फरीदाबाद की तिगांव विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व विधायक ललित नागर के छोटे भाई महेश नागर का निधन हो गया। महेश नागर लंबे समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। वह पिछले एक महीने से गुरुग्राम के मेदांता सिटी हॉस्पिटल में एडमिट थे। शनिवार को शाम 5 बजे अस्पताल में उन्होंने आखरी सांस ली। आज रविवार सुबह 9 बजे उनका अंतिम संस्कार गांव भुआपुर में किया जाएगा। महेश नागर पिछले 8 महीने से कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। गुरुग्राम के मेदांता सिटी हॉस्पिटल से उनका कैंसर का इलाज चल रहा था। बीमारी के कारण हालत ज्यादा खराब होने के कारण एक महीने पहले ही उनको हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जुलाई 2024 में महेश नागर को कैंसर की बीमारी के बारे में पचा चला था। कैंसर की चौथी स्टेज पर थे महेश नागर महेश नागर को अगस्त 2024 में कैंसर का पता चला था, डॉक्टरों के अनुसार उनके लीवर में एक गांठ थी, जो धीरे-धीरे बढ़ती चली गई। अमेरिका में ऑपरेशन के लिए उन्हें समय मिल गया था, लेकिन वहां जाने से पहले ही उनकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें मेदांता सिटी हॉस्पिटल और फरीदाबाद मेट्रो कैंसर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। राजनीतिक में सक्रिय रहे महेश नागर राजनीतिक में काफी सक्रिय थे। वह रॉबर्ट वाड्रा, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी के करीबी माने जाते थे। इसके अलावा अपने भाई ललित नागर के चुनाव की कमान भी उनके हाथ में ही होती थी। चुनाव में रैली से लेकर चुनाव की सभी व्यवस्थाओं को महेश नागर ही संभाला करते थे। 14 जनवरी को राबर्ट वाड्रा उनका हाल-चाल जानने के लिए उनके निवास सेक्टर 17 में पहुंचे और करीब आधा घंटे उनके परिवार के साथ रहे। परिवार में छाया शोक का माहौल महेश नागर का विवाह 21 जनवरी 1952 को हुआ था। उनका विवाह दिल्ली के बदरपुर क्षेत्र में हुआ था। उनके परिवार में पत्नी रेखा नागर, दो बेटे और एक बेटी हैं। उनके निधन की खबर से परिवार और समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई है। फरीदाबाद की तिगांव विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व विधायक ललित नागर के छोटे भाई महेश नागर का निधन हो गया। महेश नागर लंबे समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। वह पिछले एक महीने से गुरुग्राम के मेदांता सिटी हॉस्पिटल में एडमिट थे। शनिवार को शाम 5 बजे अस्पताल में उन्होंने आखरी सांस ली। आज रविवार सुबह 9 बजे उनका अंतिम संस्कार गांव भुआपुर में किया जाएगा। महेश नागर पिछले 8 महीने से कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। गुरुग्राम के मेदांता सिटी हॉस्पिटल से उनका कैंसर का इलाज चल रहा था। बीमारी के कारण हालत ज्यादा खराब होने के कारण एक महीने पहले ही उनको हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जुलाई 2024 में महेश नागर को कैंसर की बीमारी के बारे में पचा चला था। कैंसर की चौथी स्टेज पर थे महेश नागर महेश नागर को अगस्त 2024 में कैंसर का पता चला था, डॉक्टरों के अनुसार उनके लीवर में एक गांठ थी, जो धीरे-धीरे बढ़ती चली गई। अमेरिका में ऑपरेशन के लिए उन्हें समय मिल गया था, लेकिन वहां जाने से पहले ही उनकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें मेदांता सिटी हॉस्पिटल और फरीदाबाद मेट्रो कैंसर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। राजनीतिक में सक्रिय रहे महेश नागर राजनीतिक में काफी सक्रिय थे। वह रॉबर्ट वाड्रा, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी के करीबी माने जाते थे। इसके अलावा अपने भाई ललित नागर के चुनाव की कमान भी उनके हाथ में ही होती थी। चुनाव में रैली से लेकर चुनाव की सभी व्यवस्थाओं को महेश नागर ही संभाला करते थे। 14 जनवरी को राबर्ट वाड्रा उनका हाल-चाल जानने के लिए उनके निवास सेक्टर 17 में पहुंचे और करीब आधा घंटे उनके परिवार के साथ रहे। परिवार में छाया शोक का माहौल महेश नागर का विवाह 21 जनवरी 1952 को हुआ था। उनका विवाह दिल्ली के बदरपुर क्षेत्र में हुआ था। उनके परिवार में पत्नी रेखा नागर, दो बेटे और एक बेटी हैं। उनके निधन की खबर से परिवार और समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
