“बरेली में हिंदू रीति-रिवाज से हमारी शादी हुई थी। कुछ दिनों तक सब ठीक रहा। 2023 आते ही पति के स्वभाव में अचानक से बदलाव आ गया। उन्होंने जेठ के साथ मिलकर मारपीट करना शुरू कर दिया। पहले तो मैं चुप रही लेकिन जब बर्दाश्त नहीं हुआ तो विरोध करना शुरू कर दिया। नाराज होकर उन्होंने सारी प्रॉपर्टी भाई के नाम कर दी। उसके बाद मारपीट कर बेटी समेत मुझे घर से निकाल दिया। एसडीएम कोर्ट में हमारा मामला चल ही रहा था कि आज मौका पाकर घर पर बुलडोजर चलवा दिया। हमारे पास कोई सहारा नहीं है। हमें न्याय चाहिए।” ये कहना है बरेली की रहने वाली दिव्या पाठक का। वह आज अपने डॉक्टर पति के खिलाफ शिकायत करने सुभाषनगर थाने पहुंची थी। सबसे पहले घटना पढ़िए दिव्या के अनुसार- “वह बरेली के जागृति नगर की रहने वाली है। 2010 में डॉक्टर से उसकी शादी हुई थी। शादी बहुत अच्छे से हुई थी। हम दोनों की 11 साल की एक बेटी भी है। वह सातवीं क्लास में पढ़ती है। 2023 आते-आते पति के विहेवियर में अचानक बदलाव दिखने लगा। वे बात-बात पर गुस्सा करने लगे। छोटी-छोटी बातों पर मारपीट करते थे। कुछ दिनों तक तो ऐसे ही चलता रहा। लेकिन बाद में लगा कि अब पानी सिर से ऊपर जा चुका है। तब मैंने विरोध करना शुरू किया। ये बात उन्हें अच्छी नहीं लगती थी। उसी साल पति ने करोड़ों की प्रॉपर्टी अपने भाई के नाम पर करके मुझे बेटी समेत घर से मारपीट कर बाहर निकाल दिया।” रसूख के चलते पुलिस ने नहीं की कार्रवाई दिव्या के मुताबिक- “उसने घर से निकाले जाने के बाद बेटी के साथ घर के पास ही किराए पर कमरा लेकर रहना शुरू कर दिया। पास में ही ससुर का 465 वर्ग गज का मकान है। ससुर ने वो प्रापर्टी पोती के नाम पर कर रखी है। जब उस मकान में रहने का प्रयास किया तो पति ने वहां से भी मारपीट कर निकाल दिया। दोनों तरफ से तलाक के लिए फैमिली कोर्ट में अर्जी दायर की गई है। अभी मामला कोर्ट में है। मैंने पति के खिलाफ कई अधिकारियों से शिकायत की लेकिन उनके रसूख के चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई। हारकर उसी साल एसडीएम कोर्ट में न्याय के लिए अपील की। ” कोर्ट में केस होने के बावजूद मकान पर चलवा बुलडोजर दिव्या ने बताया- “हमारा प्रॉपर्टी का केस एसडीएम कोर्ट में चल रहा है। ये बात मेरे पति और उनके भाई को पति है। आज कोर्ट में हमारी तारीख लगी थी। मैं केस के चलते घर से बेटी के साथ कोर्ट गई थी। इसी दौरान मेरे पति ने बुलडोजर मंगाकर बेटी के नाम पर दर्ज मकान को ध्वस्त करा दिया।” “मुझे कुछ नहीं चाहिए, मैं अपनी बेटी का हक मांग रही हूं” – दिव्या पाठक दिव्या पाठक का कहना है कि उसे खुद के लिए कुछ नहीं चाहिए। उसकी बेटी को बस उसका अधिकार मिलना चाहिए। अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वह बर्बाद हो जाएगी। पुलिस और प्रशासन से कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। पति ने 20 बीघा जमीन भी भाई के नाम पर कर दी है। उसे उसका हक मिलना चाहिए। डॉक्टर बोले- “मकान मेरा है, मैं जो चाहूं करू दिव्या के मुतबिक- उसने जब पुलिस से शिकायत की, तो सुभाषनगर थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह ने उसके पति से बात की। उनका कहना है कि ये मकान उनका है। वे उस पर कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं। चाहे उसे दान करें या गिरवाएं। इस पर पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी कि मामला कोर्ट में लंबित है, इसलिए वे ऐसा नहीं कर सकते। पुलिस बोली- डॉक्टर से कहा पहले कोर्ट का आदेश लेकर आये सुभाषनगर इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि आज दिव्या पाठक थाने आई थी। उन्होंने शिकायत की कि उनके जेठ और पति ने मकान पर बुलडोजर चलवाया है। जिस पर मैंने दोनों पक्षों को थाने बुलाया था। दिव्या के पति ने अपनी संपत्ति अपने भाई के नाम कर दी है। दिव्या के पति को समझाया कि आप मकान पर बुलडोजर मत चलाए। पहले कोर्ट से आदेश लाए। —————————- यह खबर भी पढ़िए- मां ने डेढ़ साल के बेटे के साथ आत्मदाह किया, झांसी में किचन में गोद में लिया, खाना बनाते वक्त पेट्रोल डालकर आग लगाई झांसी में रविवार को एक महिला ने अपने डेढ़ साल के बेटे साथ सुसाइड कर लिया। वह किचन में खाना बना रही थी। तभी महिला ने अपने और बेटे के ऊपर डीजल डालकर आग लगा ली। इससे पूजा कुशवाहा (23) और उसका डेढ़ साल का बेटा राज जिंदा जल गए। घर से धुआं निकलते देख लोगों ने पानी डालकर किसी तरह आग पर काबू पाया। पढ़ें पूरी खबर… “बरेली में हिंदू रीति-रिवाज से हमारी शादी हुई थी। कुछ दिनों तक सब ठीक रहा। 2023 आते ही पति के स्वभाव में अचानक से बदलाव आ गया। उन्होंने जेठ के साथ मिलकर मारपीट करना शुरू कर दिया। पहले तो मैं चुप रही लेकिन जब बर्दाश्त नहीं हुआ तो विरोध करना शुरू कर दिया। नाराज होकर उन्होंने सारी प्रॉपर्टी भाई के नाम कर दी। उसके बाद मारपीट कर बेटी समेत मुझे घर से निकाल दिया। एसडीएम कोर्ट में हमारा मामला चल ही रहा था कि आज मौका पाकर घर पर बुलडोजर चलवा दिया। हमारे पास कोई सहारा नहीं है। हमें न्याय चाहिए।” ये कहना है बरेली की रहने वाली दिव्या पाठक का। वह आज अपने डॉक्टर पति के खिलाफ शिकायत करने सुभाषनगर थाने पहुंची थी। सबसे पहले घटना पढ़िए दिव्या के अनुसार- “वह बरेली के जागृति नगर की रहने वाली है। 2010 में डॉक्टर से उसकी शादी हुई थी। शादी बहुत अच्छे से हुई थी। हम दोनों की 11 साल की एक बेटी भी है। वह सातवीं क्लास में पढ़ती है। 2023 आते-आते पति के विहेवियर में अचानक बदलाव दिखने लगा। वे बात-बात पर गुस्सा करने लगे। छोटी-छोटी बातों पर मारपीट करते थे। कुछ दिनों तक तो ऐसे ही चलता रहा। लेकिन बाद में लगा कि अब पानी सिर से ऊपर जा चुका है। तब मैंने विरोध करना शुरू किया। ये बात उन्हें अच्छी नहीं लगती थी। उसी साल पति ने करोड़ों की प्रॉपर्टी अपने भाई के नाम पर करके मुझे बेटी समेत घर से मारपीट कर बाहर निकाल दिया।” रसूख के चलते पुलिस ने नहीं की कार्रवाई दिव्या के मुताबिक- “उसने घर से निकाले जाने के बाद बेटी के साथ घर के पास ही किराए पर कमरा लेकर रहना शुरू कर दिया। पास में ही ससुर का 465 वर्ग गज का मकान है। ससुर ने वो प्रापर्टी पोती के नाम पर कर रखी है। जब उस मकान में रहने का प्रयास किया तो पति ने वहां से भी मारपीट कर निकाल दिया। दोनों तरफ से तलाक के लिए फैमिली कोर्ट में अर्जी दायर की गई है। अभी मामला कोर्ट में है। मैंने पति के खिलाफ कई अधिकारियों से शिकायत की लेकिन उनके रसूख के चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई। हारकर उसी साल एसडीएम कोर्ट में न्याय के लिए अपील की। ” कोर्ट में केस होने के बावजूद मकान पर चलवा बुलडोजर दिव्या ने बताया- “हमारा प्रॉपर्टी का केस एसडीएम कोर्ट में चल रहा है। ये बात मेरे पति और उनके भाई को पति है। आज कोर्ट में हमारी तारीख लगी थी। मैं केस के चलते घर से बेटी के साथ कोर्ट गई थी। इसी दौरान मेरे पति ने बुलडोजर मंगाकर बेटी के नाम पर दर्ज मकान को ध्वस्त करा दिया।” “मुझे कुछ नहीं चाहिए, मैं अपनी बेटी का हक मांग रही हूं” – दिव्या पाठक दिव्या पाठक का कहना है कि उसे खुद के लिए कुछ नहीं चाहिए। उसकी बेटी को बस उसका अधिकार मिलना चाहिए। अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वह बर्बाद हो जाएगी। पुलिस और प्रशासन से कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। पति ने 20 बीघा जमीन भी भाई के नाम पर कर दी है। उसे उसका हक मिलना चाहिए। डॉक्टर बोले- “मकान मेरा है, मैं जो चाहूं करू दिव्या के मुतबिक- उसने जब पुलिस से शिकायत की, तो सुभाषनगर थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह ने उसके पति से बात की। उनका कहना है कि ये मकान उनका है। वे उस पर कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं। चाहे उसे दान करें या गिरवाएं। इस पर पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी कि मामला कोर्ट में लंबित है, इसलिए वे ऐसा नहीं कर सकते। पुलिस बोली- डॉक्टर से कहा पहले कोर्ट का आदेश लेकर आये सुभाषनगर इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि आज दिव्या पाठक थाने आई थी। उन्होंने शिकायत की कि उनके जेठ और पति ने मकान पर बुलडोजर चलवाया है। जिस पर मैंने दोनों पक्षों को थाने बुलाया था। दिव्या के पति ने अपनी संपत्ति अपने भाई के नाम कर दी है। दिव्या के पति को समझाया कि आप मकान पर बुलडोजर मत चलाए। पहले कोर्ट से आदेश लाए। —————————- यह खबर भी पढ़िए- मां ने डेढ़ साल के बेटे के साथ आत्मदाह किया, झांसी में किचन में गोद में लिया, खाना बनाते वक्त पेट्रोल डालकर आग लगाई झांसी में रविवार को एक महिला ने अपने डेढ़ साल के बेटे साथ सुसाइड कर लिया। वह किचन में खाना बना रही थी। तभी महिला ने अपने और बेटे के ऊपर डीजल डालकर आग लगा ली। इससे पूजा कुशवाहा (23) और उसका डेढ़ साल का बेटा राज जिंदा जल गए। घर से धुआं निकलते देख लोगों ने पानी डालकर किसी तरह आग पर काबू पाया। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
बरेली में डॉक्टर ने घर पर चलवाया बुलडोजर:पत्नी और बेटी को मारपीट कर निकाला, करोड़ों की संपत्ति अपने भाई को दान की
