किसी तरह रिश्ता बचा, समझिए बेटी की जिंदगी बची है। बारात दरवाजे से लौट गई थी, बेटी ने कहा कि मैं अब जिंदा नहीं रह पाऊंगी। घबराकर हम लोग दौड़े, बारात को रोका। हाथ-पैर जोड़े, इज्जत का हवाला दिया। पुलिसवालों ने भी सुरक्षा की गारंटी दी। तब दूल्हा और उसके परिजन माने। ये दर्द मेरठ की दुल्हन सोनिया की मां अंगूरी देवी का है। वह कहती हैं कि पूरा परिवार डरा है। हमारा गुनाह सिर्फ इतना है कि हम गरीब हैं। इस घटना ने जिंदगीभर का दाग लगा दिया। बिटिया ससुराल में ताने सुनेगी। हमारे दरवाजे पर बारात पिटी। दूल्हे को थप्पड़ मारे गए। ऐसा कही होता है क्या? दबंगों ने बारात पर हमला क्यों किया, गांव के लोग क्या कहते हैं, दुल्हन के घर का माहौल, पुलिस एक्शन हुआ या नहीं? इन सवालों के साथ दैनिक भास्कर की टीम मेरठ मुख्यालय से 30Km दूर कालिंदी गांव पहुंची। वहां दुल्हन के परिजनों और ग्रामीणों से बात की। पढ़िए रिपोर्ट… पहले पढ़िए 1 मार्च की घटना… स्कॉर्पियो को साइड देने में टक्कर, फिर मारपीट हुई
मुजफ्फरनगर के भोकरहेड़ी गांव में रहने वाले संजीव की शादी मेरठ के कालिंदी गांव में रहने वाली सोनिया से तय हुई। शनिवार को संजीव बारात लेकर सरधना के कालिंदी गांव पहुंचे। बारात गांव के बाहर रोकी गई। बारातियों की बस और कारें गांव पहुंच रही थीं। गांव में ठाकुर बिरादरी के लोगों की स्कॉर्पियो को साइड देते समय बस से टक्कर हो गई। इसी बात पर कार में बैठे 5 युवक भड़क गए। पहले विवाद हुआ, फिर मारपीट शुरू हो गई। बारातियों ने उन्हें समझाया, फिर वह चले गए। कुछ देर बाद वह अपने साथियों के साथ लाठी-डंडा लेकर दोबारा पहुंचे और बारातियों पर हमला कर दिया। महिलाओं को पीटा, उनके साथ छेड़छाड़ की। दूल्हे के भाई संदीप का सिर फोड़ दिया। दूल्हे के साथ मारपीट कर उसकी सोने की अंगूठी, ब्रेसलेट और कैश भी लूट लिया। डरकर बारात लौटने लगी। तभी पुलिस मौके पर पहुंची। पीछे से दुल्हन पक्ष के लोग भी पहुंच गए। किसी तरह बारातियों को शांत कराया। फिर पुलिस की पहरेदारी में शादी संपन्न हुई। देर रात पुलिस ने 4 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया। रविवार को तरुण सिंह और छोटू सिंह को अरेस्ट कर जेल भेजा गया। अब पढ़िए परिजनों से बातचीत पिता बोले- सालभर से बिस्तर पर हूं, जैसे तैसे बिटिया विदा की
दुल्हन के पिता सिपटर ने कहा- मैं सांस का मरीज हूं। खड़ा भी नहीं हो सकता, एक साल से बिस्तर पर ही हूं। जैसे-तैसे बेटी को विदा किया। पुलिस की मौजूदगी में फेरे हुए, फिर बेटी विदा हुई। मगर मेहमान घबराकर शनिवार को ही चले जाते, तब क्या होता। डर के कारण गांव के लोग रात में खाना खाने नहीं आए, काफी खाना बेकार हो गया। जिसकी चौखट से बारात लौट जाए उसका हाल क्या होगा, आप खुद समझो। किसी तरह मनाकर उन्हें वापस लाए। मेहमानों में डर था कि वापस जाएंगे तो फिर मारपीट हो जाएगी। वो कह रहे थे यहां मरने नहीं आए थे, शादी करने आए थे। पड़ोसियों से बात… ऊंची जाति वाले हमें दबाकर रखना चाहते हैं
गांव में दलित बिरादरी के लोग कैमरा पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए। वह सिर्फ यही कहते रहे- गांव में ऊंची जाति के लोग बहुत दबंग हैं। हमें दबाकर रखना चाहते हैं। उनसे हमारी खुशियां, हमारी तरक्की बर्दाश्त नहीं होती। वो चाहते हैं कि जैसे सालों पहले उनके बुजुर्गों ने हमें दबाकर रखा, वैसे ही अब वो भी रखें। मगर हमारे बच्चे अब नए जमाने की सोच रखते हैं। हम उनको कैसे रोके। वह पढ़ना चाहते हैं, आगे बढ़ना चाहते हैं। गांव में आगे भी मारपीट हो सकती है। महीनेभर पहले भी एक बारात को पीटा था
गांव के ही एक और दलित परिवार से बात करने पर सामने आया कि गांव में एक महीने पहले भी ठाकुर बिरादरी के लोगों ने प्रजापति परिवार की बारात के लोगों को पीटा था। तब भी काफी हंगामा हुआ था। तब आरोपियों ने कहा था कि कुम्हारों की बारात नहीं चढ़ने देंगे। मगर बाद में समझौता हो गया। ठाकुरों की बात, जिन पर मारपीट के आरोप… ऊंची और नीची जाति जैसा कुछ नहीं, ये सब गलत बातें
गांव में ठाकुर पक्ष की तरफ से रणविजय कहते हैं- गांव में जो हुआ, वो सही नहीं था। सभी को मिलकर रहने का हक है। लेकिन इतना सब कुछ हुआ नहीं है, जिस तरह पेश किया गया। सामान्य कहासुनी हुई थी, बात समझौते से खत्म हो जाती। दोनों ही पक्षों को मिलकर बात करना था। सबको इसी गांव में ही रहना है, तो मिलकर रहो। कुछ भी ऊंची और नीची जाति जैसा नहीं है, सब गलत बातें कही जा रही है। पुलिस का एक्शन
दलित लड़की की शादी में मारपीट के बाद पुलिस की 4 टीमें एक्टिव हुईं। रात तक पुलिस शादी समारोह में खड़ी रही। फोर्स की मौजूदगी में शादी पूरी हुई। रातभर गांव में फोर्स तैनात रही। सुबह विदाई के बाद फोर्स गांव से हटी। पुलिस ने लड़की के भाई की शिकायत पर अक्षय, सचिन उर्फ काला, छोटू उर्फ निशांत और तरुण पर केस दर्ज किया है। दो आरोपियों को पुलिस अरेस्ट कर चुकी है। 2 की तलाश की जा रही है। SP देहात ने कहा- बारात पर हमला नहीं, साइड देने का झगड़ा
SP देहात राकेश कुमार मिश्रा का कहना है कि बारात पर हमला नहीं बल्कि गांव के दो पक्षों में गाड़ी को साइड देने की बात पर विवाद हुआ था। इसी कहासुनी में मारपीट हुई। मारपीट में एक युवक को चोट आई थी। जिसे तुरंत अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया। मामला पूरी तरह शांत है। BJP जिलाध्यक्ष बोले- सम्मान सबका होना चाहिए
मेरठ में BJP जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा ने कहा- सबका सम्मान होना चाहिए, हो सकता है कि समाज में कुछ ऐसे लोग हों। हम दलित परिवार के साथ हैं। बिरादरी चाहे कोई हो सब हमारे परिवार का हिस्सा हैं, सब हमारे अपने हैं। सबको साथ रहना चाहिए। जो हुआ वो नहीं होना चाहिए था। हम सभी बिरादरी का सम्मान करते हैं। ग्राम प्रधान ने कहा- पुलिस से कर चुका हूं शिकायत
गांव के प्रधान छोटे ने कहा- ठाकुरों पर आरोप लग रहे हैं, लेकिन हमने बारात निकलवाई। गांव के इन दबंगों में कुछ लड़के गलत आदतों वाले हैं। जिन्होंने ऐसा किया है। हर महीने इनका काम है इसी तरह लोगों को परेशान करना। मैं पुलिस से शिकायत कर चुका हूं, लेकिन फिर भी वो खुले घूम रहे हैं। चौकी प्रभारी से कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। —————————– ये खबर भी पढ़ें: BJP विधायक बोले- होली में मुस्लिमों की बैन हो एंट्री: राजेश चौधरी ने कहा- हमारे त्योहार में शामिल होकर लव जिहाद जैसी घटनाओं को देते हैं अंजाम मथुरा-वृंदावन में ब्रज की होली में मुसलमानों की एंट्री बैन करने की मांग के समर्थन में BJP विधायक भी आ गए हैं। राजेश चौधरी ने कहा-हमारे त्योहार में शामिल होकर यह लोग लव जिहाद और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। वहीं अखिल भारतीय संत समिति ने भी समर्थन किया है। जबकि मुस्लिम धर्मगुरु चौधरी इफराहीम हुसैन ने कहा कि मुस्लिम समाज को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। क्योंकि होली में रंगों का प्रयोग किया जाता है जो कि इस्लामिक मान्यताओं में स्वीकार्य नहीं है। पढ़िए पूरी खबर… किसी तरह रिश्ता बचा, समझिए बेटी की जिंदगी बची है। बारात दरवाजे से लौट गई थी, बेटी ने कहा कि मैं अब जिंदा नहीं रह पाऊंगी। घबराकर हम लोग दौड़े, बारात को रोका। हाथ-पैर जोड़े, इज्जत का हवाला दिया। पुलिसवालों ने भी सुरक्षा की गारंटी दी। तब दूल्हा और उसके परिजन माने। ये दर्द मेरठ की दुल्हन सोनिया की मां अंगूरी देवी का है। वह कहती हैं कि पूरा परिवार डरा है। हमारा गुनाह सिर्फ इतना है कि हम गरीब हैं। इस घटना ने जिंदगीभर का दाग लगा दिया। बिटिया ससुराल में ताने सुनेगी। हमारे दरवाजे पर बारात पिटी। दूल्हे को थप्पड़ मारे गए। ऐसा कही होता है क्या? दबंगों ने बारात पर हमला क्यों किया, गांव के लोग क्या कहते हैं, दुल्हन के घर का माहौल, पुलिस एक्शन हुआ या नहीं? इन सवालों के साथ दैनिक भास्कर की टीम मेरठ मुख्यालय से 30Km दूर कालिंदी गांव पहुंची। वहां दुल्हन के परिजनों और ग्रामीणों से बात की। पढ़िए रिपोर्ट… पहले पढ़िए 1 मार्च की घटना… स्कॉर्पियो को साइड देने में टक्कर, फिर मारपीट हुई
मुजफ्फरनगर के भोकरहेड़ी गांव में रहने वाले संजीव की शादी मेरठ के कालिंदी गांव में रहने वाली सोनिया से तय हुई। शनिवार को संजीव बारात लेकर सरधना के कालिंदी गांव पहुंचे। बारात गांव के बाहर रोकी गई। बारातियों की बस और कारें गांव पहुंच रही थीं। गांव में ठाकुर बिरादरी के लोगों की स्कॉर्पियो को साइड देते समय बस से टक्कर हो गई। इसी बात पर कार में बैठे 5 युवक भड़क गए। पहले विवाद हुआ, फिर मारपीट शुरू हो गई। बारातियों ने उन्हें समझाया, फिर वह चले गए। कुछ देर बाद वह अपने साथियों के साथ लाठी-डंडा लेकर दोबारा पहुंचे और बारातियों पर हमला कर दिया। महिलाओं को पीटा, उनके साथ छेड़छाड़ की। दूल्हे के भाई संदीप का सिर फोड़ दिया। दूल्हे के साथ मारपीट कर उसकी सोने की अंगूठी, ब्रेसलेट और कैश भी लूट लिया। डरकर बारात लौटने लगी। तभी पुलिस मौके पर पहुंची। पीछे से दुल्हन पक्ष के लोग भी पहुंच गए। किसी तरह बारातियों को शांत कराया। फिर पुलिस की पहरेदारी में शादी संपन्न हुई। देर रात पुलिस ने 4 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया। रविवार को तरुण सिंह और छोटू सिंह को अरेस्ट कर जेल भेजा गया। अब पढ़िए परिजनों से बातचीत पिता बोले- सालभर से बिस्तर पर हूं, जैसे तैसे बिटिया विदा की
दुल्हन के पिता सिपटर ने कहा- मैं सांस का मरीज हूं। खड़ा भी नहीं हो सकता, एक साल से बिस्तर पर ही हूं। जैसे-तैसे बेटी को विदा किया। पुलिस की मौजूदगी में फेरे हुए, फिर बेटी विदा हुई। मगर मेहमान घबराकर शनिवार को ही चले जाते, तब क्या होता। डर के कारण गांव के लोग रात में खाना खाने नहीं आए, काफी खाना बेकार हो गया। जिसकी चौखट से बारात लौट जाए उसका हाल क्या होगा, आप खुद समझो। किसी तरह मनाकर उन्हें वापस लाए। मेहमानों में डर था कि वापस जाएंगे तो फिर मारपीट हो जाएगी। वो कह रहे थे यहां मरने नहीं आए थे, शादी करने आए थे। पड़ोसियों से बात… ऊंची जाति वाले हमें दबाकर रखना चाहते हैं
गांव में दलित बिरादरी के लोग कैमरा पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए। वह सिर्फ यही कहते रहे- गांव में ऊंची जाति के लोग बहुत दबंग हैं। हमें दबाकर रखना चाहते हैं। उनसे हमारी खुशियां, हमारी तरक्की बर्दाश्त नहीं होती। वो चाहते हैं कि जैसे सालों पहले उनके बुजुर्गों ने हमें दबाकर रखा, वैसे ही अब वो भी रखें। मगर हमारे बच्चे अब नए जमाने की सोच रखते हैं। हम उनको कैसे रोके। वह पढ़ना चाहते हैं, आगे बढ़ना चाहते हैं। गांव में आगे भी मारपीट हो सकती है। महीनेभर पहले भी एक बारात को पीटा था
गांव के ही एक और दलित परिवार से बात करने पर सामने आया कि गांव में एक महीने पहले भी ठाकुर बिरादरी के लोगों ने प्रजापति परिवार की बारात के लोगों को पीटा था। तब भी काफी हंगामा हुआ था। तब आरोपियों ने कहा था कि कुम्हारों की बारात नहीं चढ़ने देंगे। मगर बाद में समझौता हो गया। ठाकुरों की बात, जिन पर मारपीट के आरोप… ऊंची और नीची जाति जैसा कुछ नहीं, ये सब गलत बातें
गांव में ठाकुर पक्ष की तरफ से रणविजय कहते हैं- गांव में जो हुआ, वो सही नहीं था। सभी को मिलकर रहने का हक है। लेकिन इतना सब कुछ हुआ नहीं है, जिस तरह पेश किया गया। सामान्य कहासुनी हुई थी, बात समझौते से खत्म हो जाती। दोनों ही पक्षों को मिलकर बात करना था। सबको इसी गांव में ही रहना है, तो मिलकर रहो। कुछ भी ऊंची और नीची जाति जैसा नहीं है, सब गलत बातें कही जा रही है। पुलिस का एक्शन
दलित लड़की की शादी में मारपीट के बाद पुलिस की 4 टीमें एक्टिव हुईं। रात तक पुलिस शादी समारोह में खड़ी रही। फोर्स की मौजूदगी में शादी पूरी हुई। रातभर गांव में फोर्स तैनात रही। सुबह विदाई के बाद फोर्स गांव से हटी। पुलिस ने लड़की के भाई की शिकायत पर अक्षय, सचिन उर्फ काला, छोटू उर्फ निशांत और तरुण पर केस दर्ज किया है। दो आरोपियों को पुलिस अरेस्ट कर चुकी है। 2 की तलाश की जा रही है। SP देहात ने कहा- बारात पर हमला नहीं, साइड देने का झगड़ा
SP देहात राकेश कुमार मिश्रा का कहना है कि बारात पर हमला नहीं बल्कि गांव के दो पक्षों में गाड़ी को साइड देने की बात पर विवाद हुआ था। इसी कहासुनी में मारपीट हुई। मारपीट में एक युवक को चोट आई थी। जिसे तुरंत अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया। मामला पूरी तरह शांत है। BJP जिलाध्यक्ष बोले- सम्मान सबका होना चाहिए
मेरठ में BJP जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा ने कहा- सबका सम्मान होना चाहिए, हो सकता है कि समाज में कुछ ऐसे लोग हों। हम दलित परिवार के साथ हैं। बिरादरी चाहे कोई हो सब हमारे परिवार का हिस्सा हैं, सब हमारे अपने हैं। सबको साथ रहना चाहिए। जो हुआ वो नहीं होना चाहिए था। हम सभी बिरादरी का सम्मान करते हैं। ग्राम प्रधान ने कहा- पुलिस से कर चुका हूं शिकायत
गांव के प्रधान छोटे ने कहा- ठाकुरों पर आरोप लग रहे हैं, लेकिन हमने बारात निकलवाई। गांव के इन दबंगों में कुछ लड़के गलत आदतों वाले हैं। जिन्होंने ऐसा किया है। हर महीने इनका काम है इसी तरह लोगों को परेशान करना। मैं पुलिस से शिकायत कर चुका हूं, लेकिन फिर भी वो खुले घूम रहे हैं। चौकी प्रभारी से कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। —————————– ये खबर भी पढ़ें: BJP विधायक बोले- होली में मुस्लिमों की बैन हो एंट्री: राजेश चौधरी ने कहा- हमारे त्योहार में शामिल होकर लव जिहाद जैसी घटनाओं को देते हैं अंजाम मथुरा-वृंदावन में ब्रज की होली में मुसलमानों की एंट्री बैन करने की मांग के समर्थन में BJP विधायक भी आ गए हैं। राजेश चौधरी ने कहा-हमारे त्योहार में शामिल होकर यह लोग लव जिहाद और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। वहीं अखिल भारतीय संत समिति ने भी समर्थन किया है। जबकि मुस्लिम धर्मगुरु चौधरी इफराहीम हुसैन ने कहा कि मुस्लिम समाज को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। क्योंकि होली में रंगों का प्रयोग किया जाता है जो कि इस्लामिक मान्यताओं में स्वीकार्य नहीं है। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
ठाकुरों ने दूल्हे को पीटा, बिटिया जिदंगीभर ताने सुनेंगी:मेरठ में मां बोलीं- गुनाह सिर्फ इतना कि हम गरीब, हाथ-पैर जोड़े, तब रिश्ता बचा
