70 जिलों में आज नियुक्त होंगे भाजपा जिलाध्यक्ष:भाजपा ने विरोध-विवाद रोकने के किए इंतजाम, मेरठ और देवरिया में चुनाव टला

70 जिलों में आज नियुक्त होंगे भाजपा जिलाध्यक्ष:भाजपा ने विरोध-विवाद रोकने के किए इंतजाम, मेरठ और देवरिया में चुनाव टला

भाजपा के जिलाध्यक्षों की नियुक्ति रविवार को होगी। 70 से अधिक संगठनात्मक जिलों में आयोजित बैठक में दोपहर करीब 2 बजे नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की घोषणा की जाएगी। पहले चरण में 52 से ज्यादा जिलाध्यक्षों को फिर मौका मिल सकता है। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब पार्टी इतनी सतर्कता बरत रही है। इसीलिए पार्टी ने जिलाध्यक्ष की घोषणा के दौरान किसी भी प्रकार का विवाद या विरोध रोकने के लिए सरकार के मंत्रियों को भी तैनात किया है। साथ ही जिला प्रभारियों को प्रभार वाले जिले में पहुंचकर बैठक की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। दिल्ली दरबार से स्थगित हुआ चुनाव
यूपी से पैनल दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के पास पहुंचा, तो जिलाध्यक्ष के दावेदार भी दिल्ली पहुंच गए। दिल्ली के आदेश के बाद शनिवार को मेरठ जिला में चुनाव स्थगित कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक मेरठ में चुनाव पर्यवेक्षक और जिला प्रभारी को मेरठ जिला और महानगर में अध्यक्ष नियुक्ति के लिए बैठक आयोजित करने का फरमान दिया गया था। जिला प्रभारी ने वहां पहुंचकर बैठक की तैयारी शुरू की। शनिवार को प्रदेश मुख्यालय से आदेश पहुंचा कि मेरठ जिला में नियुक्ति फिलहाल नहीं होगी। रविवार को केवल मेरठ महानगर में जिलाध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी। इसी तरह देवरिया में भी जिलाध्यक्ष नियुक्ति टाल दी गई है। वॉट्सऐप पर भेजा जाएगा नियुक्ति का आदेश
जिलाध्यक्ष चुनाव के लिए जिला चुनाव अधिकारी के मोबाइल पर 16 मार्च की दोपहर 1 बजे वॉट्सऐप पर पीडीएफ फाइल में जिलाध्यक्ष नियुक्ति पत्र भेजा जाएगा। सभी जिलों में दोपहर 2 बजे एक साथ संगठनात्मक बैठक में नए जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा की जाएगी। भाजपा ने जिलाध्यक्ष पद के लिए आयु सीमा 45-60 साल निर्धारित की है। साथ ही लगातार 2 बार के जिलाध्यक्ष को तीसरी बार अध्यक्ष नहीं बनाने का निर्णय हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, कुछ जिलाध्यक्ष प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, प्रदेश चुनाव प्रभारी महेंद्रनाथ पांडेय और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के करीबी हैं। उन्हें फिर से बरकरार रखने के लिए नियमों को नजर अंदाज किया जा सकता है। गौरतलब है कि भाजपा ने सितंबर, 2023 में 98 संगठनात्मक जिलों में जिलाध्यक्ष नियुक्त किए थे। 69 जिलाध्यक्ष नए बनाए थे, 29 जिलाध्यक्षों को फिर से मौका दिया गया था। पीछे हटे प्रभारी और मंत्री
भाजपा के सूत्रों ने बताया- पार्टी के प्रदेश चुनाव अधिकारी महेंद्रनाथ पांडेय की मौजूदगी में बुधवार शाम प्रदेश मुख्यालय पर बैठक हुई थी। इसमें प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह भी शामिल हुए। इस बैठक में शामिल होने के लिए प्रदेश कार्यालय से फोन किया गया। यह कॉल चुनाव मैनेजमेंट शाखा से अरुणकांत त्रिपाठी और अशोक दुबे ने की। लेकिन, बैठक में विवाद और झगड़ा होने की आशंका के चलते कुछ प्रभारियों और मंत्रियों ने विभागीय काम का बहाना कर बैठक में पहुंचने में असमर्थता जाहिर कर दी। आलाकमान से जिलाध्यक्षों की सूची को मिली हरी झंडी
बुधवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में हुई बैठक में जिलाध्यक्षों की सूची को अंतिम रूप दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व से भी सूची पर हरी झंडी मिल गई है। लेकिन होली के त्योहार के कारण सूची सोमवार को जारी की जाएगी। दलित और महिलाओं की संख्या बढ़ेगी
भाजपा के एक पदाधिकारी ने बताया- वर्तमान में अनुसूचित जाति वर्ग से 4 और महिला वर्ग से भी 4 जिलाध्यक्ष हैं। जिलाध्यक्षों की नई टीम में महिलाओं और दलितों की संख्या बढ़ेगी। लेकिन, काफी मशक्कत के बाद भी उनकी कुल संख्या 25 तक पहुंचना मुश्किल है। चौंकाने वाले नाम भी सामने आएंगे
भाजपा सूत्रों ने बताया- जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में कई चौंकाने वाले नाम भी सामने आएंगे। ऐसे नेताओं को भी जिलाध्यक्ष बनाया जाएगा, जिन्होंने नामांकन तक दाखिल नहीं किया था। राष्ट्रीय नेतृत्व ने महिला और दलितों की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया था। महिला, दलित और ओबीसी जिलाध्यक्ष बढ़ाने के कारण चुनाव की पूर्व तैयारी गड़बड़ाई। नामांकन करने वालों में कोई योग्य प्रत्याशी नहीं होने के कारण आरएसएस और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की सहमति नए चेहरों की तलाश की गई। प्रदेश अध्यक्ष को नहीं मिलेगा टीम बनाने का मौका
भाजपा में यह परंपरा रही है कि प्रदेश अध्यक्ष ही महामंत्री संगठन से रायशुमारी कर अपनी टीम गठित करते हैं। इनमें क्षेत्रीय अध्यक्ष से लेकर जिलाध्यक्ष तक शामिल हैं। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भी 25 मार्च, 2023 को अपनी प्रदेश टीम और सितंबर, 2023 में जिलों की टीम बनाई थी। लेकिन, इस बार चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है। 1510 से अधिक मंडल अध्यक्ष बनाए जा चुके हैं। जिलाध्यक्षों की नियुक्ति भी 15 जनवरी तक हो जाएगी। उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होंगे। ऐसे में नए प्रदेश अध्यक्ष को अपनी पसंद से जिलाध्यक्ष नियुक्त करने का मौका नहीं मिलेगा। ————————- ये भी पढ़ें: मायावती बोलीं- मैं आयरन लेडी हूं, मुझे कर्म पर विश्वास:सत्ता की चाबी हासिल करनी होगी; जातीय जनगणना की मांग की बसपा प्रमुख मायावती ने खुद को आयरन लेडी बताया। कहा- कथनी से ज्यादा कर्म पर विश्वास है। बहुजन समाज को अपनी गरीबी मिटाने के लिए सत्ता की मास्टर चाबी हासिल करनी ही होगी। उन्होंने कहा- सांप्रदायिक सोच रखने वाली पार्टियों से बहुजन समाज के कल्याण की आशा करना नामुमकिन ही नहीं, बल्कि असंभव है। बसपा संस्थापक कांशीराम की जयंती पर मायावती ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ये बात कही। उन्होंने जातीय जनगणना की मांग की। साथ ही सपा और भाजपा पर आरोप लगाए। (पढ़ें पूरी खबर) भाजपा के जिलाध्यक्षों की नियुक्ति रविवार को होगी। 70 से अधिक संगठनात्मक जिलों में आयोजित बैठक में दोपहर करीब 2 बजे नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की घोषणा की जाएगी। पहले चरण में 52 से ज्यादा जिलाध्यक्षों को फिर मौका मिल सकता है। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब पार्टी इतनी सतर्कता बरत रही है। इसीलिए पार्टी ने जिलाध्यक्ष की घोषणा के दौरान किसी भी प्रकार का विवाद या विरोध रोकने के लिए सरकार के मंत्रियों को भी तैनात किया है। साथ ही जिला प्रभारियों को प्रभार वाले जिले में पहुंचकर बैठक की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। दिल्ली दरबार से स्थगित हुआ चुनाव
यूपी से पैनल दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के पास पहुंचा, तो जिलाध्यक्ष के दावेदार भी दिल्ली पहुंच गए। दिल्ली के आदेश के बाद शनिवार को मेरठ जिला में चुनाव स्थगित कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक मेरठ में चुनाव पर्यवेक्षक और जिला प्रभारी को मेरठ जिला और महानगर में अध्यक्ष नियुक्ति के लिए बैठक आयोजित करने का फरमान दिया गया था। जिला प्रभारी ने वहां पहुंचकर बैठक की तैयारी शुरू की। शनिवार को प्रदेश मुख्यालय से आदेश पहुंचा कि मेरठ जिला में नियुक्ति फिलहाल नहीं होगी। रविवार को केवल मेरठ महानगर में जिलाध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी। इसी तरह देवरिया में भी जिलाध्यक्ष नियुक्ति टाल दी गई है। वॉट्सऐप पर भेजा जाएगा नियुक्ति का आदेश
जिलाध्यक्ष चुनाव के लिए जिला चुनाव अधिकारी के मोबाइल पर 16 मार्च की दोपहर 1 बजे वॉट्सऐप पर पीडीएफ फाइल में जिलाध्यक्ष नियुक्ति पत्र भेजा जाएगा। सभी जिलों में दोपहर 2 बजे एक साथ संगठनात्मक बैठक में नए जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा की जाएगी। भाजपा ने जिलाध्यक्ष पद के लिए आयु सीमा 45-60 साल निर्धारित की है। साथ ही लगातार 2 बार के जिलाध्यक्ष को तीसरी बार अध्यक्ष नहीं बनाने का निर्णय हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, कुछ जिलाध्यक्ष प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, प्रदेश चुनाव प्रभारी महेंद्रनाथ पांडेय और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के करीबी हैं। उन्हें फिर से बरकरार रखने के लिए नियमों को नजर अंदाज किया जा सकता है। गौरतलब है कि भाजपा ने सितंबर, 2023 में 98 संगठनात्मक जिलों में जिलाध्यक्ष नियुक्त किए थे। 69 जिलाध्यक्ष नए बनाए थे, 29 जिलाध्यक्षों को फिर से मौका दिया गया था। पीछे हटे प्रभारी और मंत्री
भाजपा के सूत्रों ने बताया- पार्टी के प्रदेश चुनाव अधिकारी महेंद्रनाथ पांडेय की मौजूदगी में बुधवार शाम प्रदेश मुख्यालय पर बैठक हुई थी। इसमें प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह भी शामिल हुए। इस बैठक में शामिल होने के लिए प्रदेश कार्यालय से फोन किया गया। यह कॉल चुनाव मैनेजमेंट शाखा से अरुणकांत त्रिपाठी और अशोक दुबे ने की। लेकिन, बैठक में विवाद और झगड़ा होने की आशंका के चलते कुछ प्रभारियों और मंत्रियों ने विभागीय काम का बहाना कर बैठक में पहुंचने में असमर्थता जाहिर कर दी। आलाकमान से जिलाध्यक्षों की सूची को मिली हरी झंडी
बुधवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में हुई बैठक में जिलाध्यक्षों की सूची को अंतिम रूप दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व से भी सूची पर हरी झंडी मिल गई है। लेकिन होली के त्योहार के कारण सूची सोमवार को जारी की जाएगी। दलित और महिलाओं की संख्या बढ़ेगी
भाजपा के एक पदाधिकारी ने बताया- वर्तमान में अनुसूचित जाति वर्ग से 4 और महिला वर्ग से भी 4 जिलाध्यक्ष हैं। जिलाध्यक्षों की नई टीम में महिलाओं और दलितों की संख्या बढ़ेगी। लेकिन, काफी मशक्कत के बाद भी उनकी कुल संख्या 25 तक पहुंचना मुश्किल है। चौंकाने वाले नाम भी सामने आएंगे
भाजपा सूत्रों ने बताया- जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में कई चौंकाने वाले नाम भी सामने आएंगे। ऐसे नेताओं को भी जिलाध्यक्ष बनाया जाएगा, जिन्होंने नामांकन तक दाखिल नहीं किया था। राष्ट्रीय नेतृत्व ने महिला और दलितों की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया था। महिला, दलित और ओबीसी जिलाध्यक्ष बढ़ाने के कारण चुनाव की पूर्व तैयारी गड़बड़ाई। नामांकन करने वालों में कोई योग्य प्रत्याशी नहीं होने के कारण आरएसएस और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की सहमति नए चेहरों की तलाश की गई। प्रदेश अध्यक्ष को नहीं मिलेगा टीम बनाने का मौका
भाजपा में यह परंपरा रही है कि प्रदेश अध्यक्ष ही महामंत्री संगठन से रायशुमारी कर अपनी टीम गठित करते हैं। इनमें क्षेत्रीय अध्यक्ष से लेकर जिलाध्यक्ष तक शामिल हैं। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भी 25 मार्च, 2023 को अपनी प्रदेश टीम और सितंबर, 2023 में जिलों की टीम बनाई थी। लेकिन, इस बार चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है। 1510 से अधिक मंडल अध्यक्ष बनाए जा चुके हैं। जिलाध्यक्षों की नियुक्ति भी 15 जनवरी तक हो जाएगी। उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होंगे। ऐसे में नए प्रदेश अध्यक्ष को अपनी पसंद से जिलाध्यक्ष नियुक्त करने का मौका नहीं मिलेगा। ————————- ये भी पढ़ें: मायावती बोलीं- मैं आयरन लेडी हूं, मुझे कर्म पर विश्वास:सत्ता की चाबी हासिल करनी होगी; जातीय जनगणना की मांग की बसपा प्रमुख मायावती ने खुद को आयरन लेडी बताया। कहा- कथनी से ज्यादा कर्म पर विश्वास है। बहुजन समाज को अपनी गरीबी मिटाने के लिए सत्ता की मास्टर चाबी हासिल करनी ही होगी। उन्होंने कहा- सांप्रदायिक सोच रखने वाली पार्टियों से बहुजन समाज के कल्याण की आशा करना नामुमकिन ही नहीं, बल्कि असंभव है। बसपा संस्थापक कांशीराम की जयंती पर मायावती ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ये बात कही। उन्होंने जातीय जनगणना की मांग की। साथ ही सपा और भाजपा पर आरोप लगाए। (पढ़ें पूरी खबर)   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर