महाकुंभ का आज 25वां दिन है। मेला अभी 20 दिन और चलेगा। हालांकि तीनों अमृत (शाही) स्नान पूरे हो चुके हैं। अखाड़े जाने की तैयारी करने लगे हैं। 13 में से 7 संन्यासी अखाड़ों के नागा साधु और संन्यासी यहां से काशी जाएंगे। अखाड़े 7 फरवरी से जाना शुरू कर देंगे। जबकि उदासीन के तीनों अखाड़ों के साधुओं ने जाना शुरू भी कर दिया है। बैरागी के 3 अखाड़े भी एक-दो दिन में जाने लगेंगे। कुछ संत 12 फरवरी, माघी पूर्णिमा स्नान तक रुक सकते हैं। पुरी के शंकराचार्य जा चुके हैं। जानिए कौन अखाड़ा कब जाएगा, बड़े संत कब तक जाएंगे… 1- जूना अखाड़ा: 7 को कढ़ी-पकौड़ी बंटेगी, फिर सब जाएंगे जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी वीरेंद्र गिरि महाराज ने बताया कि उनकी परंपरा के अनुसार, तीनों अमृत स्नान (मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी) के बाद वे काशी के लिए रवाना होते हैं। जाने से पहले अखाड़े के सदस्य कढ़ी-पकौड़ी बनाते हैं और इसे प्रसाद के रूप में वितरित करते हैं। अन्य संस्थाएं और वैष्णव अखाड़े पूर्णिमा या शिवरात्रि तक यहां रहते हैं, लेकिन उनके अखाड़े तीनों स्नान के बाद ही प्रस्थान कर जाते हैं। वह भी 7 तारीख को यहां से प्रस्थान कर जाएंगे। 2- श्री पंच अग्नि अखाड़ा: 12 फरवरी तक रहेंगे श्री पंच अग्नि अखाड़ा के राष्ट्रीय महामंत्री सोमेश्वरानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि हमारे तीनों शाही स्नान हो चुके हैं। वसंत पंचमी का स्नान बहुत ही अच्छा रहा। अब आगे 12 तारीख को पूर्णमासी का पर्व स्नान है, जो आम जनता और महात्माओं के लिए महत्वपूर्ण है। ये जो धर्मध्वज आप देख रहे हैं, उसकी 4 रस्सियों को ‘तनी’ कहते हैं। समापन के समय, हम इन तनियों की पूजा करके, देवताओं को धन्यवाद देते हैं। सभी तनों यानी रस्सियों को सभी मढ़ियों (पुरी, गिरि, भारतीय, सरस्वती) के प्रमुख के द्वारा खोल दिया जाता है। हम जल्द ही काशी के लिए रवाना होंगे। महाकुंभ से आगे बढ़ने का स्लोगन- कढ़ी पकौड़ी बेसन की, रास्ता देखो स्टेशन की अग्नि अखाड़ा के राष्ट्रीय महामंत्री सोमेश्वरानंद महाराज बताते हैं कि ‘कढ़ी पकौड़ी बेसन की, रास्ता देखो स्टेशन की’ यह स्लोगन बस इसलिए दिया जाता है कि जब सभी अखाड़े उठने वाले होते हैं तो उससे पहले अखाड़ा में बेसन कढ़ी और पकौड़ी बनाया जाता है। इसको खाने के बाद सभी अखाड़े काशी की तरफ प्रस्थान करते हैं। 3- तपो निधि श्री आनंद अखाड़ा: 15 फरवरी को शिविर हटेगा तपो निधि श्री आनंद अखाड़ा के प्रमुख श्री बालकानंद महाराज ने बताया कि कुंभ मेले में हमारे अखाड़ों की तीन शाही स्नान की परंपरा है। हमारे तीनों अमृत स्नान हो चुके हैं, अब तपो निधि श्री आनंद अखाड़ा 7 तारीख को यहां से प्रस्थान करके बनारस (काशी) जाएगा। वहां पर एक महीने का प्रवास रहेगा। सभी नागा और सभी सन्यासी 7 तारीख को प्रस्थान करेंगे। मैं अखाड़ा के सर्वोच्च पद आचार्य पीठ पर विराजमान हूं। हमारा शिविर पूर्णिमा के स्नान के बाद 15 तारीख को हटेगा। इसी तरह पंचायती अखाड़ा महानिर्वाण, पंचायती आनंद, शंभू पंचायती अटल और दशनाम आवाहन अखाड़ा ने अपनी पैकिंग शुरू कर दी है। ये अखाड़े भी 7 फरवरी को काशी जाएंगे। महाशिवरात्रि में काशी में रहेंगे सातों संन्यासी अखाड़े काशी में महाशिवरात्रि के अवसर पर अखाड़ों का भव्य जुलूस निकाला जाता है। वे महादेव काशी विश्वनाथ के दर्शन करते हैं। इस दौरान 3 घंटे के लिए मंदिर में आम लोगों का प्रवेश बंद रहता है और केवल दशनामी संन्यासी ही अंदर जा सकते हैं। काशी में ये सातों अखाड़े होली तक रहेंगे। होली के बाद अखाड़ों के संत अपने-अपने मठ-मंदिरों में चले जाएंगे। यह परंपरा जगतगुरु शंकराचार्य जी के समय से चली आ रही है। तीन बैरागी अखाड़े 1- निर्वाणी अनी अखाड़ा : 7 या 8 फरवरी को रवाना होंगे श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा के महंत अनिरुद्ध दास ने बताया कि वसंत पंचमी बीतने के बाद यहां पर भोजन-पानी की व्यवस्था का हिसाब-किताब करने के बाद हमारे तीनों अनी अखाड़ों का ध्वज सम्मान सहित उतारा जाएगा। उसके बाद हनुमान जी को विश्राम कराया जाएगा। लगभग 7 या 8 तारीख तक वैष्णव साधु यहां से रवाना होंगे। हो सकता है कुछ महात्मा, खालसा धारी, अखाड़े और नागा लोग कुंभ में पूर्णिमा तक रहें। 2- दिगंबर अनी अखाड़ा: एक-दो दिन में जाएंगे दिगंबर अनी अखाड़े के पदाधिकारी अभी एक बैठक कर रहे हैं। यह बैठक मेले के हिसाब-किताब को लेकर चल रही है। अनुमान है कि वे भी कल या परसों तक यहां से चले जाएंगे। 3- निर्मोही अनी अखाड़ा: सहमति के बाद जाएंगे निर्मोही अनी अखाड़ा के अध्यक्ष राजेंद्र दास महाराज ने बताया कि प्रयागराज के कुंभ मेले का भव्य और दिव्य समापन हो रहा है। वैष्णव अखाड़ों की धर्म ध्वजा अभी टंगी हुई है। समय आने पर सभी की सहमति से हनुमान जी की उपस्थिति में इसे विसर्जित कर दिया जाएगा। अभी साधु-संत यहीं हैं और उचित समय का इंतजार कर रहे हैं। अभी जाने का समय तय नहीं है। कुंभ मेले में शाही स्नान के बाद जाने में आमतौर पर पांच-छह दिन से लेकर एक हफ्ते तक का समय लग जाता है। सभी अखाड़ों के संत महात्मा इकट्ठे होकर इस पर विचार करेंगे और फिर सबको सूचित किया जाएगा। उदासीन अखाड़े: तीनों अखाड़ों की धर्म ध्वजा उतारी गई 1- बड़ा उदासीन अखाड़ा: आधे संत जा चुके हैं श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण, प्रयागराज के मुखिया महंत दुर्गादास ने बताया कि उनकी परंपरा के अनुसार ध्वजा स्थापना के समय जैसे पूजा-पाठ और हवन किया जाता है, ठीक उसी तरह ध्वजा उतारने के बाद भी पूजा-पाठ और हवन किया जाता है। इसके बाद कढ़ी-पकौड़ी और चावल का भोग लगाकर प्रसाद लिया जाता है, और फिर वे लोग यहां से प्रस्थान करते हैं। उनके बसावट का सामान इकट्ठा करने और पैकिंग का काम शुरू हो गया है। कुछ संत जा चुके हैं और कुछ जा रहे हैं। आधे से ज्यादा संत पंजाब, मध्य प्रदेश और बनारस जा चुके हैं। 2- निर्मल अखाड़ा: शिविर समाप्त, संत जाने लगे श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के महंत जसविंदर सिंह शास्त्री ने बताया कि इस बार का महाकुंभ 2025 दिव्य और भव्य रहा, पर एक दुखद घटना से सभी हताश हैं। दिवंगत आत्माओं के लिए प्रार्थना करते हैं। मेला हर्षोल्लास से मनाया गया, सभी साधु-संत उत्साहित थे। हमारा शिविर आज समाप्त हो रहा है, धर्म ध्वजा उतार दी गई है और सभी धीरे-धीरे प्रस्थान कर रहे हैं। हमारा लंगर कुछ दिन और चलेगा। हालांकि मुख्य शिविर आज तक ही हैं। 3- नया उदासीन अखाड़ा: इस अखाड़े के साधु-संतों ने भी अपनी पैकिंग शुरू कर दी है। कुछ संत वसंत पंचमी के स्नान के बाद अपने मठों को लौट भी चुके हैं। 7 या 8 को अखाड़ा खाली हो सकता है। किन्नर अखाड़ा: यह अखाड़ा महाकुंभ के आकर्षण का केंद्र बना रहेगा। किन्नर अखाड़ा 26 फरवरी तक शिवरात्रि के स्नान तक महाकुंभ में रुकेगा। इस अखाड़े के अधिकतर संन्यासी मेले में रहेंगे। यानी यह 26 फरवरी के बाद जाएगा। ——————————– ये खबर भी पढ़ें… IITian बाबा पर श्रीश्री रविशंकर बोले-यहां तो सब प्रेमी हैं:साधु-संतों के भव्य पंडालों पर कहा- कोई खाली बर्तन किसी को अन्न कैसे परोसेगा आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर 4 दिन से महाकुंभ में हैं। श्रीश्री ने कहा- भगदड़ में हुई मौतों पर किसी को दोषी ठहराना ठीक नहीं है। IITian बाबा और हर्षा रिछारिया के सवाल पर कहा- यहां तो सारे प्रेमी हैं। श्रीश्री रविशंकर ने ‘दैनिक भास्कर’ से खास बातचीत में महाकुंभ के भव्य स्वरूप, भगदड़ में मौतों और आस्था पर भारी पड़ रहे आडंबर जैसे सवालों के भी जवाब दिए। पढ़ें पूरा इंटरव्यू… महाकुंभ का आज 25वां दिन है। मेला अभी 20 दिन और चलेगा। हालांकि तीनों अमृत (शाही) स्नान पूरे हो चुके हैं। अखाड़े जाने की तैयारी करने लगे हैं। 13 में से 7 संन्यासी अखाड़ों के नागा साधु और संन्यासी यहां से काशी जाएंगे। अखाड़े 7 फरवरी से जाना शुरू कर देंगे। जबकि उदासीन के तीनों अखाड़ों के साधुओं ने जाना शुरू भी कर दिया है। बैरागी के 3 अखाड़े भी एक-दो दिन में जाने लगेंगे। कुछ संत 12 फरवरी, माघी पूर्णिमा स्नान तक रुक सकते हैं। पुरी के शंकराचार्य जा चुके हैं। जानिए कौन अखाड़ा कब जाएगा, बड़े संत कब तक जाएंगे… 1- जूना अखाड़ा: 7 को कढ़ी-पकौड़ी बंटेगी, फिर सब जाएंगे जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी वीरेंद्र गिरि महाराज ने बताया कि उनकी परंपरा के अनुसार, तीनों अमृत स्नान (मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी) के बाद वे काशी के लिए रवाना होते हैं। जाने से पहले अखाड़े के सदस्य कढ़ी-पकौड़ी बनाते हैं और इसे प्रसाद के रूप में वितरित करते हैं। अन्य संस्थाएं और वैष्णव अखाड़े पूर्णिमा या शिवरात्रि तक यहां रहते हैं, लेकिन उनके अखाड़े तीनों स्नान के बाद ही प्रस्थान कर जाते हैं। वह भी 7 तारीख को यहां से प्रस्थान कर जाएंगे। 2- श्री पंच अग्नि अखाड़ा: 12 फरवरी तक रहेंगे श्री पंच अग्नि अखाड़ा के राष्ट्रीय महामंत्री सोमेश्वरानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि हमारे तीनों शाही स्नान हो चुके हैं। वसंत पंचमी का स्नान बहुत ही अच्छा रहा। अब आगे 12 तारीख को पूर्णमासी का पर्व स्नान है, जो आम जनता और महात्माओं के लिए महत्वपूर्ण है। ये जो धर्मध्वज आप देख रहे हैं, उसकी 4 रस्सियों को ‘तनी’ कहते हैं। समापन के समय, हम इन तनियों की पूजा करके, देवताओं को धन्यवाद देते हैं। सभी तनों यानी रस्सियों को सभी मढ़ियों (पुरी, गिरि, भारतीय, सरस्वती) के प्रमुख के द्वारा खोल दिया जाता है। हम जल्द ही काशी के लिए रवाना होंगे। महाकुंभ से आगे बढ़ने का स्लोगन- कढ़ी पकौड़ी बेसन की, रास्ता देखो स्टेशन की अग्नि अखाड़ा के राष्ट्रीय महामंत्री सोमेश्वरानंद महाराज बताते हैं कि ‘कढ़ी पकौड़ी बेसन की, रास्ता देखो स्टेशन की’ यह स्लोगन बस इसलिए दिया जाता है कि जब सभी अखाड़े उठने वाले होते हैं तो उससे पहले अखाड़ा में बेसन कढ़ी और पकौड़ी बनाया जाता है। इसको खाने के बाद सभी अखाड़े काशी की तरफ प्रस्थान करते हैं। 3- तपो निधि श्री आनंद अखाड़ा: 15 फरवरी को शिविर हटेगा तपो निधि श्री आनंद अखाड़ा के प्रमुख श्री बालकानंद महाराज ने बताया कि कुंभ मेले में हमारे अखाड़ों की तीन शाही स्नान की परंपरा है। हमारे तीनों अमृत स्नान हो चुके हैं, अब तपो निधि श्री आनंद अखाड़ा 7 तारीख को यहां से प्रस्थान करके बनारस (काशी) जाएगा। वहां पर एक महीने का प्रवास रहेगा। सभी नागा और सभी सन्यासी 7 तारीख को प्रस्थान करेंगे। मैं अखाड़ा के सर्वोच्च पद आचार्य पीठ पर विराजमान हूं। हमारा शिविर पूर्णिमा के स्नान के बाद 15 तारीख को हटेगा। इसी तरह पंचायती अखाड़ा महानिर्वाण, पंचायती आनंद, शंभू पंचायती अटल और दशनाम आवाहन अखाड़ा ने अपनी पैकिंग शुरू कर दी है। ये अखाड़े भी 7 फरवरी को काशी जाएंगे। महाशिवरात्रि में काशी में रहेंगे सातों संन्यासी अखाड़े काशी में महाशिवरात्रि के अवसर पर अखाड़ों का भव्य जुलूस निकाला जाता है। वे महादेव काशी विश्वनाथ के दर्शन करते हैं। इस दौरान 3 घंटे के लिए मंदिर में आम लोगों का प्रवेश बंद रहता है और केवल दशनामी संन्यासी ही अंदर जा सकते हैं। काशी में ये सातों अखाड़े होली तक रहेंगे। होली के बाद अखाड़ों के संत अपने-अपने मठ-मंदिरों में चले जाएंगे। यह परंपरा जगतगुरु शंकराचार्य जी के समय से चली आ रही है। तीन बैरागी अखाड़े 1- निर्वाणी अनी अखाड़ा : 7 या 8 फरवरी को रवाना होंगे श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा के महंत अनिरुद्ध दास ने बताया कि वसंत पंचमी बीतने के बाद यहां पर भोजन-पानी की व्यवस्था का हिसाब-किताब करने के बाद हमारे तीनों अनी अखाड़ों का ध्वज सम्मान सहित उतारा जाएगा। उसके बाद हनुमान जी को विश्राम कराया जाएगा। लगभग 7 या 8 तारीख तक वैष्णव साधु यहां से रवाना होंगे। हो सकता है कुछ महात्मा, खालसा धारी, अखाड़े और नागा लोग कुंभ में पूर्णिमा तक रहें। 2- दिगंबर अनी अखाड़ा: एक-दो दिन में जाएंगे दिगंबर अनी अखाड़े के पदाधिकारी अभी एक बैठक कर रहे हैं। यह बैठक मेले के हिसाब-किताब को लेकर चल रही है। अनुमान है कि वे भी कल या परसों तक यहां से चले जाएंगे। 3- निर्मोही अनी अखाड़ा: सहमति के बाद जाएंगे निर्मोही अनी अखाड़ा के अध्यक्ष राजेंद्र दास महाराज ने बताया कि प्रयागराज के कुंभ मेले का भव्य और दिव्य समापन हो रहा है। वैष्णव अखाड़ों की धर्म ध्वजा अभी टंगी हुई है। समय आने पर सभी की सहमति से हनुमान जी की उपस्थिति में इसे विसर्जित कर दिया जाएगा। अभी साधु-संत यहीं हैं और उचित समय का इंतजार कर रहे हैं। अभी जाने का समय तय नहीं है। कुंभ मेले में शाही स्नान के बाद जाने में आमतौर पर पांच-छह दिन से लेकर एक हफ्ते तक का समय लग जाता है। सभी अखाड़ों के संत महात्मा इकट्ठे होकर इस पर विचार करेंगे और फिर सबको सूचित किया जाएगा। उदासीन अखाड़े: तीनों अखाड़ों की धर्म ध्वजा उतारी गई 1- बड़ा उदासीन अखाड़ा: आधे संत जा चुके हैं श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण, प्रयागराज के मुखिया महंत दुर्गादास ने बताया कि उनकी परंपरा के अनुसार ध्वजा स्थापना के समय जैसे पूजा-पाठ और हवन किया जाता है, ठीक उसी तरह ध्वजा उतारने के बाद भी पूजा-पाठ और हवन किया जाता है। इसके बाद कढ़ी-पकौड़ी और चावल का भोग लगाकर प्रसाद लिया जाता है, और फिर वे लोग यहां से प्रस्थान करते हैं। उनके बसावट का सामान इकट्ठा करने और पैकिंग का काम शुरू हो गया है। कुछ संत जा चुके हैं और कुछ जा रहे हैं। आधे से ज्यादा संत पंजाब, मध्य प्रदेश और बनारस जा चुके हैं। 2- निर्मल अखाड़ा: शिविर समाप्त, संत जाने लगे श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के महंत जसविंदर सिंह शास्त्री ने बताया कि इस बार का महाकुंभ 2025 दिव्य और भव्य रहा, पर एक दुखद घटना से सभी हताश हैं। दिवंगत आत्माओं के लिए प्रार्थना करते हैं। मेला हर्षोल्लास से मनाया गया, सभी साधु-संत उत्साहित थे। हमारा शिविर आज समाप्त हो रहा है, धर्म ध्वजा उतार दी गई है और सभी धीरे-धीरे प्रस्थान कर रहे हैं। हमारा लंगर कुछ दिन और चलेगा। हालांकि मुख्य शिविर आज तक ही हैं। 3- नया उदासीन अखाड़ा: इस अखाड़े के साधु-संतों ने भी अपनी पैकिंग शुरू कर दी है। कुछ संत वसंत पंचमी के स्नान के बाद अपने मठों को लौट भी चुके हैं। 7 या 8 को अखाड़ा खाली हो सकता है। किन्नर अखाड़ा: यह अखाड़ा महाकुंभ के आकर्षण का केंद्र बना रहेगा। किन्नर अखाड़ा 26 फरवरी तक शिवरात्रि के स्नान तक महाकुंभ में रुकेगा। इस अखाड़े के अधिकतर संन्यासी मेले में रहेंगे। यानी यह 26 फरवरी के बाद जाएगा। ——————————– ये खबर भी पढ़ें… IITian बाबा पर श्रीश्री रविशंकर बोले-यहां तो सब प्रेमी हैं:साधु-संतों के भव्य पंडालों पर कहा- कोई खाली बर्तन किसी को अन्न कैसे परोसेगा आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर 4 दिन से महाकुंभ में हैं। श्रीश्री ने कहा- भगदड़ में हुई मौतों पर किसी को दोषी ठहराना ठीक नहीं है। IITian बाबा और हर्षा रिछारिया के सवाल पर कहा- यहां तो सारे प्रेमी हैं। श्रीश्री रविशंकर ने ‘दैनिक भास्कर’ से खास बातचीत में महाकुंभ के भव्य स्वरूप, भगदड़ में मौतों और आस्था पर भारी पड़ रहे आडंबर जैसे सवालों के भी जवाब दिए। पढ़ें पूरा इंटरव्यू… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
Exclusive: कौन हो MVA का CM फेस? संजय सिंह ने इस नेता का लिया नाम, कांग्रेस को दी नसीहत!
Exclusive: कौन हो MVA का CM फेस? संजय सिंह ने इस नेता का लिया नाम, कांग्रेस को दी नसीहत! <p style=”text-align: justify;”>आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे को सीएम चेहरा घोषित करने से महाविकास अघाड़ी का फायदा होगा. एबीपी माझा से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे की पार्टी को तोड़ा गया, शरद पवार के विधायकों तोड़ा गया और सरकार बनने के बाद बीजेपी ने महाराष्ट्र के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार किया. इन बातों को लेकर महाराष्ट्र की जनता में नाराजगी है. बता दें कि महाविकास अघाड़ी ने सीएम का चेहरा घोषित नहीं किया है. चुनाव बाद इसका फैसला होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राज ठाकरे कहते हैं कि बीजेपी का सीएम होगा, इस पर उन्होंने कहा, “एक सीट वो बेटे के लिए मांग रहे थे लेकिन नहीं दिया. मुझे नहीं लगता कि राज ठाकरे बीजेपी का सहयोग या समर्थन करने जा रहे हैं. अलग-अलग समय पर वो अलग-अलग स्टैंड लेते रहते हैं. अभी थोड़े बहुत वोट मनसे काट सकती है, थोड़े बहुत वोट शिंदे काट सकते हैं, इस पर भी रोक लग जाएगी अगर उद्धव ठाकरे को चेहरा बनाया जाता है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय सिंह ने कहा, “<a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> की सरकार ने छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति में भी घोटाला कर लिया. महाराष्ट्र की दो लाख करोड़ की योजना को उठाकर दूसरे राज्य में ले गए. इन मुद्दों को उद्धव ठाकरे जनता के बीच में अच्छे से रख रहे हैं.”</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/HyYlPbTgoo4?si=bJd1V_gHmln-bMmQ” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”>आप सांसद ने कहा कि लोग महायुति को हराने के लिए तैयार हैं और महाविकास अघाड़ी को प्रचंड बहुमत से जिताने को तैयार हैं. उन्होंने दावा किया कि जिस तरह का माहौल <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के नतीजों में देखने को मिला वैसा ही माहौल महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में भी है. इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि विधानसभा के अंदर ही घोखेबाजी हुई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय सिंह ने बीजेपी पर हमला जारी रखते हुए कहा, “आपने बाइक चोर सुना होगा, कार चोर सुना होगा, बीजेपी ने तो पार्टी चोरी का काम किया. जिन लोगों पर आरोप लगाते थे कि इनका संबंध इकबाल मिर्ची से है, दाऊद इब्राहिम से है, अजित पवार पर आरोप लगाते थे कि 70 हजार करोड़ का घोटाला किया, अब सारे लोग अच्छे हो गए?”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”लातूर में फिर चेक किया गया उद्धव ठाकरे का बैग, कल भी हुई थी जांच” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-assembly-election-2024-uddhav-thackeray-helicopter-luggage-checked-in-latur-2821769″ target=”_blank” rel=”noopener”>लातूर में फिर चेक किया गया उद्धव ठाकरे का बैग, कल भी हुई थी जांच</a></strong></p>
Year Ender 2024: टॉयलेट टैक्स से लेकर समोसा प्रकरण पर घिरी सुक्खू सरकार, जाते-जाते ‘जंगली मुर्गा’ कांड ने किया परेशान
Year Ender 2024: टॉयलेट टैक्स से लेकर समोसा प्रकरण पर घिरी सुक्खू सरकार, जाते-जाते ‘जंगली मुर्गा’ कांड ने किया परेशान <p style=”text-align: justify;”><strong>Year Ender 2024:</strong> हिमाचल प्रदेश के लिए साल 2024 कई मायनों में खास रहा. इस साल <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में हिमाचल कांग्रेस को बड़ा झटका लगा. दूसरी तरफ उपचुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को झटका दिया. चुनावी राजनीति में हार-जीत का बड़ा महत्व है. इसी तरह बड़ा महत्व नेरेटिव बिल्डिंग का भी है. इस साल सुक्खू सरकार को कई घटनाओं ने बैकफुट पर ला दिया. समोसे गुम होने की जांच, टॉयलेट टैक्स, जंगली मुर्गा प्रकरण और एचआरटीसी ऑडियो मामला शामिल है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>फरवरी महीने में राज्यसभा चुनाव के दौरान मची सियासी उठापटक को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जून-जुलाई तक सेटल कर लिया. हालांकि एक के बाद एक उपजे विवाद ने सरकार की परेशानी बढ़ा दी. सबसे पहले बात आई टॉयलेट टैक्स की. जल शक्ति विभाग की ओर से नोटिफिकेशन जारी हुआ. नोटिफिकेशन में टॉयलेट टैक्स का जिक्र था. देश भर में शोर मच गया कि सरकार टॉयलेट पर भी टैक्स लेने जा रही है. बीजेपी ने सरकार को जमकर घेरा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस सरकार को बीजेपी ने बैकफुट पर धकेला </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>विवाद बढ़ने पर स्पष्टीकरण आया कि विभागीय मंत्री की ओर से नोटिफिकेशन वापस ले लिया गया. सरकार ने नोटिफिकेशन जारी होने की बात से इंकार कर दिया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने भी टैक्स को खारिज कर दिया. बाद में नोटिफिकेशन नए रूप में सामने आया. तब तक सरकार टॉयलेट टैक्स के मामले में घिर चुकी थी. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी ट्वीट कर सुक्खू सरकार को घेरा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुख्यमंत्री के लिए लाया समोसा किसने खाया?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार टॉयलेट टैक्स के विवाद से बाहर निकली. तब तक समोसा प्रकरण सामने आ गया. हिमाचल सीआईडी ने अनोखी जांच की थी. जांच रिपोर्ट बाद में लीक हो गई. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए शिमला में एक निजी होटल से मंगवाए गए स्नैक्स सीआईडी ने किसी और को परोस डाले थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अधिकारियों का कारनामा CM को पड़ा भारी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>21 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के लिए नामी होटल से समोसे और केक मंगवाए गए थे. मुख्यमंत्री को स्नेक्स परोसने की बजाय किसी और को खिला दिए गए. अनोखी बात ये हुई कि सीआईडी ने मामले की जांच भी की. सीआईडी ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए. समोसे पर जांच के बाद गुप्तचर विभाग के महानिरीक्षक को रिपोर्ट भेजी गई. रिपोर्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सरकार और गुप्तचर विभाग की जमकर फजीहत हुई. विभाग के अधिकारियों की गलती पर विपक्ष ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को आड़े हाथों लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बाद में गुप्तचर विभाग की ओर से प्रेस रिलीज जारी कर स्पष्टीकरण भी दिया गया. प्रेस नोट में बताया गया कि 21 अक्टूबर को मुख्यमंत्री ने 1930 हेल्पलाइन डाटा सेंटर के उद्घाटन और वरिष्ठ अधिकारियों संग बैठक के लिए गुप्तचर विभाग कार्यालय का दौरा किया था. उद्घाटन और अधिकारियों संग बैठक के बाद पुलिस महानिदेशक गुप्तचर विभाग कार्यालय में ब्रीफिंग सत्र हुआ.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ब्रीफिंग सत्र में एक अधिकारी ने जलपान प्रबंधन विशेष तौर पर पर्यटन निगम और बाहर से लाई गई खाने की चीजों की तरफ ध्यान दिलाया. पता चला कि मुख्यमंत्री को कुछ खाद्य सामग्री नहीं परोसी गई. गुप्तचर विभाग के पुलिस महानिदेशक संजीव रंजन ओझा ने पता लगाना चाहा कि स्नैक्स भोजन की सूची से कैसे गायब हो गया. गुप्तचर विभाग ने सीआईडी का आंतरिक मामला बताया. सीआईडी की ओर से कहा गया है कि मामले से सरकार का कोई लेना-देना नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राहुल गांधी के खिलाफ ऑडियो पर नोटिस!</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>नवंबर में हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस का ऑडियो का मामला सामने आ गया. एक यात्री बस में विपक्षी नेताओं का डिबेट सुन रहा था. फोन की तेज आवाज पूरी बस में सुनाई दे रही थी. डिबेट में इंडिया एलाइंस के बड़े-बड़े नेताओं का नाम लिया जा रहा था. 1 नवंबर को बस संख्या HP-63-C-5134 शिमला से संजौली की तरफ जा रही थी. आरोप था कि बस में ऑडियो प्रोग्राम चलाया जा रहा था. आचार्य प्रमोद और अन्य के बीच बातचीत हो रही थी. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी और तेजस्वी यादव का नाम भी आ रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सभी नेताओं के खिलाफ दुष्प्रचार का आरोप लगा. सरकारी वाहन में किसी भी राजनेता के विरुद्ध ऐसी वार्ता का ऑडियो चलाना उचित नहीं होता. नोटिस में कहा गया कि ड्राइवर और कंडक्टर की सरकारी बस में आपत्तिजनक ऑडियो को रोकने की जिम्मेदारी थी. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. 25 नवंबर को नोटिस जारी कर तीन दिन में दोनों से जवाब मांगा गया. जवाब दाखिल न होने की स्थिति में विभागीय कार्रवाई की भी बात कही गई. ड्राइवर टेक राज और कंडक्टर शेषराम ने जवाब दे दिया. बाद में नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने कहा था कि ड्राइवर और कंडक्टर पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होगी. उन्होंने कहा कि नोटिस ढली उपमंडलीय प्रबंधक की ओर से जारी किया गया था. व्यक्तिगत तौर पर समझा दिया है कि नोटिस देते हुए भाषा शैली का ध्यान रखा जाए. उन्होंने कहा कि शिकायत निराधार थी. इस तरह की शिकायत का कोई औचित्य नहीं बनता. ऐसे में ड्राइवर और कंडक्टर पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होगी. रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि बस में ऑडियो यात्री के मोबाइल पर चल रहा था. बस में ऑडियो को नहीं लगाया गया था. ऐसे में ड्राइवर और कंडक्टर की गलती नहीं है. ड्राइवर कंडक्टर के बच निकलने पर सरकार की खूब ट्रोलिंग हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जाते-जाते जंगली मुर्गा भी कर गया परेशान </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2024 के जाते-जाते दिसंबर महीने में एक बार फिर सरकार जंगली मुर्गा प्रकरण पर फंस गई. कथित तौर पर जंगली मुर्गे परोसे जाने ने सरकार को बैकफुट पर खड़ा कर दिया. मुख्यमंत्री ने न तो समोसा खाया था और न ही जंगली मुर्गा, फिर भी विपक्ष के पास बैठे-बिठाए सरकार को घेरने का मौका हाथ लग गया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला के कुपवी दौरे पर थे. कुपवी में मुख्यमंत्री ‘सरकार- आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत पहुंचे थे. रात करीब नौ बजे डिनर में कथित तौर पर जंगली मुर्गा भी शामिल था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विपक्ष ने विधानसभा परिसर में किया प्रदर्शन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि मुख्यमंत्री ने जंगली मुर्गा नहीं खाया, लेकिन वीडियो में अन्य लोगों से नॉन वेज खाने के लिए पूछते हुए नजर आए. बाद में स्पष्टीकरण आया कि डिनर में प्रतिबंधित प्रजाति का जंगली मुर्गा के बजाय देसी मुर्गा परोसा गया था. लोगों ने मामला दर्ज करवाकर पुलिस से भावनाओं को आहत करने वालों पर कार्रवाई की मांग की. शीतकालीन सत्र में विपक्ष ने विधानसभा परिसर में जंगली मुर्गा का कट आउट लाकर प्रदर्शन भी किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”हिमाचल में 6 राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों का निर्माण शुरू, बच्चों को मिलेगी हाईटेक सुविधा” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/rajiv-gandhi-day-boarding-school-congstruction-started-in-kangra-hamirpur-ann-2852426″ target=”_self”>हिमाचल में 6 राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों का निर्माण शुरू, बच्चों को मिलेगी हाईटेक सुविधा</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> </p>
UP में पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का दूसरा दिन:रेलवे-बस स्टेशनों पर रात से भीड़; पहले दिन 2 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे
UP में पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का दूसरा दिन:रेलवे-बस स्टेशनों पर रात से भीड़; पहले दिन 2 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे यूपी में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती की परीक्षा का आज दूसरा दिन हे। 67 जिलों में 1154 सेंटर बने हैं। शुक्रवार आधी रात को प्रयागराज, कानपुर, आगरा, वाराणसी समेत बड़े शहरों में अभ्यर्थियों की भारी भीड़ नजर आई। आलम यह रहा कि अभ्यर्थी बसों में खिड़की के रास्ते दाखिल होते हुए दिखे। कई जगहों पर तो विवाद की स्थिति भी बन गई। रेलवे स्टेशन से ज्यादा भीड़ बस अड्डों पर देखने को मिली। वहीं, पहले दिन यानी गुरुवार को आगरा में 1 व रायबरेली में 1 अभ्यर्थी ब्लूटूथ से नकल करते पकड़ा गया। मुजफ्फरनगर में परीक्षा के दौरान लापरवाही बरतने पर SSP अभिषेक सिंह ने 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। कानपुर में परीक्षार्थियों के जूते-चप्पल उतरवाए और लड़कियों के जूड़े खुलवाए गए थे। DGP प्रशांत कुमार खुद लखनऊ में गोमती नगर के एक परीक्षा केंद्र पहुंचे। वहीं, लखनऊ में पेपर लीक की अफवाह फैलाने पर सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह के खिलाफ FIR दर्ज की गई। आज शुक्रवार को भी दो शिफ्ट में सिपाही भर्ती परीक्षा होगी। प्रदेशभर में यूपी पुलिस भर्ती से जुडे़ अपडेट्स जानने के लिए नीचे के ब्लॉग से गुजर जाइए….