हरियाणा के फरीदाबाद की सूरजकुंड में लग रहे 38वें अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला में 7 फरवरी की सांस्कृतिक संध्या में सूफी गायक सतिंदर सरताज ने अपनी प्रस्तुती दी। देर शाम हुई इस सांस्कृतिक संध्या में सूफी सिंगर ने मेले में आए पर्यटकों का मन मोह लिया। सरताज के गीतों पर पूरा पंडाल तालियों के शोर से गूंज उठा। गेट नंबर 4 के पास बनी चौपाल पर हुआ शो सूफी सिंगर सतिंदर सरताज का यह शो गेट नंबर 4 के पास बनी नई चौपाल पर हुआ । जिसको इस बार के मेले में खास तौर से बनाया गया है। क्योंकि मुख्य चौपाल पर जगह कम होने के कारण वहां पर भीड़ के कारण व्यवस्था बिगड़ जाती थी। लेकिन गेट नंबर 4 के पास स्पेस की कोई कमी नही है। इसके बाद मेले में आने वाले सभी बड़े कलाकारों के शो इसी चौपाल पर किए जाएगे। सूफी गीतों ने लोगों को मन मोहा सतिंदर सरताज ने ” हो लावां इश्क़े दे अंबरी उडारियाँ, सानू प्यार दियां चढ़ियाँ खुमारियाँ ” जैसे गीतों पर लोगों का जमकर मनोरंजन किया।सूफी गायक सतिंदर सरताज न सिर्फ सुरों के लिए अपनी खास पहचान रखते हैं, उनके दर्द भरी आवाज में साईं की भक्ति सॉन्ग लोगों को काफी पसंद आया । आपको बता दें कि उन्होंने यह गाना 10 साल पहले गाया था। जिसका क्रैश आज भी लोगों के बीच बना हुआ है। सरताज का यह सदाबहार गीत आज भी यूट्यूब पर जमकर सुना जाता है। सूफियाना आवाज के लोग हुए दीवाने मेले में जैसे ही सतिंदर सरताज ने अपने लाइव शो में गाना शुरू किया, वैसे ही मेले में आए लोगों की भारी भीड़ सिंगर को सुनने के लिए उमड़ पड़ी। मंच पर सरताज ने अपनी सूफियाना आवाज से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। 2 घंटे की प्रस्तुति में सतिंदर सरताज ने एक से बढ़कर एक पंजाबी और हिंदी गीत पेश कर समां बांधा। सरताज की धमाकेदार प्रस्तुति ने खूब धमाल मचाया। हरियाणा के फरीदाबाद की सूरजकुंड में लग रहे 38वें अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला में 7 फरवरी की सांस्कृतिक संध्या में सूफी गायक सतिंदर सरताज ने अपनी प्रस्तुती दी। देर शाम हुई इस सांस्कृतिक संध्या में सूफी सिंगर ने मेले में आए पर्यटकों का मन मोह लिया। सरताज के गीतों पर पूरा पंडाल तालियों के शोर से गूंज उठा। गेट नंबर 4 के पास बनी चौपाल पर हुआ शो सूफी सिंगर सतिंदर सरताज का यह शो गेट नंबर 4 के पास बनी नई चौपाल पर हुआ । जिसको इस बार के मेले में खास तौर से बनाया गया है। क्योंकि मुख्य चौपाल पर जगह कम होने के कारण वहां पर भीड़ के कारण व्यवस्था बिगड़ जाती थी। लेकिन गेट नंबर 4 के पास स्पेस की कोई कमी नही है। इसके बाद मेले में आने वाले सभी बड़े कलाकारों के शो इसी चौपाल पर किए जाएगे। सूफी गीतों ने लोगों को मन मोहा सतिंदर सरताज ने ” हो लावां इश्क़े दे अंबरी उडारियाँ, सानू प्यार दियां चढ़ियाँ खुमारियाँ ” जैसे गीतों पर लोगों का जमकर मनोरंजन किया।सूफी गायक सतिंदर सरताज न सिर्फ सुरों के लिए अपनी खास पहचान रखते हैं, उनके दर्द भरी आवाज में साईं की भक्ति सॉन्ग लोगों को काफी पसंद आया । आपको बता दें कि उन्होंने यह गाना 10 साल पहले गाया था। जिसका क्रैश आज भी लोगों के बीच बना हुआ है। सरताज का यह सदाबहार गीत आज भी यूट्यूब पर जमकर सुना जाता है। सूफियाना आवाज के लोग हुए दीवाने मेले में जैसे ही सतिंदर सरताज ने अपने लाइव शो में गाना शुरू किया, वैसे ही मेले में आए लोगों की भारी भीड़ सिंगर को सुनने के लिए उमड़ पड़ी। मंच पर सरताज ने अपनी सूफियाना आवाज से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। 2 घंटे की प्रस्तुति में सतिंदर सरताज ने एक से बढ़कर एक पंजाबी और हिंदी गीत पेश कर समां बांधा। सरताज की धमाकेदार प्रस्तुति ने खूब धमाल मचाया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
![फरीदाबाद में पहुंचे सूफी गायक सतिंदर सरताज:सूरजकुंड मेले की सांस्कृतिक संध्या में गीतों से लूटी महफिल, सूफी गीतों ने लोगों को मन मोहा](https://images.bhaskarassets.com/thumb/1000x1000/web2images/521/2025/02/08/ezgif-69ac16930849af_1738978557.gif)