उत्तराखंड एवलांच में यूपी के 11 लोग फंसे:सबसे ज्यादा 4 लोग मथुरा के, 24 घंटे बाद भी रेस्क्यू जारी; बर्फबारी बनी चुनौती

उत्तराखंड एवलांच में यूपी के 11 लोग फंसे:सबसे ज्यादा 4 लोग मथुरा के, 24 घंटे बाद भी रेस्क्यू जारी; बर्फबारी बनी चुनौती

उत्तराखंड के चमोली में एवलांच को आए 24 घंटे बीत गए। एवलांच शुक्रवार सुबह 7 बजे के करीब आया था। बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) प्रोजेक्ट में कुल 55 लोग काम कर रहे थे। फंसे इन 55 लोगों की लिस्ट जारी की गई है। हालांकि, शुक्रवार रात 8 बजे तक कुल 33 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। फंसे 22 लोगों का रेस्क्यू चल रहा है। 55 लोगों की जारी लिस्ट में 11 लोग यूपी के रहने वाले हैं। बर्फबारी और मौसम बना रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए चुनौती
सेना, ITBP, BRO, SDRF और NDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है। बर्फबारी चुनौती बना हुआ है। एयर एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं हो पाई। हेलीकॉप्टर भी नहीं उड़ पा रहा है। सेना का Mi-17 हेलिकॉप्टर स्टैंड बाय पर है। जैसे ही मौसम ठीक होता हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन तेज हो जाएगा। बता दें घटना बद्रीनाथ से 3 किलोमीटर दूर चमोली के माणा गांव में हुई है। मजदूर 3200 मीटर से ज्यादा की ऊंचाई पर 6 फीट तक जमी बर्फ में फंसे है। हादसे के दौरान सभी मजदूर 8 कंटेनर और एक शेड में मौजूद थे। उत्तराखंड के चमोली में एवलांच को आए 24 घंटे बीत गए। एवलांच शुक्रवार सुबह 7 बजे के करीब आया था। बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) प्रोजेक्ट में कुल 55 लोग काम कर रहे थे। फंसे इन 55 लोगों की लिस्ट जारी की गई है। हालांकि, शुक्रवार रात 8 बजे तक कुल 33 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। फंसे 22 लोगों का रेस्क्यू चल रहा है। 55 लोगों की जारी लिस्ट में 11 लोग यूपी के रहने वाले हैं। बर्फबारी और मौसम बना रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए चुनौती
सेना, ITBP, BRO, SDRF और NDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है। बर्फबारी चुनौती बना हुआ है। एयर एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं हो पाई। हेलीकॉप्टर भी नहीं उड़ पा रहा है। सेना का Mi-17 हेलिकॉप्टर स्टैंड बाय पर है। जैसे ही मौसम ठीक होता हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन तेज हो जाएगा। बता दें घटना बद्रीनाथ से 3 किलोमीटर दूर चमोली के माणा गांव में हुई है। मजदूर 3200 मीटर से ज्यादा की ऊंचाई पर 6 फीट तक जमी बर्फ में फंसे है। हादसे के दौरान सभी मजदूर 8 कंटेनर और एक शेड में मौजूद थे।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर