भास्कर न्यूज | अमृतसर थाना छेहर्टा पुलिस ने गुरु की वडाली आटा चक्की पर गोली चलाने वाले एक आरोपी को काबू किया है। जबकि आरोपी जगरूप सिंह सहित 10 हमलावर फरार चल रहे हैं। इसमें 9 अज्ञात युवक शामिल हैं। पकड़े गए आरोपी की पहचान अमनदीप सिंह निवासी गुरु की वडाली के रूप में हुई है। पुलिस को दी शिकायत में मेजर सिंह ने बताया 11 मार्च सुबह जब उठा और आटा चक्की की दुकान खोलने गया तो देखा कि दुकान के दरवाजे पर गोलियों के निशान थे। आरोपी ने उसके बेटे के साथ हुए पुराने झगड़े की रंजिश में गोलियां चलाई है। यह घटना 10 मार्च को दरमियानी रात की है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी के छापेमारी कर रहे हैं जिन्हें जल्द काबू कर लिया जाएगा। भास्कर न्यूज | अमृतसर थाना छेहर्टा पुलिस ने गुरु की वडाली आटा चक्की पर गोली चलाने वाले एक आरोपी को काबू किया है। जबकि आरोपी जगरूप सिंह सहित 10 हमलावर फरार चल रहे हैं। इसमें 9 अज्ञात युवक शामिल हैं। पकड़े गए आरोपी की पहचान अमनदीप सिंह निवासी गुरु की वडाली के रूप में हुई है। पुलिस को दी शिकायत में मेजर सिंह ने बताया 11 मार्च सुबह जब उठा और आटा चक्की की दुकान खोलने गया तो देखा कि दुकान के दरवाजे पर गोलियों के निशान थे। आरोपी ने उसके बेटे के साथ हुए पुराने झगड़े की रंजिश में गोलियां चलाई है। यह घटना 10 मार्च को दरमियानी रात की है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी के छापेमारी कर रहे हैं जिन्हें जल्द काबू कर लिया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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दिलजीत की फिल्म ‘पंजाब-95’ 7 फरवरी को रिलीज होगी:पूरी फिल्म, कोई कट नहीं, भारत में नहीं दिखाई जाएगी, जसवंत खालड़ा के संघर्ष पर आधारित
दिलजीत की फिल्म ‘पंजाब-95’ 7 फरवरी को रिलीज होगी:पूरी फिल्म, कोई कट नहीं, भारत में नहीं दिखाई जाएगी, जसवंत खालड़ा के संघर्ष पर आधारित पंजाबी सुपरस्टार दिलजीत दोसांझ की नई चर्चित फिल्म “पंजाब-95” अगले महीने 7 फरवरी को रिलीज होगी। इस बात की जानकारी खुद दिलजीत दोसांझ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर दी है। फिल्म की रिलीज की जानकारी देते हुए दिलजीत ने लिखा- फुल मूवी, नो कट्स। हालांकि यह फिल्म इंडिया में रिलीज नहीं हो रही है। फिल्म को सेंसर बोर्ड ने 120 कट लगाने के लिए कहे थे, लेकिन फिल्म प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और खालड़ा के परिवार के लोग इसके लिए तैयार नहीं हुए। जिस कारण फिल्म की रिलीज इंडिया में रोक दी गई है। इस फिल्म को रिलीज होने के लिए करीब 1 साल का इंतजार करना पड़ा। सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने पहले फिल्म में 120 कट्स की मांग की थी, जिस पर विवाद खड़ा हो गया था। दिलजीत की पोस्ट से साफ है कि यह फिल्म अब बिना कट्स के रिलीज हो रही है। यह फिल्म मशहूर मानवाधिकार कार्यकर्ता जसवंत सिंह खालड़ा के जीवन पर आधारित है और आतंकवाद के दौर को दर्शाती है। कट्स का खालड़ा के परिवार ने किया था विरोध बीते साल जब इस फिल्म की रिलीज को रोका गया तो जसवंत सिंह खालड़ा की पत्नी परमजीत कौर खालड़ा ने सेंसर बोर्ड की निंदा की थी। उन्होंने कहा कि यह फिल्म उनके पति के जीवन पर बनी एक सच्ची बायोपिक है, जिसे उनके परिवार की सहमति से बनाया गया और इसे बिना किसी कट के रिलीज किया जाना चाहिए। परमजीत कौर खालड़ा ने यह भी बताया था कि लगभग चार साल पहले उनके परिवार ने इस फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ी थी और निर्देशक हनी त्रेहन को फिल्म बनाने की अनुमति दी थी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि दिलजीत दोसांझ को जसवंत सिंह खालड़ा की भूमिका निभाने के लिए चुना गया था और इस चयन से परिवार पूरी तरह संतुष्ट था। उन सिखों की कहानी, जिन्हें फर्जी मुठभेड़ में मारा गया जसवंत सिंह खालड़ा एक साहसी और समर्पित मानवाधिकार कार्यकर्ता थे। जिन्होंने 1980 और 1990 के दशक के दौरान पंजाब में सिखों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों और मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने खुलासा किया कि उस दौर में हजारों सिख युवाओं को अवैध हिरासत में लिया गया, फर्जी मुठभेड़ों में मार दिया गया और उनके शवों का गुप्त अंतिम संस्कार कर दिया गया। श्मशान घाटों से फर्जी मुठभेड़ों का लिया था आंकड़ा खालड़ा ने पंजाब पुलिस और प्रशासन द्वारा की जा रही इन गुमशुदगी और हत्याओं को उजागर किया था। उन्होंने उस समय में अमृतसर के श्मशान घाटों का दौरा कर यह जानकारी जुटाई कि वहां 6,000 से अधिक शवों का गुप्त रूप से अंतिम संस्कार किया गया था। यह जानकारी उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी साझा की, जिससे भारत के मानवाधिकार रिकॉर्ड पर सवाल खड़े हुए। परिवार का आरोप- हिरासत में लेकर की हत्या खालड़ा को सिखों के हकों के लिए लड़ने का खामियाजा अपनी जान देकर चुकाना पड़ा था। परिवार का आरोप है कि 6 सितंबर 1995 को पुलिस ने खालड़ा का उनके घर से अपहरण कर लिया। इसके बाद उन्हें पुलिस हिरासत में प्रताड़ित किया गया और उनकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज नहीं की। जिसके बाद, जसवंत की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन दी और कोर्ट ने सीबीआई को जांच का आदेश दिया था।

गुरदासपुर में स्थापित किया गया विजयी टैंक:1971 के भारत-पाक युद्ध में हुआ था प्रयोग, दूसरे विश्व युद्ध के बाद रुस ने बनाया था
गुरदासपुर में स्थापित किया गया विजयी टैंक:1971 के भारत-पाक युद्ध में हुआ था प्रयोग, दूसरे विश्व युद्ध के बाद रुस ने बनाया था स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर गुरदासपुर के बब्बरी बाईपास पर जिला प्रशासन की ओर से ‘विजय के प्रतीक’ के रूप में भारतीय सेना के 1971 के भारत-पाक युद्ध के विजयी टैंक को स्थापित किया है। गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल और पंजाब हेल्थ सिस्टम कॉर्पोरेशन के चेयरमैन रमन बहल ने रिबन काटकर इस विजयी टैंक के स्मारक का उद्घाटन किया। अतिरिक्त उपायुक्त (जनरल) सुभाष चंद्र, एसडीएम गुरदासपुर डॉ. कर्मजीत सिंह, सहायक कमिश्नर अश्वनी अरोड़ा, लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन हरजोत सिंह, जिला हेरिटेज सोसायटी के सचिव प्रो. राज कुमार शर्मा, सुच्चा सिंह मुल्तानी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। विजयी टैंक स्थापित करने संबंधी गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने बताया कि यह ऐतिहासिक टी-55 टैंक दूसरे विश्व युद्ध के बाद रूस द्वारा बनाया गया था। इस युद्धक टैंक को 1966 में भारत की सशस्त्र इकाइयों में शामिल किया गया था। दिन-रात लड़ने की ताकत रखने वाले इस टैंक ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान नैनोकोट, बसंतर और गरीबपुर की लड़ाई में पाकिस्तान को हराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपनी खूबियों के कारण टी-55 टैंक 2011 तक भारतीय सेना में सेवारत रहा। जिला हेरिटेज सोसायटी करेगी देखभाल उन्होंने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र बल वाहन डिपो, पुणे ने इस टैंक को जीत के प्रतीक के रूप में सम्मान के साथ गुरदासपुर को ‘युद्ध ट्रॉफी’ के रूप में भेंट किया है। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि सारंगल इस स्मारक की देखभाल जिला हेरिटेज सोसायटी गुरदासपुर द्वारा की जाएगी। विजय चिन्ह का प्रतीक यह टैंक युवाओं को अपने देश के वीर जवानों के बलिदान का स्मरण करवाएगए और युवा इससे प्रेरणा लेंगे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर जिला प्रशासन अपने देश के शहीदों को श्रद्धांजलि प्रदान करता है। चेयरमैन रमन बहल ने जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह भारतीय सेना का विजयी टैंक है। गुरदासपुर के महत्वपूर्ण चौक पर स्थापित होने से जहां गुरदासपुर का गौरव बढ़ा है, वहीं यह हमारे युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेगा कि कैसे हमारे वीर जवानों ने दुश्मनों को परास्त किया।

कपूरथला में नाबालिग लड़की को भगा ले गया युवक:पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार, किशोरी को किया बरामद, FIR दर्ज
कपूरथला में नाबालिग लड़की को भगा ले गया युवक:पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार, किशोरी को किया बरामद, FIR दर्ज पंजाब के कपूरथला में एक युवक द्वारा एक नाबालिग लड़की को शादी का झांसा देकर बहला फुसला कर भाग ले जाने का मामला सामने आया है। लड़की की मां की शिकायत पर सिटी थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ FIR भी दर्ज कर ली है। पुलिस ने बताया कि आरोपी युवक को काबू कर लिया है और नाबालिग लड़की को भी राउंड अप कर लिया है। आरोपी युवक को अदालत में पेश किया जाएगा। लड़की का मां ने थाने में की शिकायत पुलिस से मिली जानकारी अनुसार मोहल्ला महताबगढ़ निवासी एक महिला ने बताया कि उसके तीन बच्चे हैं। एक बड़ी लड़की लुधियाना में शादीशुदा है। तथा छोटी लड़की अभी मात्र 14 वर्ष की है। जो 9वीं कक्षा में पढ़ती है। मां ने यह भी बताया कि 15 जुलाई को वह अपनी बड़ी बेटी के ससुराल लुधियाना गई हुई थी। जब वह अगले दिन वापस आई, तो बच्चों की दादी ने बताया कि छोटी लड़की सुनीता कल स्कूल से आने के बाद शाम लगभग 4 बजे बिना किसी को कुछ बताए कहीं चली गई है। जिसकी तलाश करने के बावजूद भी वह नहीं मिली है। शादी का झांसा देकर ले गया आरोपी शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि उसने अपने तौर पर पता लगाया तो मालूम हुआ कि उनकी लड़की सुनीता को चंदन पुत्र मंगल सिंह वासी गांव भंडाल बेट शादी का झांसा देकर बहला फुसलाकर कहीं ले गया है। आरोपी को किया गिरफ्तार सिटी थाना पुलिस ने नाबालिग लड़की की मां के बयान पर BNS की धाराओं 137 (2), 96 के तहत आरोपी चंदन के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। वहीं सिटी थाना SHO संजीवन जस्वाल ने बताया कि पुलिस टीम ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर नाबालिग लड़की को राउंड अप कर लिया है। उन्होंने बताया कि आरोपी चंदन को भी काबू कर लिया गया है। आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा।