हरियाणा के सोनीपत में एक ईंट भट्ठा कारोबारी से 3 लाख रुपए की फिरौती के साथ एक बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। भट्ठा कारोबारी से एक करोड रुपए की डिमांड विदेश में बैठे हुए भानु प्रताप ने की थी। लॉरेंस गैंग के करीबी रोहित गोदारा के नाम पर उसे धमकाया गया था। पुलिस ने फिरौती की रकम बरामद कर ली है। गिरफ्तार बदमाश को कोर्ट में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है। सोनीपत के एसीपी क्राइम राजपाल सिंह ने पत्रकारों को बताया कि एक ईंट भट्ठा मालिक ने पुलिस को सूचना दी कि 22 नवंबर को उसे 1 करोड़ रुपए की फिरौती के लिए कॉल आया है। पुलिस ने उसकी शिकायत पर केस दर्ज कर फिरौती वसूलने वालों की गिरफ्तारी की प्लानिंग की। भट्ठा मालिक को विदेश से किसी भानू प्रताप ने कॉल किया और रोहित गोदारा के नाम से उसे डराया। उसे बार बार फिरौती के लिए फोन किए गए थे। भट्ठा मालिक ने पुलिस की प्लानिंग के अनुसार फिरौती देना स्वीकार कर लिया। कहा कि एक साथ एक करोड़ रुपए का इंतजाम नहीं हो सकता। वह किस्तों में रुपए देगा। बीती रात को पहली किस्त के तौर पर 3 लाख रुपए देना तय हुआ था। उसे रुपए देने के लिए गुरुग्राम के फुर्ररुखनगर इलाके के खंडेवला गांव में बुलाया गया। भट्ठा कारोबारी ने कहां पर रुपए दिए तो पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गौरव उर्फ गांगुली को गिरफ्तार कर लिया। उससे 3 लाख रुपए बरामद हुए हैं। एसीपी क्राइम राजपाल सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए गौरव के चाचा के लड़के भानु प्रताप ने यूएसए (विदेश) से भट्टा कारोबारी को कॉल कर धमकी देकर फिरौती की मांग की थी। भानु प्रताप ने रोहित गोदारा बनकर फिरौती की डिमांड की। गोदारा बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है। विदेश में बैठकर उसके नाम का प्रयोग करके फिरौती की डिमांड की थी। हरियाणा के सोनीपत में एक ईंट भट्ठा कारोबारी से 3 लाख रुपए की फिरौती के साथ एक बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। भट्ठा कारोबारी से एक करोड रुपए की डिमांड विदेश में बैठे हुए भानु प्रताप ने की थी। लॉरेंस गैंग के करीबी रोहित गोदारा के नाम पर उसे धमकाया गया था। पुलिस ने फिरौती की रकम बरामद कर ली है। गिरफ्तार बदमाश को कोर्ट में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है। सोनीपत के एसीपी क्राइम राजपाल सिंह ने पत्रकारों को बताया कि एक ईंट भट्ठा मालिक ने पुलिस को सूचना दी कि 22 नवंबर को उसे 1 करोड़ रुपए की फिरौती के लिए कॉल आया है। पुलिस ने उसकी शिकायत पर केस दर्ज कर फिरौती वसूलने वालों की गिरफ्तारी की प्लानिंग की। भट्ठा मालिक को विदेश से किसी भानू प्रताप ने कॉल किया और रोहित गोदारा के नाम से उसे डराया। उसे बार बार फिरौती के लिए फोन किए गए थे। भट्ठा मालिक ने पुलिस की प्लानिंग के अनुसार फिरौती देना स्वीकार कर लिया। कहा कि एक साथ एक करोड़ रुपए का इंतजाम नहीं हो सकता। वह किस्तों में रुपए देगा। बीती रात को पहली किस्त के तौर पर 3 लाख रुपए देना तय हुआ था। उसे रुपए देने के लिए गुरुग्राम के फुर्ररुखनगर इलाके के खंडेवला गांव में बुलाया गया। भट्ठा कारोबारी ने कहां पर रुपए दिए तो पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गौरव उर्फ गांगुली को गिरफ्तार कर लिया। उससे 3 लाख रुपए बरामद हुए हैं। एसीपी क्राइम राजपाल सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए गौरव के चाचा के लड़के भानु प्रताप ने यूएसए (विदेश) से भट्टा कारोबारी को कॉल कर धमकी देकर फिरौती की मांग की थी। भानु प्रताप ने रोहित गोदारा बनकर फिरौती की डिमांड की। गोदारा बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है। विदेश में बैठकर उसके नाम का प्रयोग करके फिरौती की डिमांड की थी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी पोस्ट पर FIR:हुड्डा बनाम सुरजेवाला के बयान वायरल, कांग्रेस बोली- पार्टी नेताओं को बदनाम करने की साजिश
हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी पोस्ट पर FIR:हुड्डा बनाम सुरजेवाला के बयान वायरल, कांग्रेस बोली- पार्टी नेताओं को बदनाम करने की साजिश हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी का मजाक उड़ाने के लिए सोशल मीडिया पर फर्जी पोस्ट किए जा रहे हैं। कांग्रेस प्रदेश कमेटी इन पोस्ट को गंभीरता से ले रही है। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला की एक्स पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। कांग्रेस ने इस पोस्ट को पूरी तरह से फर्जी बताया है और पोस्ट को लेकर कांग्रेस की तरफ से गुरुग्राम साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि किसी ने कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रणदीप सिंह सुरजेवाला की फर्जी पोस्ट तैयार कर चुनाव में पार्टी और नेताओं को बदनाम करने की साजिश रची है। इसलिए पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं, पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी है। हुड्डा के वायरल X पोस्ट पर यह लिखा
“हरियाणा कांग्रेस में जिस प्रकार कुछ लोग मुझे नीचा दिखाने के लिए तरह-तरह के षड्यंत्र रच रहे हैं, आलाकमान तक झूठी बातें पहुंचा रहे हैं, इनका हिसाब जरूर होगा। मैडम और उनका जो मीठा चमचा है, दोनों मेरा कुछ बिगाड़ नहीं पाओगे, मैं अपने लोगों को टिकट दिलाऊंगा तुम लोग देखते रह जाओगे”। इस पोस्ट के नीचे 3 अगस्त की तारीख है और यह सुबह 9:50 टाइम दिखा रहा है। सुरजेवाला के वायरल X पोस्ट पर यह लिखा
“हरियाणा कांग्रेस के एक बड़े नेता और जो हरियाणा के मुख्यमंत्री भी रहे हैं, वह नीचता पर उतर आए हैं, मेरे लिए मीठा जैसे शब्दों का प्रयोग कर अपने संस्कारों का परिचय दे रहे हैं। अभी तो केवल आपको बैनर से हटाया है अगर नहीं सुधरे तो जल्द पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखा दिया जाएगा। X की टाइमिंग से असमंजस में लोग
दरअसल, कांग्रेस के 2 बड़े नेताओं के पोस्ट वायरल होने के पीछे पार्टी की ही गुटबाजी को माना जा रहा है। कांग्रेस इस संयम दो धड़ों में बटी है। एक गुट भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा का है और दूसरा गुट कुमारी सैलजा और सुरजेवाला का है। कांग्रेस प्रभारी और प्रदेशाध्यक्ष हुड्डा खेमे की तरफ दिखाई देते हैं। हाल ही में इस बार गुटबाजी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी द्वारा बुलाई गई महासचिवों, प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्षों की मीटिंग में देखने को मिली। इसमें सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान एक दूसरे से भिड़ गए। बात इतनी बिगड़ गई कि दोनों के बीच तू-तू-मैं-मैं तक होने लगी। सैलजा ने उदयभान पर पक्षपात करने का आरोप लगाया। वेणुगोपाल ने बाबरिया से तलब की रिपोर्ट
दोनों की बहस के बाद संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने दोनों को बुलाकर अलग से मीटिंग की बात करते हुए मामला शांत किया। इसके बाद उन्होंने हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया को तलब किया। दीपक बावरिया से वेणुगोपाल ने कहा कि दूसरे पक्ष की शिकायतों का समाधान तुरंत किया जाए। इसके साथ ही हरियाणा की गुटबाजी को लेकर पूरी रिपोर्ट उन्हें जल्द देने के हिदायत दी। सोनिया से दिल्ली में मिली थी सैलजा
इस घटना के बाद कुमारी सैलजा दिल्ली में ही हैं। उन्होंने दिल्ली में पिछले बुधवार को सोनिया गांधी से मुलाकात भी की। इस मुलाकात के बाद कुमारी सैलजा ने बताया कि उनके बीच हरियाणा चुनाव को लेकर चर्चा हुई है। हरियाणा कांग्रेस में सबको साथ मिलकर काम करना पड़ेगा। हरियाणा कांग्रेस में सभी को मेहनत करने की जरूरत है। खिलाड़ियों को चुनाव में तवज्जो देने पर सैलजा ने कहा कि पार्टी किसको कहां से टिकट देगी, इसका फैसला स्क्रीनिंग कमेटी करेगी। पोस्टर पर सैलजा दिखा चुकी हैं नाराजगी
कांग्रेस हरियाणा मांगे हिसाब नाम से पदयात्रा निकाल रही है। इस पदयात्रा को पार्टी के दिग्गज नेता अलग-अलग निकाल रहे हैं। जुलाई में हरियाणा मांगे हिसाब नाम से भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पदयात्रा में कुमारी सैलजा शामिल नहीं हुई थी। इसके बाद 27 जुलाई से सैलजा ने अलग से पदयात्रा निकाली थी। अब रणदीप सुरजेवाला पदयात्रा निकाल रहे हैं। वहीं सैलजा की यात्रा से पहले उन्होंने अपने X हैंडल पर पोस्टर शेयर किया था जिसमें प्रदेशाध्यक्ष उदयभान और पूर्व मुख्यमंत्री के फोटो नहीं थे मगर जब विवाद बढ़ा तो उदयभान और हुड्डा दोनों फोटो लगा दिए गए थे।
फतेहाबाद में करंट लगने से व्यक्ति की मौत:मोटर चलाते समय हादसा, अस्पताल में तोड़ा दम, 5 दिन बाद आई थी पानी की सप्लाई
फतेहाबाद में करंट लगने से व्यक्ति की मौत:मोटर चलाते समय हादसा, अस्पताल में तोड़ा दम, 5 दिन बाद आई थी पानी की सप्लाई फतेहाबाद के गांव बीघड़ में बुधवार सुबह पानी भरने के लिए मोटर चलाते समय व्यक्ति को करंट लग गया। करंट लगने से गंभीर हुए व्यक्ति 45 वर्षीय कृष्ण को नागरिक अस्पताल में लाया गया। यहां पर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों के मुताबिक पांच दिन बाद पानी की सप्लाई आई थी और सुबह साढ़े 6 बजे जैसे ही कृष्ण मोटर चलाने लगा तो उसे करंट लग गया। घटना की सूचना मिलने पर सदर पुलिस टीम नागरिक अस्पताल पहुंची और परिजनों के बयान दर्ज करने की कार्रवाई शुरू की है। मामले के मुताबिक मृतक कृष्ण के पड़ोसी महेंद्र ने बताया कि गांव बीघड़ में नई पाइप लाइन डालने का काम चल रहा है। अस्पताल में तोड़ा दम इसके चलते पानी की सप्लाई कई दिनों से बाधित चल रही है। बुधवार सुबह पानी की सप्लाई आने की सूचना मिली तो कृष्ण मोटर चलाने लगा तो उसे अचानक करंट लग गया। करंट लगने से कृष्ण की हालत बिगड़ गई और नागरिक अस्पताल लाया गया। यहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
हरियाणा में BJP का जिला परिषद चेयरमैन बना:सर्वसम्मति से चुने गए, JJP के चेयरपर्सन को अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाया था
हरियाणा में BJP का जिला परिषद चेयरमैन बना:सर्वसम्मति से चुने गए, JJP के चेयरपर्सन को अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाया था हरियाणा के कैथल में जिला परिषद में लंबी खींचतान के बाद बुधवार (30 अक्टूबर) को नए चेयरमैन को लेकर फैसला हो गया। कर्मबीर कौल सर्वसम्मति से नए चेयरमैन चुने गए। मीटिंग में 21 में से 19 पार्षद पहुंचे थे। इसके साथ डिप्टी सीईओ रितु लाठर, पुंडरी विधायक सतपाल जांबा, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक गुर्जर और जिला अध्यक्ष मुनीष कठवाड़ भी शामिल हुए। इससे पहले JJP समर्थित दीपक मलिक चेयरमैन थे, जिसको अविश्वास प्रस्ताव लाकर पद से हटाया गया था। नए चेयरमैन की दौड़ में कर्मबीर कौल का नाम सबसे आगे था। वे पहले वाइस चेयरमैन थे। दीपक मलिक के खिलाफ हुए पार्षदों का नेतृत्व कर्मबीर कौल ही करते नजर आए हैं। पार्षदों व भाजपा के स्थानीय पदाधिकारियों के साथ अच्छे संबंधों का फायदा उनको मिला। वहीं वाइस चेयरमैन का चुनाव लगभग 20 दिन बाद किया जाएगा। 14 अक्टूबर को गई थी दीपक मलिक की कुर्सी
जनवरी 2023 में जिला परिषद चेयरमैन चुने गए दीपक मलिक की 14 अक्टूबर को कुर्सी छीन गई थी। उनके खिलाफ पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे। विश्वास प्रस्ताव के लिए 12 जुलाई को 15 पार्षदों ने डीसी को शपथ पत्र सौंप थे। जिसके बाद प्रशासन ने 19 जुलाई को मीटिंग बुलाई थी। इस बीच दीपक मलिक मलिक प्रशासन के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंच गए थे। आरोप लगाया था कि मीटिंग बुलाने के लिए नियमों का पालन नहीं किया गया। हाईकोर्ट ने तय दिन पर वोटिंग करवाने के आदेश दिए, लेकिन अंतिम फैसला आने तक रिजल्ट घोषित करने पर स्टे लगा दिया था। 19 जुलाई को 17 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की। जिसमें चेयरमैन दीपक मलिक नहीं पहुंचे थे। अगस्त में हाईकोर्ट ने फैसला प्रशासन के पक्ष में दिया, लेकिन आचार संहिता की वजह से रिजल्ट जारी नहीं हो सका। 14 अक्टूबर को डीसी की अध्यक्षता में वोटों की गिनती हुई। 17 पार्षदों के वोट अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मिलने पर दीपक मलिक की कुर्सी गई थी। कर्मबीर कौल ने छीनी थी ग्रांट बांटने की पावर
जनवरी 2023 में जिला परिषद चेयरमैन बनाने को लेकर भाजपा व जजपा दोनों ही पार्टियों में खूब खींचतान हुई थी। दोनों ही पार्टी अपना चेयरमैन बनाने के लिए जोर लगा रही थी, लेकिन बाजी जजपा के हाथ लगी। जजपा के सहयोग से दीपक मलिक चेयरमैन तो बने, लेकिन पहली मीटिंग से उनके सामने अड़चनें शुरू हो गई थी। हाउस की पहली ही मीटिंग में चेयरमैन से ग्रांट बांटने की पावर छीन गई। वोटिंग के माध्यम से ग्रांट बांटने का अधिकार भाजपा समर्थित वाइस चेयरमैन कर्मबीर कौल को मिल गया था। हालांकि बाद में ग्रांट वितरण का अधिकार दीपक मलिक को मिल गया था। इसके बाद पार्षद दीपक मलिक से बागी होने लगे। चेयरमैन द्वारा ग्रांट वितरण में भेदभाव के आरोप लगे। पार्षद व पार्षद प्रतिनिधि को भ्रष्टाचार के केस में फंसाने के भी आरोप लगाए गए। जिस कारण दीपक मलिक अपनी कुर्सी नहीं बचा पाए थे।