झांसी के बहुचर्चित बुंदेलखंड महाविद्यालय (BKD) डबल मर्डर केस में मंथन सिंह सेंगर को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। 4 साल पहले उसने एकतरफा प्यार में BKD के छात्र हुकमेंद्र सिंह गुर्जर (22) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। फिर गोंदू कंपाउंड में छात्रा कृतिका त्रिवेदी की भी हत्या कर दी थी। वारदात के वक्त छात्र-छात्रा और आरोपी एमए के स्टूडेंट थे। एससी-एसटी एक्ट कोर्ट के विशेष न्यायाधीश धीरेंद्र कुमार (तृतीय) ने शुक्रवार को मंथन सिंह को दोषी करार दिया। साथ ही उस पर 5.10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया। इसमें से 2-2 लाख रुपए पीड़ित परिवार वालों को दिए जाएंगे। जुर्माना अदा नहीं करने पर 1 साल की जेल और काटनी होगी। अब सिलसिलेवार पूरा मामला बताते हैं एमए फाइनल में पढ़ते थे तीनों
हुकमेंद्र सिंह गुर्जर मथुरा के जटवारी गांव का रहने वाला था। वह BKD में एमए मनोविज्ञान फाइनल ईयर का छात्र था। वह पुराने हॉस्टल में रहता था। उसी की क्लास में निवाड़ी के मोहल्ला हर्षमऊ का रहने वाला मंथन सिंह सेंगर पढ़ता था। जबकि गोंदू कंपाउंड के चाणक्यपुरम में रहने वाली कृतिका त्रिवेदी एमए फाइनल (इतिहास) में पढ़ती थी। मंथन कृतिका से एकतरफा प्यार करता था। इधर, कृतिका और हुकमेंद्र एनसीसी लिए थे। उनके बीच अच्छी दोस्ती थी और दोनों बातचीत करते थे। ये बात आरोपी मंथन को नापंसद थी। उसने कई बार रोका भी, लेकिन वे नहीं माने। ब्लैकबोर्ड पर दिल बनाकर लिखा फिनिश, 2021 में क्लास में घुसकर गोली मारी साल 2021 की 19 फरवरी की तारीख थी। हुकमेंद्र अपनी क्लास में मेज पर बैठकर पढ़ रहा था। तभी मंथन वहां आया। उसने पिस्टल से हुकमेंद्र के सिर में गोली मार दी, तो वह मेज पर गिर गया। इसके बाद क्लास के ब्लैकबोर्ड पर चॉक से दिल बनाकर फिनिश लिखा दिया। कहा कि अब कृतिका को मारूंगा। इसके बाद मंथन पिस्टल लहराते हुए कृतिका के घर पहुंचा। कृतिका घर के बाहर अपनी 80 साल की दादी से बात कर रही थी। तभी मंथन ने गोली मारकर कृतिका की हत्या कर दी। उसने दादी और पिता को भी गोली मारने की कोशिश की थी। लेकिन, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर लिया। हुकमेंद्र ने इलाज के दौरान दिल्ली में दम तोड़ दिया था, जबकि कृतिका की मौके पर ही मौत हो गई थी। हुकमेंद्र के चाचा संजय ने नवाबाद थाना में केस दर्ज कराया था। ‘दोनों परिवारों को न्याय दिला पाया हूं’
जिला शासकीय अधिवक्ता मृदुल श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में 16 गवाह पेश हुए। चाचा संजय, हुकमेंद्र के साथ क्लास में पढ़ रही छात्रा सौम्या, कृतिका के पिता सुजीत त्रिवेदी, दादी संतोष त्रिवेदी ने कोर्ट में आरोपी के खिलाफ गवाही दी। एफएसएल के कर्मचारी ने भी गवाही दी। इन सब सबूतों को देखते हुए कोर्ट ने मंथन को सजा सुनाई है। ————————– यह खबर भी पढ़िए… प्रेमानंद महाराज ने रात की पद यात्रा बंद की, भीड़ और स्वास्थ्य को वजह बताया; 2 दिन पहले महिलाओं ने किया था विरोध संत प्रेमानंद महाराज अब रात में अपने भक्तों को दर्शन नहीं देंगे। उन्होंने रात 2 बजे की पद यात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी है। मथुरा में स्थित केली कुंज आश्रम ने गुरुवार को बताया- महाराज जी के स्वास्थ और बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। पढ़ें पूरी खबर… झांसी के बहुचर्चित बुंदेलखंड महाविद्यालय (BKD) डबल मर्डर केस में मंथन सिंह सेंगर को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। 4 साल पहले उसने एकतरफा प्यार में BKD के छात्र हुकमेंद्र सिंह गुर्जर (22) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। फिर गोंदू कंपाउंड में छात्रा कृतिका त्रिवेदी की भी हत्या कर दी थी। वारदात के वक्त छात्र-छात्रा और आरोपी एमए के स्टूडेंट थे। एससी-एसटी एक्ट कोर्ट के विशेष न्यायाधीश धीरेंद्र कुमार (तृतीय) ने शुक्रवार को मंथन सिंह को दोषी करार दिया। साथ ही उस पर 5.10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया। इसमें से 2-2 लाख रुपए पीड़ित परिवार वालों को दिए जाएंगे। जुर्माना अदा नहीं करने पर 1 साल की जेल और काटनी होगी। अब सिलसिलेवार पूरा मामला बताते हैं एमए फाइनल में पढ़ते थे तीनों
हुकमेंद्र सिंह गुर्जर मथुरा के जटवारी गांव का रहने वाला था। वह BKD में एमए मनोविज्ञान फाइनल ईयर का छात्र था। वह पुराने हॉस्टल में रहता था। उसी की क्लास में निवाड़ी के मोहल्ला हर्षमऊ का रहने वाला मंथन सिंह सेंगर पढ़ता था। जबकि गोंदू कंपाउंड के चाणक्यपुरम में रहने वाली कृतिका त्रिवेदी एमए फाइनल (इतिहास) में पढ़ती थी। मंथन कृतिका से एकतरफा प्यार करता था। इधर, कृतिका और हुकमेंद्र एनसीसी लिए थे। उनके बीच अच्छी दोस्ती थी और दोनों बातचीत करते थे। ये बात आरोपी मंथन को नापंसद थी। उसने कई बार रोका भी, लेकिन वे नहीं माने। ब्लैकबोर्ड पर दिल बनाकर लिखा फिनिश, 2021 में क्लास में घुसकर गोली मारी साल 2021 की 19 फरवरी की तारीख थी। हुकमेंद्र अपनी क्लास में मेज पर बैठकर पढ़ रहा था। तभी मंथन वहां आया। उसने पिस्टल से हुकमेंद्र के सिर में गोली मार दी, तो वह मेज पर गिर गया। इसके बाद क्लास के ब्लैकबोर्ड पर चॉक से दिल बनाकर फिनिश लिखा दिया। कहा कि अब कृतिका को मारूंगा। इसके बाद मंथन पिस्टल लहराते हुए कृतिका के घर पहुंचा। कृतिका घर के बाहर अपनी 80 साल की दादी से बात कर रही थी। तभी मंथन ने गोली मारकर कृतिका की हत्या कर दी। उसने दादी और पिता को भी गोली मारने की कोशिश की थी। लेकिन, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर लिया। हुकमेंद्र ने इलाज के दौरान दिल्ली में दम तोड़ दिया था, जबकि कृतिका की मौके पर ही मौत हो गई थी। हुकमेंद्र के चाचा संजय ने नवाबाद थाना में केस दर्ज कराया था। ‘दोनों परिवारों को न्याय दिला पाया हूं’
जिला शासकीय अधिवक्ता मृदुल श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में 16 गवाह पेश हुए। चाचा संजय, हुकमेंद्र के साथ क्लास में पढ़ रही छात्रा सौम्या, कृतिका के पिता सुजीत त्रिवेदी, दादी संतोष त्रिवेदी ने कोर्ट में आरोपी के खिलाफ गवाही दी। एफएसएल के कर्मचारी ने भी गवाही दी। इन सब सबूतों को देखते हुए कोर्ट ने मंथन को सजा सुनाई है। ————————– यह खबर भी पढ़िए… प्रेमानंद महाराज ने रात की पद यात्रा बंद की, भीड़ और स्वास्थ्य को वजह बताया; 2 दिन पहले महिलाओं ने किया था विरोध संत प्रेमानंद महाराज अब रात में अपने भक्तों को दर्शन नहीं देंगे। उन्होंने रात 2 बजे की पद यात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी है। मथुरा में स्थित केली कुंज आश्रम ने गुरुवार को बताया- महाराज जी के स्वास्थ और बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
एकतरफा प्यार में डबल मर्डर करने वाले को उम्रकैद:झांसी में छात्र-छात्रा को गोली मारी थी, ब्लैकबोर्ड पर दिल बनाकर लिखा फिनिश
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