हरियाणा के पानीपत शहर की रहने वाली एक महिला की दूसरी शादी भी अब टूटने के कगार पर है। दरअसल, उसके पति की भी दूसरी शादी हुई है। लेकिन उसने अपनी पहली पत्नी को मृत बताया था। लेकिन वह जिंदा है और तलाकशुदा है। आरोपी पति के पहली पत्नी के दो बेटे भी है। महिला का आरोप है कि पति ने दूसरी शादी तोड़ने के लिए झूठे तथ्यों के आधार पर तलाक केस डाला है। जिसकी शिकायत महिला ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी ससुराल वालों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पहली पत्नी से भी लिया था तलाक पुलिस को दी शिकायत में एक महिला ने बताया कि वह 8 मरला की रहने वाली है। दिसंबर 2021 को उसकी शादी विनोद कुमार उर्फ मनोज निवासी जींद चौक, रोहतक के साथ हुई थी। दोनों की ही यह दूसरी शादी है। उसके पहले पति का देहांत हो चुका है। पीड़ित महिला ने बताया कि उसके दूसरे पति ने शादी से पहले बताया था कि उसकी भी पत्नी का देहांत हो चुका है। लेकिन शादी के बाद पता लगा कि उसकी पहली पत्नी जिंदा है। जिससे उसका तलाक हुआ है। इसके अलावा पहली पत्नी से 2 बेटे भी है। शादी के बाद जब वह ससुराल गई तो शादी के कुछ दिन बाद ससुराल वालों ने उसे ठीक रखा। इसके बाद उससे दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। आरोपी ससुराल वालों ने एक लाख लेकर ससुराल में दी एंट्री आरोपियों ने मकान बनाने के लिए उससे 2 लाख रुपए की मांग की। पैसे ना देने पर उसे घर से भी निकाल दिया। वह 6 माह तक अपने मायके में रही। इसके बाद मायके वालों ने 1 लाख रुपए देकर उसे ससुराल भेजा। कुछ दिनों बाद फिर से उससे रुपए की मांग शुरू कर दी गई। रुपए ना देने पर उसके साथ मारपीट की गई। आरोपियों के खिलाफ दिसंबर 2023 को पुलिस को शिकायत दी गई। जिस दौरान उन्होंने माफी मांग कर समझौता कर लिया था और जल्द ही ससुराल ले जाने की बात कही थी। वे लेने नहीं आए, तो महिला ने मार्च 2024 में फिर पुलिस को शिकायत दी, लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं हुई। महिला का आरोप है कि उसके दूसरे पति ने उसके खिलाफ झूठे तथ्य के आधार पर तलाक का मुकदमा दायर किया। वह अपना घर बसाना चाहती है, लेकिन पति और उसके परिजन उसे रखने को तैयार नहीं है। हरियाणा के पानीपत शहर की रहने वाली एक महिला की दूसरी शादी भी अब टूटने के कगार पर है। दरअसल, उसके पति की भी दूसरी शादी हुई है। लेकिन उसने अपनी पहली पत्नी को मृत बताया था। लेकिन वह जिंदा है और तलाकशुदा है। आरोपी पति के पहली पत्नी के दो बेटे भी है। महिला का आरोप है कि पति ने दूसरी शादी तोड़ने के लिए झूठे तथ्यों के आधार पर तलाक केस डाला है। जिसकी शिकायत महिला ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी ससुराल वालों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पहली पत्नी से भी लिया था तलाक पुलिस को दी शिकायत में एक महिला ने बताया कि वह 8 मरला की रहने वाली है। दिसंबर 2021 को उसकी शादी विनोद कुमार उर्फ मनोज निवासी जींद चौक, रोहतक के साथ हुई थी। दोनों की ही यह दूसरी शादी है। उसके पहले पति का देहांत हो चुका है। पीड़ित महिला ने बताया कि उसके दूसरे पति ने शादी से पहले बताया था कि उसकी भी पत्नी का देहांत हो चुका है। लेकिन शादी के बाद पता लगा कि उसकी पहली पत्नी जिंदा है। जिससे उसका तलाक हुआ है। इसके अलावा पहली पत्नी से 2 बेटे भी है। शादी के बाद जब वह ससुराल गई तो शादी के कुछ दिन बाद ससुराल वालों ने उसे ठीक रखा। इसके बाद उससे दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। आरोपी ससुराल वालों ने एक लाख लेकर ससुराल में दी एंट्री आरोपियों ने मकान बनाने के लिए उससे 2 लाख रुपए की मांग की। पैसे ना देने पर उसे घर से भी निकाल दिया। वह 6 माह तक अपने मायके में रही। इसके बाद मायके वालों ने 1 लाख रुपए देकर उसे ससुराल भेजा। कुछ दिनों बाद फिर से उससे रुपए की मांग शुरू कर दी गई। रुपए ना देने पर उसके साथ मारपीट की गई। आरोपियों के खिलाफ दिसंबर 2023 को पुलिस को शिकायत दी गई। जिस दौरान उन्होंने माफी मांग कर समझौता कर लिया था और जल्द ही ससुराल ले जाने की बात कही थी। वे लेने नहीं आए, तो महिला ने मार्च 2024 में फिर पुलिस को शिकायत दी, लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं हुई। महिला का आरोप है कि उसके दूसरे पति ने उसके खिलाफ झूठे तथ्य के आधार पर तलाक का मुकदमा दायर किया। वह अपना घर बसाना चाहती है, लेकिन पति और उसके परिजन उसे रखने को तैयार नहीं है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा सरकार को मंत्रिमंडल पर नोटिस:14 मंत्री बनाए जाने पर जवाब मांगा; याचिका में आरोप- तय सीमा से ज्यादा मिनिस्टर
हरियाणा सरकार को मंत्रिमंडल पर नोटिस:14 मंत्री बनाए जाने पर जवाब मांगा; याचिका में आरोप- तय सीमा से ज्यादा मिनिस्टर हरियाणा में 14 मंत्री बनाए जाने के विरोध में दाखिल याचिका पर मंगलवार (5 नवंबर) को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। हाईकोर्ट ने हरियाणा और केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। 17 अक्टूबर को नायब सैनी के अलावा 13 मंत्रियों ने शपथ ली थी। इसके बाद 18 अक्टूबर को एडवोकेट जगमोहन भट्टी ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की। याचिका में आरोप लगाया गया कि मंत्रिमंडल में अधिकतम मंत्री 13.5 हो सकते हैं, लेकिन हरियाणा में इस समय 14 मंत्री हैं। संविधान के 91वें संशोधन के तहत राज्य में कैबिनेट मंत्रियों की संख्या विधानसभा के कुल विधायकों की संख्या के 15 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकती। मंत्रियों को बनाया गया है प्रतिवादी
याचिका में भट्टी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, अनिल विज, कृष्णलाल पंवार, राव नरबीर, महिपाल ढांडा, विपुल गोयल, डॉ. अरविंद शर्मा, श्याम सिंह राणा, रणबीर गंगवा, कृष्ण कुमार बेदी, श्रुति चौधरी, आरती राव, राजेश नागर और गौरव गौतम के अलावा केंद्र सरकार व हरियाणा विधानसभा को प्रतिवादी बनाया है। आरोप- विधायकों को खुश करने के लिए बढ़ाई संख्या
याचिका में आरोप लगाया गया है कि हरियाणा सरकार द्वारा जो मंत्री पद और कैबिनेट रैंक बांटी गई है, उसका सीधा असर जनता पर पड़ रहा है। विधायकों को खुश करने के लिए मंत्रियों की संख्या बढ़ाई जा रही है और उनको भुगतान जनता की कमाई से किया जाता है। याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट से अपील करते हुए कहा कि तय संख्या से अधिक मंत्री होने के चलते अतिरिक्त मंत्रियों को हटाया जाए। याचिका पेंडिंग रहने तक उन्हें मिलने वाले लाभ पर भी रोक लगाई जाए। भट्टी पहले भी लगा चुके याचिका
इससे पहले भी एडवोकेट जगमोहन सिंह भट्टी ने तेरहवीं व चौदहवीं विधानसभा के दौरान 15 फीसदी से ज्यादा मंत्री बनाए जाने के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था।
हरियाणा में JJP विधायक BJP में शामिल होंगे:दलित महासम्मेलन में खट्टर जॉइन कराएंगे; स्पीकर बोले- उनका इस्तीफा मेरे पास नहीं पहुंचा
हरियाणा में JJP विधायक BJP में शामिल होंगे:दलित महासम्मेलन में खट्टर जॉइन कराएंगे; स्पीकर बोले- उनका इस्तीफा मेरे पास नहीं पहुंचा हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले जननायक जनता पार्टी (JJP) से इस्तीफा दे चुके नरवाना से विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा कल यानी सोमवार को BJP में शामिल होंगे। कुरुक्षेत्र में होने वाले दलित महासम्मेलन में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और BJP प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली उनका पार्टी में स्वागत करेंगे। आज रविवार को रामनिवास सुरजाखेड़ा को चंडीगढ़ में पार्टी जॉइन करनी थी। हालांकि बाद में उनके जॉइनिंग कार्यक्रम में बदलाव हो गया। रामनिवास सुरजाखेड़ा ने 22 अगस्त को JJP को अलविदा कहते हुए विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला को भेजे इस्तीफे में लिखा था, ‘पिछले 2 साल से पार्टी की गतिविधियां उनकी राजनीतिक विचारधारा से विपरीत रही हैं। इससे परेशान होकर सभी पदों, दायित्वों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।’ हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि अभी विधानसभा में रामनिवास सुरजाखेड़ा का इस्तीफा नहीं पहुंचा है, न ही मुझे मिला है। अभी वह सिर्फ सोशल मीडिया पर ही वायरल हो रहा है। दुष्यंत चौटाला पर विकास कार्यों में भेदभाव के आरोप लगाए थे 2019 के विधानसभा चुनाव में रामनिवास सुरजाखेड़ा JJP के टिकट पर विधायक बने थे। BJP के साथ गठबंधन की सरकार बनने पर सुरजाखेड़ा को खादी ग्रामोद्योग बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया गया। 2022 में सुरजाखेड़ा ने तत्कालीन डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला पर आरोप लगाए कि उनके क्षेत्र में विकास कार्यों में भेदभाव हो रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ही यहां विकास करवा रहे हैं। सुरजाखेड़ा की बयानबाजी के बाद दुष्यंत चौटाला ने उनसे खादी ग्रामोद्योग बोर्ड का चेयरमैन पद लेकर राजेंद्र लितानी को दे दिया था। JJP के 6 विधायक पार्टी से इस्तीफा दे चुके विधानसभा चुनाव ऐलान के बाद जननायक जनता पार्टी (JJP) के 6 विधायक पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। इनमें नरवाना से विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा, उकलाना से विधायक अनूप धानक, टोहाना से विधायक देवेंद्र बबली, शाहबाद से विधायक रामकरण काला, गुहला चीका से विधायक ईश्वर सिंह और बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग शामिल हैं। इनमें जोगीराम सिहाग और अनूप धानक विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। रामनिवास सुरजाखेड़ा के भी इस्तीफा देने की चर्चा है, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष इससे इनकार कर चुके हैं। विधानसभा में अभी ये है राजनीतिक समीकरण हरियाणा विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं। अभी विधानसभा में 86 विधायक हैं। भाजपा को समर्थन देने वाले बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद के निधन के बाद सीट खाली पड़ी है। इसके बाद रानियां से निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह चौटाला भी अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। अंबाला से लोकसभा सांसद चुने गए वरुण मुलाना भी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। हाल ही में तोशाम से कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दिया था। वह भाजपा की राज्यसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार हैं। भाजपा के पास इस वक्त 41 विधायक हैं। इसकी सहयोगी हलोपा 1 और एक निर्दलीय मिलाकर 43 विधायकों का सीधा समर्थन है। विपक्ष के पास कांग्रेस के 28, जजपा के 10, इनेलो एक और 4 निर्दलीय मिलाकर कुल 43 विधायक हैं। अगर निर्दलीय सोमबीर सांगवान, जजपा विधायक जोगीराम सिहाग और अनूप धानक का इस्तीफा स्वीकार हो जाता है तो विधानसभा में 83 विधायक रह जाएंगे।
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करनाल में अंधे दंपती के साथ धोखाधड़ी:बच्चा गोद देने के नाम पर लिए 1.30 लाख, अब आरोपी दे रहे धमकी हरियाणा में करनाल के रामनगर में एक अंधे दंपत्ति के साथ बच्चा गोद दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपियों ने उनसे 1.30 लाख रुपये ले लिए थे, लेकिन न तो बच्चा गोद दिलाया और न ही पैसे वापस किए। जिसके बाद पीड़ितों ने मामले की शिकायत रामनगर थाने में की और शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिकायतकर्ता राम उपदेश दास ने बताया कि उसने और उसकी पत्नी ने बच्चा गोद दिलाने के लिए खुशबू और उसके पति संजय शर्मा से संपर्क किया था। इस प्रक्रिया के दौरान उन्होंने दोनों को 1.30 लाख रुपये दे दिए। लेकिन खुशबू और संजय ने बच्चा गोद दिलाने की बजाय उन्हें गुमराह कर पैसे हड़प लिए। न तो बच्चा मिला और न ही पैसे जब राम उपदेश दास ने आरोपियों से अपने पैसे वापस मांगे तो उन्होंने साफ मना कर दिया। न तो उन्होंने बच्चे को गोद दिलवाया और न ही पैसे वापस किए। इस धोखाधड़ी से राम उपदेश दास और उनकी पत्नी को गहरा सदमा लगा है। राम उपदेश ने कहा, “हमें लगा था कि बच्चा गोद लेकर हम अपने जीवन में उजाला लाएंगे, लेकिन इसके बजाय इन आरोपियों ने हमारे जीवन में और अंधेरा ला दिया।” पुलिस ने मामला दर्ज किया पीड़ित राम उपदेश दास ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। रामनगर थाने के जांच अधिकारी संदीप ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है।