हरियाणा के रोहतक जिले में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पैटर्न डॉ. रविंद्र चौधरी ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत कल रात से इलाज बंद कर दिया गया है। आईएमए की सरकार से मीटिंग हुई थी, जिसमें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। डॉ. रविंद्र आईएमए हॉल में पत्रकारों से बात कर रहे थे। डॉ. रविंद्र चौधरी ने बताया कि रोहतक में 35 प्राइवेट अस्पताल है, जबकि 21 सरकारी अस्पताल आयुष्मान योजना के पैनल में है। लेकिन 35 अस्पतालों का ही करीब 15 करोड़ रुपए बकाया सरकार के पास है। पिछले 4 से 5 माह का उन्हें पैसा नहीं मिला है। सरकार ने 31 मार्च तक टाली बात
डॉ. रविंद्र चौधरी ने बताया कि आईएमए के डेलीगेशन की सीएम के चीफ सेक्रेटरी आरएस खुल्लर के साथ मीटिंग हुई थी, लेकिन रुपए के भुगतान को 31 मार्च तक टाल दिया गया। रात को जूम मीटिंग कर सभी आईएमए के सदस्यों ने इस पर रोष प्रकट किया और आयुष्मान के तहत वर्क सस्पेंड करने का निर्णय लिया। पहले इलाज की परमिशन दे देते हैं, बाद में काट रहे पेमेंट
डॉ. रविंद्र ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत पहले पोर्टल पर सरकार की तरफ से बीमारी के इलाज की परमिशन मिल जाती है, लेकिन भुगतान के समय उनकी पेमेंट काट ली जाती है। यह गलत है और इससे अस्पताल को नुकसान उठाना पड़ता है। एक या दो दिन में हो जाएगा निर्णय
डॉ. रविंद्र ने बताया कि पूरे प्रदेश में आईएमए की बैठक चल रही है। आईएमए के सदस्यों में रोष है और एक या दो दिन में निर्णय हो जाएगा कि सरकार को मौका देना है या नहीं। फिलहाल आयुष्मान के तहत इलाज बंद कर रखा है और यह आगे भी बढ़ सकता है। हरियाणा के रोहतक जिले में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पैटर्न डॉ. रविंद्र चौधरी ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत कल रात से इलाज बंद कर दिया गया है। आईएमए की सरकार से मीटिंग हुई थी, जिसमें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। डॉ. रविंद्र आईएमए हॉल में पत्रकारों से बात कर रहे थे। डॉ. रविंद्र चौधरी ने बताया कि रोहतक में 35 प्राइवेट अस्पताल है, जबकि 21 सरकारी अस्पताल आयुष्मान योजना के पैनल में है। लेकिन 35 अस्पतालों का ही करीब 15 करोड़ रुपए बकाया सरकार के पास है। पिछले 4 से 5 माह का उन्हें पैसा नहीं मिला है। सरकार ने 31 मार्च तक टाली बात
डॉ. रविंद्र चौधरी ने बताया कि आईएमए के डेलीगेशन की सीएम के चीफ सेक्रेटरी आरएस खुल्लर के साथ मीटिंग हुई थी, लेकिन रुपए के भुगतान को 31 मार्च तक टाल दिया गया। रात को जूम मीटिंग कर सभी आईएमए के सदस्यों ने इस पर रोष प्रकट किया और आयुष्मान के तहत वर्क सस्पेंड करने का निर्णय लिया। पहले इलाज की परमिशन दे देते हैं, बाद में काट रहे पेमेंट
डॉ. रविंद्र ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत पहले पोर्टल पर सरकार की तरफ से बीमारी के इलाज की परमिशन मिल जाती है, लेकिन भुगतान के समय उनकी पेमेंट काट ली जाती है। यह गलत है और इससे अस्पताल को नुकसान उठाना पड़ता है। एक या दो दिन में हो जाएगा निर्णय
डॉ. रविंद्र ने बताया कि पूरे प्रदेश में आईएमए की बैठक चल रही है। आईएमए के सदस्यों में रोष है और एक या दो दिन में निर्णय हो जाएगा कि सरकार को मौका देना है या नहीं। फिलहाल आयुष्मान के तहत इलाज बंद कर रखा है और यह आगे भी बढ़ सकता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
