8 महीने बाद मानव तस्करों के चंगुल से छूटी छात्रा:मैनपुरी में बोली- दो बार बेचा गया, गैंगरेप हुआ; इंस्टाग्राम पर फोटो देख पुलिस ने बचाया

8 महीने बाद मानव तस्करों के चंगुल से छूटी छात्रा:मैनपुरी में बोली- दो बार बेचा गया, गैंगरेप हुआ; इंस्टाग्राम पर फोटो देख पुलिस ने बचाया

‘तारीख- 17 मई 2024। कोचिंग जाते समय पड़ोसी गांव के युवक नीरज ने मेरा अपहरण कर लिया। मुझे अपनी गाड़ी में डालकर इटावा ले गया। जहां उसने बेहोशी की दवा खिलाकर मेरे साथ कई बार दुष्कर्म किया। फिर वह मुझे आगरा ले गया और वहां रवि और बॉबी नाम के युवकों को बेच दिया। रवि और बॉबी राजस्थान के अजमेर लेकर पहुंचे। यहां उन्होंने आशा जैन नाम की एक महिला को मुझे बेच दिया। उसने मुझे साढ़े तीन लाख रुपए में खरीदा था। मेरी जबरन शादी करा दी। 8 महीने तक मैं इन लोगों के चंगुल में रही। मेरे पिता ने इन सब चीजों से परेशान होकर गुस्से में मां की हत्या कर दी। मैं घर तो आ गई हूं, पर सब खत्म हो चुका है।’ यह कहानी है मैनपुरी की रहने वाली उस 11वीं की छात्रा की, जिसे एक नहीं बल्कि दो-दो बार बेचा गया। उसके साथ 4 लोगों ने रेप किया। जबरन शादी की गई। पति ने शादी की फोटो इंस्टाग्राम पर डाल दी। यह फोटो वायरल हो गई। परिजनों तक पहुंची। शिकायत के बाद पुलिस सक्रिय हुई। पुलिस ने बुधवार को मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लड़की को बरामद कर लिया। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। दैनिक भास्कर की टीम पीड़िता के घर पहुंची। पीड़िता और उसके परिजनों से बात की। पीड़िता की जुबानी पढ़िए पूरी कहानी… पहले जानते हैं पूरा मामला… 8 महीने पहले हुआ था अपहरण थाना कुर्रा क्षेत्र की 11वीं की छात्रा 18 मई, 2024 को कोचिंग जाने के लिए घर से निकली थी। इसी दौरान उसका अपहरण हो गया। परिजनों ने 23 मई को थाने में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने राजस्थान से छात्रा को बरामद कर लिया। पुलिस ने एक आरोपी विष्णु माली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कोर्ट में दर्ज कराए गए बयान में पीड़िता ने बताया, उसके साथ कई लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने मामले में मानव तस्करी की धाराएं भी जोड़ी हैं। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस विष्णु से जेल में पूछताछ करेगी। जरूरत पड़ने पर उसे पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर राजस्थान भी ले जाएगी। अब पढ़िए किडनैपिंग, मानव तस्करी और रेप की पूरी कहानी पीड़िता की जुबानी… पिता दिल्ली में नौकरी करते थे, मैं गांव में थी पीड़िता ने बताया वह तहसील करहल स्थित एक इंटर कॉलेज में 11वीं में पढ़ाई कर रही थी। उसके पिता परिवार के भरण-पोषण के लिए दिल्ली में नौकरी कर रहे थे। परिवार में उसकी मां, एक छोटा भाई और तीन बहनें हैं। बड़ी बहन की शादी हो चुकी थी, जबकि वह, उसकी छोटी बहन और भाई अपनी मां के साथ गांव में रहते हैं। 3 लाख 50 हजार में खरीदकर की शादी पीड़िता के अनुसार, अजमेर में आशा जैन नाम की महिला ने अपने घर पर ही वकीलों को बुलाकर उसकी शादी विष्णु माली नामक युवक से करवा दी। वह राजस्थान के सुनाहार मोहल्ला, राजगढ़, अजमेर का निवासी है। शादी के बाद जब वह अपने ससुराल में रहने लगी, तब उसे बताया गया कि उसके ससुराल वालों ने आशा जैन को 3.5 लाख रुपए देकर उसे खरीदा था। विष्णु माली की शादी नहीं हो रही थी, इसलिए उसने इस सौदे के तहत पीड़िता से विवाह किया। विष्णु माली खुशी से फूला नहीं समा रहा था, इसलिए उसने अपनी शादी की तस्वीरें इंस्टाग्राम पर डाल दीं। सोशल मीडिया से मिली लोकेशन, पुलिस हुई सक्रिय फोटो वायरल होते ही ग्रामीणों और परिजनों को नाबालिग की सही जानकारी मिल गई। गांव का ही एक युवक सचिन भी इस अपहरण की साजिश में शामिल था। उसने ही इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर बताया कि उसकी मां की मौत हो चुकी है। यदि सचिन चाहता तो वह पीड़िता के परिजनों को सूचित कर सकता था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। पीड़िता ने सचिन को भी मानव तस्करी के इस गिरोह का हिस्सा बताया और मांग की कि इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश हो, ताकि कोई और लड़की इसका शिकार न हो। नातिन के अपहरण के बाद पिता ने की पत्नी की हत्या पीड़िता के 70 वर्षीय दादा ने बताया कि नातिन के अपहरण के बाद उनके बेटे और बहू के बीच झगड़े शुरू हो गए। पीड़िता की मां थाने के चक्कर लगा रही थी, लेकिन पुलिस उसे केवल आश्वासन देती रही। इस बीच, बेटी की गुमशुदगी से परेशान पिता का मूड खराब रहने लगा और एक दिन उसने अपनी पत्नी के सिर पर पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी। इस हत्या के आरोप में वह फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। पुलिस ने पीड़ित परिवार से ही वसूला खर्चा अब परिवार में मेरे अलावा दो छोटे बच्चों की देखरेख करने वाला कोई नहीं बचा। जब मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की गई, तब जाकर पुलिस सक्रिय हुई। पुलिस को जब इंस्टाग्राम से पता चला कि पीड़िता राजस्थान में है, तब पुलिसकर्मी परिजनों के घर चक्कर लगाने लगे। जब पुलिस ने पीड़िता की लोकेशन ट्रेस की, तो पुलिस ने मुझसे कहा कि लड़की को लाने के लिए गाड़ी का इंतजाम करो। मजबूर होकर किसी तरह गाड़ी का इंतजाम किया और लड़की को अजमेर से लाने के लिए करीब 25,000 रुपए खर्च कर दिए। इसके बाद ही लड़की को बरामद किया जा सका। पुलिस की लापरवाही से उजड़ा परिवार दादा का आरोप है कि 18 मई 2024 को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज तो कर ली गई थी, लेकिन पुलिस ने उसे खोजने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। महीनों तक परिवार दर-दर भटकता रहा, लेकिन पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया। पुलिस अगर तत्परता दिखाती तो लड़की जल्द मिल सकती थी और परिवार भी सुरक्षित रहता। लेकिन, पुलिस की लापरवाही के कारण यह परिवार बिखर गया। परिवार के मुखिया की पत्नी की हत्या हो गई और वह खुद जेल चला गया। अब तीन छोटे बच्चों की जिम्मेदारी 70 वर्षीय दादा पर आ गई है। ———————— ये खबर भी पढ़ें- मेरठ में रिटायर्ड दरोगा के पास 16 करोड़ की संपत्ति, 30 प्लॉट, स्कूल भी; कमाई से 3 गुना ज्यादा खर्च मेरठ के जाग्रति बिहार में बुधवार को विजिलेंस टीम ने यूपी पुलिस के रिटायर्ड दरोगा महेंद्र सिंह सैनी के 2 मकानों और स्कूल में छापेमारी की। 22 अफसरों की टीम ने 7 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया। जांच में पता चला कि दरोगा ने अपनी इनकम से 147% अधिक रुपया खर्च किया। दरोगा के पास 16 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति का पता चला है। टीम ने 10 बैंक खातों के कागजात, 30 भूमि बैनामे, स्कूल के डॉक्यूमेंट्स कब्जे में लिए। पढ़ें पूरी खबर… ‘तारीख- 17 मई 2024। कोचिंग जाते समय पड़ोसी गांव के युवक नीरज ने मेरा अपहरण कर लिया। मुझे अपनी गाड़ी में डालकर इटावा ले गया। जहां उसने बेहोशी की दवा खिलाकर मेरे साथ कई बार दुष्कर्म किया। फिर वह मुझे आगरा ले गया और वहां रवि और बॉबी नाम के युवकों को बेच दिया। रवि और बॉबी राजस्थान के अजमेर लेकर पहुंचे। यहां उन्होंने आशा जैन नाम की एक महिला को मुझे बेच दिया। उसने मुझे साढ़े तीन लाख रुपए में खरीदा था। मेरी जबरन शादी करा दी। 8 महीने तक मैं इन लोगों के चंगुल में रही। मेरे पिता ने इन सब चीजों से परेशान होकर गुस्से में मां की हत्या कर दी। मैं घर तो आ गई हूं, पर सब खत्म हो चुका है।’ यह कहानी है मैनपुरी की रहने वाली उस 11वीं की छात्रा की, जिसे एक नहीं बल्कि दो-दो बार बेचा गया। उसके साथ 4 लोगों ने रेप किया। जबरन शादी की गई। पति ने शादी की फोटो इंस्टाग्राम पर डाल दी। यह फोटो वायरल हो गई। परिजनों तक पहुंची। शिकायत के बाद पुलिस सक्रिय हुई। पुलिस ने बुधवार को मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लड़की को बरामद कर लिया। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। दैनिक भास्कर की टीम पीड़िता के घर पहुंची। पीड़िता और उसके परिजनों से बात की। पीड़िता की जुबानी पढ़िए पूरी कहानी… पहले जानते हैं पूरा मामला… 8 महीने पहले हुआ था अपहरण थाना कुर्रा क्षेत्र की 11वीं की छात्रा 18 मई, 2024 को कोचिंग जाने के लिए घर से निकली थी। इसी दौरान उसका अपहरण हो गया। परिजनों ने 23 मई को थाने में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने राजस्थान से छात्रा को बरामद कर लिया। पुलिस ने एक आरोपी विष्णु माली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कोर्ट में दर्ज कराए गए बयान में पीड़िता ने बताया, उसके साथ कई लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने मामले में मानव तस्करी की धाराएं भी जोड़ी हैं। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस विष्णु से जेल में पूछताछ करेगी। जरूरत पड़ने पर उसे पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर राजस्थान भी ले जाएगी। अब पढ़िए किडनैपिंग, मानव तस्करी और रेप की पूरी कहानी पीड़िता की जुबानी… पिता दिल्ली में नौकरी करते थे, मैं गांव में थी पीड़िता ने बताया वह तहसील करहल स्थित एक इंटर कॉलेज में 11वीं में पढ़ाई कर रही थी। उसके पिता परिवार के भरण-पोषण के लिए दिल्ली में नौकरी कर रहे थे। परिवार में उसकी मां, एक छोटा भाई और तीन बहनें हैं। बड़ी बहन की शादी हो चुकी थी, जबकि वह, उसकी छोटी बहन और भाई अपनी मां के साथ गांव में रहते हैं। 3 लाख 50 हजार में खरीदकर की शादी पीड़िता के अनुसार, अजमेर में आशा जैन नाम की महिला ने अपने घर पर ही वकीलों को बुलाकर उसकी शादी विष्णु माली नामक युवक से करवा दी। वह राजस्थान के सुनाहार मोहल्ला, राजगढ़, अजमेर का निवासी है। शादी के बाद जब वह अपने ससुराल में रहने लगी, तब उसे बताया गया कि उसके ससुराल वालों ने आशा जैन को 3.5 लाख रुपए देकर उसे खरीदा था। विष्णु माली की शादी नहीं हो रही थी, इसलिए उसने इस सौदे के तहत पीड़िता से विवाह किया। विष्णु माली खुशी से फूला नहीं समा रहा था, इसलिए उसने अपनी शादी की तस्वीरें इंस्टाग्राम पर डाल दीं। सोशल मीडिया से मिली लोकेशन, पुलिस हुई सक्रिय फोटो वायरल होते ही ग्रामीणों और परिजनों को नाबालिग की सही जानकारी मिल गई। गांव का ही एक युवक सचिन भी इस अपहरण की साजिश में शामिल था। उसने ही इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर बताया कि उसकी मां की मौत हो चुकी है। यदि सचिन चाहता तो वह पीड़िता के परिजनों को सूचित कर सकता था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। पीड़िता ने सचिन को भी मानव तस्करी के इस गिरोह का हिस्सा बताया और मांग की कि इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश हो, ताकि कोई और लड़की इसका शिकार न हो। नातिन के अपहरण के बाद पिता ने की पत्नी की हत्या पीड़िता के 70 वर्षीय दादा ने बताया कि नातिन के अपहरण के बाद उनके बेटे और बहू के बीच झगड़े शुरू हो गए। पीड़िता की मां थाने के चक्कर लगा रही थी, लेकिन पुलिस उसे केवल आश्वासन देती रही। इस बीच, बेटी की गुमशुदगी से परेशान पिता का मूड खराब रहने लगा और एक दिन उसने अपनी पत्नी के सिर पर पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी। इस हत्या के आरोप में वह फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। पुलिस ने पीड़ित परिवार से ही वसूला खर्चा अब परिवार में मेरे अलावा दो छोटे बच्चों की देखरेख करने वाला कोई नहीं बचा। जब मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की गई, तब जाकर पुलिस सक्रिय हुई। पुलिस को जब इंस्टाग्राम से पता चला कि पीड़िता राजस्थान में है, तब पुलिसकर्मी परिजनों के घर चक्कर लगाने लगे। जब पुलिस ने पीड़िता की लोकेशन ट्रेस की, तो पुलिस ने मुझसे कहा कि लड़की को लाने के लिए गाड़ी का इंतजाम करो। मजबूर होकर किसी तरह गाड़ी का इंतजाम किया और लड़की को अजमेर से लाने के लिए करीब 25,000 रुपए खर्च कर दिए। इसके बाद ही लड़की को बरामद किया जा सका। पुलिस की लापरवाही से उजड़ा परिवार दादा का आरोप है कि 18 मई 2024 को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज तो कर ली गई थी, लेकिन पुलिस ने उसे खोजने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। महीनों तक परिवार दर-दर भटकता रहा, लेकिन पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया। पुलिस अगर तत्परता दिखाती तो लड़की जल्द मिल सकती थी और परिवार भी सुरक्षित रहता। लेकिन, पुलिस की लापरवाही के कारण यह परिवार बिखर गया। परिवार के मुखिया की पत्नी की हत्या हो गई और वह खुद जेल चला गया। अब तीन छोटे बच्चों की जिम्मेदारी 70 वर्षीय दादा पर आ गई है। ———————— ये खबर भी पढ़ें- मेरठ में रिटायर्ड दरोगा के पास 16 करोड़ की संपत्ति, 30 प्लॉट, स्कूल भी; कमाई से 3 गुना ज्यादा खर्च मेरठ के जाग्रति बिहार में बुधवार को विजिलेंस टीम ने यूपी पुलिस के रिटायर्ड दरोगा महेंद्र सिंह सैनी के 2 मकानों और स्कूल में छापेमारी की। 22 अफसरों की टीम ने 7 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया। जांच में पता चला कि दरोगा ने अपनी इनकम से 147% अधिक रुपया खर्च किया। दरोगा के पास 16 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति का पता चला है। टीम ने 10 बैंक खातों के कागजात, 30 भूमि बैनामे, स्कूल के डॉक्यूमेंट्स कब्जे में लिए। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर