हिमाचल में नशा तस्कर कर्मचारियों पर गिरेगी गाज:CM के बर्खास्त करने के निर्देश; बोले- जो नशे को बढ़ावा देगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें

हिमाचल में नशा तस्कर कर्मचारियों पर गिरेगी गाज:CM के बर्खास्त करने के निर्देश; बोले- जो नशे को बढ़ावा देगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें

हिमाचल प्रदेश में चिट्टा के बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को विभागीय सचिवों और पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इसमें मुख्यमंत्री सुक्खू ने सख्त हिदायत देते हुए कहा जो भी सरकारी अधिकारी व कर्मचारी नशा तस्करी में संलिप्त पाया जाता है, उसे बर्खास्त किया जाए। मुख्यमंत्री ने ऐसे अधिकारियों की बर्खास्तगी को लेकर जल्द प्रक्रिया शुरू करने को कहा। बता दें कि प्रदेश में बीते एक महीने के दौरान तहसील वेलफेयर ऑफिसर, पटवारी, पुलिस जवान भी चिट्टा तस्करी में गिरफ्तार किए गए हैं। सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों की चिट्टा तस्करी में संलिप्तता चिंताजनक है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने नशा तस्करी में शामिल सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ सख्ती बरतने को कहा है। सस्पेंड पहले किए जा चुके, अब बर्खास्तगी होगी पुलिस द्वारा गिरफ्तार उक्त अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित पहले ही किया जा चुका है। अब इन्हें बर्खास्त करने की तैयारी है।मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन कर्मचारियों के खिलाफ नशा तस्करी के पुख्ता सबूत मिले हैं, उन्हें तत्काल प्रभाव से नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा। उन्होंने ने नशा तस्करी रोकने के लिए पुलिस को सख्ती बरतने के निर्देश दिए। डीसी-एसपी को सख्ती बरतने की हिदायत मुख्यमंत्री ने सभी डीसी-एसपी को निर्देश दिए कि नशा तस्करों को किसी भी सूरत में न बख्शा जाए। नशा तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई में ढिलाई बरतने वाले पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों-कर्मचारियों को भी नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं का भविष्य सुरक्षित बनाने तथा नशाखोरी रोकने के लिए सरकार हर संभव कदम उठाएगी। ये अधिकारी कर्मचारी किए गिरफ्तार पुलिस ने ये अधिकारी कर्मचारी गिरफ्तार किए। चिट्टा तस्करी के आरोप में पुलिस ने तहसील वेलफेयर ऑफिसर शिमला मुकुल चौहान को बीते सप्ताह गिरफ्तार किया है। इसी तरह कांगड़ा पुलिस ने गगल एयरपोर्ट पर पटवारी राजेश कुमार निवासी रजेरा जिला चंबा और बिलासपुर में पुलिस विभाग में एक ड्राइवर को जनवरी माह में चिट्टा के साथ गिरफ्तार किया है। हिमाचल प्रदेश में चिट्टा के बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को विभागीय सचिवों और पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इसमें मुख्यमंत्री सुक्खू ने सख्त हिदायत देते हुए कहा जो भी सरकारी अधिकारी व कर्मचारी नशा तस्करी में संलिप्त पाया जाता है, उसे बर्खास्त किया जाए। मुख्यमंत्री ने ऐसे अधिकारियों की बर्खास्तगी को लेकर जल्द प्रक्रिया शुरू करने को कहा। बता दें कि प्रदेश में बीते एक महीने के दौरान तहसील वेलफेयर ऑफिसर, पटवारी, पुलिस जवान भी चिट्टा तस्करी में गिरफ्तार किए गए हैं। सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों की चिट्टा तस्करी में संलिप्तता चिंताजनक है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने नशा तस्करी में शामिल सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ सख्ती बरतने को कहा है। सस्पेंड पहले किए जा चुके, अब बर्खास्तगी होगी पुलिस द्वारा गिरफ्तार उक्त अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित पहले ही किया जा चुका है। अब इन्हें बर्खास्त करने की तैयारी है।मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन कर्मचारियों के खिलाफ नशा तस्करी के पुख्ता सबूत मिले हैं, उन्हें तत्काल प्रभाव से नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा। उन्होंने ने नशा तस्करी रोकने के लिए पुलिस को सख्ती बरतने के निर्देश दिए। डीसी-एसपी को सख्ती बरतने की हिदायत मुख्यमंत्री ने सभी डीसी-एसपी को निर्देश दिए कि नशा तस्करों को किसी भी सूरत में न बख्शा जाए। नशा तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई में ढिलाई बरतने वाले पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों-कर्मचारियों को भी नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं का भविष्य सुरक्षित बनाने तथा नशाखोरी रोकने के लिए सरकार हर संभव कदम उठाएगी। ये अधिकारी कर्मचारी किए गिरफ्तार पुलिस ने ये अधिकारी कर्मचारी गिरफ्तार किए। चिट्टा तस्करी के आरोप में पुलिस ने तहसील वेलफेयर ऑफिसर शिमला मुकुल चौहान को बीते सप्ताह गिरफ्तार किया है। इसी तरह कांगड़ा पुलिस ने गगल एयरपोर्ट पर पटवारी राजेश कुमार निवासी रजेरा जिला चंबा और बिलासपुर में पुलिस विभाग में एक ड्राइवर को जनवरी माह में चिट्टा के साथ गिरफ्तार किया है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर