सोनीपत के मुरथल में स्थित मशहूर सुखदेव ढाबे पर देर रात खाना खाने आए युवकों पर चाकुओं से हमला कर दिया गया। घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। मौके पर पुलिस को सूचना दी गई। वहीं आरोपी वारदात कर भाग चुके थे। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस सीसीटीवी भी खंगाल रही है। शादी समारोह से लौटे थे दोनों घटना 4 फरवरी 2025 की रात की है। जब सोनीपत के पिनाना गांव निवासी सागर अपने दोस्तों कपिल, रितेश, अंकित और सोनू के साथ ढाबे पर खाना खाने आया था। वे सभी एक शादी समारोह से लौट रहे थे। इस दौरान सागर और रितेश अपने दोस्तों के साथ खाना ऑर्डर करने के बाद ढाबे के सामने फोटो खींच रहे थे। कुछ देर बाद जब वे बाथरूम गए तो वहां पहले से ही 5-6 युवक मौजूद थे और गलती से टक्कर लगने के कारण मामूली बात पर कहासुनी हो गई। मामला बढ़ने से बचाने के लिए वे ढाबे के बाहर पहुंचे लेकिन वहां खड़े दो लड़के फिर से बहस करने लगे। कमर, चेहरे और हाथ पर चोटें आईं इसी बीच कुछ अन्य युवक भी आ गए और दोनों पक्षों के बीच मारपीट शुरू हो गई। इस मारपीट में सागर उर्फ हैप्पी और कपिल पर चाकुओं से हमला कर दिया गया। सागर के कमर, चेहरे और हाथ पर चोटें आईं, जबकि कपिल के सीने, कंधे और पैर पर चाकू से गंभीर चोटें आईं। पीजीआई रोहतक रेफर किया गया ढाबे पर मौजूद अन्य लोगों ने बीच-बचाव कर दोनों युवकों को बचाया, लेकिन आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी और हथियार लेकर वहां से फरार हो गए। इसके बाद कपिल और सागर को उपचार के लिए बीपीएस खानपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से कपिल की गंभीर हालत को देखते हुए उसे पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। पुलिस ने दर्ज किया केस, जांच जारी घटना की सूचना मिलते ही मुरथल थाना पुलिस हरकत में आई और HC जोगिंदर व EHC अशोक की टीम अस्पताल पहुंची। डॉक्टरों की MLR रिपोर्ट में दोनों घायलों को तीन-तीन गंभीर चोटें लगने की पुष्टि हुई। इसके बाद सागर ने अपने बयान दर्ज कराए, जिसके आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मुरथल थाना प्रभारी के अनुसार, आरोपियों की पहचान के लिए ढाबे और आसपास लगे CCTV कैमरों की जांच की जा रही है। जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सोनीपत के मुरथल में स्थित मशहूर सुखदेव ढाबे पर देर रात खाना खाने आए युवकों पर चाकुओं से हमला कर दिया गया। घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। मौके पर पुलिस को सूचना दी गई। वहीं आरोपी वारदात कर भाग चुके थे। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस सीसीटीवी भी खंगाल रही है। शादी समारोह से लौटे थे दोनों घटना 4 फरवरी 2025 की रात की है। जब सोनीपत के पिनाना गांव निवासी सागर अपने दोस्तों कपिल, रितेश, अंकित और सोनू के साथ ढाबे पर खाना खाने आया था। वे सभी एक शादी समारोह से लौट रहे थे। इस दौरान सागर और रितेश अपने दोस्तों के साथ खाना ऑर्डर करने के बाद ढाबे के सामने फोटो खींच रहे थे। कुछ देर बाद जब वे बाथरूम गए तो वहां पहले से ही 5-6 युवक मौजूद थे और गलती से टक्कर लगने के कारण मामूली बात पर कहासुनी हो गई। मामला बढ़ने से बचाने के लिए वे ढाबे के बाहर पहुंचे लेकिन वहां खड़े दो लड़के फिर से बहस करने लगे। कमर, चेहरे और हाथ पर चोटें आईं इसी बीच कुछ अन्य युवक भी आ गए और दोनों पक्षों के बीच मारपीट शुरू हो गई। इस मारपीट में सागर उर्फ हैप्पी और कपिल पर चाकुओं से हमला कर दिया गया। सागर के कमर, चेहरे और हाथ पर चोटें आईं, जबकि कपिल के सीने, कंधे और पैर पर चाकू से गंभीर चोटें आईं। पीजीआई रोहतक रेफर किया गया ढाबे पर मौजूद अन्य लोगों ने बीच-बचाव कर दोनों युवकों को बचाया, लेकिन आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी और हथियार लेकर वहां से फरार हो गए। इसके बाद कपिल और सागर को उपचार के लिए बीपीएस खानपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से कपिल की गंभीर हालत को देखते हुए उसे पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। पुलिस ने दर्ज किया केस, जांच जारी घटना की सूचना मिलते ही मुरथल थाना पुलिस हरकत में आई और HC जोगिंदर व EHC अशोक की टीम अस्पताल पहुंची। डॉक्टरों की MLR रिपोर्ट में दोनों घायलों को तीन-तीन गंभीर चोटें लगने की पुष्टि हुई। इसके बाद सागर ने अपने बयान दर्ज कराए, जिसके आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मुरथल थाना प्रभारी के अनुसार, आरोपियों की पहचान के लिए ढाबे और आसपास लगे CCTV कैमरों की जांच की जा रही है। जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में 27 IAS अफसरों का ट्रांसफर:एक जिले में 2 अधिकारियों को DC लगाया, फजीहत के बाद रिवाइज लिस्ट जारी की
हरियाणा में 27 IAS अफसरों का ट्रांसफर:एक जिले में 2 अधिकारियों को DC लगाया, फजीहत के बाद रिवाइज लिस्ट जारी की हरियाणा सरकार ने दिवाली के बाद रविवार (3 नवंबर) को 27 IAS अधिकारियों के ट्रांसफर किए हैं। 10 जिलों के DC भी बदले गए हैं। हिसार के DC प्रदीप दहिया का झज्जर ट्रांसफर किया गया है। हिसार में अनीश यादव को DC लगाया गया है। इससे पहले अनीश यादव हिसार में ADC के पद पर कार्य कर चुके हैं। मानेसर नगर निगम के कमिश्नर अशोक कुमार गर्ग को गुरुग्राम नगर निगम कमिश्नर लगाया गया है। कुरूक्षेत्र के DC राजेश जोगपाल को को-ऑपरेटिव सोसाइटी हरियाणा का रजिस्ट्रार लगाया गया है। राजेश जोगपाल इससे पहले भी यह पद संभाल चुके हैं। रोहतक के DC रहे अजय कुमार को गुरुग्राम का DC लगाया गया है। इसके अलावा झज्जर के DC शक्ति सिंह को स्टेट फेडरेशन ऑफ को-ऑपरेटिव शुगर मिल का एमडी लगाया गया है। वहीं गुरुग्राम विकास प्राधिकारी के सीईओ मुनीष शर्मा को चरखी दादरी का DC लगाया गया है। इससे ऑर्डर से कुछ मिनट पहले, 28 IAS अफसरों की ट्रांसफर के ऑर्डर जारी हुए थे। जिसमें चरखी दादरी जिले में 2 अधिकारियों को DC लगाया गया था। कुछ ही देर में नई लिस्ट जारी कर दी गई। हरियाणा सरकार की ओर से जारी लिस्ट… 4 दिन पहले भी किए थे ट्रांसफर
वहीं 4 दिन पहले सरकार ने कई जिलों के IPS अधिकारियों के तबादले किए थे। सरकार ने एक साथ 36 अधिकारियों के तबादले किए। जिन अधिकारियों का तबादला हुआ है उनमें महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण का आरोप झेल रहे जींद के SP भी नाम शामिल हैं। उन्हें जींद के SP पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह राजेश कुमार को जींद SP की जिम्मेदारी दी गई। इसके साथ ही 23 इंस्पेक्टरों को डीएसपी पद पर प्रमोट किया गया था।
बिल न चुका सका तो बच्ची गोद देने लगा:हरियाणा के प्राइवेट अस्पताल को देने थे 50 हजार, मैसेज वायरल हुआ तो पिता समेत 2 पर FIR
बिल न चुका सका तो बच्ची गोद देने लगा:हरियाणा के प्राइवेट अस्पताल को देने थे 50 हजार, मैसेज वायरल हुआ तो पिता समेत 2 पर FIR हरियाणा के सोनीपत में 11 दिन की एक नवजात बच्ची को 50 हजार रुपए लेकर गोद देने का प्रयास किया गया। मामला डीसी डॉ. मनोज कुमार के संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने बच्ची के पिता और एक अन्य के खिलाफ सिटी थाने में केस दर्ज किया है। प्रशासन के संज्ञान में आया है कि नवजात को गोद देने के लिए एक मैसेज प्रसारित किया गया। इसमें कहा गया कि बच्ची निजी अस्पताल में है। उसके माता-पिता अस्पताल का 40-50 हजार रुपए का बिल देने में असमर्थ हैं। जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, नई दिल्ली से 24 अक्टूबर को सोनीपत डीसी को एक पत्र मिला था। 24 अक्टूबर की तारीख के पत्र में बताया गया कि सोनीपत के गोहाना से एक व्यक्ति सुशील सहगल द्वारा एक मैसेज प्रसारित किया गया है। इसमें 11 दिन की एक नवजात बच्ची को अवैध रूप से गोद देने की बात कही गई है। इसमें पूरे मामले में जांच कराने को कहा गया। अस्पताल का बिल चुकाने में हैं असमर्थ जांच में सामने आया है कि 11 दिन की नवजात लड़की गोहाना के एक निजी अस्पताल में भर्ती है। अस्पताल में उसके इलाज का बिल 40 से 50 हजार रुपए हो गया है। बच्ची के माता-पिता इस बिल को चुकाने के काबिल नहीं हैं। इसमें ये भी कहा गया कि अस्पताल का बिल चुकाने में असमर्थता के कारण वे बच्ची को गोद देना चाह रहे हैं। डीसी, जो कि विशेष किशोर पुलिस इकाई के नोडल अधिकारी हैं, ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया। डीसी ने जिला बाल संरक्षण इकाई (DCPU), जिला बाल संरक्षण अधिकारी (DCPO) और जिला कार्यक्रम अधिकारी (DPO) को तुंरत अस्पताल का दौरा करने के निर्देश दिए। टीम को पुलिस व सीएमओ के साथ समन्वय करने काे कहा गया। बाद में डीसीपीयू स्टाफ ने पुलिस कर्मियों और सिविल अस्पताल के आरएमओ को लेकर गोहाना के एक निजी अस्पताल का दौरा किया। बच्ची को निरंतर देखभाल और संरक्षण के लिए निजी अस्पताल से रोहतक पीजीआई रेफर किया गया। टीम ने बच्ची को गोद देने के मामले में नवजात के पिता से बात की तो उसने कहा कि वह चाहता था कि बच्ची को गोद दे दिया जाए। आयोग ने मांगी जांच रिपोर्ट
नवजात बच्ची को अवैध तौर पर गोद देने के प्रयास के मामले को गंभीरता से लेते हुए बाल संरक्षण आयोग ने सीपीसीआर अधिनियम, 2005 की धारा 13(1)(जे) के तहत संज्ञान लिया। आयोग ने शिशु की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करके मामले की जांच रिपोर्ट मांगी है। साथ ही आदेश दिए कि बच्ची को गोद देने के लिए मैसेज प्रसारित करने के अवैध कार्य में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल और उचित कानूनी कार्रवाई की जाए। डीसी के पत्र पर 2 के खिलाफ FIR
इसके बाद डीसी डॉ. मनोज कुमार ने सोनीपत के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिख आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने को कहा। डीसी के पत्र के आधार पर पुलिस ने अब गोहाना सिटी थाने में किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 की धारा 80 के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने मैसेज डालने वाले सुशील सहगल व बच्ची को गोद देने की बात करने वाले उसके पिता पर केस दर्ज किया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। फिलहाल अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
हरियाणा की महिला को नेपाल में बंधक बनाया:जाति छिपाकर 12 साल पहले लव मैरिज की, अननेचुरल संबंध का विरोध करने पर पीटा
हरियाणा की महिला को नेपाल में बंधक बनाया:जाति छिपाकर 12 साल पहले लव मैरिज की, अननेचुरल संबंध का विरोध करने पर पीटा हरियाणा के करनाल की रहने वाली महिला को नेपाल में बंधक बना लिया गया। महिला ने 12 साल पहले प्रेम विवाह किया था। महिला ने आरोप लगाया है कि उसके पति ने जाति छिपाकर उसके साथ शादी की, शादी के बाद से ही उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया और गर्भपात के लिए मजबूर किया। महिला ने यह भी बताया कि उसका पति उसके साथ मारपीट करता था और उसके साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाता था। हाल ही में आरोपी पति ने उसके 2 बच्चों को जबरन छीन लिया और उसे जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने अपने पति के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लव मैरिज के बाद महिला को प्रताड़ित करने की पूरी कहानी…
2013 में की थी लव मैरिज, 2 बच्चों को दिया जन्म
पीड़िता की शिकायत के अनुसार, करनाल निवासी महिला ने 2013 में रवि से लव मैरिज की थी। शादी के बाद उनके 2 बेटे हुए, जिनकी उम्र अब 8 और 3 साल है। शादी के शुरुआती दिनों में तो सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन कुछ समय बाद आरोपी पति रवि ने उसके साथ मारपीट और बदसलूकी शुरू कर दी। पति की जाति का खुलासा
पीड़िता का आरोप है कि रवि उसके साथ बहुत बुरा व्यवहार करता था और विरोध करने पर मारपीट करता था। विवाहिता के अनुसार, उसके पति ने उसे अपनी जाति ‘दत्ता’ बताकर धोखा दिया, लेकिन बाद में पता चला कि वह कश्यप जाति से है। रवि के इस धोखे ने उनके रिश्ते को और मुश्किल बना दिया। पति ने नेपाल में बंधक बनाया
पीड़िता ने बताया कि उसका पति ड्राइवर है और काम के लिए नेपाल जाता रहता था। 2018 में रवि उसे नेपाल ले गया और वहां भी बंधक बनाकर उसके साथ अप्राकृतिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। 2018 में करनाल वापस लौटी थी महिला
पीड़िता ने बताया कि वह किसी तरह 2018 में करनाल वापस आ गई। लेकिन इसके बाद भी उसका पति वहां भी उसके साथ गलत हरकत करने लगा और अक्सर नेपाल से आकर करनाल में भी उसे परेशान करता था। जबरन बच्चों को लेकर गया आरोपी
पीड़िता ने बताया कि 25 मार्च को उसका पति अचानक करनाल स्थित उसके घर आया। अगले दिन 26 मार्च को उसने उसके साथ मारपीट की। वह उसके बच्चों को जबरन उठाकर अपने साथ ले गया। जाते समय पति ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़िता को शक, आरोपी नेपाल भागा
पीड़िता का कहना है कि उसके पास अपने बच्चों के अलावा कुछ नहीं बचा है, वह चाहती है कि उसके बच्चों को जल्द से जल्द वापस लाया जाए। पीड़िता ने इस घटना की शिकायत थाने में की थी, लेकिन पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। पीड़िता को शक है कि आरोपी पति नेपाल भाग सकता है और बच्चों को भी वहीं ले जा सकता है। केस दर्ज, जांच में जुटी पुलिस
पीड़िता की शिकायत पर आरोपी पति रवि कश्यप और देवर जोगिंदर के खिलाफ करनाल के सेक्टर 32-33 थाने में मामला दर्ज किया गया है। जांच अधिकारी संदीप कुमारी ने बताया कि महिला ने अपने खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच जारी है।