भिवानी के वृद्ध से ठगी के 4 आरोपी काबू:13 दिन डिजिटल अरेस्ट रखा, 16.26 लाख हड़पे, राजस्थान के दो ठग रिमांड पर

भिवानी के वृद्ध से ठगी के 4 आरोपी काबू:13 दिन डिजिटल अरेस्ट रखा, 16.26 लाख हड़पे, राजस्थान के दो ठग रिमांड पर

हरियाणा के भिवानी में साइबर थाना पुलिस ने ईडी अधिकारी बनकर वृद्ध व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट करने के मामले में मुख्य आरोपी सहित कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी मयंक और मोहम्मद इस्लाम को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया। भिवानी के महम रोड निवासी वृद्ध व्यक्ति ने थाना साइबर क्राइम पुलिस को शिकायत दी। जिसमें शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि 30 जनवरी को उनके वॉट्सऐप पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को ईडी अधिकारी बताते हुए शिकायतकर्ता को बताया कि आपके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुंबई में एफआईआर दर्ज की गई है। जो आपके खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट भी जारी किया गया है। इसके बाद आरोपी ने उन्हें बताया कि आपको होम अरेस्ट करके पूछताछ करेंगे। वहीं डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर आरोपियों ने 13 दिन डिजिटल अरेस्ट करके कुल 16 लाख 26 हजार रुपए की धोखाधड़ी की। 13 दिन रखा था डिजिटल अरेस्ट
गिरफ्तार किए आरोपियों की पहचान रोहतक के गांव निगाना निवासी अलीम, राजस्थान के जिला चुरु के वार्ड नबर 22 सादलपुर निवासी मोहम्मद इस्लाम और मयंक, भिवानी की बैंक कॉलोनी निवासी कपिल के रूप में हुई है। दो आरोपियों को रिमांड पर भेजा
पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश करके कपिल और अलीम को जेल भेज दिया। वहीं आरोपी मोहम्मद इस्लाम और मयंक को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी कपिल ने बताया कि उसने धोखाधड़ी के लिए बैंक खाता 4 हजार में आरोपी अलीम को दिया था। वहीं आरोपी अलीम ने यह खाता 6 हजार में आरोपी मोहम्मद इस्लाम को बेच दिया था। रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों से पूछताछ की जाएगी और अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तारी के प्रयास किए जाएंगे। हरियाणा के भिवानी में साइबर थाना पुलिस ने ईडी अधिकारी बनकर वृद्ध व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट करने के मामले में मुख्य आरोपी सहित कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी मयंक और मोहम्मद इस्लाम को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया। भिवानी के महम रोड निवासी वृद्ध व्यक्ति ने थाना साइबर क्राइम पुलिस को शिकायत दी। जिसमें शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि 30 जनवरी को उनके वॉट्सऐप पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को ईडी अधिकारी बताते हुए शिकायतकर्ता को बताया कि आपके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुंबई में एफआईआर दर्ज की गई है। जो आपके खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट भी जारी किया गया है। इसके बाद आरोपी ने उन्हें बताया कि आपको होम अरेस्ट करके पूछताछ करेंगे। वहीं डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर आरोपियों ने 13 दिन डिजिटल अरेस्ट करके कुल 16 लाख 26 हजार रुपए की धोखाधड़ी की। 13 दिन रखा था डिजिटल अरेस्ट
गिरफ्तार किए आरोपियों की पहचान रोहतक के गांव निगाना निवासी अलीम, राजस्थान के जिला चुरु के वार्ड नबर 22 सादलपुर निवासी मोहम्मद इस्लाम और मयंक, भिवानी की बैंक कॉलोनी निवासी कपिल के रूप में हुई है। दो आरोपियों को रिमांड पर भेजा
पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश करके कपिल और अलीम को जेल भेज दिया। वहीं आरोपी मोहम्मद इस्लाम और मयंक को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी कपिल ने बताया कि उसने धोखाधड़ी के लिए बैंक खाता 4 हजार में आरोपी अलीम को दिया था। वहीं आरोपी अलीम ने यह खाता 6 हजार में आरोपी मोहम्मद इस्लाम को बेच दिया था। रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों से पूछताछ की जाएगी और अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तारी के प्रयास किए जाएंगे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर