रोहतक जिले में भाजपा के मेयर पद के प्रत्याशियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मेयर पद के प्रत्याशियों में पूर्व पार्षद, चेयरमैन, विधायक का चुनाव लड़ चुके प्रत्याशी और एक पूर्व विधायक भी शामिल हैं। कांग्रेस की ओर से अभी तक प्रत्याशियों को लेकर कोई जानकारी नहीं आई है, भाजपा में मेयर पद के लिए अब तक 19 लोगों ने अपनी उम्मीदवारी पेश की है। अब देखना यह है कि भाजपा किसे मेयर का टिकट देती है। टिकट के लिए मनीष ग्रोवर की चलेगी या हाईकमान की? भाजपा कार्यालय में मेयर और पार्षद पद के लिए दावेदारी अभी जारी है। इनमें से कुछ पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के करीबी भी हैं। अगर टिकट को लेकर मनीष ग्रोवर की मर्जी चली तो उन्हें टिकट मिल सकता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या टिकट के लिए मनीष ग्रोवर की मर्जी चलेगी या हाईकमान टिकट तय करेगा। भाजपा ने एडवोकेट वेदपाल को चुनाव प्रभारी नियुक्त किया भाजपा ने प्रदेश उपाध्यक्ष एडवोकेट वेदपाल को रोहतक निकाय चुनाव के लिए चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है। वेदपाल अब रोहतक नगर निगम के साथ-साथ कलानौर नगर परिषद के चुनाव की भी जिम्मेदारी संभालेंगे। अब उन पर दोनों ही चुनावों में भाजपा को जीत दिलाने का दबाव रहेगा। कलानौर के अमरजीत और सरिता कर रहे हैं दावेदारी मेयर पद के लिए पूर्व सीएम मनोहर लाल के ओएसडी रहे रिटायर्ड एचसीएस अमरजीत सोलंकी को प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन भाजपा में शामिल हो चुकी पूर्व विधायक सरिता ने दावेदारी कर चुनौती पेश कर दी है। वहीं, नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन ओमप्रकाश बागड़ी भी दावेदारी कर रहे हैं। पार्षदों के लिए भाजपा में मची होड़ नगर निगम के 22 वार्डों में पार्षद टिकट पाने के लिए भाजपा में होड़ मची हुई है। 22 वार्डों के लिए अब तक 146 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है। वार्ड 21 में सबसे ज्यादा 13 प्रत्याशी हैं, जबकि वार्ड 13, 14 और 22 से एक-एक प्रत्याशी ने ही नामांकन दाखिल किया है। रोहतक जिले में भाजपा के मेयर पद के प्रत्याशियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मेयर पद के प्रत्याशियों में पूर्व पार्षद, चेयरमैन, विधायक का चुनाव लड़ चुके प्रत्याशी और एक पूर्व विधायक भी शामिल हैं। कांग्रेस की ओर से अभी तक प्रत्याशियों को लेकर कोई जानकारी नहीं आई है, भाजपा में मेयर पद के लिए अब तक 19 लोगों ने अपनी उम्मीदवारी पेश की है। अब देखना यह है कि भाजपा किसे मेयर का टिकट देती है। टिकट के लिए मनीष ग्रोवर की चलेगी या हाईकमान की? भाजपा कार्यालय में मेयर और पार्षद पद के लिए दावेदारी अभी जारी है। इनमें से कुछ पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के करीबी भी हैं। अगर टिकट को लेकर मनीष ग्रोवर की मर्जी चली तो उन्हें टिकट मिल सकता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या टिकट के लिए मनीष ग्रोवर की मर्जी चलेगी या हाईकमान टिकट तय करेगा। भाजपा ने एडवोकेट वेदपाल को चुनाव प्रभारी नियुक्त किया भाजपा ने प्रदेश उपाध्यक्ष एडवोकेट वेदपाल को रोहतक निकाय चुनाव के लिए चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है। वेदपाल अब रोहतक नगर निगम के साथ-साथ कलानौर नगर परिषद के चुनाव की भी जिम्मेदारी संभालेंगे। अब उन पर दोनों ही चुनावों में भाजपा को जीत दिलाने का दबाव रहेगा। कलानौर के अमरजीत और सरिता कर रहे हैं दावेदारी मेयर पद के लिए पूर्व सीएम मनोहर लाल के ओएसडी रहे रिटायर्ड एचसीएस अमरजीत सोलंकी को प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन भाजपा में शामिल हो चुकी पूर्व विधायक सरिता ने दावेदारी कर चुनौती पेश कर दी है। वहीं, नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन ओमप्रकाश बागड़ी भी दावेदारी कर रहे हैं। पार्षदों के लिए भाजपा में मची होड़ नगर निगम के 22 वार्डों में पार्षद टिकट पाने के लिए भाजपा में होड़ मची हुई है। 22 वार्डों के लिए अब तक 146 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है। वार्ड 21 में सबसे ज्यादा 13 प्रत्याशी हैं, जबकि वार्ड 13, 14 और 22 से एक-एक प्रत्याशी ने ही नामांकन दाखिल किया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में खिलाड़ियों को नौकरी पर दीपेंद्र से भिड़ीं बबीता:बोलीं- मैं DSP डिजर्व करती थी, सब इंस्पेक्टर बनाया; गीता फोगाट को कोर्ट जाना पड़ा
हरियाणा में खिलाड़ियों को नौकरी पर दीपेंद्र से भिड़ीं बबीता:बोलीं- मैं DSP डिजर्व करती थी, सब इंस्पेक्टर बनाया; गीता फोगाट को कोर्ट जाना पड़ा हरियाणा की दंगल गर्ल व भाजपा नेता बबीता फोगाट खिलाड़ियों को नौकरी देने पर कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा से भिड़ गईं। संसद में दीपेंद्र हुड्डा ने भाजपा सरकार पर खिलाड़ियों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। जिस पर बबीता फोगोट ने भी सोशल मीडिया अकाउंट X (पूर्व ट्विटर ) पर पोस्ट डालकर पलटवार किया। उन्होंने भी कांग्रेस पर खिलाड़ियों से भेदभाव करने का आरोप लगाया। बबीता ने कहा कि पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने नजदीकियों को नौकरियां दी। इस दौरान उन्होंने अपनी और बहन की नौकरी का भी जिक्र किया। बबीता फोगाट की पोस्ट… अब विस्तार से पढ़िए दोनों नेताओं ने क्या कहा… दीपेंद्र हुड्डा बोले- भाजपा ने हुड्डा सरकार की नीति रोकी
22 जुलाई को संसद में सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार में खिलाड़ियों से भेदभाव हो रहा है। कांग्रेस की सरकार में जो खिलाड़ियों को मान-सम्मान मिलता था वह नहीं मिल रहा। खिलाड़ियों को नौकरी नहीं मिल रही। ग्रुप C और D में नौकरी नहीं दी जा रही। कांग्रेस की हुड्डा सरकार की जो ‘पदक लाओ, पद पाओ’ की नीति थी, दुर्भाग्य से पिछले 10 वर्षों में भाजपा सरकार ने इस नीति को रोक दिया। हरियाणा सरकार ने पिछले ओलिंपिक पदक विजेता खिलाड़ियों को अब तक कोई नियुक्ति नहीं दी है। दीपेंद्र ने कहा कि हमारी बेटी साक्षी मलिक को आज तक हरियाणा में नौकरी नहीं मिली है। यहां तक खिलाड़ियों को कैश अवॉर्ड भी नहीं दिया गया है। बबीता ने X पर पोस्ट कर कहा- गुमराह करना बंद करो
दीपेंद्र हुड्डा के इस बयान के बाद बबीता फोगाट ने पलटवार किया। उन्होंने X पर लिखा- दीपेंद्र भाई आपने झूठे तथ्य रखकर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर एवं उन अन्य महान विभूतियों को अपमानित करने का काम किया है, जिन्होंने सदन व संविधान की गरिमा की खातिर अपना जीवन समर्पित किया। इसलिए लोकतंत्र के मंदिर सदन को गुमराह करना बंद कीजिए। आपने फोगाट बहनों के साथ नौकरी देने में न्याय नहीं किया था। मैं DSP की जॉब डिजर्व करती थी पर आपके पिताजी और आपकी कांग्रेस सरकार ने मुझे सब इंस्पेक्टर की नौकरी दी , मेरी बहन गीता फोगाट को न्यायिक व्यवस्था का सहारा लेना पड़ा। तब उसे DSP की नौकरी मिली। वहीं जो लोग आपके नजदीकी थे या जिनके साथ आपका उठना बैठना था उन्हें आपने नौकरी दी, लेकिन अन्य खिलाड़ियों के साथ हमेशा अन्याय हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद से खेल और खिलाड़ियों को वास्तविक में सम्मान मिलना शुरू हुआ है। फोगाट बहनों ने कोर्ट में लड़ी थी नौकरी के लिए लड़ाई
बता दें कि गीता फोगाट को हुड्डा सरकार ने SI की नौकरी दी थी, जबकि गीता फोगाट के दौर के खिलाड़ियों को DSP पद दिया था। इसके बाद गीता फोगाट ने कोर्ट का रुख किया था।
इसी तरह बबीता फोगाट को भी SI की नौकरी मिली थी। दोनों बहनों को भाजपा सरकार में उच्च पद पर नौकरी मिली। गीता फोगाट DSP बनी और बबीता फोगाट को स्पोर्ट्स में डिप्टी डायरेक्टर बनाया गया। इसके बाद 2019 में बबीता ने इस पद से इस्तीफा देकर राजनीति में एंट्री की थी। वहीं गीता फोगाट आज भी DSP के पद पर काबिज हैं। गीता और बबीता फोगाट की अब तक की उपलब्धियां
गीता फोगाट ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 में गोल्ड मेडल जीता। कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप 2009 व 2011 में गोल्ड और 2013 में एक सिल्वर मेडल जीता है। वर्ल्ड चैम्पियनशिप 2012 में एक ब्रॉन्ज व एशियन चैम्पियनशिप 2012 व 2015 में ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। बबीता ने 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में पहला सिल्वर मेडल जीता था। उसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स 2014 में गोल्ड मेडल और 2018 में सिल्वर मेडल जीता। वर्ल्ड चैम्पियनशिप 2012 में ब्रॉन्ज मेडल जीता। एशियन चैम्पियनशिप 2013 में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता और 2016 में रियो ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया। चरखी दादरी में सक्रिय बबीता फोगाट
बबीता फोगाट इन दिनों चरखी दादरी में सक्रिय हैं। वह डोर-टू-डोर कैंपेन कर रही हैं। वह भाजपा से चरखी दादरी से टिकट की दावेदार हैं। 2019 विधानसभा में भी चरखी दादरी से विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। इस दौरान वह तीसरे नंबर पर रही थीं। निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने उनको हराया था। अब फिर से बबीता चरखी दादरी विधानसभा से तैयारी कर रही हैं।
हिसार में यूट्यूबर से 1 साल तक रेप:महिला बोली- मदद के बहाने दोस्ती की, शादी का वादा कर अश्लील वीडियो बनाए, गर्भपात करवाया
हिसार में यूट्यूबर से 1 साल तक रेप:महिला बोली- मदद के बहाने दोस्ती की, शादी का वादा कर अश्लील वीडियो बनाए, गर्भपात करवाया हिसार में एक महिला यूट्यूबर के साथ उसके ही साथी ने शादी का झांसा देकर एक साल तक लगातार रेप किया। जब युवती ने शादी के लिए कहा तो उसने इनकार कर दिया और उसका अश्लील वीडियो बनाकर उस पर दबाव बनाने लगा। इतना ही नहीं युवक ने युवती का हांसी के एक निजी अस्पताल में दो बार गर्भपात भी करवा दिया। युवती ने किसी तरह हिम्मत जुटाकर अर्बन एस्टेट थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मिलगेट निवासी दीपक के खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। युवती के मुताबिक युवक ने परिवार को जान से मारने और अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। जानिए युवती ने पुलिस को दी शिकायत में क्या कहा…
1. मैं फेसबुक पेज चलाती हूं…
युवती ने बताया वह सोशल मीडिया पर कॉमेडी पेज चलाती है। जब उसने यह काम शुरू किया तो उसकी दोस्ती मिलगेट निवासी दीपक से हुई। वह भी इंटरनेट मीडिया पर एक पेज चलाता था। आरोपी उसे काम में मदद करने लगा। इसी दौरान वह मेरे पास आने लगा और उसने मुझे ऐसा बहकाया कि मैं उसकी बातों में आ गई। दीपक ने मुझसे काफी वायदे किए और कहता था कि हम दोनों शादी करेंगे, तेरे साथ बहुत बुरा हुआ है क्योंकि वह मेरे साथ हुई घटना को पहले से जानता था। वह कहता था सब भूल जा। 2. शादी का झांसा देकर संबंध बनाए
युवती ने बताया कि दीपक ने शादी का झांसा देकर कई बार शारीरिक संबंध बनाए। मैं जहां रहती थी वह एक साल तक मेरे कमरे पर आता-जाता रहा। यहां तक मकान मालिक को भी उसने यह बताया हुआ था कि हम दोनों की सगाई हो चुकी है। इतना ही नहीं मेरे दोस्तों को भी यही बताता था कि हम दोनों शादी करेंगे। युवती ने बताया कि आरोपी दीपक उसको 2-3 बार बाहर घुमाने के लिए ले गया था। मैं उसकी इन्हीं सारी बातों में आ गई। दीपक ने एक साजिश के तहत मेरे साथ एक साल तक संबंध बनाए। 3. दो बार हांसी में गर्भपात करवाया
युवती ने बताया कि हमारे इस रिलेशनशिप की बात दीपक के परिवार वालों को भी पता थी। युवती ने बताया कि जब मैं रिलेशनशिप से दो बार गर्भवती हुई तो युवक ने हांसी ले जाकर मनु मेमोरियल अस्पताल में डॉक्टर पूजा यादव से दवाई दिलाई और बच्चे को गिरा दिया। जब मैंने आज से तीन महीने पहले आखिरी बच्चा गिराने से मना कर दिया तो उसने कहा कि हम दोनों घर बात कर लेंगे। मगर वह हर बार यह बोलकर झांसे में लेता रहा कि अभी मेरे घरवाले नहीं मानेंगे। इसी दौरान मुझे पता चला कि उसने मेरी अश्लील वीडियो बनाई है। वह मुझे वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रेप करता रहा। 4. दोस्त के साथ मिलकर गैंग रेप का प्रयास किया
युवती ने बताया कि दीपक एक बार अपने दोस्त को लेकर कमरे पर आ गया और उन्होंने मिलकर मेरा रेप करने की कोशिश की। मेरा फोन छीनने का प्रयास किया। मेरे साथ मारपीट की गई। जब मैं जोर-जोर से चिल्लाने लगी तो आस पड़ोस के लोग आए जिन्होंने मुझे बचाया। इस घटना के 10 दिन पहले आरोपी दीपक ने मुझे अपने ऑफिस में बुलाया और रेप किया। इस दौरान उसने जान से मारने और वीडियो वायरल करने की दोबारा धमकी दी।
करनाल में कांग्रेस प्रत्याशी की डैमेज कंट्रोल की कोशिश:टिकट बंटवारे के बाद नाराज चल रहे नेताओं को मानने का दौर शुरू, लाठर ने कहा मंच पर नहीं जाऊंगा
करनाल में कांग्रेस प्रत्याशी की डैमेज कंट्रोल की कोशिश:टिकट बंटवारे के बाद नाराज चल रहे नेताओं को मानने का दौर शुरू, लाठर ने कहा मंच पर नहीं जाऊंगा हरियाणा में घरौंडा विधानसभा पर बीजेपी और कांग्रेस में आमने-सामने की टक्कर नजर आने वाली है। बीजेपी ने अपने दो बार के सीटिंग एमएलए हरविंद्र कल्याण को मौका दिया है तो कांग्रेस ने लगातार हार का मुंह देखने वाले वीरेंद्र राठौर के हाथ में चौथी बार टिकट सौंपी है। जिसके बाद टिकट के चाहवानों के सुर भी बदले-बदले से दिखाई दिए। बगावत की सुगबुगाहट ने कांग्रेस प्रत्याशी की नींद उड़ा दी। भूप्पी लाठर भी चुनाव के मैदान में कूदना चाहते थे और सतीश राणा कैरवाली भी। टिकट कटने का दर्द था, इसलिए बयानबाजी भी सामने आई। सतीश राणा ने एक बार तो आजाद की हुंकार भरी, लेकिन अगले दिन यह हुंकार अगले दिन नजर नहीं आई। आजाद चुनव लड़ने पर किया था मंथन सुरजेवाला-सैलजा गुट से प्रबल दावेदार भूपेंद्र लाठर ने मैदान में खुद को या फिर पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान को विधानसभा चुनाव में आजाद उतारने के लिए पंचायत में मंथन किया। समर्थक चाहते थे लाठर या फिर सांगवान कोई एक आजाद उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे। लेकिन 10 सदस्यीय कमेटी ने मंथन किया और आजाद चुनाव लड़ने के फैसले को नकार दिया। जिसके बाद भूपेंद्र सिंह लाठर ने एक बयान दिया। जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि वे कांग्रेस संगठन के लिए काम करेंगे और वोट मांगने का काम करेंगे, लेकिन राठौर के साथ मंच साझा करने से बचेंगे। ओबीसी के कोऑर्डिनेटर ने भी बदले सुर हरियाणा कांग्रेस में ओबीसी सेल के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सतपाल कश्यप कोहंड के भी सुर कुछ बदले बदले से है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कांग्रेस प्रत्याशी का नाम तक लेने में परहेज किया। इतना ही कहा कि सतपाल कश्यप हुड्डा साहब के साथ है, कांग्रेस के साथ है और जो भी उम्मीदवार भेजा है हम उसके साथ खड़े है और उसको जीताने का काम करेंगे। नाराज नेताओं को मनाने में जुटे सूत्रों की माने तो कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र राठौर टिकट कटने से नाराज नेताओं को मनाने में जुटे है। किसी से मुलाकात की जा रही है तो किसी से फोन पर संपर्क साधा जा रहा है। चुनाव में किसी तरह की बगावत उनके खिलाफ न हो, इसलिए मंच पर भी उन नेताओं को पूरा सम्मान दिया जा रहा है। टिकट के दावेदार कांग्रेस नेता रघबीर संधू, अनिल राणा, सतीश राणा व अन्य के साथ भी राठौर की तस्वीरे सामने आई। जिसमें वे गले मिलते हुए नजर आ रहे है। आजाद प्रत्याशी के तौर पर हुंकार भरने वाले सतीश राणा भी कार्यकर्ता सम्मेलन के मंच पर दिखे। निर्मल स्टौंडी, नैनपाल राणा, राजेंद्र बेगमपुर, शेखर राणा व अन्य टिकट के चाहवान दिखे। राठोर रूठे हुओ को अपने साथ लाने में कामयाब हो गए, जो आजाद आना चाहते थे वे भी कांग्रेस का साथ और वोट मांगने के लिए तैयार हो गए। क्या देंगे राठौर का साथ ऐसे में देखने वाली बात यह है कि कांग्रेस के नेता कांग्रेस के प्रत्याशी का कितना साथ देते है? या फिर सिर्फ वे खड़े ही है? जिस तरह से लोकसभा चुनावों में दिव्यांशु बुद्धिराजा का साथ दिया गया था, कहीं ऐसा साथ तो कांग्रेस के नेता नहीं देना चाहते। कांग्रेस ने एकजुटता का परिचय नहीं दिया तो कांग्रेस के लिए घरौंडा सीट जीतने का सपना महज सपना बनकर ही रह जाएगा।