आसाराम के गुर्गे हमारा मर्डर करने घूम रहे:रेप पीड़िता के पिता बोले- 400 करोड़ तक का ऑफर मिला; 3 गवाहों की हत्या हुई

आसाराम के गुर्गे हमारा मर्डर करने घूम रहे:रेप पीड़िता के पिता बोले- 400 करोड़ तक का ऑफर मिला; 3 गवाहों की हत्या हुई

आसाराम को बेल गलत मिली है। उसको कोई बीमारी नहीं। वो जोधपुर से उज्जैन, सूरत, इंदौर जा रहा है। हजारों किलोमीटर का सफर कर रहा है। क्या बीमार आदमी इतना सफर कर सकता है? कोर्ट की शर्तों का उल्लंघन करके वो अपने फॉलोअर्स से मिल रहा। सत्संग कर रहा है। हम परमानेंट बेल के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करने जा रहे हैं। यह कहना है, आसाराम की दरिंदगी की शिकार बेटी के पिता का। वो ऑफ कैमरा कहते हैं- जो इंसान मुझे मैनेज करने के लिए 400 करोड़ रुपए का ऑफर दे सकता है, वो मुझे मरवाने के लिए क्या नहीं कर सकता? उसके गुर्गे इसी शहर में घूम रहे हैं। मेरा परिवार घर में कैद है। हम कहीं जा नहीं सकते। अपना दर्द बताते हुए पीड़ित पिता की आंखों में आंसू छलक आते हैं। इसी रेप केस में उम्रकैद की सजा पाया आसाराम बापू 31 मार्च, 2025 तक अंतरिम बेल पर है। इससे रेप पीड़िता का पूरा परिवार दहशत में है। इस मामले में देशभर में गवाहों पर हमले हुए हैं। 3 गवाहों की हत्या हो चुकी है, जबकि एक अभी लापता हैं। इसलिए परिवार अब भी डरा है। दैनिक भास्कर की टीम इस परिवार से मिलने यूपी के जिला शाहजहांपुर में पहुंचा। हमने इस परिवार की पीड़ा जानी। पढ़िए रेप पीड़िता के घर से रिपोर्ट… सबसे पहले पूरा मामला समझिए भूत-प्रेत का साया बताकर लड़की से आश्रम में रेप किया
यूपी के जिला शाहजहांपुर में रहने वाला एक परिवार आसाराम का अनुयायी था। परिवार की नाबालिग लड़की आसाराम के छिंदवाड़ा (मध्यप्रदेश) स्थित आश्रम में 12वीं की पढ़ाई कर रही थी। साल-2013 की बात है। एक दिन लड़की क्लास में बेहोश हो गई। बाबा के साधक ने उस पर भूत-प्रेत का साया बताया और कहा कि इसका इलाज आसाराम बापू ही करेंगे। इसके बाद 14 अगस्त, 2013 को लड़की को छिंदवाड़ा से करीब 1 हजार किलोमीटर दूर जोधपुर के मनई आश्रम में ले जाया गया। 15 अगस्त, 2013 की रात कुटिया में रसोइया एक गिलास दूध लेकर आया। इसके बाद आसाराम ने लड़की से रेप किया। इस वारदात के 5 दिन बाद यानी 20 अगस्त, 2013 को पीड़ित लड़की ने दिल्ली पुलिस में FIR दर्ज कराई। इसमें पीड़ित लड़की ने बताया कि आसाराम ने उससे ओरल सेक्स करने को कहा और गलत तरीके से भी छुआ। दिल्ली के निर्भया रेप केस की वजह से उस वक्त तक रेप-छेड़खानी के नए कानून लागू हो चुके थे। इसलिए आसाराम पर नए कानून के तहत कठोर धाराएं लगीं। 31 मार्च, 2013 को इस मामले में आसाराम गिरफ्तार हो गया। 25 अप्रैल, 2018 को जोधपुर की अदालत ने इस मामले में दोषी आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। तभी से आसाराम सेंट्रल जेल जोधपुर में बंद है। इतने साल में आसाराम पहली बार पैरोल पर बाहर आया है। 7 जनवरी, 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल बेस पर उसको 31 मार्च, 2025 तक जमानत दी है। अब बात पीड़ित परिवार की पुलिस ने बढ़ाई परिवार की सुरक्षा, CCTV से नजर
शाहजहांपुर में जिस लड़की से रेप हुआ, उसकी उम्र अब 27 साल है। वह 15 महीने के एक बच्चे की मां है। उसका एक भाई ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा है। दूसरा भाई पिता के साथ कारोबार संभाले है। पीड़िता की मां पिछले 12 साल से घर में ही पड़ी रहती हैं। वो घर के बाहर कदम भी नहीं रखतीं। घर के बाहर हर वक्त 6 पुलिस वाले हथियारों से लैस होकर सुरक्षा में तैनात रहते हैं। इसमें 2 गनर पीड़ित पिता के साथ हर वक्त रहते हैं, जबकि 4 सुरक्षाकर्मी घर के बाहर बैठते हैं। घर के बाहर और आसपास CCTV लगे हुए हैं। इन कैमरों की फीड पुलिस के पास भी है। पुलिस दफ्तर में बैठे-बैठे घर के बाहर की गतिविधियों पर नजर रखती है। 7 जनवरी, 2025 को जब सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम को जमानत दी, तब शाहजहांपुर के SP सिटी और CO सिटी सिक्योरिटी का रिव्यू करने पीड़िता के घर पहुंचे। CCTV भी देखे। उन्होंने सुरक्षा में 2 जवान और बढ़ा दिए हैं। पिता बोले- आसाराम को कोई बीमारी नहीं, डॉक्टरों से झूठी रिपोर्ट बनवाई
घर के बाहर बने केबिन में हमें पीड़ित लड़की के पिता बैठे मिले। ये केबिन काले रंग के शीशों से कैद था, ताकि अंदर का नजारा किसी को न दिखे। बगल में UP पुलिस के दो गनर बैठे थे। हमने सीधा सवाल किया- आसाराम को बेल मिल गई, इस पर क्या कहेंगे? इस पर पीड़ित पिता बोले- इसको बेल गलत मिली है। इसको कोई बीमारी नहीं। डॉक्टरों को इसने प्रभावित करके लिखवा रखा है। अगर इसे बीमारी होती तो उस बीमारी की दवा खाता। जब जेल में था, तो व्हीलचेयर पर चलता था। अब ये पैदल क्यों घूम रहा है? जोधपुर से उज्जैन, इंदौर गया। सैकड़ों-हजारों किलोमीटर का ये सफर कर रहा है। क्या बीमार आदमी इतना सफर कर सकता है? अगर इसे हार्ट की प्रॉब्लम होती तो एंजियोग्राफी करवाता, बाइपास सर्जरी करवाता। वास्तविकता ये है कि इसे कोई बीमारी नहीं, इसलिए ये कुछ नहीं कराता। पीड़ित पिता कहते हैं- आसाराम एलोपैथी दवाएं भी नहीं खाता। कहता है कि मैं सिर्फ आयुर्वेदिक दवाएं खाऊंगा। असल बात यही है कि इसे कोई बीमारी नहीं। ये झूठ बोलता है। इसने अपने हिसाब से मेडिकल रिपोर्ट बनवा रखी है। उसी के आधार पर इसको बेल मिल गई है। अब ये परमानेंट बेल पाने की तैयारी कर रहा है, जिस पर 20 मार्च को जोधपुर हाईकोर्ट में सुनवाई है। 12 साल से पत्नी घर से बाहर नहीं निकलीं
हमने पूछा- आसाराम बेल पर बाहर है, सुरक्षा को लेकर कैसा महसूस करते हैं? इस पर पीड़ित पिता कहते हैं- इसके (आसाराम) गुर्गे घूमते रहते हैं कि कब मौका मिले और हमारा मर्डर कर दें। जिस दिन आसाराम को बेल मिली, उसी दिन हम पुलिस अफसरों से मिले। उन्होंने मेरी सुरक्षा बढ़ा दी है। फिर भी हम एहतियात बरतते हैं। बाहर नहीं जाते, घर पर ही रहते हैं। रिश्तेदारियों में भी आना-जाना बंद कर रखा है। इस घटना को 12 साल हो गए हैं। हमारी पत्नी घर से बाहर नहीं निकलतीं। वो पड़ोसी, रिश्तेदारों से मिलने तक नहीं जातीं। हम कई बार पत्नी से कहते हैं कि चलो चलते हैं, लेकिन वो मना कर देती हैं। कहती हैं कि आप चले जाओ। होली, दिवाली, शादी या कुछ भी हो, मेरी पत्नी घर से बाहर नहीं निकलतीं। शायद उन्हें लगता है कि अगर सामने वाला कोई शख्स बिटिया के केस में कुछ पूछ लेगा, तो वो क्या जवाब दे पाएंगी। इस केस से बेटी की मां खुद को अपमानित समझती हैं। हम आसाराम को भगवान मानते थे, आरती उतारते थे
पीड़ित लड़की के पिता ने बताया- हम जब आसाराम के फॉलोअर थे, उसको भगवान की तरह मानते थे। सुबह-शाम इसकी आरती करते थे। मंदिर में भगवान की फोटो न लगाकर, इसकी फोटो लगा रखी थी। सोचते थे कि हम इसकी पूजा कर रहे, तो भगवान की ही पूजा कर रहे हैं। हमने आसाराम के लिए शाहजहांपुर में अपनी 7 बीघा जमीन दी और उस पर आश्रम भी बनवाया। 2010 के दशक में अपनी कमाई का 10वां हिस्सा हर महीने मैं आसाराम को एक लिफाफे में बंद करके पहुंचाता था। हमें लगता था कि हम ईश्वरीय कार्य कर रहे हैं। सेटलमेंट के लिए ऑफर बढ़ते गए, मेरा भरोसा टूटा है, इसलिए लड़कर आसाराम को सजा दिलाई
पीड़िता के पिता ने बताया- केस ट्रायल के दौरान कोर्ट में जब मेरे और पत्नी के बयान दर्ज हो गए, तो आसाराम की तरफ से हम पर केस वापस लेने का दबाव आया। शुरुआत में 30 करोड़ रुपए का ऑफर आया। 3 दिन बाद ये पैसा बढ़कर 90 करोड़ हो गया। फिर शाहजहांपुर में रहने वाले एक कारोबारी ने कहा कि मेरे पास 250 करोड़ रुपए आ गए हैं। आपके घर पैसे भिजवा देता हूं। बस आप कोर्ट में बयान मुकर जाना। मैंने उस कारोबारी को जवाब दिया कि अगर ऐसा आपकी बेटी के साथ होता, तब आप क्या करते? सबसे आखिर में आसाराम के सबसे खास सलाहकार ने मुझे 400 करोड़ रुपए का ऑफर दिया। कहा कि आपकी बेटी की शादी विदेश में करा देंगे। विदेश में ही आपके नाम प्रॉपर्टी खरीद देंगे। पूरा परिवार वहीं सेटल हो जाना। बस बयान बदल दीजिए। मैंने साफ मना कर दिया। मेरा भरोसा टूटा है। हमने आसाराम को भगवान माना था। इसलिए मैंने उसे सजा दिलाने के लिए आखिर तक लड़ाई लड़ी है। ——————————- यह खबर भी पढ़ें UP में डेढ़ से 5 लाख में बिक रहीं लड़कियां, शरीर की बनावट से लगते हैं रेट, दलाल पाकिस्तान बॉर्डर तक करा रहे शादियां UP के सोनभद्र, मिर्जापुर समेत कई जिलों में शादी के लिए नाबालिग लड़कियों का सौदा करने वाले दलालों ने यह बात कही। दलाल पश्चिम UP से लेकर हरियाणा-राजस्थान और पाकिस्तान बॉर्डर तक के अधेड़ों की रुपए लेकर शादी करा रहे हैं। दैनिक भास्कर की टीम ने 20 दिन तक इसका इन्वेस्टिगेशन किया। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… आसाराम को बेल गलत मिली है। उसको कोई बीमारी नहीं। वो जोधपुर से उज्जैन, सूरत, इंदौर जा रहा है। हजारों किलोमीटर का सफर कर रहा है। क्या बीमार आदमी इतना सफर कर सकता है? कोर्ट की शर्तों का उल्लंघन करके वो अपने फॉलोअर्स से मिल रहा। सत्संग कर रहा है। हम परमानेंट बेल के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करने जा रहे हैं। यह कहना है, आसाराम की दरिंदगी की शिकार बेटी के पिता का। वो ऑफ कैमरा कहते हैं- जो इंसान मुझे मैनेज करने के लिए 400 करोड़ रुपए का ऑफर दे सकता है, वो मुझे मरवाने के लिए क्या नहीं कर सकता? उसके गुर्गे इसी शहर में घूम रहे हैं। मेरा परिवार घर में कैद है। हम कहीं जा नहीं सकते। अपना दर्द बताते हुए पीड़ित पिता की आंखों में आंसू छलक आते हैं। इसी रेप केस में उम्रकैद की सजा पाया आसाराम बापू 31 मार्च, 2025 तक अंतरिम बेल पर है। इससे रेप पीड़िता का पूरा परिवार दहशत में है। इस मामले में देशभर में गवाहों पर हमले हुए हैं। 3 गवाहों की हत्या हो चुकी है, जबकि एक अभी लापता हैं। इसलिए परिवार अब भी डरा है। दैनिक भास्कर की टीम इस परिवार से मिलने यूपी के जिला शाहजहांपुर में पहुंचा। हमने इस परिवार की पीड़ा जानी। पढ़िए रेप पीड़िता के घर से रिपोर्ट… सबसे पहले पूरा मामला समझिए भूत-प्रेत का साया बताकर लड़की से आश्रम में रेप किया
यूपी के जिला शाहजहांपुर में रहने वाला एक परिवार आसाराम का अनुयायी था। परिवार की नाबालिग लड़की आसाराम के छिंदवाड़ा (मध्यप्रदेश) स्थित आश्रम में 12वीं की पढ़ाई कर रही थी। साल-2013 की बात है। एक दिन लड़की क्लास में बेहोश हो गई। बाबा के साधक ने उस पर भूत-प्रेत का साया बताया और कहा कि इसका इलाज आसाराम बापू ही करेंगे। इसके बाद 14 अगस्त, 2013 को लड़की को छिंदवाड़ा से करीब 1 हजार किलोमीटर दूर जोधपुर के मनई आश्रम में ले जाया गया। 15 अगस्त, 2013 की रात कुटिया में रसोइया एक गिलास दूध लेकर आया। इसके बाद आसाराम ने लड़की से रेप किया। इस वारदात के 5 दिन बाद यानी 20 अगस्त, 2013 को पीड़ित लड़की ने दिल्ली पुलिस में FIR दर्ज कराई। इसमें पीड़ित लड़की ने बताया कि आसाराम ने उससे ओरल सेक्स करने को कहा और गलत तरीके से भी छुआ। दिल्ली के निर्भया रेप केस की वजह से उस वक्त तक रेप-छेड़खानी के नए कानून लागू हो चुके थे। इसलिए आसाराम पर नए कानून के तहत कठोर धाराएं लगीं। 31 मार्च, 2013 को इस मामले में आसाराम गिरफ्तार हो गया। 25 अप्रैल, 2018 को जोधपुर की अदालत ने इस मामले में दोषी आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। तभी से आसाराम सेंट्रल जेल जोधपुर में बंद है। इतने साल में आसाराम पहली बार पैरोल पर बाहर आया है। 7 जनवरी, 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल बेस पर उसको 31 मार्च, 2025 तक जमानत दी है। अब बात पीड़ित परिवार की पुलिस ने बढ़ाई परिवार की सुरक्षा, CCTV से नजर
शाहजहांपुर में जिस लड़की से रेप हुआ, उसकी उम्र अब 27 साल है। वह 15 महीने के एक बच्चे की मां है। उसका एक भाई ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा है। दूसरा भाई पिता के साथ कारोबार संभाले है। पीड़िता की मां पिछले 12 साल से घर में ही पड़ी रहती हैं। वो घर के बाहर कदम भी नहीं रखतीं। घर के बाहर हर वक्त 6 पुलिस वाले हथियारों से लैस होकर सुरक्षा में तैनात रहते हैं। इसमें 2 गनर पीड़ित पिता के साथ हर वक्त रहते हैं, जबकि 4 सुरक्षाकर्मी घर के बाहर बैठते हैं। घर के बाहर और आसपास CCTV लगे हुए हैं। इन कैमरों की फीड पुलिस के पास भी है। पुलिस दफ्तर में बैठे-बैठे घर के बाहर की गतिविधियों पर नजर रखती है। 7 जनवरी, 2025 को जब सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम को जमानत दी, तब शाहजहांपुर के SP सिटी और CO सिटी सिक्योरिटी का रिव्यू करने पीड़िता के घर पहुंचे। CCTV भी देखे। उन्होंने सुरक्षा में 2 जवान और बढ़ा दिए हैं। पिता बोले- आसाराम को कोई बीमारी नहीं, डॉक्टरों से झूठी रिपोर्ट बनवाई
घर के बाहर बने केबिन में हमें पीड़ित लड़की के पिता बैठे मिले। ये केबिन काले रंग के शीशों से कैद था, ताकि अंदर का नजारा किसी को न दिखे। बगल में UP पुलिस के दो गनर बैठे थे। हमने सीधा सवाल किया- आसाराम को बेल मिल गई, इस पर क्या कहेंगे? इस पर पीड़ित पिता बोले- इसको बेल गलत मिली है। इसको कोई बीमारी नहीं। डॉक्टरों को इसने प्रभावित करके लिखवा रखा है। अगर इसे बीमारी होती तो उस बीमारी की दवा खाता। जब जेल में था, तो व्हीलचेयर पर चलता था। अब ये पैदल क्यों घूम रहा है? जोधपुर से उज्जैन, इंदौर गया। सैकड़ों-हजारों किलोमीटर का ये सफर कर रहा है। क्या बीमार आदमी इतना सफर कर सकता है? अगर इसे हार्ट की प्रॉब्लम होती तो एंजियोग्राफी करवाता, बाइपास सर्जरी करवाता। वास्तविकता ये है कि इसे कोई बीमारी नहीं, इसलिए ये कुछ नहीं कराता। पीड़ित पिता कहते हैं- आसाराम एलोपैथी दवाएं भी नहीं खाता। कहता है कि मैं सिर्फ आयुर्वेदिक दवाएं खाऊंगा। असल बात यही है कि इसे कोई बीमारी नहीं। ये झूठ बोलता है। इसने अपने हिसाब से मेडिकल रिपोर्ट बनवा रखी है। उसी के आधार पर इसको बेल मिल गई है। अब ये परमानेंट बेल पाने की तैयारी कर रहा है, जिस पर 20 मार्च को जोधपुर हाईकोर्ट में सुनवाई है। 12 साल से पत्नी घर से बाहर नहीं निकलीं
हमने पूछा- आसाराम बेल पर बाहर है, सुरक्षा को लेकर कैसा महसूस करते हैं? इस पर पीड़ित पिता कहते हैं- इसके (आसाराम) गुर्गे घूमते रहते हैं कि कब मौका मिले और हमारा मर्डर कर दें। जिस दिन आसाराम को बेल मिली, उसी दिन हम पुलिस अफसरों से मिले। उन्होंने मेरी सुरक्षा बढ़ा दी है। फिर भी हम एहतियात बरतते हैं। बाहर नहीं जाते, घर पर ही रहते हैं। रिश्तेदारियों में भी आना-जाना बंद कर रखा है। इस घटना को 12 साल हो गए हैं। हमारी पत्नी घर से बाहर नहीं निकलतीं। वो पड़ोसी, रिश्तेदारों से मिलने तक नहीं जातीं। हम कई बार पत्नी से कहते हैं कि चलो चलते हैं, लेकिन वो मना कर देती हैं। कहती हैं कि आप चले जाओ। होली, दिवाली, शादी या कुछ भी हो, मेरी पत्नी घर से बाहर नहीं निकलतीं। शायद उन्हें लगता है कि अगर सामने वाला कोई शख्स बिटिया के केस में कुछ पूछ लेगा, तो वो क्या जवाब दे पाएंगी। इस केस से बेटी की मां खुद को अपमानित समझती हैं। हम आसाराम को भगवान मानते थे, आरती उतारते थे
पीड़ित लड़की के पिता ने बताया- हम जब आसाराम के फॉलोअर थे, उसको भगवान की तरह मानते थे। सुबह-शाम इसकी आरती करते थे। मंदिर में भगवान की फोटो न लगाकर, इसकी फोटो लगा रखी थी। सोचते थे कि हम इसकी पूजा कर रहे, तो भगवान की ही पूजा कर रहे हैं। हमने आसाराम के लिए शाहजहांपुर में अपनी 7 बीघा जमीन दी और उस पर आश्रम भी बनवाया। 2010 के दशक में अपनी कमाई का 10वां हिस्सा हर महीने मैं आसाराम को एक लिफाफे में बंद करके पहुंचाता था। हमें लगता था कि हम ईश्वरीय कार्य कर रहे हैं। सेटलमेंट के लिए ऑफर बढ़ते गए, मेरा भरोसा टूटा है, इसलिए लड़कर आसाराम को सजा दिलाई
पीड़िता के पिता ने बताया- केस ट्रायल के दौरान कोर्ट में जब मेरे और पत्नी के बयान दर्ज हो गए, तो आसाराम की तरफ से हम पर केस वापस लेने का दबाव आया। शुरुआत में 30 करोड़ रुपए का ऑफर आया। 3 दिन बाद ये पैसा बढ़कर 90 करोड़ हो गया। फिर शाहजहांपुर में रहने वाले एक कारोबारी ने कहा कि मेरे पास 250 करोड़ रुपए आ गए हैं। आपके घर पैसे भिजवा देता हूं। बस आप कोर्ट में बयान मुकर जाना। मैंने उस कारोबारी को जवाब दिया कि अगर ऐसा आपकी बेटी के साथ होता, तब आप क्या करते? सबसे आखिर में आसाराम के सबसे खास सलाहकार ने मुझे 400 करोड़ रुपए का ऑफर दिया। कहा कि आपकी बेटी की शादी विदेश में करा देंगे। विदेश में ही आपके नाम प्रॉपर्टी खरीद देंगे। पूरा परिवार वहीं सेटल हो जाना। बस बयान बदल दीजिए। मैंने साफ मना कर दिया। मेरा भरोसा टूटा है। हमने आसाराम को भगवान माना था। इसलिए मैंने उसे सजा दिलाने के लिए आखिर तक लड़ाई लड़ी है। ——————————- यह खबर भी पढ़ें UP में डेढ़ से 5 लाख में बिक रहीं लड़कियां, शरीर की बनावट से लगते हैं रेट, दलाल पाकिस्तान बॉर्डर तक करा रहे शादियां UP के सोनभद्र, मिर्जापुर समेत कई जिलों में शादी के लिए नाबालिग लड़कियों का सौदा करने वाले दलालों ने यह बात कही। दलाल पश्चिम UP से लेकर हरियाणा-राजस्थान और पाकिस्तान बॉर्डर तक के अधेड़ों की रुपए लेकर शादी करा रहे हैं। दैनिक भास्कर की टीम ने 20 दिन तक इसका इन्वेस्टिगेशन किया। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर