हुड्डा के गढ़ रोहतक में भाजपा की जीत:निगम चुनाव में ओबीसी-SC वोट बैंक साधा, बड़े नेताओं की गैरमौजूदगी से कांग्रेस को नुकसान

हुड्डा के गढ़ रोहतक में भाजपा की जीत:निगम चुनाव में ओबीसी-SC वोट बैंक साधा, बड़े नेताओं की गैरमौजूदगी से कांग्रेस को नुकसान

रोहतक नगर निगम चुनाव में भाजपा की जीत के पीछे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की मजबूत रणनीति और संगठन की ताकत मानी जा रही है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी खुद दो बार चुनाव प्रचार में शामिल हुए, जबकि अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने भी पूरी ताकत झोंक दी। भाजपा की ओर से मंत्री अरविंद शर्मा, कृष्ण बेदी, कृष्ण लाल पंवार, राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा और डिप्टी स्पीकर कृष्ण मिड्ढा ने प्रचार अभियान को धार दी। यही वजह है कि भाजपा के रामअवतार वाल्मीकि ने 45,198 वोटों से शानदार जीत दर्ज की। कांग्रेस के मेयर उम्मीदवार सूरजमल किलोई दूसरे स्थान पर रहे, जबकि इनेलो के सूरज देहराज, आम आदमी पार्टी के अमित खटक और निर्दलीय दीपक सिंह तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर रहे। ओबीसी और एससी वोट बैंक साधने में सफल रही भाजपा भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान ओबीसी और एससी वर्ग को विशेष रूप से टारगेट किया। इस रणनीति ने भाजपा को बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई, जिससे रामअवतार वाल्मीकि ने भारी मतों से जीत हासिल की। कांग्रेस की हार: नेतृत्व की दूरी बनी कारण वहीं, कांग्रेस को इस चुनाव में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी, जिसका एक बड़ा कारण पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की प्रचार से दूरी रही। कांग्रेस के उम्मीदवार सूरजमल किलोई के समर्थन में केवल सांसद दीपेंद्र हुड्डा कुछ बार प्रचार करने पहुंचे, जबकि स्थानीय विधायक बीबी बत्रा और कलानौर की विधायक शकुंतला खटक महज एक-दो बार ही प्रचार में नजर आए। कांग्रेस का कमजोर चुनाव अभियान और स्थानीय नेताओं की निष्क्रियता भी हार का बड़ा कारण बनी। भाजपा के मजबूत प्रचार अभियान के मुकाबले कांग्रेस का संगठन कमजोर नजर आया। इस चुनाव में जनता ने सत्ता पक्ष यानी भाजपा को ही प्राथमिकता दी। एक बड़ा कारण यह भी रहा कि अगर कांग्रेस का मेयर जीत भी जाता, तो उसे सरकार से विकास कार्यों के लिए समर्थन नहीं मिलता। जनता ने यह समझा कि केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार है, ऐसे में नगर निगम भी भाजपा का होगा, तो विकास कार्यों में रुकावट नहीं आएगी। इसी वजह से भाजपा को भारी समर्थन मिला। रामअवतार वाल्मीकि बोले- “जीत का 100% भरोसा था” अपनी ऐतिहासिक जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा मेयर उम्मीदवार रामअवतार वाल्मीकि ने जनता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा,
“रोहतक की जनता को बधाई देता हूं। यह लोगों की जीत है, नेताओं व पार्टी की जीत है। ट्रिपल इंजन सरकार पहले भी काम करती रही है और अब तेजी से विकास होगा। हमने पहले भी अपने घोषणा पत्र की सारी घोषणाओं को पूरा किया है और अब नए संकल्प पत्र को भी पूरी तरह लागू करेंगे। जनता जो भी कहेगी, उसे भी पूरा करेंगे।” सूरजमल किलोई ने हार को स्वीकारा कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी सूरजमल किलोई ने हार स्वीकारते हुए जनता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “हम जनता के फैसले को स्वीकार करते हैं। कोई कमी नहीं थी, बस समय की बात है। ऊपर सरकार थी, इसलिए लोगों ने भाजपा को चुना। हम भाजपा से उम्मीद करते हैं कि वे जनता के काम करवाएं और हम आगे भी जनता के लिए काम करते रहेंगे।” मनीष ग्रोवर का कांग्रेस पर तंज भाजपा नेता मनीष ग्रोवर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के विधायक खुद अपने ही उम्मीदवार के लिए वोट मांगने में दिलचस्पी नहीं ले रहे थे। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के कई नेताओं ने भाजपा की अंदरूनी तौर पर मदद की, जिससे पार्टी को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। भूपेंद्र हुड्‌डा के वार्ड में फिर खिला कमल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा, कलानौर विधायक शकुंतला खटक का जिस वार्ड में घर है, वहां फिर से भाजपा उम्मीदवार कंचन खुराना ने कमल खिलाया है। लगातार कंचन खुराना वार्ड से पार्षद बनती आ रही है। वहीं, स्थानीय विधायक भारत भूषण बतरा का जिस वार्ड में घर है, वहां भी दूसरी बार भाजपा की डिंपल जैन ने जीत हासिल करते हुए कमल खिलाया है। रोहतक नगर निगम चुनाव में भाजपा की जीत के पीछे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की मजबूत रणनीति और संगठन की ताकत मानी जा रही है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी खुद दो बार चुनाव प्रचार में शामिल हुए, जबकि अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने भी पूरी ताकत झोंक दी। भाजपा की ओर से मंत्री अरविंद शर्मा, कृष्ण बेदी, कृष्ण लाल पंवार, राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा और डिप्टी स्पीकर कृष्ण मिड्ढा ने प्रचार अभियान को धार दी। यही वजह है कि भाजपा के रामअवतार वाल्मीकि ने 45,198 वोटों से शानदार जीत दर्ज की। कांग्रेस के मेयर उम्मीदवार सूरजमल किलोई दूसरे स्थान पर रहे, जबकि इनेलो के सूरज देहराज, आम आदमी पार्टी के अमित खटक और निर्दलीय दीपक सिंह तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर रहे। ओबीसी और एससी वोट बैंक साधने में सफल रही भाजपा भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान ओबीसी और एससी वर्ग को विशेष रूप से टारगेट किया। इस रणनीति ने भाजपा को बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई, जिससे रामअवतार वाल्मीकि ने भारी मतों से जीत हासिल की। कांग्रेस की हार: नेतृत्व की दूरी बनी कारण वहीं, कांग्रेस को इस चुनाव में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी, जिसका एक बड़ा कारण पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की प्रचार से दूरी रही। कांग्रेस के उम्मीदवार सूरजमल किलोई के समर्थन में केवल सांसद दीपेंद्र हुड्डा कुछ बार प्रचार करने पहुंचे, जबकि स्थानीय विधायक बीबी बत्रा और कलानौर की विधायक शकुंतला खटक महज एक-दो बार ही प्रचार में नजर आए। कांग्रेस का कमजोर चुनाव अभियान और स्थानीय नेताओं की निष्क्रियता भी हार का बड़ा कारण बनी। भाजपा के मजबूत प्रचार अभियान के मुकाबले कांग्रेस का संगठन कमजोर नजर आया। इस चुनाव में जनता ने सत्ता पक्ष यानी भाजपा को ही प्राथमिकता दी। एक बड़ा कारण यह भी रहा कि अगर कांग्रेस का मेयर जीत भी जाता, तो उसे सरकार से विकास कार्यों के लिए समर्थन नहीं मिलता। जनता ने यह समझा कि केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार है, ऐसे में नगर निगम भी भाजपा का होगा, तो विकास कार्यों में रुकावट नहीं आएगी। इसी वजह से भाजपा को भारी समर्थन मिला। रामअवतार वाल्मीकि बोले- “जीत का 100% भरोसा था” अपनी ऐतिहासिक जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा मेयर उम्मीदवार रामअवतार वाल्मीकि ने जनता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा,
“रोहतक की जनता को बधाई देता हूं। यह लोगों की जीत है, नेताओं व पार्टी की जीत है। ट्रिपल इंजन सरकार पहले भी काम करती रही है और अब तेजी से विकास होगा। हमने पहले भी अपने घोषणा पत्र की सारी घोषणाओं को पूरा किया है और अब नए संकल्प पत्र को भी पूरी तरह लागू करेंगे। जनता जो भी कहेगी, उसे भी पूरा करेंगे।” सूरजमल किलोई ने हार को स्वीकारा कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी सूरजमल किलोई ने हार स्वीकारते हुए जनता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “हम जनता के फैसले को स्वीकार करते हैं। कोई कमी नहीं थी, बस समय की बात है। ऊपर सरकार थी, इसलिए लोगों ने भाजपा को चुना। हम भाजपा से उम्मीद करते हैं कि वे जनता के काम करवाएं और हम आगे भी जनता के लिए काम करते रहेंगे।” मनीष ग्रोवर का कांग्रेस पर तंज भाजपा नेता मनीष ग्रोवर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के विधायक खुद अपने ही उम्मीदवार के लिए वोट मांगने में दिलचस्पी नहीं ले रहे थे। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के कई नेताओं ने भाजपा की अंदरूनी तौर पर मदद की, जिससे पार्टी को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। भूपेंद्र हुड्‌डा के वार्ड में फिर खिला कमल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा, कलानौर विधायक शकुंतला खटक का जिस वार्ड में घर है, वहां फिर से भाजपा उम्मीदवार कंचन खुराना ने कमल खिलाया है। लगातार कंचन खुराना वार्ड से पार्षद बनती आ रही है। वहीं, स्थानीय विधायक भारत भूषण बतरा का जिस वार्ड में घर है, वहां भी दूसरी बार भाजपा की डिंपल जैन ने जीत हासिल करते हुए कमल खिलाया है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर