Exclusive: अमेरिका से डिपोर्ट होकर अमृतसर पहुंचे फौजी मंदीप सिंह, सुनाई मौत से बदतर ‘डंकी रूट’ की कहानी

Exclusive: अमेरिका से डिपोर्ट होकर अमृतसर पहुंचे फौजी मंदीप सिंह, सुनाई मौत से बदतर ‘डंकी रूट’ की कहानी

<p style=”text-align: justify;”><strong>Indian Illegal Immigrants Deportation From US:</strong> अमेरिका से अवैध प्रवासी भारतीयों को लेकर एक और फ्लाइट अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरी. इस विमान से ऐसे लोग उतरे जिन्हें अवैध तरीके से अमेरिका में प्रवेश करने के आरोप वहां के प्रशासन ने डिपोर्ट कर वापस इंडिया भेज दिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>अमेरिका से डिपोर्ट होकर अमृतसर पहुंचे भारतीयों में सेना से रिटायर फौजी मंदीप सिंह भी शामिल है. उन्होंने एबीपी न्यूज से बातचीत में ऐसे कहानी सुनाई, जिसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डंकी रूट यानी मौत के रास्ते अमृतसर से अमेरिका पहुंचे मंदीप सिंह ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा, “डंकी रूट के जरिए अमेरिका जाने का फैसल गलत था. यह रूट एक तरह से मौत का रास्ता है. यह एक ऐसा जरिया है, जिसमें और फ्लाइट, गाड़ी और पैदल नदी, जंगल और पहाड़ से भी गुजरना पड़ता है. वो भी कई दिनों तक भूखे प्यासे. रात के अंधेरे में नदियों को पास करना और पहाड़ों से गुजरना एक ऐसा अनुभव है, जिसे भगवान किसी को नसीब न करे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>रिटायर्ड फौजी मंदीप सिंह के मुताबिक, “अमेरिका तो पहुंच गया, लेकिन जिंदगी भर की कमाई का सब कुछ लुटा बैठा. ऊपर से डिपोर्ट होने का ठप्पा भी लगा. अब किसी को मुंह दिखाने लायक भी नहीं रहा. अमेरिका जाने वाला यह खुफिया रास्ता ‘डंकी रूट’ इतना खतरनाक है जिसके बारे में बताने में भी बुरा लगता है.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, अमृतसर के मकबूलपुरा के रहने वाले 38 वर्षीय मंदीप सिंह ने 17 साल भारतीय फौज में नौकरी की. रिटायरमेंट के बाद अमेरिका जाने के बारे में निर्णय लिया. मगर मैक्सिको के बॉर्डर से अमेरिका में प्रवेश करते ही पकड़ लिए गए. अब अमेरिकन अफसरों ने उन्हें दूसरे जहाज से भारत वापिस भेज दिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मंदीप सिंह ने कहा कि रिटायरमेंट के बाद जो पैसा मिला था, उसे लगाकर मैं अमेरिका गया था. पनामा होते हुए 13 दिन पैदल चलकर नदी, जंगल और दलदल क्षेत्र से गुजरते हुए वहां पहुंचा. जंगलों में रात को कैंप में भी रहना पड़ता था. लकड़ी जलाकर खुद रोटी बनाई. एजेंटों ने 40 लाख रुपए भी हड़प लिए. अब मेरे पास कुछ नहीं बचा. उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार को चाहिए कि वो एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई करे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>&nbsp;घरवालों ने 40 लाख कर्ज लेकर भेजा अमेरिका&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मंदीप सिंह की तरह हरप्रीत भी अमेरिका से भारत डिपोर्ट किए गए हैं. अमृतसर के घनश्यामपुर गांव निवासी 21 वर्षीय हरप्रीत सिंह ने अपनी दास्तान सुनाई. उनहोंने कहा कि मेरे पिता चोट के कारण ज्यादा काम कर नहीं सकते हैं. परिवार के पास खेती के लिए भी जमीन नहीं है. भारतीय सेना में भर्ती होने की कोशिश की, मगर चयन नहीं हो पाया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद नौकरी के लिए अमेरिका जाने के बारे में सोचा. परिवार वालों ने एजेंट के जरिए अमेरिका भेजने का फैसला लिया. एजेंट के जरिए इटली, स्पेन, ग्वाटेमाला और अन्य देशों से होते हुए 24 जनवरी को मैक्सिको बॉर्डर की दीवार पार कर मुझे अमेरिका पहुंचा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले एजेंट ने स्पेन पहुंचने पर उन्हें बताया था कि अब डंकी रूट से अमेरिका ले जाया जा रहा है. जबकि पहले जब बात हुई थी तो बताया गया था कि फ्लाइट से अमेरिका ले जाएंगे. कोई समस्या नहीं आएगी. वहां से गाड़ियों के जरिए एक देश से दूसरे देश गए और फिर बाद में तीन दिन पैदल भी चलना पड़ा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>सफर के दिन बहुत खराब गुजरे. खाने को बहुत कम दिया जाता था. मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए. माता पिता ने 40 लाख कर्ज लेकर पैसे का इंतजाम किया था. अब कर्ज का बोझ भी चुकाना है. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, “अमेरिका में पहुंचने के बाद ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. वहां के अफसरों ने पहले डिटेंशन सेंटर में रखा. फिर 13 तारीख को हमें जहाज में बिठाया गया. मगर ये नहीं बताया गया कि हमें कहां लेकर जा रहे हैं। अमेरिकन अधिकारियों में एक पाकिस्तान मूल का था, जिसने बताया कि हमें इंडिया वापिस भेजा जा रहा है. जहाज में हमारे हाथ और पांव बांध दिए गए थे. जहाज में भी खाने का बहुत कम प्रबंध था. हरप्रीत ने कहा कि अगर सरकार देश में ही नौजवानों के लिए रोजगार का प्रबंध करे तो कोई विदेश क्यों जाए?”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रास्ते में नर कंकाल से भी हुआ सामना- जितेंद्र सिंह&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अमृतसर के गांव बंडाला के जितेंद्र सिंह ने बताया कि सितंबर 2024 में मैंने अमेरिका के लिए अपनी यात्रा शुरू की थी. एजेंट पहले मुंबई से फ्लाइट के जरिए गुयाना ले गया. उसके आगे गाड़ियों में आगे बढ़ते रहे. फिर कई दिन पैदल चलकर अमेरिका पहुंचा. ये दिन बहुत भयानक गुजरे. रास्ते में नर कंकाल भी मिले. भूख से भी तड़पना पड़ा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि अमेरिकी सरकार द्वारा अवैध तरीके से अमृतसर डिपोर्ट किए जा रहे लोगों को लेकर पंजाब में सियासत तेज हो गई है. दूसरी तरफ सब कुछ लुटा खाली हाथ अपने वतन लौटे लोगों की आपबीती सुन रोंगटे खड़े करने वाले हैं&nbsp;</p>
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<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”पंजाब: अमेरिका से डिपोर्ट हुए युवकों पर पुलिस का एक्शन, पंजाब पहुंचते ही दो गिरफ्तार, जानें क्यों” href=”https://www.abplive.com/states/punjab/punjab-police-arrested-two-men-who-were-deported-from-usa-in-patiala-murder-case-ann-2885532″ target=”_blank” rel=”noopener”>पंजाब: अमेरिका से डिपोर्ट हुए युवकों पर पुलिस का एक्शन, पंजाब पहुंचते ही दो गिरफ्तार, जानें क्यों</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Indian Illegal Immigrants Deportation From US:</strong> अमेरिका से अवैध प्रवासी भारतीयों को लेकर एक और फ्लाइट अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरी. इस विमान से ऐसे लोग उतरे जिन्हें अवैध तरीके से अमेरिका में प्रवेश करने के आरोप वहां के प्रशासन ने डिपोर्ट कर वापस इंडिया भेज दिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>अमेरिका से डिपोर्ट होकर अमृतसर पहुंचे भारतीयों में सेना से रिटायर फौजी मंदीप सिंह भी शामिल है. उन्होंने एबीपी न्यूज से बातचीत में ऐसे कहानी सुनाई, जिसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डंकी रूट यानी मौत के रास्ते अमृतसर से अमेरिका पहुंचे मंदीप सिंह ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा, “डंकी रूट के जरिए अमेरिका जाने का फैसल गलत था. यह रूट एक तरह से मौत का रास्ता है. यह एक ऐसा जरिया है, जिसमें और फ्लाइट, गाड़ी और पैदल नदी, जंगल और पहाड़ से भी गुजरना पड़ता है. वो भी कई दिनों तक भूखे प्यासे. रात के अंधेरे में नदियों को पास करना और पहाड़ों से गुजरना एक ऐसा अनुभव है, जिसे भगवान किसी को नसीब न करे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>रिटायर्ड फौजी मंदीप सिंह के मुताबिक, “अमेरिका तो पहुंच गया, लेकिन जिंदगी भर की कमाई का सब कुछ लुटा बैठा. ऊपर से डिपोर्ट होने का ठप्पा भी लगा. अब किसी को मुंह दिखाने लायक भी नहीं रहा. अमेरिका जाने वाला यह खुफिया रास्ता ‘डंकी रूट’ इतना खतरनाक है जिसके बारे में बताने में भी बुरा लगता है.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, अमृतसर के मकबूलपुरा के रहने वाले 38 वर्षीय मंदीप सिंह ने 17 साल भारतीय फौज में नौकरी की. रिटायरमेंट के बाद अमेरिका जाने के बारे में निर्णय लिया. मगर मैक्सिको के बॉर्डर से अमेरिका में प्रवेश करते ही पकड़ लिए गए. अब अमेरिकन अफसरों ने उन्हें दूसरे जहाज से भारत वापिस भेज दिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मंदीप सिंह ने कहा कि रिटायरमेंट के बाद जो पैसा मिला था, उसे लगाकर मैं अमेरिका गया था. पनामा होते हुए 13 दिन पैदल चलकर नदी, जंगल और दलदल क्षेत्र से गुजरते हुए वहां पहुंचा. जंगलों में रात को कैंप में भी रहना पड़ता था. लकड़ी जलाकर खुद रोटी बनाई. एजेंटों ने 40 लाख रुपए भी हड़प लिए. अब मेरे पास कुछ नहीं बचा. उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार को चाहिए कि वो एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई करे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>&nbsp;घरवालों ने 40 लाख कर्ज लेकर भेजा अमेरिका&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मंदीप सिंह की तरह हरप्रीत भी अमेरिका से भारत डिपोर्ट किए गए हैं. अमृतसर के घनश्यामपुर गांव निवासी 21 वर्षीय हरप्रीत सिंह ने अपनी दास्तान सुनाई. उनहोंने कहा कि मेरे पिता चोट के कारण ज्यादा काम कर नहीं सकते हैं. परिवार के पास खेती के लिए भी जमीन नहीं है. भारतीय सेना में भर्ती होने की कोशिश की, मगर चयन नहीं हो पाया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद नौकरी के लिए अमेरिका जाने के बारे में सोचा. परिवार वालों ने एजेंट के जरिए अमेरिका भेजने का फैसला लिया. एजेंट के जरिए इटली, स्पेन, ग्वाटेमाला और अन्य देशों से होते हुए 24 जनवरी को मैक्सिको बॉर्डर की दीवार पार कर मुझे अमेरिका पहुंचा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले एजेंट ने स्पेन पहुंचने पर उन्हें बताया था कि अब डंकी रूट से अमेरिका ले जाया जा रहा है. जबकि पहले जब बात हुई थी तो बताया गया था कि फ्लाइट से अमेरिका ले जाएंगे. कोई समस्या नहीं आएगी. वहां से गाड़ियों के जरिए एक देश से दूसरे देश गए और फिर बाद में तीन दिन पैदल भी चलना पड़ा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>सफर के दिन बहुत खराब गुजरे. खाने को बहुत कम दिया जाता था. मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए. माता पिता ने 40 लाख कर्ज लेकर पैसे का इंतजाम किया था. अब कर्ज का बोझ भी चुकाना है. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, “अमेरिका में पहुंचने के बाद ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. वहां के अफसरों ने पहले डिटेंशन सेंटर में रखा. फिर 13 तारीख को हमें जहाज में बिठाया गया. मगर ये नहीं बताया गया कि हमें कहां लेकर जा रहे हैं। अमेरिकन अधिकारियों में एक पाकिस्तान मूल का था, जिसने बताया कि हमें इंडिया वापिस भेजा जा रहा है. जहाज में हमारे हाथ और पांव बांध दिए गए थे. जहाज में भी खाने का बहुत कम प्रबंध था. हरप्रीत ने कहा कि अगर सरकार देश में ही नौजवानों के लिए रोजगार का प्रबंध करे तो कोई विदेश क्यों जाए?”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रास्ते में नर कंकाल से भी हुआ सामना- जितेंद्र सिंह&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अमृतसर के गांव बंडाला के जितेंद्र सिंह ने बताया कि सितंबर 2024 में मैंने अमेरिका के लिए अपनी यात्रा शुरू की थी. एजेंट पहले मुंबई से फ्लाइट के जरिए गुयाना ले गया. उसके आगे गाड़ियों में आगे बढ़ते रहे. फिर कई दिन पैदल चलकर अमेरिका पहुंचा. ये दिन बहुत भयानक गुजरे. रास्ते में नर कंकाल भी मिले. भूख से भी तड़पना पड़ा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि अमेरिकी सरकार द्वारा अवैध तरीके से अमृतसर डिपोर्ट किए जा रहे लोगों को लेकर पंजाब में सियासत तेज हो गई है. दूसरी तरफ सब कुछ लुटा खाली हाथ अपने वतन लौटे लोगों की आपबीती सुन रोंगटे खड़े करने वाले हैं&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/GbshCwhv1EU?si=49_7dLzl8ZJLJ9Wz” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”पंजाब: अमेरिका से डिपोर्ट हुए युवकों पर पुलिस का एक्शन, पंजाब पहुंचते ही दो गिरफ्तार, जानें क्यों” href=”https://www.abplive.com/states/punjab/punjab-police-arrested-two-men-who-were-deported-from-usa-in-patiala-murder-case-ann-2885532″ target=”_blank” rel=”noopener”>पंजाब: अमेरिका से डिपोर्ट हुए युवकों पर पुलिस का एक्शन, पंजाब पहुंचते ही दो गिरफ्तार, जानें क्यों</a></strong></p>  पंजाब Delhi News: दिल्ली से लापता हुई लड़की गुजरात में मिली, पुलिस ने बरामद को परिवार को सौंपा