगा, तो उसने बिजली के खंबे में टक्कर मार दी। पुलिस का मानना है कि शायद ड्राइवर ट्राला को मोड नहीं पाया और बेकाबू होकर बिजली के खंबे से टकरा गया। जिसके कारण ट्राला में आग लग गई। आग लगने के बाद ड्राइवर ट्राला के केबिन में फंस गया और उसकी जलकर मौत हो गई। राजस्थान का रहने वाला है ड्राइवर ड्राइवर की पहचान इबरान खान (30) के नाम से हुई है। वह मूल रूप से राजस्थान के जिला अलवर में कोर्ट खुर्द( रामगढ़) का रहने वाला था। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर बिग्रेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग को बुझाया। आग बुझने के बाद ड्राइवर के शव को बाहर निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल भेज दिया गया है। हादसे में पास में खड़ी कार जली ट्राला में आग लगने से पास में ही खड़ी एक कार में भी आग लग गई। आग लगने के समय कार में कोई मौजूद नहीं था। बताया जा रहा है कि जहां ट्राला बिजली के खंबे से टकराया, वहीं पर एक छोटा ढाबा है, उसी के मालिक की कार रोड के पास खड़ी हुई थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है, पुलिस का कहना है कि हर पहलू से मामले की जांच की जा रही है। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल भिजवाया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अंबाला में सरपंच की डंडे से पिटाई:चुनाव रंजिश में पहले भी कर चुके हमले; नालों की सफाई का कार्य देखने गया था हरियाणा के अंबाला जिले में चुनावी रंजिश के चलते कुछ ग्रामीणों ने सरपंच पर हमला कर दिया। सरपंच गांव में नालों की सफाई का काम देखने के लिए गया था। मामला नग्गल पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले गांव मस्तपुर का है। पुलिस ने सरपंच की शिकायत पर 2 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव मस्तपुर के सरपंच बलजिंदर सिंह ने बताया कि 19 जून की शाम को वह पंचायत द्वारा कराई जा रही नालों की सफाई देने के लिए गया था। यहां पहले से गुरजेंट सिंह व ओमप्रकाश मिले, जिनके हाथ में डंडे थे। देखते ही उसके ऊपर हमला बोल दिया। वह नीचे जमीन पर गिर गया और हमलावर उसे मारते रहे। जब गांव के अन्य लोग आने लगे तो हमलावर मौके से फरार हो गए। सरपंच ने बताया कि आरोपी सरपंची के चुनाव के समय से ही उससे रंजिश रखे हुए है। आरोपी पहले भी उसके ऊपर हमला बोल चुके हैं। नग्गल थाने की पुलिस ने अब सरपंच की शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ धारा 323, 325, 506 व 34 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हरियाणा में निगम के चेयरमैन होंगे पावरफुल:20 लाख का होगा निजी कोष; सिक्योरिटी के लिए बॉडीगार्ड मिलेगा
हरियाणा में निगम के चेयरमैन होंगे पावरफुल:20 लाख का होगा निजी कोष; सिक्योरिटी के लिए बॉडीगार्ड मिलेगा हरियाणा के सरपंचों की तरह अब निकाय चेयरमैन व वाइस चेयरमैनों की भी पावर बढ़ने वाली है। शहरी निकाय मंत्री सुभाष सुधा ने जनप्रतिनिधियों के वित्तीय अधिकारों में बढ़ोतरी का खाका तैयार कर लिया है। इस खाका में जहां बिल पास करने के लिए चेयरमैन, वाइस चेयरमैन और सचिव की कमेटी में से 2 को साइन की पॉवर दी जाएगी तो वहीं सरकारी काम के लिए अब वह खुद की गाड़ी इस्तेमाल कर सकेंगे। इसके एवज में उन्हें विभाग की ओर से 16 रुपए प्रति किलोमीटर के तहत पैसों की अदायगी की जाएगी। हर महीने वह 2500 किलोमीटर तक गाड़ी का इस्तेमाल कर सकेंगे। दरअसल, निकाय चेयरमैनों की ओर से लंबे समय से वित्तीय पावर बढ़ाने सहित अन्य अधिकार देने की मांग की जा रही। इस संबंध में महीनों पहले शहरी निकाय मंत्री सुभाष सुधा ने प्रदेश भर के चेयरमैनों के साथ बैठक की थी जिसमें उनकी मांगों को उचित बताते हुए प्रस्ताव तैयार करने के आदेश दिए थे। फिलहाल मंत्री की ओर से मुख्यमंत्री कार्यालय को फाइल भेजी जा चुकी है जहां से मुख्यमंत्री की स्वीकृति का इंतजार है। पेमेंट अप्रूवल कमेटी में मिलेगी जगह निकाय एसोसिएशन की ओर से महीनों पहले निकाय मंत्री सुभाष सुधा के साथ हुई बैठक में 5 सूत्रीय एजेंडे को लागू करने की मांग की गई थी। निकाय एसोसिएशन की प्रदेशाध्यक्ष रजनी विरमानी ने मंत्री को बताया है कि पेमेंट अप्रूवल कमेटी में जिन-जिन सदस्यों को रखा गया है उनके बीच विवाद होने की संभावना ज्यादा है, इसलिए इस कमेटी में सिर्फ निर्वाचित अध्यक्ष व जो भी अधिकारी हो तथा जिस वार्ड में काम होना हो वहां के निर्वाचित मेंबर को ही शामिल किया जाए। 20 लाख तक का होगा निजी कोष सभी निकायों में निर्वाचित अध्यक्ष के पास भी कम से कम 15-20 लाख रुपए तक के काम करवाने के लिए हर महीने निजी कोष में बजट दिया जाए। सभी शहरों में काफी सामुदायिक केंद्र व धर्मशालाएं लंबे समय से बनी हैं जो जर्जर हालत में पहुंच गई है लेकिन उनके पास मलकीयत के दस्तावेज नहीं है। ऐसी धर्मशालाओं के जीर्णोद्वार का काम निकायों को देना चाहिए।
इसके अलावा सभी चेयरमैनों को सिक्योरिटी के तहत अंगरक्षक उपलब्ध करवाने के साथ ही अफसरों पर प्रधानों का नियंत्रण स्थापित करने की पॉवर देनी चाहिए। सरपंचों की सरकार बढ़ा चुकी पावर कुरुक्षेत्र में पंचायती राज सम्मेलन के दौरान सीएम नायब सैनी सरपंचों की पावर बढ़ाने का ऐलान कर चुके हैं। जिसके बाद अब सरपंच ई-टेंडरिंग के बगैर 21 लाख तक के काम करा सकेंगे। खट्टर के CM रहते यह लिमिट 5 लाख कर दी गई थी।जिसका सरपंच लगातार विरोध कर रहे थे। वह ई-टेंडरिंग को ही खत्म करने की मांग कर रहे थे। इसके विरोध में यूनियन तक बनाई गई और खट्टर का सीएम रहते खूब विरोध भी किया गया।हालांकि सीएम ने अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव को देखते हुए फिलहाल काम कराने की लिमिट में ही राहत दी है।
IPS अधिकारी पर यौन शोषण के आरोपों की चिट्ठी वायरल:हरियाणा CM को लिखी, 7 महिला पुलिसकर्मियों के साइन; BJP अध्यक्ष बोले- जांच करेंगे
IPS अधिकारी पर यौन शोषण के आरोपों की चिट्ठी वायरल:हरियाणा CM को लिखी, 7 महिला पुलिसकर्मियों के साइन; BJP अध्यक्ष बोले- जांच करेंगे हरियाणा में एक IPS ऑफिसर पर महिला पुलिसकर्मियों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। महिला पुलिसकर्मियों ने इसको लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को चिट्ठी लिखी है। यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस पर 7 महिला पुलिसकर्मियों के साइन भी हैं। चिट्ठी में आरोप लगाया गया है कि IPS ऑफिसर ने एक महिला पुलिस अधिकारी से मिलकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाब बनाया और ऐसा नहीं करने पर वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (ACR) खराब करने की धमकी तक दी। महिला पुलिसकर्मियों ने घटना के बारे में महिला DSP को भी बताया, लेकिन उन्होंने कहा कि आगे बढ़ना है तो यह सब करना पड़ेगा। CM को लिखे पत्र में महिला पुलिसकर्मियों ने कहा है कि अगर उनकी शिकायत पर गौर नहीं किया तो वह आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाएंगी। वायरल चिट्ठी पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि SP पर लगे यौन शोषण के आरोपों की जांच की जा रही है। IPS अधिकारी बोले- मैंने खुद जांच के लिए पत्र लिखा
वहीं आरोपों पर IPS अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना है कि चिट्ठी में जिसके नाम हैं, वह सभी कह रहे हैं कि यह हमारी ओर से नहीं लिखा गया है। इसके लिए मैंने फिर भी इन्क्वायरी के लिए रिक्वेस्ट की है। इन्क्वायरी होने के बाद सारी चीजें सामने आ जाएंगी। DGP को मामले से अवगत करवा दिया गया है। जो महिला पुलिसकर्मी ACR खराब होने का जिक्र कर रही हैं, वह खुद इन चिट्ठी को लेकर मना कर रही हैं। जब तक यह लेटर वेरीफाई नहीं हो जाता, तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता। इसकी जांच जारी है। महिला पुलिसकर्मियों ने चिट्ठी में अफसर पर लगाए 5 बड़े आरोप 1. IPS ऑफिसर सुंदर महिलाओं पर नजर रखता है
मैं एक महिला पुलिसकर्मी हूं और अपना काम ईमानदारी से करती हूं। मेरे जिले में तैनात IPS अधिकारी सुंदर महिला पुलिस कर्मचारियों पर गंदी नजर रखते हैं। SP की पत्नी और बच्चे बाहर रहते हैं। एक दिन महिला थाना की SHO मुझे अपने साथ SP आवास ले गईं। उस वक्त कोठी पर गेट मैन के सिवा कोई नहीं था। सर और SHO मैडम ने कहा कि रसोई में जाकर चाय बना लाओ। जब मैं चाय बनाकर बाहर आई तो मैडम रूम में नहीं थी। जैसे ही मैं सर को चाय देने लगी तो उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया, मेरे साथ जबरदस्ती करने लगे। इसका मैने विरोध किया और जबरन कमरे से बाहर आ गई। 2. महिला SHO-DSP ने कहा अफसरों को कोऑपरेट करो जब मैं कैंप ऑफिस के बाहर पहुंची तो मैंने देखा महिला SHO मैडम वहां बैठी थी। मैंने मैडम को अंदर की बात बताई तो वह भड़क गईं और कहने लगी अफसरों को कोऑपरेट करना पड़ता है। मैडम की यह बात सुन मैं रोते हुए SP आवास से बाहर निकल गई। फिर मैंने यह बात महिला DSP मैडम को बताई। DSP ने भी कहा कि प्रमोशन के लिए अफसरों को कोऑपरेट करना पड़ता है। इसलिए मेरी बात मानों तो थोड़ा कोऑपरेट करो। इसके बाद देखो तुम्हारा प्रमोशन पक्का और उसके बाद तुम रुपयों में खेलोगी। यह बातें सुन मैं ऑफिस से बाहर चली गई। इसके बाद महिला थाने की SHO मेरे पीछे पड़ गई और मेरी ACR खराब करने की धमकियां देकर मानसिक रूप से टॉर्चर करने लगी। 3. प्रमोशन का लालच देकर गलत काम करवाते हैं सीएम सर, मैं एक बेहद गरीब परिवार की लड़की हूं। आपकी भाजपा सरकार में मैं ईमानदारी से बिना किसी रुपयों के नौकरी लगी हूं। इसलिए नहीं कि पिता और बड़े भाई के समान अफसर हमारा यौन शोषण करे। माना मैं गरीब हूं, लेकिन इज्जतदार परिवार से हूं। अगर अफसरों ने ऐसी हरकत बंद नहीं की तो मैं आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाउंगी। एसपी सर के इस घिनौने काम में DSP से लेकर SHO मैडम तक शामिल हैं, जो कर्मचारियों को प्रमोशन का लालच देकर ऐसे काम करवाने के लिए मजबूर करते हैं। 4. गिरोह काम कर रहा, अमीर घरों के लड़के फंसाते हैं SHO के पुलिस अधिकारी के साथ नाजायज संबंध है और SHO ने एक गिरोह बनाया हुआ है, जिसमें कई युवतियां शामिल हैं। यह अमीर घर के लड़कों पर फर्जी केस दर्ज करवाते हैं और फिर लाखों रुपए लेकर समझौते करवाते हैं। इस खेल में SHO, DSP और SP तीनों मिलकर काम कर रहे हैं। इससे हर महीने करोड़ों की कमाई करते हैं। अगर आप इन पुलिस अधिकारियों की संपत्तियों की डिटेल निकालोगे तो सब कुछ क्लियर हो जाएगा। 5. विधवा कॉन्स्टेबल को भी परेशान किया गया एक विधवा कॉन्स्टेबल पर SP सर का दिल आया हुआ है। मेरी तरह इस कॉन्स्टेबल ने भी इनकार किया तो इसको भी मानसिक रूप से परेशान किया जाने लगा। इस बारे में विधायक को भी बताया। विधायक ने एसपी को कहा कि यह मेरी बहन है। तब एसपी ने कहा कि आपकी बहन मेरी बहन हुई, लेकिन उसके बावजूद SP सर ने उसकी ACR खराब कर दी। सीएम सर मैं अकेली ऐसी महिला नहीं हूं। एसपी सर की बुरी नजर है। जो सुंदर महिला पुलिसकर्मी SP को पसंद आती हैं, उसके बाद महिला DSP और SHO उन महिला कर्मचारियों को बहला फुसलाकर लालच देकर घिनौना काम करने के लिए मजबूर करती हैं। अगर वह नहीं मानती तो उनकी ACR खराब करने की धमकी दी जाती है। इससे पहले SP सर जहां तैनात थे, वहां भी इनके कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध थे।