भारतीय वायुसेना आज से हिसार में लड़ाकू विमानों का संचालन करेगी। हिसार एयरपोर्ट पर बनी नई हवाई पट्टी पर वायुसेना का प्रशिक्षण कार्यक्रम होगा, जो 7 फरवरी तक 3 दिन चलेगा। सिरसा वायुसेना स्टेशन के ग्रुप कैप्टन रीतम कुमार इस कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे। करीब 18 पायलट हिसार पहुंच चुके हैं और यहां प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस कार्यक्रम को लेकर वायुसेना स्थानीय प्रशासन के संपर्क में है। प्रशासन ने यहां पायलटों को सुविधाएं मुहैया कराई हैं। पायलट 3 दिन तक एयरपोर्ट के अंदर बने गेस्ट हाउस में रहेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बोइंग विमान हिसार एयरपोर्ट पर उतर चुका है। बताया जा रहा है कि यहां भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल जेट विमानों के साथ रिहर्सल की जाएगी। इससे पहले वायुसेना एक्सप्रेस-वे पर जेट विमान भी उतार चुकी है। हिसार इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां से सिरसा और अंबाला एयरपोर्ट ज्यादा दूर नहीं हैं। डिफेंस को लेकर जांची जाएगी तैयारी हिसार में सेना की एक बड़ी छावनी है। ऐसे में इस एयरपोर्ट को सेना अपनी तैयारियों के तौर पर भी देख रही है। सिरसा और अंबाला एयरपोर्ट को बैकअप देने के लिए इस एयरपोर्ट का इस्तेमाल किया जा सकता है। हिसार एयरपोर्ट का रनवे अभी बना है। यहां से वायुसेना के पायलट जेट उड़ाकर हिसार से सिरसा और अंबाला के लिए कितनी जल्दी पहुंच सकते हैं, इसकी भी संभावनाएं देखी जाएंगी। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारी अभी इस बारे में बोलने से बच रहे हैं। भारतीय वायुसेना आज से हिसार में लड़ाकू विमानों का संचालन करेगी। हिसार एयरपोर्ट पर बनी नई हवाई पट्टी पर वायुसेना का प्रशिक्षण कार्यक्रम होगा, जो 7 फरवरी तक 3 दिन चलेगा। सिरसा वायुसेना स्टेशन के ग्रुप कैप्टन रीतम कुमार इस कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे। करीब 18 पायलट हिसार पहुंच चुके हैं और यहां प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस कार्यक्रम को लेकर वायुसेना स्थानीय प्रशासन के संपर्क में है। प्रशासन ने यहां पायलटों को सुविधाएं मुहैया कराई हैं। पायलट 3 दिन तक एयरपोर्ट के अंदर बने गेस्ट हाउस में रहेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बोइंग विमान हिसार एयरपोर्ट पर उतर चुका है। बताया जा रहा है कि यहां भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल जेट विमानों के साथ रिहर्सल की जाएगी। इससे पहले वायुसेना एक्सप्रेस-वे पर जेट विमान भी उतार चुकी है। हिसार इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां से सिरसा और अंबाला एयरपोर्ट ज्यादा दूर नहीं हैं। डिफेंस को लेकर जांची जाएगी तैयारी हिसार में सेना की एक बड़ी छावनी है। ऐसे में इस एयरपोर्ट को सेना अपनी तैयारियों के तौर पर भी देख रही है। सिरसा और अंबाला एयरपोर्ट को बैकअप देने के लिए इस एयरपोर्ट का इस्तेमाल किया जा सकता है। हिसार एयरपोर्ट का रनवे अभी बना है। यहां से वायुसेना के पायलट जेट उड़ाकर हिसार से सिरसा और अंबाला के लिए कितनी जल्दी पहुंच सकते हैं, इसकी भी संभावनाएं देखी जाएंगी। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारी अभी इस बारे में बोलने से बच रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रेवाड़ी में पूर्व मंत्री दिखाया BJP को आइना:विक्रम यादव बोले- टिकट सही से बांटे; गड़बड़ी हुई तो बहुत बुरा हश्र होगा
रेवाड़ी में पूर्व मंत्री दिखाया BJP को आइना:विक्रम यादव बोले- टिकट सही से बांटे; गड़बड़ी हुई तो बहुत बुरा हश्र होगा हरियाणा के रेवाड़ी में भाजपा सरकार में विधायक एवं राज्यमंत्री रह चुके विक्रम यादव ने पार्टी व संगठन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। भाजपा की चुनावी बैठक में उन्होंने कहा कि पिछली बार के चुनाव की तरह टिकटों का वितरण हुआ तो विधानसभा चुनाव में भाजपा को लोकसभा चुनाव से भी बुरा हश्र देखने को मिल सकता है। विक्रम सिंह का सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से 36 का आंकड़ा होने की वजह से 2019 में टिकट कट गई थी। हालांकि अब वे फिर से राव इंद्रजीत के करीबी माने जा रहे हैं। उनका प्रयास है कि भाजपा वर्तमान विधायक लक्ष्मण यादव का टिकट काट कर उनको प्रत्याशी बनाए। जानकारी के अनुसार रेवाड़ी में रविवार को भाजपा ने चुनाव की तैयारी को लेकर कार्यकर्ताओं की सभा बुलाई थी। इसमें मंत्री बिशंभर वाल्मीकि को कार्यकर्ताओं को संबोधित करना था। उनके आने से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता वर्करों को संबोधित कर रहे थे। पूर्व मंत्री विक्रम यादव ने यहीं पर पार्टी को आइना दिखा दिया। पाला बदलते ही मंत्री पद से छुट्टी विक्रम यादव 2014 में कोसली विधानसभा से BJP से विधायक चुने गए थे। दक्षिण हरियाणा के सीनियर नेता राव इंद्रजीत की सिफ़ारिश पर उनको प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया था, लेकिन राव इंद्रजीत से मनमुटाव के कारण उनकी मंत्री पद से छुट्टी हो गई। इसके बाद वे पूर्व सीएम मनोहर लाल के नज़दीकी हो गए। 2019 के चुनाव में भी वे टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन राव इंद्रजीत के विरोध के चलते उन्हें टिकट नहीं मिल पाई। सेफ होकर कर रहे राजनीति
रेवाड़ी में राजनीति में बदले माहौल ओर 2019 में टिकट कटने का दंश झेल रहे विक्रम सिंह यादव अब सेफ होकर राजनीति कर रहे हैं। वे न तो मनोहरलाल और न ही राव इंद्रजीत को नाराज कर रहे हैं। विक्रम यादव कोसली विधानसभा में पूरी तरह एक्टिव होते हुए पार्टी व संगठन को एक तरीक़े से आइना दिखाने का काम कर रहे हैं। इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह कोसली विधानसभा में वर्तमान विधायक लक्ष्मण यादव का विरोध और टिकट के लिए उम्मीदवार का पब्लिक से जुड़ाव कमजोर माना जा रहा है। विक्रम यादव वर्तमान में पार्टी, संगठन और अहीरवाल के सीनियर नेता राव इंद्रजीत की पहली पसंद हैं। सभा में बोला- 75 से 40 पर आ गए विक्रम यादव ने भाजपा वर्करों को संबोधित करते हुए कहा कि 2019 के विधानसभा चुनाव में टिकट बदलने के कारण हमें जेजेपी पार्टी का सहारा लेना पड़ा। क्योंकि बल्लभगढ़ से लेकर नारनौल तक लगभग टिकटें बदल दी गई। फिर चाहे वो रेवाड़ी, कोसली, बादशाहपुर गुरुग्राम, फ़रीदाबाद या पटौदी हो, इनमें हमारे जैसे साधारण और मेहनती नेता, जिन्होंने ग्राउंड पर काम किया था, की बजाय दूसरे कैंडिडेट लाए गए। इससे पार्टी के 75 पार का नारा 40 पर हो सिमट गया। राज्यमंत्री ने टटोली वर्करों की नब्ज भाजपा वर्कर मीटिंग में पहुंचे राज्यमंत्री एवं रेवाड़ी के भाजपा ऑब्जर्वर बिशंभर वाल्मीकि ने पूर्व मंत्री विक्रम सिंह यादव के कार्यालय में एकत्रित भाजपा कार्यकर्ताओं से बातचीत कर उनकी राय ली। पूर्व मंत्री विक्रम सिंह यादव ने ऑब्जर्वर को कार्यकर्ताओं की भावना से अवगत कराते हुए कहा कि लोग चाहते हैं कि उन्हें ऐसा नेतृत्व मिले, जो क्षेत्र का विकास करा सके। इसके लिए हलके का मजबूत जनप्रतिनिधि होना जरूरी है।