Uttarakhand News: उत्तराखंड चारधाम यात्रा की तैयारियां तेज, सीएम धामी ने अधिकारियों को दिये अहम निर्देश

Uttarakhand News: उत्तराखंड चारधाम यात्रा की तैयारियां तेज, सीएम धामी ने अधिकारियों को दिये अहम निर्देश

<p style=”text-align: justify;”><strong>Char Dham Yatra 2025:</strong> मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर सचिवालय में एक उच्चस्तरीय बैठक की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरी कर ली जाएं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो. उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा राज्य की आर्थिकी का एक महत्वपूर्ण आधार है, इसलिए इसे सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाने चाहिए. मुख्यमंत्री ने यात्रा मार्गों पर स्वच्छता, यातायात प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए ग्रीन चारधाम यात्रा अभियान शुरू करने के निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों को सिंगल-यूज प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर प्रचार-प्रसार करने को कहा है. इसके तहत यात्रा मार्गों पर कूड़ा निस्तारण की बेहतर व्यवस्था की जाएगी और प्लास्टिक के स्थान पर वैकल्पिक सामग्रियों को प्रोत्साहित किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हेली टिकटों की काला बाजारी रोकने के लिए उठाया कदम</strong><br />चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर सेवाओं की बढ़ती मांग के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि टिकटों की कालाबाजारी को सख्ती से रोका जाए. उन्होंने विजिलेंस और पुलिस विभाग को सतर्क निगरानी रखने को कहा ताकि श्रद्धालुओं को तय दरों पर ही सेवाएं उपलब्ध हो सकें. इसके अलावा, हेलीकॉप्टर सेवाओं की बुकिंग की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश भी दिए गए. चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन के लिए मुख्यमंत्री ने सड़कों, पेयजल, बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने पर जोर दिया.</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/H8xa62B04yI?si=XxZw0FZAbWKwu6u7″ width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने निर्देश दिए कि जहां भी सड़क निर्माण का कार्य चल रहा हो, उसे शीघ्र पूरा किया जाए ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो. मुख्यमंत्री ने यात्रा मार्गों पर घोड़े-खच्चरों के स्वास्थ्य परीक्षण की अनिवार्यता पर भी बल दिया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन पशुओं के लिए पर्याप्त चारा और गर्म पानी की व्यवस्था की जाए. इसके अलावा, यात्रा मार्गों पर यातायात सुगम बनाने के लिए संकरे मार्गों का चौड़ीकरण करने और संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सेहत रखा जाएगा ध्यान</strong><br />मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि यातायात प्रबंधन के तहत श्रद्धालुओं को किसी स्थान पर रोका जाता है तो वहां स्वच्छ शौचालय, पेयजल, विश्राम स्थल और प्राथमिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. मुख्यमंत्री धामी ने यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए हेल्थ स्क्रीनिंग की अनिवार्यता पर जोर दिया. उन्होंने निर्देश दिए कि यात्रा मार्गों पर प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों, एंबुलेंस और मेडिकल स्टाफ की पर्याप्त व्यवस्था की जाए. साथ ही, महिला श्रद्धालुओं के लिए विशेष रूप से पिंक टॉयलेट बनाए जाएं और सफाई व्यवस्था को उच्चतम स्तर पर रखा जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यात्रा मार्गों पर ड्रोन निगरानी की जाए ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके. उन्होंने मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए दूरसंचार कंपनियों से समन्वय स्थापित करने के निर्देश भी दिए. चारधाम यात्रा के दौरान किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए और आवश्यकता पड़ने पर वैकल्पिक मार्गों की मरम्मत व चौड़ीकरण जल्द पूरा किया जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>श्रद्धालुओं की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करने के निर्देश</strong><br />इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करने और मौसम की रियल टाइम जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देश दिया कि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित राहत और बचाव कार्य के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए जाएं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि उत्तराखंड के शीतकालीन यात्रा स्थलों का मास्टर प्लान तैयार किया जाए ताकि तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए सालभर पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के मास्टर प्लान पर भी तेजी से कार्य किया जाए ताकि इन तीर्थस्थलों को और अधिक सुविधाजनक एवं आकर्षक बनाया जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने 2026 में होने वाली नंदा राजजात यात्रा और 2027 में हरिद्वार कुंभ मेले की तैयारियों को भी अभी से प्रारंभ करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इन धार्मिक आयोजनों की सफलता के लिए विस्तृत योजना बनाकर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाए. मुख्यमंत्री धामी ने सभी आईएएस, आईपीएस और पीसीएस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने सेवा काल की शुरुआत में जहां कार्यरत रहे हैं, उन स्थानों को गोद लें. उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने पहले कार्यस्थलों में रात्रि प्रवास करें, स्थानीय समस्याओं को समझें और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाएं. साथ ही, सरकारी स्कूलों, अस्पतालों और अन्य संस्थानों का निरीक्षण कर उनकी व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने में सहयोग करें</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस महत्वपूर्ण बैठक में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत, दर्जाधारी मंत्री विश्वास डाबर, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, विभिन्न विभागों के सचिव और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे. इसके अलावा, चारधाम यात्रा से जुड़े जिलों के जिलाधिकारी भी वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/mau-district-jail-11-prisoners-found-hiv-positive-tattoos-infection-suspected-ann-2901431″><strong>मऊ जेल में 11 कैदी पाए गए HIV पॉजिटिव, ‘टैटू’ और ‘ड्रग्स’ की लत बनी जानलेवा, मचा हड़कंप</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Char Dham Yatra 2025:</strong> मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर सचिवालय में एक उच्चस्तरीय बैठक की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरी कर ली जाएं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो. उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा राज्य की आर्थिकी का एक महत्वपूर्ण आधार है, इसलिए इसे सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाने चाहिए. मुख्यमंत्री ने यात्रा मार्गों पर स्वच्छता, यातायात प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए ग्रीन चारधाम यात्रा अभियान शुरू करने के निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों को सिंगल-यूज प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर प्रचार-प्रसार करने को कहा है. इसके तहत यात्रा मार्गों पर कूड़ा निस्तारण की बेहतर व्यवस्था की जाएगी और प्लास्टिक के स्थान पर वैकल्पिक सामग्रियों को प्रोत्साहित किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हेली टिकटों की काला बाजारी रोकने के लिए उठाया कदम</strong><br />चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर सेवाओं की बढ़ती मांग के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि टिकटों की कालाबाजारी को सख्ती से रोका जाए. उन्होंने विजिलेंस और पुलिस विभाग को सतर्क निगरानी रखने को कहा ताकि श्रद्धालुओं को तय दरों पर ही सेवाएं उपलब्ध हो सकें. इसके अलावा, हेलीकॉप्टर सेवाओं की बुकिंग की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश भी दिए गए. चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन के लिए मुख्यमंत्री ने सड़कों, पेयजल, बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने पर जोर दिया.</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/H8xa62B04yI?si=XxZw0FZAbWKwu6u7″ width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने निर्देश दिए कि जहां भी सड़क निर्माण का कार्य चल रहा हो, उसे शीघ्र पूरा किया जाए ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो. मुख्यमंत्री ने यात्रा मार्गों पर घोड़े-खच्चरों के स्वास्थ्य परीक्षण की अनिवार्यता पर भी बल दिया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन पशुओं के लिए पर्याप्त चारा और गर्म पानी की व्यवस्था की जाए. इसके अलावा, यात्रा मार्गों पर यातायात सुगम बनाने के लिए संकरे मार्गों का चौड़ीकरण करने और संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सेहत रखा जाएगा ध्यान</strong><br />मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि यातायात प्रबंधन के तहत श्रद्धालुओं को किसी स्थान पर रोका जाता है तो वहां स्वच्छ शौचालय, पेयजल, विश्राम स्थल और प्राथमिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. मुख्यमंत्री धामी ने यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए हेल्थ स्क्रीनिंग की अनिवार्यता पर जोर दिया. उन्होंने निर्देश दिए कि यात्रा मार्गों पर प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों, एंबुलेंस और मेडिकल स्टाफ की पर्याप्त व्यवस्था की जाए. साथ ही, महिला श्रद्धालुओं के लिए विशेष रूप से पिंक टॉयलेट बनाए जाएं और सफाई व्यवस्था को उच्चतम स्तर पर रखा जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यात्रा मार्गों पर ड्रोन निगरानी की जाए ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके. उन्होंने मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए दूरसंचार कंपनियों से समन्वय स्थापित करने के निर्देश भी दिए. चारधाम यात्रा के दौरान किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए और आवश्यकता पड़ने पर वैकल्पिक मार्गों की मरम्मत व चौड़ीकरण जल्द पूरा किया जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>श्रद्धालुओं की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करने के निर्देश</strong><br />इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करने और मौसम की रियल टाइम जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देश दिया कि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित राहत और बचाव कार्य के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए जाएं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि उत्तराखंड के शीतकालीन यात्रा स्थलों का मास्टर प्लान तैयार किया जाए ताकि तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए सालभर पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के मास्टर प्लान पर भी तेजी से कार्य किया जाए ताकि इन तीर्थस्थलों को और अधिक सुविधाजनक एवं आकर्षक बनाया जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने 2026 में होने वाली नंदा राजजात यात्रा और 2027 में हरिद्वार कुंभ मेले की तैयारियों को भी अभी से प्रारंभ करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इन धार्मिक आयोजनों की सफलता के लिए विस्तृत योजना बनाकर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाए. मुख्यमंत्री धामी ने सभी आईएएस, आईपीएस और पीसीएस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने सेवा काल की शुरुआत में जहां कार्यरत रहे हैं, उन स्थानों को गोद लें. उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने पहले कार्यस्थलों में रात्रि प्रवास करें, स्थानीय समस्याओं को समझें और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाएं. साथ ही, सरकारी स्कूलों, अस्पतालों और अन्य संस्थानों का निरीक्षण कर उनकी व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने में सहयोग करें</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस महत्वपूर्ण बैठक में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत, दर्जाधारी मंत्री विश्वास डाबर, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, विभिन्न विभागों के सचिव और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे. इसके अलावा, चारधाम यात्रा से जुड़े जिलों के जिलाधिकारी भी वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए.</p>
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