विधानसभा में BJP विधायक से भिड़े मंत्री का यू-टर्न:बोले- गौतम हमार आदरणीय; सदन में कहा था- लेन-देन साबित करो, राजनीति छोड़ दूंगा

विधानसभा में BJP विधायक से भिड़े मंत्री का यू-टर्न:बोले- गौतम हमार आदरणीय; सदन में कहा था- लेन-देन साबित करो, राजनीति छोड़ दूंगा

हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में बीजेपी विधायक राजकुमार गौतम से भिड़े मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने यू-टर्न ले लिया है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर सदन में हुई घटना पर खेद जताते हुए कहा है कि सफीदों विधायक रामकुमार गौतम हमारे आदरणीय हैं। उनका हमेशा सम्मान रहेगा। विधानसभा में बहस के बाद पहली बार कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने ये प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि हमने कभी किसी से झगड़ा नहीं किया है, बहुत ही ईमानदारी से काम किया है। कोई भी मेरी ईमानदारी पर ऊंगली नहीं उठा सकता। हमने जाति-पाति से उठकर काम किया है। मैं यही कहूंगा कि हमने कोई भी ऐसा काम नहीं किया है जिससे समाज की पगड़ी को नुकसान पहुंचा हो। उन्होंने फिर से राजकुमार गौतम को लेकर अपना बयान दोहराते हुए कहा, रामकुमार गौतम हमारे सम्मानीय है। हमारी पार्टी के विधायक हैं। हमेशा वह देश हरियाणा के बारे में सोचते हैं। आगे भी मैं उनका सम्मान करता रहूंगा। सदन में भिड़ गए थे बीजेपी के मंत्री और विधायक हरियाणा विधानसभा सत्र के तीसरे दिन BJP सरकार में जेल व पर्यटन मंत्री अरविंद शर्मा और जींद के सफीदों से BJP विधायक रामकुमार गौतम आपस में भिड़ गए थे। दोनों की बहस शुरू तो गोहाना की जलेबी की क्वालिटी से हुई, लेकिन बाद में तल्खी बढ़ती चली गई थी। मंत्री ने गौतम के गोबर पीने की बात कही तो इससे वह भड़क गए। उन्होंने कहा कि मंत्री ने कितने लोगों के रुपए मार लिए। मेरे रिश्तेदार से भी डेयरी फॉर्म के नाम पर 10 लाख लिए लेकिन वापस नहीं लौटाए। इससे गुस्साए मंत्री शर्मा ने चैलेंज किया कि विधायक मेरे ऊपर लेन-देन के आरोप साबित करें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। एक दिन पहले सफीदो विधायक दे चुके बयान होली के दिन सफीदो से बीजेपी विधायक रामकुमार गौतम भी इस मामले में प्रतिक्रिया दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि मेरा और डॉ अरविंद शर्मा का जो विवाद हुआ है उसको लेकर मुझे बहुत फोन आए हैं। मैं ये चाहता हूं कि आप कोई ऐसा काम न करें जिससे आपस का भाईचारा बिगड़े। हम पार्टी के अनुशासित सिपाही है, हमारा काम देश और लोगों की सेवा करता है। मैं दोबारा ऐसा आग्रह करता हूं कि आप ऐसा काम न करें जिससे हमारा भाईचारा खराब हो। भाजपा के मंत्री और MLA का पूरा विवाद, 6 पॉइंट्स में पढ़िए… 1. सदन में गोहाना की जलेबी की चली चर्चा विधानसभा में कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा ने गवर्नर के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए कहा, हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी की सरकार आने में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर और नायब सैनी का बहुत बड़ा योगदान है। नायब सैनी का जो पहला थोड़े टाइम का टर्म था, उस दौरान कुछ ऐसे फैसले उन्होंने लिए जिससे लोगों में पार्टी के प्रति विश्वास पैदा हुआ और लोग बीजेपी को तीसरी बार सत्ता में ले आए।शर्मा ने आगे कहा- हरियाणा के चुनाव में गोहाना की जलेबी का भी जिक्र हुआ, यह यहां ही नहीं रुका। ये चर्चा महाराष्ट्र पहुंची, फिर दिल्ली पहुंची और अभी ये रुकी नहीं है, ये चलती रहेगी। इस जलेबी से ऐसा माहौल बना है कि कोई दिल्ली की जलेबी खिला रहा है, यूपी की खिला रहा है, ये जलेबी का भाईचारा है, न जाने कहां जाकर रूकेगी। 2. स्पीकर बोले- मेरे मुंह में पानी आ गया मंत्री की बात सुनकर स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने कहा- आपने गोहाना की जलेबी का बार-बार नाम लेकर मुंह में पानी ला दिया, लेकिन ये नहीं बताया कि आप खिलाओगे कब। इस पर कैबिनेट मंत्री ने सदन में घोषणा की कि सोमवार को गोहाना की जलेबी पार्टी मेरी ओर से दी जाएगी। 3. MLA गौतम ने जलेबी की शुद्धता पर सवाल उठाए इस चर्चा के बीच सफीदों से भाजपा विधायक रामकुमार गौतम ने गोहाना की जलेबी की शुद्धता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा- गोहाना की अब जलेबी शुद्ध नहीं रहीं। अब देसी घी में नहीं डालडा में बनाई जाती हैं। इसके लिए उन्होंने एक दुकान की पूरी कहानी भी सुनाई। 4. मंत्री बोले- गौतम 10 किलो गोबर पी गए थे, कादियान बोले- गरिमा बनाकर रखो इसके जवाब में कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा ने कहा- ये पता नहीं किस किस दुकान पर चले जाते हैं। ये जलेबी मुख्यमंत्री ने उतारी थीं। इनके बारे में कई चर्चाएं हो रही हैं, ये तो शर्त लगाकर दस किलो गोबर तक पी गए थे। भाजपा के मंत्री और विधायक के बीच हो रही इस बहस में कांग्रेस विधायक रघुवीर कादियान भी कूद पड़े। उन्होंने कहा- इस सदन की गरिमा को बनाए रखें। इतना मत ढील छोड़ो कि ये हाल हो जाए। 5. गौतम बोले- मेरे रिश्तेदारों के पैसे मार गया इसके बाद सदन में फिर से रामकुमार गौतम बोले- इस डॉक्टर ने तो सैकड़ों लोगों के साथ फ्रॉड किया है, कितने लोगों के पैसे खा गया पंप दिलवाने के नाम पर, न जाने कितनों के पैसे लेकर मार गया, मेरे रिश्तेदार के भी डेयरी फॉर्म के 10 लाख रुपए लिए थे, लेकिन वह नहीं दिए। इसके बाद कांग्रेस के विधायक रघुवीर सिंह कादियान ने आपत्ति जताई। इस पर स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने कहा कि इसे रिकॉर्ड नहीं किया जाएगा। 6. अरविंद शर्मा बोले- ये एक भी आरोप साबित कर दें, मैं राजनीति छोड़ दूंगा रामकुमार गौतम के लगाए गए आरोपों पर अरविंद शर्मा ने ऐलान किया कि यदि वह लेन-देन की एक भी बात सिद्ध कर दें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। इसके बाद स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने पूरे मामले को शांत कराया, लेकिन दादा गौतम काफी हंगामा करते रहे। स्पीकर अपनी चेयर से बोले, दादा गौतम नो, आई विल नॉट अलाऊ। कांग्रेस की आपत्ति पर हरविंद्र कल्याण ने इसको रिकॉर्ड में नहीं लेने की बात कही। कांग्रेस कर चुकी हाउस कमेटी से जांच की मांग विधानसभा सत्र की कार्यवाही खत्म होने के बाद कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने कहा- मैं एक गंभीर मसले की ओर आपको ले जाना चाहता हूं, आज सदन में जिस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल किया गया, ऐसा कभी नहीं हुआ। आज सदन में सत्ता पक्ष के ही विधायक ने मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, उन्होंने रिश्तेदार से मंत्री पर पैसे लेने के आरोप लगाए हैं। हम मुख्यमंत्री से मिलकर ये मांग करेंगे कि इस पूरे मामले की जांच के लिए विधानसभा से एक कमेटी बनाकर आरोपों की जांच कराई जाए। हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में बीजेपी विधायक राजकुमार गौतम से भिड़े मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने यू-टर्न ले लिया है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर सदन में हुई घटना पर खेद जताते हुए कहा है कि सफीदों विधायक रामकुमार गौतम हमारे आदरणीय हैं। उनका हमेशा सम्मान रहेगा। विधानसभा में बहस के बाद पहली बार कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने ये प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि हमने कभी किसी से झगड़ा नहीं किया है, बहुत ही ईमानदारी से काम किया है। कोई भी मेरी ईमानदारी पर ऊंगली नहीं उठा सकता। हमने जाति-पाति से उठकर काम किया है। मैं यही कहूंगा कि हमने कोई भी ऐसा काम नहीं किया है जिससे समाज की पगड़ी को नुकसान पहुंचा हो। उन्होंने फिर से राजकुमार गौतम को लेकर अपना बयान दोहराते हुए कहा, रामकुमार गौतम हमारे सम्मानीय है। हमारी पार्टी के विधायक हैं। हमेशा वह देश हरियाणा के बारे में सोचते हैं। आगे भी मैं उनका सम्मान करता रहूंगा। सदन में भिड़ गए थे बीजेपी के मंत्री और विधायक हरियाणा विधानसभा सत्र के तीसरे दिन BJP सरकार में जेल व पर्यटन मंत्री अरविंद शर्मा और जींद के सफीदों से BJP विधायक रामकुमार गौतम आपस में भिड़ गए थे। दोनों की बहस शुरू तो गोहाना की जलेबी की क्वालिटी से हुई, लेकिन बाद में तल्खी बढ़ती चली गई थी। मंत्री ने गौतम के गोबर पीने की बात कही तो इससे वह भड़क गए। उन्होंने कहा कि मंत्री ने कितने लोगों के रुपए मार लिए। मेरे रिश्तेदार से भी डेयरी फॉर्म के नाम पर 10 लाख लिए लेकिन वापस नहीं लौटाए। इससे गुस्साए मंत्री शर्मा ने चैलेंज किया कि विधायक मेरे ऊपर लेन-देन के आरोप साबित करें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। एक दिन पहले सफीदो विधायक दे चुके बयान होली के दिन सफीदो से बीजेपी विधायक रामकुमार गौतम भी इस मामले में प्रतिक्रिया दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि मेरा और डॉ अरविंद शर्मा का जो विवाद हुआ है उसको लेकर मुझे बहुत फोन आए हैं। मैं ये चाहता हूं कि आप कोई ऐसा काम न करें जिससे आपस का भाईचारा बिगड़े। हम पार्टी के अनुशासित सिपाही है, हमारा काम देश और लोगों की सेवा करता है। मैं दोबारा ऐसा आग्रह करता हूं कि आप ऐसा काम न करें जिससे हमारा भाईचारा खराब हो। भाजपा के मंत्री और MLA का पूरा विवाद, 6 पॉइंट्स में पढ़िए… 1. सदन में गोहाना की जलेबी की चली चर्चा विधानसभा में कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा ने गवर्नर के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए कहा, हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी की सरकार आने में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर और नायब सैनी का बहुत बड़ा योगदान है। नायब सैनी का जो पहला थोड़े टाइम का टर्म था, उस दौरान कुछ ऐसे फैसले उन्होंने लिए जिससे लोगों में पार्टी के प्रति विश्वास पैदा हुआ और लोग बीजेपी को तीसरी बार सत्ता में ले आए।शर्मा ने आगे कहा- हरियाणा के चुनाव में गोहाना की जलेबी का भी जिक्र हुआ, यह यहां ही नहीं रुका। ये चर्चा महाराष्ट्र पहुंची, फिर दिल्ली पहुंची और अभी ये रुकी नहीं है, ये चलती रहेगी। इस जलेबी से ऐसा माहौल बना है कि कोई दिल्ली की जलेबी खिला रहा है, यूपी की खिला रहा है, ये जलेबी का भाईचारा है, न जाने कहां जाकर रूकेगी। 2. स्पीकर बोले- मेरे मुंह में पानी आ गया मंत्री की बात सुनकर स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने कहा- आपने गोहाना की जलेबी का बार-बार नाम लेकर मुंह में पानी ला दिया, लेकिन ये नहीं बताया कि आप खिलाओगे कब। इस पर कैबिनेट मंत्री ने सदन में घोषणा की कि सोमवार को गोहाना की जलेबी पार्टी मेरी ओर से दी जाएगी। 3. MLA गौतम ने जलेबी की शुद्धता पर सवाल उठाए इस चर्चा के बीच सफीदों से भाजपा विधायक रामकुमार गौतम ने गोहाना की जलेबी की शुद्धता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा- गोहाना की अब जलेबी शुद्ध नहीं रहीं। अब देसी घी में नहीं डालडा में बनाई जाती हैं। इसके लिए उन्होंने एक दुकान की पूरी कहानी भी सुनाई। 4. मंत्री बोले- गौतम 10 किलो गोबर पी गए थे, कादियान बोले- गरिमा बनाकर रखो इसके जवाब में कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा ने कहा- ये पता नहीं किस किस दुकान पर चले जाते हैं। ये जलेबी मुख्यमंत्री ने उतारी थीं। इनके बारे में कई चर्चाएं हो रही हैं, ये तो शर्त लगाकर दस किलो गोबर तक पी गए थे। भाजपा के मंत्री और विधायक के बीच हो रही इस बहस में कांग्रेस विधायक रघुवीर कादियान भी कूद पड़े। उन्होंने कहा- इस सदन की गरिमा को बनाए रखें। इतना मत ढील छोड़ो कि ये हाल हो जाए। 5. गौतम बोले- मेरे रिश्तेदारों के पैसे मार गया इसके बाद सदन में फिर से रामकुमार गौतम बोले- इस डॉक्टर ने तो सैकड़ों लोगों के साथ फ्रॉड किया है, कितने लोगों के पैसे खा गया पंप दिलवाने के नाम पर, न जाने कितनों के पैसे लेकर मार गया, मेरे रिश्तेदार के भी डेयरी फॉर्म के 10 लाख रुपए लिए थे, लेकिन वह नहीं दिए। इसके बाद कांग्रेस के विधायक रघुवीर सिंह कादियान ने आपत्ति जताई। इस पर स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने कहा कि इसे रिकॉर्ड नहीं किया जाएगा। 6. अरविंद शर्मा बोले- ये एक भी आरोप साबित कर दें, मैं राजनीति छोड़ दूंगा रामकुमार गौतम के लगाए गए आरोपों पर अरविंद शर्मा ने ऐलान किया कि यदि वह लेन-देन की एक भी बात सिद्ध कर दें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। इसके बाद स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने पूरे मामले को शांत कराया, लेकिन दादा गौतम काफी हंगामा करते रहे। स्पीकर अपनी चेयर से बोले, दादा गौतम नो, आई विल नॉट अलाऊ। कांग्रेस की आपत्ति पर हरविंद्र कल्याण ने इसको रिकॉर्ड में नहीं लेने की बात कही। कांग्रेस कर चुकी हाउस कमेटी से जांच की मांग विधानसभा सत्र की कार्यवाही खत्म होने के बाद कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने कहा- मैं एक गंभीर मसले की ओर आपको ले जाना चाहता हूं, आज सदन में जिस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल किया गया, ऐसा कभी नहीं हुआ। आज सदन में सत्ता पक्ष के ही विधायक ने मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, उन्होंने रिश्तेदार से मंत्री पर पैसे लेने के आरोप लगाए हैं। हम मुख्यमंत्री से मिलकर ये मांग करेंगे कि इस पूरे मामले की जांच के लिए विधानसभा से एक कमेटी बनाकर आरोपों की जांच कराई जाए।   हरियाणा | दैनिक भास्कर