फरीदाबाद के सरूरपुर इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित एक थर्माकोल कंपनी में मंगलवार को एक व्यक्ति का शव पानी के टैंक में मिला। मृतक की पहचान 50 वर्षीय राजेश के रूप में हुई है, जो नेकपुर क्षेत्र का रहने वाला था और उसने आमोद पैकर्स कंपनी में नया काम शुरू किया था। सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरू कर दी है। नेकपुर क्षेत्र में रहने वाले प्रिंस ने बताया कि उनके पिता राजेश सोमवार शाम 5 बजे तक कंपनी में काम करते हुए देखे गए थे। इसके बाद से उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ था। जब वह पिता की तलाश में कंपनी पहुंचे, तो कंपनी मालिक ने उन्हें धमकी दी कि अगर उनके पिता नहीं मिले तो उन पर चोरी का आरोप लगा देंगे। प्रिंस ने आरोप लगाया कि कंपनी प्रबंधन ने जानबूझकर उनके पिता की मौत की जानकारी छिपाई। लंबी खोजबीन के बाद उन्हें पिता का शव कंपनी के पानी टैंक में मिला, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल भेज दिया है। थाना मुजेसर की संजय कॉलोनी पुलिस चौकी इंचार्ज बिजेंद्र ने बताया कि मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। मृतक के परिजनों की मांग है कि पुलिस यह पता लगाए कि आखिर उनके पिता की मौत कैसे हुई और कंपनी प्रबंधन ने इस घटना को क्यों छिपाने का प्रयास किया। फरीदाबाद के सरूरपुर इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित एक थर्माकोल कंपनी में मंगलवार को एक व्यक्ति का शव पानी के टैंक में मिला। मृतक की पहचान 50 वर्षीय राजेश के रूप में हुई है, जो नेकपुर क्षेत्र का रहने वाला था और उसने आमोद पैकर्स कंपनी में नया काम शुरू किया था। सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरू कर दी है। नेकपुर क्षेत्र में रहने वाले प्रिंस ने बताया कि उनके पिता राजेश सोमवार शाम 5 बजे तक कंपनी में काम करते हुए देखे गए थे। इसके बाद से उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ था। जब वह पिता की तलाश में कंपनी पहुंचे, तो कंपनी मालिक ने उन्हें धमकी दी कि अगर उनके पिता नहीं मिले तो उन पर चोरी का आरोप लगा देंगे। प्रिंस ने आरोप लगाया कि कंपनी प्रबंधन ने जानबूझकर उनके पिता की मौत की जानकारी छिपाई। लंबी खोजबीन के बाद उन्हें पिता का शव कंपनी के पानी टैंक में मिला, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल भेज दिया है। थाना मुजेसर की संजय कॉलोनी पुलिस चौकी इंचार्ज बिजेंद्र ने बताया कि मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। मृतक के परिजनों की मांग है कि पुलिस यह पता लगाए कि आखिर उनके पिता की मौत कैसे हुई और कंपनी प्रबंधन ने इस घटना को क्यों छिपाने का प्रयास किया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में कांग्रेस की हार पर दिल्ली में तीसरी बैठक:बाबरिया भी पहुंचे, मीटिंग में ‘बटोगे तो कटोगे’ समेत 4 एजेंडों पर चर्चा
हरियाणा में कांग्रेस की हार पर दिल्ली में तीसरी बैठक:बाबरिया भी पहुंचे, मीटिंग में ‘बटोगे तो कटोगे’ समेत 4 एजेंडों पर चर्चा हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार को लेकर कांग्रेस का दिल्ली में तीसरी बार मंथन होगा। इसको लेकर केंद्रीय स्तर पर बनाई गई कमेटी की मीटिंग बुलाई गई है। इस मीटिंग में चुनाव के बाद पहली बार कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया भी शामिल होने के लिए कांग्रेस मुख्यालय पहुंच गए हैं। दीपक बाबरिया ने बताया कि अब उनका स्वास्थ्य ठीक है। बीमार होने के कारण वह अभी तक की हुई मीटिंगों में शामिल नहीं हो पाए थे। चुनावी नतीजे के बाद कांग्रेस के नेताओं के साथ पहली बार दीपक बाबरिया का आमना सामना होगा। इस मीटिंग में बीजेपी के द्वारा हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बटोगे तो कटोगे सहित चार प्रमुख एजेंडों पर चर्चा की जाएगी। भाटिया बोले- कई मुद्दों पर होगी चर्चा हार के कारणों को रिव्यू करने के लिए बनी कमेटी के कन्वीनर केसी भाटिया भी मीटिंग में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। मीटिंग से पहले उन्होंने बताया, आज की मीटिंग में लीगल तरीके से जो हमने कोर्ट 16 याचिकाएं डाली हैं, उनको लेकर चर्चा होगी। इसके अलावा मीटिंग में बातचीत में मुख्य मुद्दे, धर्म के नाम पर वोट, बाटोगे तो कटोगे, जरूरत से ज्यादा इलेक्शन में पैसा खर्च करना, EVM में 99% बैटरी रहेंगे। हरियाणा कांग्रेस सह प्रभारी जितेंद्र बघेल ने मीटिंग से पहले कहा, कांग्रेस के संगठन और नेताओं में अनबन की गलत खबर फैलाई जाती है। CWC मीटिंग में भी हो चुकी हरियाणा हार पर चर्चा दिल्ली में शुक्रवार (29 नवंबर) को कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की मीटिंग हुई थी। इसमें हरियाणा में पार्टी की हार को लेकर भी मंथन किया गया था। इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया आपसी एकता की कमी और एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी हमें काफी नुकसान पहुंचाती है। उन्होंने संगठन मजबूती, अनुशासन और एकता के फॉर्मूले पर काम करने के लिए कहा। इस मीटिंग में राहुल गांधी के साथ सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा, रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला समेत अन्य नेता शामिल हुए थे। हरियाणा हार पर अब तक कांग्रेस ये कर चुकी काम 1. तीन सदस्यीय कमेटी का हुआ गठन कांग्रेस हाईकमान ने चुनावों में हार का पता लगाने के लिए भूपेश बघेल की अध्यक्षता में 3 मेंबरी कमेटी का गठन किया हुआ है। इस कमेटी में कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन और हरीश चौधरी बतौर सदस्य शामिल हैं। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हरियाणा के कांग्रेस विधायकों और विधानसभा चुनाव में पराजित उम्मीदवारों के साथ मीटिंग कर चुकी है।इसके बाद 9 दिसंबर को होने वाली बैठक में कमेटी सदस्यों के अलावा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया, सह प्रभारी जितेंद्र बघेल, प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी मौजूद रहेंगे। 2. हाईकोर्ट में डाली गई हैं 23 याचिकाएं हरियाणा के चुनावों में EVM में गड़बड़ी, ईवीएम की बैटरी 99 प्रतिशत तक चार्ज रहने, सरकार पर सत्ता का दुरुपयोग करने, पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा चुनावों में नफरती बयानबाजी करने जैसे आरोपों के साथ पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में 23 याचिकाएं दायर की गई हैं। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान सहित पार्टी के 16 उम्मीदवारों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। बाकी याचिकाएं निर्दलीय प्रत्याशियों की ओर से दाखिल की गई हैं। हरियाणा में कांग्रेस की हार के ये 3 कारण सामने आए… 1. बाबरिया न संगठन बना पाए, न गुटबाजी रोकी जून 2023 में शक्ति सिंह गोहिल के गुजरात जाने के बाद दीपक बाबरिया को हरियाणा कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया। बाबरिया को राहुल गांधी के किचन कैबिनेट का सदस्य माना जाता है। प्रभारी बनाए जाने के बाद न तो बाबरिया संगठन तैयार कर पाए और न ही गुटबाजी को रोक पाए।साथ ही उन्होंने इसकी जानकारी केंद्रीय नेतृत्व को भी नहीं दी। इसके अलावा चुनाव में टिकट वितरण के दौरान ही वह बीमार होकर अस्पताल में भर्ती हो गए। जिसके बाद न तो दूसरे नेता को जिम्मेदारी दी गई और न ही वह हाईकमान और प्रदेश के नेताओं के बीच तालमेल बना पाए। 2. टिकट वितरण में हुड्डा गुट को तरजीह, AAP से गठबंधन नहीं किया विधानसभा चुनाव में अजय माकन हरियाणा चुनाव में स्क्रीनिंग कमेटी के प्रमुख थे। टिकट वितरण का काम स्क्रीनिंग कमेटी के पास ही रहता है। टिकट वितरण में केवल हुड्डा गुट को ही अहमियत दी गई। 89 में से 72 टिकट तो हुड्डा समर्थकों को दिए गए। इसके बाद सैलजा नाराज होकर चुनाव प्रचार से ही बाहर हो गईं। आम आदमी पार्टी (AAP) से गठबंधन की कवायद शुरू की गई तो अजय माकन और भूपेंद्र हुड्डा इसके खिलाफ थे।3. राहुल के करीबी भी BJP को काउंटर नहीं कर पाए सुनील कानुगोलू हरियाणा में कांग्रेस की राजनीति देख रहे थे। कहा जाता है हरियाणा मांगे हिसाब का रोड मैप भी सुनील की टीम ने ही तैयार किया था। कानुगोलू के सर्वे को आधार बनाकर ही हुड्डा कैंप ने कई बड़े फैसले हाईकमान से करवाए, लेकिन कानुगोलू BJP की रणनीति को समझने में फेल रहे। जमीन पर जिस तरह से BJP ने जाट वर्सेज गैर जाट का फॉर्मूला तैयार किया, उसे भी सुनील की टीम काउंटर नहीं कर पाई।
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हरियाणा DGP को सीएम ने दिया 7 दिन का समय:अपराध पर लगाम लगाएं; गैंगस्टर का नेटवर्क तोड़ें, एक सप्ताह बाद फिर बैठक हरियाणा में अपराध पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को सख्त निर्देश दिए हैं। गृह विभाग की समीक्षा बैठक में सीएम ने दो टूक कहा कि हरियाणा पुलिस के पास अपराध दर पर ब्रेक लगाने के लिए 7 दिन का समय है। इस दौरान वे गैंगस्टर नेटवर्क पर ब्रेक लगाएं। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह बाद वे स्वयं पुलिस विभाग की दूसरी बैठक कर अपराध दर की समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही सीएम ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को फील्ड में बेहतर निगरानी रखकर कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए। प्रदेश में गैंगस्टरों और शातिर अपराधियों के खिलाफ अभियान में कोई कसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए। बैठक में फिरौती समेत अपराध की अन्य घटनाओं पर भी सीएम ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि फील्ड में पुलिस की मौजूदगी ऐसी होनी चाहिए कि इससे अपराधियों में डर पैदा हो और वे डर के कारण बाहर न निकलें। पुलिस को जन-हितैषी छवि बनाए रखनी चाहिए मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अपराध होने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पीड़ितों से मिलें, ताकि पुलिस के प्रति जनता का विश्वास और बढ़े। साथ ही, आम जनता के बीच पुलिस की छवि को और बेहतर बनाने के लिए छोटी से छोटी सूचना को भी पूरी गंभीरता से लिया जाए और तुरंत कार्रवाई की जाए। नशा कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने के निर्देश देते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में नशे के अवैध कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। नशा कारोबारियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। पुलिस महानिदेशक को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता के तहत लागू किए गए तीन नए कानूनों के बारे में आम नागरिकों सहित युवा पीढ़ी को जानकारी देने के लिए कॉलेजों सहित सिविल सोसायटी के लिए सेमिनार आयोजित किए जाएं।
हरियाणा में DFSC सस्पेंड, फूड इंस्पेक्टर पर FIR के आदेश:गेहूं की बोरियां गीली मिलने पर भड़के मंत्री, बोले- इससे बड़ा पाप क्या होगा
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जानकारी के मुताबिक उकलाना गोदाम से 25 दिसंबर को बरवाला क्षेत्र के राशन डिपो में गेहूं की सप्लाई भेजी गई थी। यहां के डिपो संचालकों ने गेहूं पर आपत्ति जता दी। उनका कहना था कि गेहूं गीली है। कई संचालकों ने तो इस गेंहू को डिपो पर उतरवाने से मना कर दिया। इसके बाद उन्होंने मंत्री राजेश नागर से शिकायत की।शिकायत मिलने के बाद मंत्री राजेश नगर खुद गोदाम पर पहुंचे। उन्होंने डिपो में भेजी जा रही गेहूं की जांच की। जांच के दौरान मंत्री को नमीयुक्त गेहूं मिली।