अमृतसर/अजनाला| भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के जवानों ने सोमवार को एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया। बीओपी वधाई चीमा पोस्ट के पास संदिग्ध गतिविधियां देखने को मिली, जब बीएसएफ के जवानों ने घुसपैठिए को रूकने के लिए कहा तो वह रूका नहीं, जिसके बाद उस घुसपैठिए को बीएसएफ ने गोली मार दी। जिसके बाद पाकिस्तानी घुसपैठिए की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद थाना रमदास की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर अजनाला के सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। पाकिस्तानी मृतक घुसपैठिए की पहचान नहीं हुई है। इससे पहले भी पाकिस्तानी घुसपैठियों को काबू भी किया है और मारा भी है। अमृतसर/अजनाला| भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के जवानों ने सोमवार को एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया। बीओपी वधाई चीमा पोस्ट के पास संदिग्ध गतिविधियां देखने को मिली, जब बीएसएफ के जवानों ने घुसपैठिए को रूकने के लिए कहा तो वह रूका नहीं, जिसके बाद उस घुसपैठिए को बीएसएफ ने गोली मार दी। जिसके बाद पाकिस्तानी घुसपैठिए की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद थाना रमदास की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर अजनाला के सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। पाकिस्तानी मृतक घुसपैठिए की पहचान नहीं हुई है। इससे पहले भी पाकिस्तानी घुसपैठियों को काबू भी किया है और मारा भी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब सरकार का बुलडोजर एक्शन- HC में 4 को सुनवाई:नशा तस्करों के मकान गिराने को कोर्ट में चुनौती; 290 तस्कर काबू
पंजाब सरकार का बुलडोजर एक्शन- HC में 4 को सुनवाई:नशा तस्करों के मकान गिराने को कोर्ट में चुनौती; 290 तस्कर काबू पंजाब सरकार द्वारा नशा तस्करों पर किए जा रहे बुलडोजर एक्शन का मामला अब पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट (HC) में पहुंच गया है। इस मामले में दायर एक जनहित याचिका में दलील दी गई है कि नशा तस्करों की संपत्ति जब्त करना उचित है, लेकिन उसे गिराना किसी भी स्तर पर सही नहीं है। सरकार की इस कार्रवाई को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के खिलाफ भी बताया गया है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई 4 मार्च को तय की है। वहीं, पुलिस ने शनिवार को एक दिन में 290 नशा तस्कर काबू किए हैं। सरकार समेत तीन विभागों को बनाया पार्टी कोर्ट में याचिका कर्ता का तर्क है कि नशा तस्करी की आमदन से बनाई संपत्तियों को सील किया जा सकता है, लेकिन उन्हें गिराया नहीं जा सकता। इस मामले में पंजाब सरकार, लुधियाना प्रशासन और परिवहन विभाग को पार्टी बनाया गया है। अब पंजाब सरकार इस मामले में अपना जवाब दाखिल करेगी। हालांकि, सरकार पहले ही नशा तस्करों और उन्हें शरण देने वालों को आगाह कर चुकी थी। मंत्री अमन अरोड़ा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि नशा तस्कर या तो पंजाब छोड़ दें या नशा बेचना बंद करें। तस्करों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। पंजाब सरकार तस्करों को दे चुकी वार्निंग अब तक पंजाब सरकार ने चार नशा तस्करों पर कार्रवाई की है, जिनमें से तीन महिलाएं थीं, जो कई वर्षों से इस अवैध कारोबार में शामिल थीं। यह कार्रवाई पटियाला, रूपनगर और लुधियाना में की गई है। सरकार ने नशा तस्करी पर लगाम लगाने के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अगुवाई में पांच मंत्रियों की एक हाई-पावर कमेटी बनाई है, जो कैबिनेट की एक सब-कमेटी है। इस कमेटी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में सभी शीर्ष अधिकारियों, जिलों के डीसी और एसएसपी के साथ बैठक कर योजना तैयार की है। सरकार ने तीन महीने में पूरे पंजाब को नशा मुक्त बनाने का लक्ष्य तय किया है। साथ ही, यह भी निर्णय लिया गया है कि नशा तस्करों के परिवारों को पंजाब सरकार की किसी भी योजना के तहत सब्सिडी नहीं दी जाएगी। 4 घंटे ऑपरेशन के बाद 232 FIR पंजाब सरकार की तरफ से नशा तस्करों के खिलाफ चार घंटे का स्पेशल ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान 290 नशा तस्करों को किया गिरफ्तार किया है, जबकि 232 FIR दर्ज की गई है। इस दौरान 8.14 किलो हेरोइन, 1.21 किलो अफीम, 8.02 लाख रुपए की ड्रग मनी बरामद हुई है। ऑपरेशन में 233 गजटेड रैंक अफसरों के नेतृत्व में 900 पुलिस टीमों ने 369 ड्रग हॉटस्पॉट की जांच की। स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला समेत सारे अधिकारी फील्ड में थे।

खालिस्तान-समर्थक सांसद अमृतपाल के भाई की बेल पर सुनवाई आज:जालंधर में ड्रग्स सहित गिरफ्तार किया था हरप्रीत, कल लिया था 2 दिन का रिमांड
खालिस्तान-समर्थक सांसद अमृतपाल के भाई की बेल पर सुनवाई आज:जालंधर में ड्रग्स सहित गिरफ्तार किया था हरप्रीत, कल लिया था 2 दिन का रिमांड खालिस्तान समर्थक और श्री खडूर साहिब सीट से नव निर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह के भाई हरप्रीत सिंह हैप्पी की बेल पर आज कोर्ट में सुनवाई होगी। एक दिन पहले ही पुलिस ने जालंधर सेशन कोर्ट से हैप्पी और उसके साथी का करीब दो दिन का रिमांड मिला है। पुलिस ने कोर्ट से दस दिन के रिमांड गुहार लगाई थी, मगर कोर्ट पुलिस की दलीलों से खुश नहीं थी, जिसके चलते सिर्फ दो दिन का रिमांड ग्रांट किया गया। आज कोर्ट में हैप्पी की बेल पर सुनवाई होगी। 4 ग्राम आइस बरामद हुई थी इसको लेकर फिल्लौर पुलिस ने जालंधर सेशन कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी, जिसमें रिमांड की मांग की गई थी। जिस पर आज यानी शुक्रवार को सुनवाई हो रही है। हैप्पी को फिल्लौर पुलिस ने उसके साथी लवप्रीत के साथ 11 जुलाई की शाम फिल्लौर हाईवे से पकड़ा था। इनके पास से 4 ग्राम आइस बरामद हुई थी। निचली अदालत से दोनों का रिमांड न मिलने के कारण पुलिस ने एडिशनल सेशन जज केके जैन की अदालत में क्रिमिनल रिवीजन अर्जी दाखिल की है। जिस पर आज सुनवाई होगी। वहीं, हैप्पी और लवप्रीत जिस व्यक्ति से ड्रग्स लेकर आए थे, उसे पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। इनमें आइस सप्लायर संदीप अरोड़ा और संदीप के फोटोग्राफर दोस्त मनीष मरवाहा का नाम शामिल है। लुधियाना से 10 हजार की आइस लेकर आया था हैप्पी मिली जानकारी के अनुसार हैप्पी और लवप्रीत अपने क्रेटा गाड़ी में सवार होकर लुधियाना के हैबोवाल के रहने वाले संदीप से 10 हजार रुपए की आइस ड्रग लेकर आए थे। पुलिस ने संदीप को भी पकड़ा लिया था। इस पर एसएसपी अंकुल गुप्ता ने कहा था कि रूटीन चेकिंग के दौरान पुलिस ने फिल्लौर हाईवे से दोनों को गिरफ्तार किया था। दोनों काले शीशे वाली सफेद क्रेटा कार में बैठकर ड्रग्स लेने की तैयारी कर रहे थे। आरोपियों के पास लाइटर और पन्नी थी। आरोपी से बरामद की गई क्रेटा। अमृतपाल के वकील ने कहा था कि झूठा पर्चा दर्ज किया खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के वकील ईमान सिंह ने हरप्रीत की गिरफ्तारी पर कहा था कि पुलिस ने सियासत के दबाव में आकर झूठा केस दर्ज किया है। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी द्वारा बदलाखोरी की राजनीति की जा रही है। आम आदमी पार्टी द्वारा अमृतपाल की देखरेख में बनाई जा रही पार्टी को क्षति पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। जिससे क्षेत्रीय पार्टी पंजाब में सिर न उठा सके। ये झूठा केस 2-4 ग्राम के लिए बना दिया गया। जिले का एसएसपी सिर्फ चार ग्राम नशीले पदार्थ के लिए प्रेसवार्ता कर रहा है। इस झूठे केस में उच्च अधिकारी कैसे शामिल हैं, एसएसपी की प्रेसवार्ता से पता चलता है। आगे तो कभी गाड़ियों की चेकिंग हाईवे पर नहीं हुई, मगर आज ही होनी थी। ऐसे में पहले भी अमृतपाल सिंह के परिवार को टारगेट किया गया था। कौन है अमृतपाल, जो नशा विरोधी मुहिम से सुर्खियों में आया अमृतपाल मूल रूप से अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव के रहने वाला है। अमृतपाल दुबई में रहते था। लाल किला हिंसा से चर्चा में आए पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू की मौत के बाद 2022 में पंजाब लौटा। यहां आकर दीप सिद्धू के संगठन वारिस पंजाब दे का चीफ बन गया। इसके बाद अमृतपाल ने पंजाब में नशा विरोधी मुहिम चलानी शुरू कर दी। उसने अपने गांव जल्लूपुर खेड़ा में नशा छुड़ाओ केंद्र तक खोला। अमृतपाल ने पंजाब में नशा विरोधी लहर भी चलाई। हालांकि इसी दौरान बाद अमृतपाल ने भड़काऊ और खालिस्तान समर्थित बयानबाजी शुरू कर दी। जिस वजह से पुलिस ने अमृतपाल के एक साथी को हिरासत में ले लिया। उसे छुड़ाने के लिए अमृतपाल ने साथियों के साथ अजनाला पुलिस थाने में धरना दिया। अमृतपाल पर आरोप लगे कि उन्होंने थाने पर हमला किया। पुलिस से टकराव हुआ। इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर केस दर्ज कर घेराबंदी शुरू कर दी। कई दिनों की फरारी के बाद अमृतपाल को जनरैल सिंह भिंडरावाले के गांव रोडे से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद अमृतपाल पर देश विरोधी साजिश रचने का आरोप लगाकर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (NSA) के तहत केस दर्ज कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था।

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पंजाब पुलिस में बड़ा फेरबदल:3 IPS समेत 97 अफसरों की बदली, रवजोत बने काउंटर इंटेलिजेंस चीफ, अश्विनी ANTF प्रमुख पंजाब पुलिस में बड़ा फेरबदल हुआ है। तीन आईपीएस अधिकारियों समेत 97 पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया है। इस फेरबदल में रवजोत ग्रेवाल को एआईजी (काउंटर इंटेलिजेंस) और अश्विनी गोयल को एआईजी (एएनटीएफ) नियुक्त किया गया है। आदेश की कॉपी