हिमाचल में एक IAS मुख्य सचिव की रेस से बाहर:3 सीनियर ब्यूरोक्रेट में मुकाबला; रेरा चेयरमैन भी लगेगा, बजट सत्र के बाद ताजपोशी

हिमाचल में एक IAS मुख्य सचिव की रेस से बाहर:3 सीनियर ब्यूरोक्रेट में मुकाबला; रेरा चेयरमैन भी लगेगा, बजट सत्र के बाद ताजपोशी

हिमाचल प्रदेश में बजट सत्र खत्म होने ही नए मुख्य सचिव (CS) की तैनाती होगी। वर्तमान CS प्रबोध सक्सेना 31 मार्च को रिटायर हो रहे हैं। इसलिए अफसरशाही के नए मुखिया के लिए लॉबिंग भी तेज हो गई है। नए CS की रेस में अब तीन नाम माने जा रहे हैं। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चल रही 1994 बैच की IAS अनुराधा ठाकुर अब CS की रेस से बाहर मानी जा रही हैं। केंद्र में अनुराधा को सचिव रैंक और एक साल का एक्सटेंशन मिला है। ऐसे में मुख्यमंत्री सुक्खू अब तीन सीनियर IAS में से किसी एक की ताजपोशी कर सकते हैं। ये 3 IAS दौड़ में
सीनियोरिटी को नजरअंदाज नहीं किया गया तो 1988 बैच के सबसे सीनियर IAS संजय गुप्ता को नया चीफ सेक्रेटरी बनाया जा सकता है। हालांकि गुप्ता पहले भी दो बार इग्नोर किए जा चुके हैं। पूर्व की जयराम सरकार ने संजय गुप्ता की सिनियोरिटी को दर-किनार करते हुए आरडी धीमान को CS बनाया था। संजय गुप्ता की दावेदारी की वजह
इसके बाद राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ। मुख्यमंत्री सुक्खू ने भी संजय गुप्ता को वरिष्ठता को तरजीह नहीं दी और आरडी धीमान की रिटायरमेंट के बाद 1990 बैच के प्रबोध सक्सेना को मुख्य सचिव बनाया। अब सक्सेना रिटायर हो रहे हैं। इसलिए संजय गुप्ता को एक बार फिर से चीफ सेक्रेटरी बनने की आस है। संजय गुप्ता 31 मई 2026 को रिटायर होंगे। दिल्ली से शिमला लौटने से पहले CM से मुलाकात के मायने
सीनियोरिटी में दूसरे नंबर पर 1993 बैच के कमलेश कुमार पंत है। बीते साल तक वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में थे। मगर अगस्त 2024 में दिल्ली स्थित हिमाचल भवन में मुख्यमंत्री सुक्खू से मुलाकात के बाद ही वह हिमाचल लौटे हैं। उनकी मुलाकात के बाद चर्चा रही कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने पंत को अगला मुख्य सचिव बनाने भरोसा देकर हिमाचल वापस लाया है। इस वजह से उनकी भी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। केके पंत 31 दिसंबर 2030 को रिटायर होंगे। ओंकार के लिए लोकल का नारा
चीफ सेक्रेटरी के लिए तीसरा नाम 1994 बैच के ओंकार चंद शर्मा का है। हालांकि सीनियोरिटी में ओंकार तीसरे नंबर है। उन्होंने अपनी पोस्टिंग से लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव बनने तक लगभग 30 साल तक हिमाचल में ही सेवाएं दी है। हिमाचली होने और बेदाग छवि की वजह से ओंकार शर्मा के चीफ सेक्रेटरी बनने की खूब चर्चाएं है। सोशल मीडिया में भी कुछ लोग धरती पुत्र का नारा देकर ओंकार शर्मा को चीफ सेक्रेटरी बनाने की मांग करते रहे हैं। जब प्रबोध सक्सेना को CS बनाया गया था उस दौरान भी ओंकार के लिए धरती पुत्र का नारा लगा था। रेरा चेयरमैन को भी बड़ी लॉबिंग
हिमाचल में नए चीफ सेक्रेटरी के साथ साथ रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) चेयरमैन के लिए भी जबरदस्त लॉबिंग चल रही है। मौजूदा मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना और पूर्व मुख्य सचिव एवं मुख्य सूचना आयुक्त आरडी धीमान ने रेरा चेयरमैन के लिए आवेदन कर रखा है। इनका चयन चीफ जस्टिस की अध्यक्षता में गठित कमेटी करती है। यह कमेटी बीते 10 और 11 मार्च को रेरा चेयरमैन के दावेदारों के इंटरव्यू कर चुकी है। इसके बाद चीफ जस्टिस कमेटी ने सीलबंद लिफाफे में रेरा चेयरमैन के लिए नाम मुख्यमंत्री को भेज दिए है। अब सरकार की ओर से रेर चेयरमैन को लेकर अधिसूचना जारी की जानी बाकी है। अफसरशाही में भी बड़ा बदलाव होगा
प्रदेश में विधानसभा का बजट सत्र 28 मार्च को खत्म हो रहा है। लिहाजा 31 मार्च से पहले रेरा चेयरमैन की भी ताजपोशी होनी है और नए मुख्य सचिव की भी तैनाती की जानी है। मुख्य सचिव बदलने के बाद अफसरशाही में भी बड़े स्तर पर बदलाव होगा। हिमाचल प्रदेश में बजट सत्र खत्म होने ही नए मुख्य सचिव (CS) की तैनाती होगी। वर्तमान CS प्रबोध सक्सेना 31 मार्च को रिटायर हो रहे हैं। इसलिए अफसरशाही के नए मुखिया के लिए लॉबिंग भी तेज हो गई है। नए CS की रेस में अब तीन नाम माने जा रहे हैं। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चल रही 1994 बैच की IAS अनुराधा ठाकुर अब CS की रेस से बाहर मानी जा रही हैं। केंद्र में अनुराधा को सचिव रैंक और एक साल का एक्सटेंशन मिला है। ऐसे में मुख्यमंत्री सुक्खू अब तीन सीनियर IAS में से किसी एक की ताजपोशी कर सकते हैं। ये 3 IAS दौड़ में
सीनियोरिटी को नजरअंदाज नहीं किया गया तो 1988 बैच के सबसे सीनियर IAS संजय गुप्ता को नया चीफ सेक्रेटरी बनाया जा सकता है। हालांकि गुप्ता पहले भी दो बार इग्नोर किए जा चुके हैं। पूर्व की जयराम सरकार ने संजय गुप्ता की सिनियोरिटी को दर-किनार करते हुए आरडी धीमान को CS बनाया था। संजय गुप्ता की दावेदारी की वजह
इसके बाद राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ। मुख्यमंत्री सुक्खू ने भी संजय गुप्ता को वरिष्ठता को तरजीह नहीं दी और आरडी धीमान की रिटायरमेंट के बाद 1990 बैच के प्रबोध सक्सेना को मुख्य सचिव बनाया। अब सक्सेना रिटायर हो रहे हैं। इसलिए संजय गुप्ता को एक बार फिर से चीफ सेक्रेटरी बनने की आस है। संजय गुप्ता 31 मई 2026 को रिटायर होंगे। दिल्ली से शिमला लौटने से पहले CM से मुलाकात के मायने
सीनियोरिटी में दूसरे नंबर पर 1993 बैच के कमलेश कुमार पंत है। बीते साल तक वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में थे। मगर अगस्त 2024 में दिल्ली स्थित हिमाचल भवन में मुख्यमंत्री सुक्खू से मुलाकात के बाद ही वह हिमाचल लौटे हैं। उनकी मुलाकात के बाद चर्चा रही कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने पंत को अगला मुख्य सचिव बनाने भरोसा देकर हिमाचल वापस लाया है। इस वजह से उनकी भी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। केके पंत 31 दिसंबर 2030 को रिटायर होंगे। ओंकार के लिए लोकल का नारा
चीफ सेक्रेटरी के लिए तीसरा नाम 1994 बैच के ओंकार चंद शर्मा का है। हालांकि सीनियोरिटी में ओंकार तीसरे नंबर है। उन्होंने अपनी पोस्टिंग से लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव बनने तक लगभग 30 साल तक हिमाचल में ही सेवाएं दी है। हिमाचली होने और बेदाग छवि की वजह से ओंकार शर्मा के चीफ सेक्रेटरी बनने की खूब चर्चाएं है। सोशल मीडिया में भी कुछ लोग धरती पुत्र का नारा देकर ओंकार शर्मा को चीफ सेक्रेटरी बनाने की मांग करते रहे हैं। जब प्रबोध सक्सेना को CS बनाया गया था उस दौरान भी ओंकार के लिए धरती पुत्र का नारा लगा था। रेरा चेयरमैन को भी बड़ी लॉबिंग
हिमाचल में नए चीफ सेक्रेटरी के साथ साथ रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) चेयरमैन के लिए भी जबरदस्त लॉबिंग चल रही है। मौजूदा मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना और पूर्व मुख्य सचिव एवं मुख्य सूचना आयुक्त आरडी धीमान ने रेरा चेयरमैन के लिए आवेदन कर रखा है। इनका चयन चीफ जस्टिस की अध्यक्षता में गठित कमेटी करती है। यह कमेटी बीते 10 और 11 मार्च को रेरा चेयरमैन के दावेदारों के इंटरव्यू कर चुकी है। इसके बाद चीफ जस्टिस कमेटी ने सीलबंद लिफाफे में रेरा चेयरमैन के लिए नाम मुख्यमंत्री को भेज दिए है। अब सरकार की ओर से रेर चेयरमैन को लेकर अधिसूचना जारी की जानी बाकी है। अफसरशाही में भी बड़ा बदलाव होगा
प्रदेश में विधानसभा का बजट सत्र 28 मार्च को खत्म हो रहा है। लिहाजा 31 मार्च से पहले रेरा चेयरमैन की भी ताजपोशी होनी है और नए मुख्य सचिव की भी तैनाती की जानी है। मुख्य सचिव बदलने के बाद अफसरशाही में भी बड़े स्तर पर बदलाव होगा।   हिमाचल | दैनिक भास्कर