रोहतक के सांपला थाना एरिया के एक गांव निवासी महिला के लापता होने का मामला सामने आया है। जिसकी करीब एक साल पहले शादी हुई थी। जब पति ड्यूटी पर गया तो पीछे से उसकी पत्नी घर से बिना बताए कहीं चली गई। इसके बाद पीड़ित ने अपनी पत्नी को तलाश करने का प्रयास किया और इसकी शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके तलाश आरंभ कर दी। रोहतक के एक गांव निवासी व्यक्ति ने सांपला थाना में अपनी पत्नी के लापता होने की शिकायत दी। शिकायत में बताया कि उसकी शादी करीब एक साल पहले सोनीपत जिला निवासी एक युवती के साथ हुई थी। शादी के बाद उसकी पत्नी घर पर ही रहती थी। 1 जुलाई को वह सुबह अपनी ड्यूटी पर चला गया। वहीं शाम को घर वापस आया। जब घर पहुंचा तो उसकी पत्नी नहीं मिली। उसकी पत्नी बिना बताएं कहीं चली गई थी। घर से बिना बताए लापता पीड़ित ने बताया कि आसपास व रिश्तेदारियों में भी उसने अपनी पत्नी के बारे में पूछताछ की। लेकिन कहीं पर कोई सुराग नहीं लग पाया। उसकी करीब 27 वर्षीय पत्नी घर से बिना बताए लापता हो गई। वहीं अपने स्तर पर तलाश के बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। सांपला थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। वहीं पुलिस द्वारा महिला की तलाश की जा रही है। रोहतक के सांपला थाना एरिया के एक गांव निवासी महिला के लापता होने का मामला सामने आया है। जिसकी करीब एक साल पहले शादी हुई थी। जब पति ड्यूटी पर गया तो पीछे से उसकी पत्नी घर से बिना बताए कहीं चली गई। इसके बाद पीड़ित ने अपनी पत्नी को तलाश करने का प्रयास किया और इसकी शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके तलाश आरंभ कर दी। रोहतक के एक गांव निवासी व्यक्ति ने सांपला थाना में अपनी पत्नी के लापता होने की शिकायत दी। शिकायत में बताया कि उसकी शादी करीब एक साल पहले सोनीपत जिला निवासी एक युवती के साथ हुई थी। शादी के बाद उसकी पत्नी घर पर ही रहती थी। 1 जुलाई को वह सुबह अपनी ड्यूटी पर चला गया। वहीं शाम को घर वापस आया। जब घर पहुंचा तो उसकी पत्नी नहीं मिली। उसकी पत्नी बिना बताएं कहीं चली गई थी। घर से बिना बताए लापता पीड़ित ने बताया कि आसपास व रिश्तेदारियों में भी उसने अपनी पत्नी के बारे में पूछताछ की। लेकिन कहीं पर कोई सुराग नहीं लग पाया। उसकी करीब 27 वर्षीय पत्नी घर से बिना बताए लापता हो गई। वहीं अपने स्तर पर तलाश के बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। सांपला थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। वहीं पुलिस द्वारा महिला की तलाश की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
कुरूक्षेत्र में विवाहिता ने लगाया 20 लाख हड़पने का आरोप:लोन लेकर पति गया विदेश, 3 एकड़ जमीन करवा दी थी नाम
कुरूक्षेत्र में विवाहिता ने लगाया 20 लाख हड़पने का आरोप:लोन लेकर पति गया विदेश, 3 एकड़ जमीन करवा दी थी नाम हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिला में पंजाब मोहाली के गांव सारंगपुर वासी सतबीर कौर ने पुलिस को दी शिकायत के बाद दिए बयान में बताया कि उसकी शादी मार्च 2017 में इस्माइलपुर वासी गगनदीप सिंह के साथ हुई थी। इससे उसके पास छह वर्षीय लड़की नवताज कौर है। उसके पति गगनदीप सिंह ने उसके नाम अपनी पुश्तैनी जमीन में से तीन एकड़ उसके नाम करवा दी थी। लोन लेकर पति चला गया विदेश अक्तूबर 2018 में उसका अपने पति से झगड़ा होने के कारण वह अपने मायके चली गई। उसके बाद उसके पति ने उसके नाम से फर्म खोलकर उसके खाते की चेकबुक से दिसम्बर 2018 में अपने दोस्त की फर्म में 3 लाख 90 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। इतना ही नहीं जून 2019 में उसके नाम से ग्रामीण बैंक से 18 लाख 43 हजार रुपए का लोन लेकर उसका पति विदेश चला गया। उसके बाद से उनका अभी तक कोई अता पता नहीं है। इसके बाद उसके दादा ससुर देशराज ने सीनियर सिटीजन एक्ट के तहत दावा कर उसके नाम से जमीन का इंतकाल तुड़वा दिया था, लेकिन वह सभी अपीलों में जीत गई थी। जिसके बाद उसके नाम दोबारा इंतकाल चढ़ गया। उसके पति द्वारा किए गए उसके फर्जी हस्ताक्षर के बारे में पुलिस को भी शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। हस्ताक्षर का आज तक नहीं हुआ खुलासा उसके नमूना हस्ताक्षर तहसीलदार कोर्ट के माध्यम से विवादित चेक पर हुए हस्ताक्षर के मिलान के लिए मधुबन करनाल भेजे गए थे, लेकिन इसका नतीजा भी आज तक प्राप्त नहीं हुआ। इसके बाद उसके ससुर ने उसके द्वारा लगाई गई गेहूं की फसल हाई कोर्ट के आदेशों के खिलाफ जाकर पोर्टल करवाकर चोरी से काट ली। उसको यह जानकारी पोर्टल के माध्यम से मिली, जबकि उसके ससुर के पास न तो कोई जमीन है और ना ही कोई इंतकाल है। पुलिस द्वारा इस मामले को लेकर एडीए से राय लेने पर कई आपत्तियां पाई गई। पुलिस के अनुसार मामले में अभी और गहनता से जांच करने की जरूरत है। फिलहाल पुलिस ने धोखाधडी के आरोप में पति गगनदीप सिंह और ससुर अमरीक सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
हरियाणा में JJP-ASP के साथ लड़ेगी चुनाव:दिल्ली में दुष्यंत करेंगे ऐलान; AAP के साथ गठबंधन की चल रही थी चर्चा
हरियाणा में JJP-ASP के साथ लड़ेगी चुनाव:दिल्ली में दुष्यंत करेंगे ऐलान; AAP के साथ गठबंधन की चल रही थी चर्चा हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) और आजाद समाज पार्टी (ASP) विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे। पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला इस नए राजनीतिक गठबंधन का ऐलान दिल्ली में करेंगे। इस दौरान उनके साथ एएसपी पार्टी के फाउंडर और भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद भी मौजूद रहेंगे। जजपा के संस्थापक दुष्यंत चौटाला ने इसकी जानकारी खुद सोशल मीडिया प्लेटफार्म (X) पर दी है। उन्होंने पोस्ट में लिखा है कि, “किसान कमेरे की लड़ाई, हम लड़ते रहेंगे बिना आराम, ताऊ देवीलाल की नीतियां, विचारधारा में मान्यवर कांशीराम”। इसलिए गठबंधन चाहती है जजपा हरियाणा में 21% के करीब दलित वोट है। जो हार और जीत में बड़ी भूमिका निभाएंगे। विधानसभा की 17 सीटें रिजर्व हैं और प्रदेश की 35 सीटों पर दलित वोटरों का प्रभाव है। जजपा का टारगेट 17+35 सीटों पर है, जिससे वह 2019 की तरह हरियाणा में किंगमेकर की भूमिका में आ सके। 5 साल पहले हुए चुनाव में जजपा को जाट और दलितों का अच्छा वोट मिला था, अब इस चुनाव में भी जजपा यह कोशिश कर रही है कि हरियाणा की जाट और दलित बाहुल्य सीटों पर उसके प्रत्याशी अच्छा प्रदर्शन कर सकें। तीसरा मोर्चा बना तो कांग्रेस को नुकसान हरियाणा में अगर गैर तीसरा मोर्चा बनता है तो सीधे तौर पर कांग्रेस को नुकसान होगा। इसकी वजह यह है कि बीजेपी से नाराज वोटर जजपा, इनेलो, बसपा और आम आदमी पार्टी की तरफ खिसक सकता है। जब भी भाजपा के खिलाफ प्रदेश में वोट बैंक बंटता है इसका फायदा भाजपा को होता है और कांग्रेस को नुकसान पहुंचता है। इस बार लोकसभा चुनाव में जनता ने 2 ही पार्टी कांग्रेस और भाजपा को वोट दिए जिसके कारण कांग्रेस का वोट प्रतिशत पिछली बार के मुकाबले बढ़ा है। 12 मार्च को BJP से गठबंधन 2019 के विधानसभा चुनाव में BJP को हरियाणा में पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया था। इसकी वजह से 10 सीटें जीतने वाली JJP के साथ गठबंधन कर राज्य में सरकार बनाई गई। इस सरकार में खट्टर को CM तो JJP कोटे से दुष्यंत चौटाला को डिप्टी CM बनाया गया। करीब साढ़े 4 साल तक सब कुछ ठीक चला, लेकिन इसी साल 12 मार्च को अचानक खट्टर ने CM पद से इस्तीफा दे दिया और दोनों पार्टियों का गठबंधन टूट गया। दोनों को लोकसभा चुनाव में हुआ नुकसान निर्दलीय विधायकों के समर्थन से BJP ने नायब सैनी के नेतृत्व में फिर से सरकार बना ली। लोकसभा चुनाव में BJP और JJP दोनों ने अलग होकर चुनाव लड़ा। BJP को जहां 10 लोकसभा सीटों में से 5 सीटों का नुकसान हुआ तो JJP की बुरी तरह हार हुई। खुद हिसार सीट से दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला बुरी तरह हार गईं।
DFSC बनने के बाद बेटी पहुंची करनाल:HCS में किया था 69वां रैंक हासिल, भाई का सहयोग और परिवार का मिला समर्थन
DFSC बनने के बाद बेटी पहुंची करनाल:HCS में किया था 69वां रैंक हासिल, भाई का सहयोग और परिवार का मिला समर्थन हरियाणा में करनाल के कुटेल गांव की बेटी कविता चौहान ने हरियाणा सिविल सेवा (HCS) परीक्षा में 69वां रैंक हासिल करके अपने परिवार और शहर का नाम रोशन किया है।किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाली कविता अब जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक (DFSC) के पद पर नियुक्त होंगी। HCS बनने के बाद रविवार को कविता अपने गांव पहुंची यहां पहुंचने पर परिवार व ग्रामीणों उसका जोरादार स्वागत किया। कविता की सफलता का यह सफर उनकी कड़ी मेहनत, परिवार के समर्थन और अटूट विश्वास की कहानी है। किसान परिवार की संघर्षपूर्ण यात्रा कविता के पिता राधीराम और मां केला देवी ने अपनी तीनों बेटियों की शिक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए, भले ही वे स्वयं कम पढ़े-लिखे थे। राधीराम ने शुरू से ही ठान लिया था कि वे अपनी बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाकर उनके सपनों को साकार करेंगे। उनकी तीनों बेटियां मेडिकल क्षेत्र में पढ़ाई कर रही थीं, लेकिन कविता ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी का निर्णय लिया। भाई का सहयोग और परिवार का समर्थन कविता की तैयारी के दौरान, उनके भाई ने उन्हें UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए प्रेरित किया। कविता ने मेडिकल की पढ़ाई के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू की और इस दौरान एच.सी.एस. की परीक्षा में भी बैठीं। परीक्षा में 69वां रैंक हासिल करने पर पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। कविता की बड़ी बहन पीजीआई में तैनात हैं और दूसरी बहन MBBS पास हैं। सफलता की कहानी कविता ने बताया कि जब भी उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा, उनके माता-पिता और भाई ने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया। कविता की बहन पूजा ने कहा कि कविता हमेशा पढ़ाई में अव्वल रही हैं और जब कभी पढ़ाई में परेशानी होती थी, तो वह आसानी से समस्या का हल निकाल लेती थीं। कविता की मेहनत और परिवार के समर्थन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया। माता-पिता की खुशी और गर्व कविता की सफलता पर उनके माता-पिता बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं। राधीराम ने कहा कि बेटियों का अपने पैरों पर खड़ा होना बेहद जरूरी है ताकि वे समाज में अपनी मजबूत पहचान बना सकें। उन्होंने अपनी बेटियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया। कविता की मां केला देवी ने अपनी बेटियों की आरती उतार कर बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया। सभी परिवारों के लिए प्ररेणा कविता चौहान की सफलता की कहानी हरियाणा के सभी परिवारों के लिए प्रेरणा है। यह साबित करता है कि अगर सपनों को पूरा करने का जुनून और परिवार का समर्थन हो, तो कोई भी मंजिल पाना असंभव नहीं है। कविता ने यह दिखा दिया कि मेहनत और समर्पण से हर चुनौती का सामना किया जा सकता है और सफलता की ऊंचाइयों को छूना संभव है।