मोहाली में डेढ़ करोड़ रुपए के कटे ट्रैफिक चालान:चंडीगढ़ की तर्ज पर लगे कैमरे, हेलमेट और रेड लाइट जंप करना पड़ रहा भारी

मोहाली में डेढ़ करोड़ रुपए के कटे ट्रैफिक चालान:चंडीगढ़ की तर्ज पर लगे कैमरे, हेलमेट और रेड लाइट जंप करना पड़ रहा भारी

मोहाली शहर में सरकार ने चंडीगढ़ की तरह सड़क हादसों पर ब्रेक लगाने और अपराधियों से निपटने के लिए सिटी सर्विलांस और ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम शुरू किया है। लेकिन यह सिस्टम अब लोगों की जेब पर भारी पड़ रहा है। हालात यह है एक सप्ताह में ट्रैफिक नियमों का पालन न करने वाले लोगों के डेढ़ करोड़ के ई चालान कट गए। हेलमेट न पहनने वाली महिलाओं के चालान भी काटे गए हैं। अगर स्थिति ऐसी ही रहती है तो एक साल में मोहाली नगर निगम को प्रॉपर्टी टैक्स से होने वाली 33 करोड़ की कमाई से ज्यादा (36 करोड़) पुलिस ई-चालान से ही कमा लेगी। हालांकि, सीएम भगवंत मान खुद कह चुके है कि उनकी कोशिश लोगों की कीमती जान बचाना है, लोगों के चालान काटना नहीं है। 17 जगह पर लगे 351 कैमरे पुलिस के मुताबिक, एक सप्ताह में 13 हजार से अधिक लोगों ने ट्रैफिक नियम तोड़े हैं। यदि इनके चालान की वेल्यू तय की जाए तो यह करीब डेढ़ करोड़ की रकम बनती है। यह चालान विभिन्न आरोप में काटे गए हैं। अधिकतर चालान जेब्रा क्रॉसिंग का पालन न करना, रेड लाइट जंप, गाड़ी ड्राइव करते हुए मोबाइल प्रयोग करना व हेलमेट ना पहनना शामिल है। पुलिस के मुताबिक, 17 जगह अति हाइटेक 351 कैमरे लगाए गए हैं। जबकि पुलिस की टीमें फिजिकल रूप में चालान भी काट रही है। वह नंबर प्लेट पर फोकस कर रही है। जिन गाड़ियों पर नंबर प्लेट नहीं लगे है, उन्हें जब्त किया जा रहा है। हेलमेट न पहनने वाली महिलाओं के चालान भले ही पंजाब में महिलाओं के हेलमेट न पहनने पर चालान नहीं होता है, लेकिन मोहाली सिटी में लगे कैमरों में केवल सिख महिलाएं (जो कि दुमाला पहनती है) उनके चालान नहीं कट रहे हैं। जबकि अन्य सभी महिलाओं के चालान कट रहे हैं। पुलिस का कहना है कि उनकी तरफ से इस बारे में अपने सोशल मीडिया अकाउंट से जागरूक किया जा रहा है। पुलिस की ट्रैफिक एजुकेशन सेल की तरफ से सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों व कॉलेजों में जागरूकता प्रोग्राम करवाए जा रहे हैं। आधा वेतन चला गया चालान में पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जैसे ही ई-चालान कटता है तो गाड़ी मालिक के फोन पर पहले ही मैसेज चला जाता है। अधिकारियों के मुताबिक, उनके पास कई लोगों ऐसे पहुंच रहे हैं। जो कि दलील दे रहे हैं सात दिन में उनको मिलने वाली कुल सेलरी की आधी रकम चालान में चली जाएगी। उनको अपने परिवार चलाना भी मुश्किल हो जाएगा। ट्रायल में 2.14 लाख ने तोड़े नियम पंजाब पुलिस की तरफ से जब यह सिस्टम शुरू किया गया था तो इसका एक हफ्ते के लिए ट्रायल किया गया था। इसमें सामने आया था कि मोहाली में 34 लाख वाहन दाखिल हुए। इसमें 2.14 लाख लोगों ने नियम तोड़े हैं। वहीं, मोहाली में चालान अधिक होने की कई वजह है। एक तो यह है मोहाली से होकर ही दिल्ली की तरफ ट्रैफिक निकलता है। दूसरा सारे बड़े अस्पताल मोहाली में है। ऐसे में अधिकतर बाहरी लोग यहां आते जाते रहते हैं। जिन्हें इस बारे में जानकारी नहीं होती है। मोहाली शहर में सरकार ने चंडीगढ़ की तरह सड़क हादसों पर ब्रेक लगाने और अपराधियों से निपटने के लिए सिटी सर्विलांस और ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम शुरू किया है। लेकिन यह सिस्टम अब लोगों की जेब पर भारी पड़ रहा है। हालात यह है एक सप्ताह में ट्रैफिक नियमों का पालन न करने वाले लोगों के डेढ़ करोड़ के ई चालान कट गए। हेलमेट न पहनने वाली महिलाओं के चालान भी काटे गए हैं। अगर स्थिति ऐसी ही रहती है तो एक साल में मोहाली नगर निगम को प्रॉपर्टी टैक्स से होने वाली 33 करोड़ की कमाई से ज्यादा (36 करोड़) पुलिस ई-चालान से ही कमा लेगी। हालांकि, सीएम भगवंत मान खुद कह चुके है कि उनकी कोशिश लोगों की कीमती जान बचाना है, लोगों के चालान काटना नहीं है। 17 जगह पर लगे 351 कैमरे पुलिस के मुताबिक, एक सप्ताह में 13 हजार से अधिक लोगों ने ट्रैफिक नियम तोड़े हैं। यदि इनके चालान की वेल्यू तय की जाए तो यह करीब डेढ़ करोड़ की रकम बनती है। यह चालान विभिन्न आरोप में काटे गए हैं। अधिकतर चालान जेब्रा क्रॉसिंग का पालन न करना, रेड लाइट जंप, गाड़ी ड्राइव करते हुए मोबाइल प्रयोग करना व हेलमेट ना पहनना शामिल है। पुलिस के मुताबिक, 17 जगह अति हाइटेक 351 कैमरे लगाए गए हैं। जबकि पुलिस की टीमें फिजिकल रूप में चालान भी काट रही है। वह नंबर प्लेट पर फोकस कर रही है। जिन गाड़ियों पर नंबर प्लेट नहीं लगे है, उन्हें जब्त किया जा रहा है। हेलमेट न पहनने वाली महिलाओं के चालान भले ही पंजाब में महिलाओं के हेलमेट न पहनने पर चालान नहीं होता है, लेकिन मोहाली सिटी में लगे कैमरों में केवल सिख महिलाएं (जो कि दुमाला पहनती है) उनके चालान नहीं कट रहे हैं। जबकि अन्य सभी महिलाओं के चालान कट रहे हैं। पुलिस का कहना है कि उनकी तरफ से इस बारे में अपने सोशल मीडिया अकाउंट से जागरूक किया जा रहा है। पुलिस की ट्रैफिक एजुकेशन सेल की तरफ से सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों व कॉलेजों में जागरूकता प्रोग्राम करवाए जा रहे हैं। आधा वेतन चला गया चालान में पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जैसे ही ई-चालान कटता है तो गाड़ी मालिक के फोन पर पहले ही मैसेज चला जाता है। अधिकारियों के मुताबिक, उनके पास कई लोगों ऐसे पहुंच रहे हैं। जो कि दलील दे रहे हैं सात दिन में उनको मिलने वाली कुल सेलरी की आधी रकम चालान में चली जाएगी। उनको अपने परिवार चलाना भी मुश्किल हो जाएगा। ट्रायल में 2.14 लाख ने तोड़े नियम पंजाब पुलिस की तरफ से जब यह सिस्टम शुरू किया गया था तो इसका एक हफ्ते के लिए ट्रायल किया गया था। इसमें सामने आया था कि मोहाली में 34 लाख वाहन दाखिल हुए। इसमें 2.14 लाख लोगों ने नियम तोड़े हैं। वहीं, मोहाली में चालान अधिक होने की कई वजह है। एक तो यह है मोहाली से होकर ही दिल्ली की तरफ ट्रैफिक निकलता है। दूसरा सारे बड़े अस्पताल मोहाली में है। ऐसे में अधिकतर बाहरी लोग यहां आते जाते रहते हैं। जिन्हें इस बारे में जानकारी नहीं होती है।   पंजाब | दैनिक भास्कर