हरियाणा के पानीपत शहर का एक युवक साइबर ठगी का शिकार हो गया। फेसबुक पर ऑनलाइन विज्ञापन देखकर युवक ने शेयर बाजार में निवेश करना शुरू कर दिया। ठगी करने वालों ने उसे ज्यादा मुनाफे का लालच देकर अलग-अलग खातों में 12 लाख 70 हजार रुपये उड़ा लिए। जब वह पैसे निकालने लगा तो उससे 5 लाख रुपये और मांगे गए। जिसके बाद उसे ठगी का पता चला। उसने मामले की शिकायत पुलिस से की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। एक लाख से शुरू हुई ठगी साइबर थाने में दी शिकायत में पुनीत कपूर ने बताया कि वह ओल्ड जगन्नाथ विहार का रहने वाला है। 6 मार्च को उसने फेसबुक पर ऑनलाइन शेयर मार्केट में पैसा लगाकर ज्यादा मुनाफा कमाने का विज्ञापन देखा। जब उसने विज्ञापन चेक किया तो वह एक व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ा हुआ था। जिसमें कई लोग मुनाफा कमाने के मैसेज भेज रहे थे। जब उसने एक नंबर पर पर्सनल चैट की तो एक अज्ञात व्यक्ति ने उसे पैसे निवेश करने का लालच दिया और पहले दिन एक लाख रुपये निवेश करवाए। दूसरे दिन उसने 2 लाख रुपये निवेश करवाए। तीसरे दिन उसने फिर 2 लाख रुपये निवेश करवाए। इसके बाद जालसाजों ने उससे क्रमश: 3.71 लाख, 1.29 लाख, 2.70 लाख रुपये निवेश करवाए। कुछ दिन बाद जब उसने अपने पैसे निकालने की कोशिश की तो अज्ञात व्यक्ति ने उससे 5 लाख रुपये और जमा करवाने को कहा। जिसके बाद उसे शक हुआ कि उसके साथ साइबर ठगी हो रही है। जालसाजों ने उनसे कुल 12.70 लाख रुपये ठग लिए। हरियाणा के पानीपत शहर का एक युवक साइबर ठगी का शिकार हो गया। फेसबुक पर ऑनलाइन विज्ञापन देखकर युवक ने शेयर बाजार में निवेश करना शुरू कर दिया। ठगी करने वालों ने उसे ज्यादा मुनाफे का लालच देकर अलग-अलग खातों में 12 लाख 70 हजार रुपये उड़ा लिए। जब वह पैसे निकालने लगा तो उससे 5 लाख रुपये और मांगे गए। जिसके बाद उसे ठगी का पता चला। उसने मामले की शिकायत पुलिस से की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। एक लाख से शुरू हुई ठगी साइबर थाने में दी शिकायत में पुनीत कपूर ने बताया कि वह ओल्ड जगन्नाथ विहार का रहने वाला है। 6 मार्च को उसने फेसबुक पर ऑनलाइन शेयर मार्केट में पैसा लगाकर ज्यादा मुनाफा कमाने का विज्ञापन देखा। जब उसने विज्ञापन चेक किया तो वह एक व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ा हुआ था। जिसमें कई लोग मुनाफा कमाने के मैसेज भेज रहे थे। जब उसने एक नंबर पर पर्सनल चैट की तो एक अज्ञात व्यक्ति ने उसे पैसे निवेश करने का लालच दिया और पहले दिन एक लाख रुपये निवेश करवाए। दूसरे दिन उसने 2 लाख रुपये निवेश करवाए। तीसरे दिन उसने फिर 2 लाख रुपये निवेश करवाए। इसके बाद जालसाजों ने उससे क्रमश: 3.71 लाख, 1.29 लाख, 2.70 लाख रुपये निवेश करवाए। कुछ दिन बाद जब उसने अपने पैसे निकालने की कोशिश की तो अज्ञात व्यक्ति ने उससे 5 लाख रुपये और जमा करवाने को कहा। जिसके बाद उसे शक हुआ कि उसके साथ साइबर ठगी हो रही है। जालसाजों ने उनसे कुल 12.70 लाख रुपये ठग लिए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में बसपा-ASP ने बिगाड़ा गणित:दलित वोट बंटे तो BJP से ज्यादा कांग्रेस को नुकसान, इनेलो और जजपा से गठबंधन किया
हरियाणा में बसपा-ASP ने बिगाड़ा गणित:दलित वोट बंटे तो BJP से ज्यादा कांग्रेस को नुकसान, इनेलो और जजपा से गठबंधन किया हरियाणा के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (BSP) और आजाद समाज पार्टी (ASP) ने गणित बिगाड़ दिया है। बसपा ने इनेलो तो ASP ने जेजेपी से हाथ मिलाया है। ऐसे में दलित वोटर किस ओर जाएंगे, इसको लेकर चर्चा तेज हो गई है। हरियाणा में करीब 21 प्रतिशत दलित वोटर हैं, जो चुनाव में अहम भूमिका निभाते हैं। इस बार दलित बोट के बंटने के पूरे चांस हैं। ऐसे में दलित वोट बंटने से BJP से ज्यादा कांग्रेस को नुकसान हो सकता है। क्योंकि इस बार लोकसभा चुनाव में दलित वोट कांग्रेस को गए थे। कांग्रेस 5 सीटें जीतने में कामयाब रही। इस बार के विधानसभा चुनाव में दलित वोट बैंक काफी महत्वपूर्ण हो गया है। खासकर ऐसे समय में जब कांग्रेस संविधान और आरक्षण को बीजेपी से खतरा बता रही है। ये दोनों ही मुद्दे दलितों के काफी करीब माने जाते हैं। अब इसी वोट बैंक पर इनेलो और जजपा की नजर है। इसी वजह से दोनों पार्टियों ने दलितों की पार्टी मानी जाने वाली बसपा और ASP से हाथ मिलाया है। इस समझौते के तहत जेजेपी 90 में से 70 और ASP 20 सीटों पर पर चुनाव लड़ेगी। वहीं इनेलो और बसपा के समझौते में इनेलो 90 में से 53 और 37 सीटों पर बसपा अपने उम्मीदवार उतारेगी। 2019 में ऐसा रहा था इनेलो और बसपा का प्रदर्शन
पिछले विधानसभा चुनाव में इनेलो ने प्रदेश की 90 में से 81 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह केवल एक सीट ऐलनाबाद ही जीत पाई थी। उसकी 81 में से 78 सीटों पर जमानत जब्त हो गई थी। उस चुनाव में इनेलो को 2.44 फीसदी वोट मिले थे। वहीं बसपा ने 87 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन कोई सीट नहीं जीत पाई थी। 87 में से 82 सीटों पर उसकी जमानत जब्त हो गई थी। बसपा ने इस चुनाव में 4.14 फीसदी वोट हासिल किए थे। जेजेपी ने जीती थी 10 सीटें
वहीं जेजेपी ने 87 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। 10 सीटों पर जीत हासिल की थी। जेजेपी को 14.84 फीसदी वोट मिले थे। इस चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। ऐसे में भाजपा ने जेजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ये गठबंधन टूट गया। दोनों पार्टियों में सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं बनी थी। इसके बाद दोनों पार्टियों ने अकेले-अकेले चुनाव लड़ा। जिसमें दोनों पार्टियों को नुकसान हुआ। भाजपा 5 सीटें ही जीत पाई, वहीं जेजेपी एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर सकी। यही नहीं पार्टी किसी भी विधानसभा सीट पर जीत तक दर्ज नहीं कर पाई थी। लोकसभा चुनाव में बसपा और जेजेपी का प्रदर्शन
जननायक जनता पार्टी को 2019 के लोकसभा चुनाव में 4.9 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि बसपा को 3.65 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं इनेलो के खाते में केवल 1.9 प्रतिशत वोट गए थे। बीजेपी ने सबसे ज्यादा 58.21 प्रतिशत वोट हासिल किए थे जबकि कांग्रेस को 28.51 प्रतिशत वोट मिले थे। ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा में इनेलो-बसपा उम्मीदवारों की घोषणा:पहली लिस्ट में 4 कैंडिडेट; 2 दिन पहले JJP छोड़कर आए नेता को टिकट हरियाणा में इनेलो-बसपा गठबंधन ने मंगलवार को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट की घोषणा कर दी। इस लिस्ट में 4 उम्मीदवार घोषित किए गए हैं। इसमें यमुनानगर जिला की जगाधरी सीट से दर्शन लाल खेड़ा, करनाल जिला की असंध सीट से गोपाल सिंह राणा, अंबाला जिला की नारायणगढ़ सीट से हरबिलास सिंह और महेंद्रगढ़ जिला की अटेली सीट से ठाकुर अत्तर लाल को मैदान में उतारा है। (पूरी खबर पढ़ें)
विद्यार्थियों को फाइनेंशियल प्लानिंग और मनी सेविंग बारे किया जागरूक
विद्यार्थियों को फाइनेंशियल प्लानिंग और मनी सेविंग बारे किया जागरूक भास्कर न्यूज | फतेहाबाद विद्यार्थियों को भविष्य में वित्तीय प्रबंधन बारे जागरूक करने के उद्देश्य से मनोहर मैमोरियल पीजी कॉलेज में कैरियर गाइडेंस एवं प्लेसमेंट सैल और फिजिक्स डिपार्टमेंट द्वारा फाइनेंस अवेयरनैस प्रोग्राम का आयोजन किया गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के सहयोग से आयोजित एक दिवसीय वित्तीय जागरूकता कार्यक्रम में कॉलेज के बीकॉम और एमकॉम के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर सेबी से फाइनेंस एजुकेशन ट्रेनर अरूण कुमार ने भाग लिया वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज प्राचार्य डॉ. गुरचरण दास ने की। कार्यक्रम का संचालन कर रहे प्लेसमैंट सैल के इंचार्ज डॉ. रोबिन आनंद ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया और प्रोग्राम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता अरूण कुमार ने भविष्य में फाइनेंशियल प्लानिंग कैसे करें, आज के समय में सेविंग करना क्यों जरूरी है, के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने निवेश के विभिन्न पहलुओं को कवर करते हुए एक व्यावहारिक प्रस्तुति दी, जिसमें शेयर बाजार और ट्रेडिंग की मूल बातें, निवेश के प्रमुख सिद्धांत, निवेशकों की सुरक्षा में सेबी और एनएसई की भूमिका आदि के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने छात्रों की कई जिज्ञासाओं और चिंताओं का समाधान किया। प्राचार्य डॉ. गुरचरण दास ने कहा कि युवा वयस्कों के बीच वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने और उन्हें भविष्य में ठोस वित्तीय निर्णय लेने के लिए तैयार करने में ऐसी पहल महत्वपूर्ण हैं। कार्यक्रम में फिजिक्स विभाग से प्रो. तान्या, प्रो. देवेन्द्र गेरा, साहिल, शिल्पा, आदिति, विनोद कुमार मौजूद रहे। एमएम कॉलेज में आयोजित फाइनेंस अवेयरनैस प्रोग्राम को संबोधित करते मुख्य वक्ता व उपस्थित विद्यार्थी।
विधानसभा सत्र से पहले चुने जाएंगे स्पीकर-डिप्टी स्पीकर:24 अक्टूबर को CM आवास में BJP विधायक दल की मीटिंग, अगले दिन विधानसभा का सत्र
विधानसभा सत्र से पहले चुने जाएंगे स्पीकर-डिप्टी स्पीकर:24 अक्टूबर को CM आवास में BJP विधायक दल की मीटिंग, अगले दिन विधानसभा का सत्र हरियाणा में नई सरकार के गठन के बाद विधानसभा सत्र बुलाने की कवायद तेज हो गई है। विधानसभा सत्र की डेट 25 तारीख फाइनल हो गई है, मगर खास बात यह है कि इस सत्र से पहले ही भाजपा स्पीकर व डिप्टी स्पीकर के पद पर चयन कर लेगी। इसे लेकर सीएम आवास चंडीगढ़ में एक दिन पहले विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ोली से लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी दो दिन से दिल्ली में व्यस्त रहे। केंद्र से नामों का ईशारा मिलने के बाद अब मुख्यमंत्री विधायक दल की बैठक में दोनों नामों पर चर्चा करेंगे। स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के नामों का ऐलान 25 अक्टूबर को विधानसभा सत्र के दौरान किया जा सकता है। चयन के दौरान एक विधायक नाम प्रस्तावित करेगा और बाकि विधायक उस नाम को अनुमोदित करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री चयनित स्पीकर को विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाएंगे। इसी दौरान ही डिप्टी स्पीकर के नाम का भी ऐलान किया जाएगा। हरविंद्र कल्याण और कृष्ण मिड्ढा का नाम सबसे आगे
भाजपा की तरफ करनाल और जींद जिले से स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद के लिए नाम फाइनल किए जा सकते हैं। अभी तक दोनों जिलों में किसी विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया है। दोनों जिलों में जुलाना विधानसभा को छोड़ दिया जाए तो सभी सीटों पर भाजपा के विधायक हैं, मगर मंत्रीमंडल में किसी को जगह नहीं मिल पाई है। ऐसे में करनाल की घरौंडा सीट से तीसरी बार जीतकर आए हरविंद्र कल्याण को स्पीकर और जींद सीट से जीते पंजाबी चेहरे कृष्ण मिड्ढा को डिप्टी स्पीकर बनाया जा सकता है। इसी तरह मूलचंद शर्मा और रामकुमार गौतम सहित अन्य नामों पर भी चर्चा की जा रही है। बेरी विधायक कादियान दिलाएंगे शपथ
हरियाणा में 25 अक्टूबर से विधानसभा सत्र की शुरुआत होगी। सदन की कार्यवाही 2 दिन चलेगी। विधानसभा में सबसे सीनियर विधायक डॉ. रघुवीर कादियान को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है। रघुवीर कादियान विधानसभा के स्पीकर रह चुके हैं। 25 अक्टूबर को सुबह 10 बजे राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय उन्हें प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाएंगे। इसके बाद कादियान सभी नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे। इसके अलावा, स्पीकर और डिप्टी स्पीकर भी चुने जाएंगे। भाजपा की ओर से चीफ व्हिप के लिए भिवानी से विधायक घनश्याम सर्राफ के नाम की चर्चा है। सरकार इसके बाद 8 नवंबर को भी विधानसभा सत्र बुला सकती है। राज्यपाल के अभिभाषण पर भी होगी चर्चा
विधानसभा सत्र के दौरान राज्यपाल का अभिभाषण होगा। इसके बाद सदन की कार्यवाही को आगे बढ़ाते हुए राज्यपाल के अभिभाषण पर भी चर्चा होगी। 2019 में सरकार का पहला विधानसभा सत्र 3 दिन तक चला था। अब भी इसके 2 से 3 दिन क चलने के आसार हैं। 2014- 2019 में भी कादियान ने ही दिलाई थी शपथ
यह पहली बार नहीं है जब रघुवीर कादियान प्रोटेम स्पीकर बनकर विधायकों को शपथ दिलाएंगे। इससे पहले 2014 और 2014 में भी विधानसभा में उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था। दोनों टाइम उन्होंने नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई थी। कादियान साल 1987 में बेरी से पहली बार लोकदल के टिकट पर विधायक बने थे। इसके बाद साल 2000 से लेकर अब तक हुए 6 विधानसभा चुनाव में वह कांग्रेस के टिकट पर विधायक बनते आ रहे हैं। वह 2006 से लेकर 2009 तक विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। स्पीकर के लिए हरविंद्र का नाम फ्रंट पर क्यों?
हरविंद्र घरौंडा सीट से लगातार तीसरी बार जीतकर विधायक बने हैं। ये रोड समाज से आते हैं। रोड समाज को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई। हरविंद्र की गिनती पूर्व CM और अब केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के करीबियों में होती है। भाजपा को करनाल जिले की सभी 5 सीटों पर जीत मिली है। पानीपत में भी पार्टी ने 4 सीटें जीतीं। पानीपत से 2 मंत्री बनाए गए हैं, मगर 5 सीटों वाले करनाल जिले से किसी को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है। डिप्टी स्पीकर पद के लिए इसलिए मिड्ढा का नाम आगे
जींद विधानसभा सीट से कृष्ण लाल मिड्ढा ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की है। भाजपा ने अभी सिर्फ एक पंजाबी चेहरे अनिल विज को मंत्रिमंडल में शामिल किया है। पिछले मंत्रिमंडल में 2 पंजाबी चेहरे थे। जींद और हिसार में 2 पंजाबी चेहरे चुनाव जीते। जिसमें कृष्ण मिड्ढा और विनोद भयाना शामिल हैं। दोनों ही मनोहर लाल के नजदीकी माने जाते हैं। हिसार से रणबीर गंगवा कैबिनेट में शामिल किए गए हैं, इसलिए कृष्ण मिड्ढा का नाम डिप्टी स्पीकर पद के लिए आगे है।