हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से रैली जजरी रूट पर एचआरटीसी की बस सेवा यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। गुरुवार शाम करीब 6:15 बजे हमीरपुर से रैली जजरी जा रही एचआरटीसी की बस डिडवीं टिक्कर बाजार में अचानक खराब हो गई। बस के बीच सड़क पर रुकने से एक तरफ जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। यात्रियों को बस को धक्का लगाकर सड़क से हटाना पड़ा। पुरानी बसों के संचालन पर नाराजगी जताई यह पहली बार नहीं है, जब इस रूट पर बस खराब हुई है। कुछ दिन पहले भी यही बस भोटा के पास खराब हो गई थी। रैली जजरी के लिए यह एकमात्र बस सेवा है, जिसकी खराब स्थिति से यात्री परेशान हैं। बस में सवार रमेश चंद, विपिन कुमार, प्रेमचंद, मीरा देवी, बीना देवी और सुलोचना देवी सहित अन्य यात्रियों ने इस रूट पर पुरानी बसों के संचालन पर नाराजगी जताई है। रूट पर नई बसों को लगाने की मांग स्थानीय निवासियों का कहना है कि मुख्यमंत्री के गृह जिले में ही अगर एचआरटीसी की बस सेवा इतनी खराब है, तो अन्य जिलों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने मांग की है कि हमीरपुर से जजरी रूट पर चलने वाली बसों का उचित रखरखाव किया जाए और पुरानी बसों को नई बसों से प्रतिस्थापित किया जाए, ताकि यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से रैली जजरी रूट पर एचआरटीसी की बस सेवा यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। गुरुवार शाम करीब 6:15 बजे हमीरपुर से रैली जजरी जा रही एचआरटीसी की बस डिडवीं टिक्कर बाजार में अचानक खराब हो गई। बस के बीच सड़क पर रुकने से एक तरफ जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। यात्रियों को बस को धक्का लगाकर सड़क से हटाना पड़ा। पुरानी बसों के संचालन पर नाराजगी जताई यह पहली बार नहीं है, जब इस रूट पर बस खराब हुई है। कुछ दिन पहले भी यही बस भोटा के पास खराब हो गई थी। रैली जजरी के लिए यह एकमात्र बस सेवा है, जिसकी खराब स्थिति से यात्री परेशान हैं। बस में सवार रमेश चंद, विपिन कुमार, प्रेमचंद, मीरा देवी, बीना देवी और सुलोचना देवी सहित अन्य यात्रियों ने इस रूट पर पुरानी बसों के संचालन पर नाराजगी जताई है। रूट पर नई बसों को लगाने की मांग स्थानीय निवासियों का कहना है कि मुख्यमंत्री के गृह जिले में ही अगर एचआरटीसी की बस सेवा इतनी खराब है, तो अन्य जिलों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने मांग की है कि हमीरपुर से जजरी रूट पर चलने वाली बसों का उचित रखरखाव किया जाए और पुरानी बसों को नई बसों से प्रतिस्थापित किया जाए, ताकि यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला पहुंचे पेरिस पैरा ओलिंपिक पदक विजेता:निषाद कुमार ने सीएम सुक्खू से की मुलाकात, स्कूली बच्चों से किया संवाद हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले सबंध रखने वाले पैरिस पैरा ओलिंपिक 2024 के रजत पदक विजेता निषाद कुमार शनिवार को शिमला पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शिमला के विकास नगर स्थित सरस्वती विद्यामंदिर स्कूल में छात्रों व शिक्षकों से भी संवाद किया । पैरा ओलिंपिक पदक विजेता निषाद कुमार ने इस दौरान बच्चों से बातचीत करते हुए बताया कि पैरा खेलों में मेडल तक का सफ़र उनके लिए आसान नहीं रहा है। लेकिन उन्होंने विकट परिस्थितियों के बावजूद खेलों के लिए अपने जुनून को हमेशा जिंदा रखा। मां को दिया सफलता का श्रेय उन्होंने कहा कि उनके जीवन में परिस्थितियां बहुत विकट रही है, लेकिन उनकी मां ने कदम कदम पर हौंसला और साथ दोनों दिया है, इसलिए इस सफलता में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है और वह इस सफलता का श्रेय अपनी मां को देते हैं। नशे से दूर रहें युवा निषाद कुमार ने बच्चों से बातचीत करते हुए आगे कहा कि युवाओ को खेल के प्रति जुनून रखना चाहिए और नशे की बुराई से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओ को अपने समय का सदुपयोग करते हुए देश व प्रदेश के लिए बेहतर कार्य करने के प्रयास करें। सीएम सुक्खू से मिले ओलिंपिक पदक विजेता ओलिंपिक पदक विजेता निषाद कुमार बीते कल ही शिमला पहुंच गए थे और देर शाम प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मुलाकात की । वहीं, आज शिमला के विकासनगर में सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल पहुंचे, जहाँ उन्होंने स्कूल के अध्यापकों व छात्रों से संवाद किया। इस मौके पर निषाद कुमार ने बच्चों व युवाओ को खेलों से जुड़ने और नशे से दूर रहने का संदेश दिया। आपकी बता दें कि हिमाचल प्रदेश के लाल निषाद ने हाल ही में पेरिस में संपन्न हुए पैरा ओलिंपिक 2024 में ऊंची कूद में 2.04 मीटर की ऊंचाई के साथ छलांग लगाकर रजत पदक जीता है। निषाद ने टोक्यो में भी 2.04 मीटर की ऊंचाई के साथ रजत पदक जीता था।
शिमला में हटाया जा रहा मस्जिद का अवैध हिस्सा:मंत्री ने बढ़ाए मदद के हाथ, कमेटी बोली- सदस्यों से बात करके लेंगे फैसला
शिमला में हटाया जा रहा मस्जिद का अवैध हिस्सा:मंत्री ने बढ़ाए मदद के हाथ, कमेटी बोली- सदस्यों से बात करके लेंगे फैसला हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली में मस्जिद के अवैध हिस्से को हटाने का काम चल रहा है। मस्जिद कमेटी मस्जिद में अवैध हिस्से को हटा रही है। मस्जिद कमेटी ने तीन दिन में मस्जिद की छत पर लगी टीन की चादरों को हटा दिया है। परंतु मस्जिद कमेटी ने अवैध हिस्से को हटाने के लिए पैसों समस्या का हवाला दिया था। जिस पर प्रदेश सरकार के पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कमेटी को आर्थिक व श्रमदान की मदद की बात कही थी। वहीं इस पर अब मस्जिद कमेटी का पक्ष भी सामने आया है। कमेटी के सदस्यों से बात करके लेंगे फैसला
संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह के मदद वाले बयान पर कहा कि उन्होंने मदद की बात कही है इसके लिए वह उनका धन्यवाद करते हैं। उन्होंने कहा कि इस विषय मे हम कमेटी के सदस्यों व अपने लोगो से बातचीत करेंगे और उसके बाद इस पर अगला फैसला करेंगे। क्या कहा था मंत्री अनिरुद्ध सिंह
हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार के ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने मस्जिद कमेटी की ओर से हटाए जा रहे अवैध हिस्से के कदम का स्वागत करार दिया है।उन्होंने कहा कि एक समुदाय ने गैर-कानूनी तरीके से निर्माण किया था। खुशी की बात है कि वह खुद ही अवैध हिस्से हटा रहे है। मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि अब तक मस्जिद कमेटी के सदस्य उनसे मिलने नहीं आए हैं। लेकिन भविष्य में यदि वह मदद के लिए आते हैं, तो वह आर्थिक व श्रमदान हर तरह से जो संभव होगी वह मदद करेंगे। मंत्री ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से जरूरतमंदों की मदद करती है। “सभी लोगों से भाईचारा कायम रखने की अपील”
अनिरुद्ध सिंह ने सभी लोगों से आपसी भाईचारा कायम रखने की भी अपील की है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और जिसका परिणाम आपके सामने है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि हर जगह कुछ ऐसे लोग होते हैं, जो अपनी राजनीति चमकाने का काम करते हैं। हालांकि इस पूरे मामले में सरकार और प्रशासन ने बेहतरीन तरीके से अपना काम किया है। 5 अक्टूबर को नगर निगम के कोर्ट ने दिया था फैसला
बता दें कि शिमला के संजौली मस्जिद के निर्माण पर बवाल होने के बाद मस्जिद कमेटी ने बक्फ बोर्ड के साथ मिलकर नगर निगम कोर्ट को अवैध हिस्से को खुद हटाने के लिए लिख कर दिया था। जिसके बाद MC कमिश्नर कोर्ट ने 5 अक्टूबर को उसे हटाने के फैसला सुनाया था। एमसी कोर्ट से फैसला आने के बाद मस्जिद कमेटी ने प्रॉपर्टी के मालिक वक्फ बोर्ड से गिराने की अनुमति मांगी। उनसे अनुमति मिलने के बाद बीते सोमवार से मस्जिद कमेटी ने अवैध हिस्सा हटाने का काम शुरू कर दिया है।