लुधियाना| गुरु अर्जुन देव नगर मेन रोड समराला चौक पर हर हर महादेव सेवा सोसायटी की ओर से शिव विवाह का आयोजन किया। इसमें श्रद्धालों को अपनी ओर आकर्षित करने वाले आदियोगी बाबा भोले नाथ की भवन लगा था। जोगी जगम द्वारा भोले बाबा की स्तुति की गई। कमेटी के प्रधान हनी सोखल द्वारा ज्योत जलाई। महा आरती के बाद बाबा का गुणगान गौतम जलंधरी और गायक फिरोज खान द्वारा किया जाएगा। भोलेनाथ के भजन सुनकर सभी श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। इस मौके पर विपन वैद, बालकृष्ण तिवारी, संजीव, राज बग्गा, साहिल, गौरव, यश, राघव, गीतांश, पिंटू, विनय मनीष, सोढ़ी आदि मौजूद रहे। लुधियाना| गुरु अर्जुन देव नगर मेन रोड समराला चौक पर हर हर महादेव सेवा सोसायटी की ओर से शिव विवाह का आयोजन किया। इसमें श्रद्धालों को अपनी ओर आकर्षित करने वाले आदियोगी बाबा भोले नाथ की भवन लगा था। जोगी जगम द्वारा भोले बाबा की स्तुति की गई। कमेटी के प्रधान हनी सोखल द्वारा ज्योत जलाई। महा आरती के बाद बाबा का गुणगान गौतम जलंधरी और गायक फिरोज खान द्वारा किया जाएगा। भोलेनाथ के भजन सुनकर सभी श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। इस मौके पर विपन वैद, बालकृष्ण तिवारी, संजीव, राज बग्गा, साहिल, गौरव, यश, राघव, गीतांश, पिंटू, विनय मनीष, सोढ़ी आदि मौजूद रहे। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts

मोहाली में प्राइवेट अस्पताल की नर्स ने किया सुसाइड:मृतका हरियाणा की रहने वाली, परिवार मर्डर बता रहा, पति व अन्य लोगों पर FIR
मोहाली में प्राइवेट अस्पताल की नर्स ने किया सुसाइड:मृतका हरियाणा की रहने वाली, परिवार मर्डर बता रहा, पति व अन्य लोगों पर FIR मोहाली के एक नामी प्राइवेट अस्पताल की नर्स द्वारा सुसाइड करने का मामला सामने आया है। मृतका ने सेक्टर-69 स्थित अपने किराये के घर में सुसाइड किया। मृतका का परिवार इसे हत्या बता रहा है। परिवार का आरोप है कि उनका दामाद शादी के बाद से ही शराब पीकर बेटी से मारपीट करता था और उसे दहेज के लिए तंग करता था। मृतका की पहचान प्रियंका के रूप में हुई है। प्रियंका मूल रूप से हिसार के अग्रोहा की रहने वाली थी और इन दिनों पति संग मोहाली के सेक्टर-69 में रह रही थी। पुलिस ने मृतका के पति आकाश (निवासी कैथल) और अन्य पारिवारिक सदस्यों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। आज पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। विदेश जाने का सपना दिखाकर की थी शादी मृतका के पिता ने बताया कि उन्होंने दो साल पहले बेटी की शादी कैथल निवासी आकाश से करवाई थी। शादी के समय आकाश बेरोजगार था, हालांकि उसने आईलेट्स कर रखा था और परिवार का कहना था कि वह जल्द ही विदेश जाएगा। हमें उम्मीद थी कि बेटी भी पढ़ी-लिखी है, दोनों विदेश जाकर अच्छे से सेटल हो जाएंगे। इसी उम्मीद में 5 फरवरी 2023 को शादी कर दी थी। शादी के पहले चार-पांच महीने तक बेटी को कोई परेशानी नहीं हुई, लेकिन उसके बाद दामाद और उसके परिवार ने उसे तंग करना शुरू कर दिया। वे लगातार पैसों की मांग करते थे। प्रियंका ने हिसार के अग्रोहा मेडिकल कॉलेज से बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई की थी। लोन लेकर किया काम, किश्तें बेटी भर रही थी जब वह विदेश नहीं गया तो आकाश ने काम करने के लिए पहले प्रियंका के कागजात लेकर बैंक से लोन लिया। इस लोन की किश्तें अब तक प्रियंका अपनी सैलरी से भर रही थी। फिर आकाश विदेश जाने के लिए पैसों की मांग करने लगा, जिसके लिए उसके परिवार ने दबाव बनाया। प्रियंका के माता-पिता ने किसी से उधार लेकर उसे 12 लाख रुपए दिए। शादी के कुछ समय बाद ही आकाश और उसके परिवार ने दहेज में गाड़ी और अन्य सामान की मांग शुरू कर दी। परिजनों ने कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माना। प्रियंका की मौत की सूचना ऐसे मिली मृतका के परिजनों ने बताया कि 13 तारीख को मेरे भांजे अयन का फोन आया। उसने बताया कि उसके पिता के पास प्रियंका की सास का फोन आया था। उसने कहा कि प्रियंका ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर रखा है। इसके बाद हम तुरंत मोहाली के लिए निकल पड़े। जब वहां पहुंचे, तो पता चला कि हमारी बेटी का शव पहले ही मोहाली सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया जा चुका था।

पंजाब गवर्नर कटारिया का अमृतसर दौरा:सीएम मान के साथ पहुंचे गोल्डन टेंपल; पदभार संभालने पर जताई थी इच्छा, पहला दौरा हुआ था रद्द
पंजाब गवर्नर कटारिया का अमृतसर दौरा:सीएम मान के साथ पहुंचे गोल्डन टेंपल; पदभार संभालने पर जताई थी इच्छा, पहला दौरा हुआ था रद्द पंजाब के गवर्नर गुलाब चंद कटारिया आज शनिवार अमृतसर पहुंचे हैं। ये उनका पहला अमृतसर दौरा है। गवर्नर कटारिया के साथ उनकी पत्नी, मुख्यमंत्री भगवंत मान व डॉ. गुरप्रीत कौर भी साथ हैं। गौरतलब है कि सोमवार से गवर्नर कटारिया की तरफ से बुलाया गया पंजाब विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। गवर्नर कटारिया की तरफ से बुलाया गया ये पहला मानसून सत्र है। पंजाब गवर्नर कटारिया ने इसी साल 31 जुलाई को पदभार संभाला था। जिसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान से भविष्य के संबंधों के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था, ये समय बताएगा। इसके बाद गवर्नर कटारिया की तरफ से विभिन्न विभागों के सीनियर अधिकारियों के साथ बैठक पर भी काफी बवाल हुआ था। विपक्ष ने निशाना साध इसे मुद्दा बनाने का प्रयास तो किया, लेकिन गवर्नर व मुख्यमंत्री शांत रहे। पहला कार्यक्रम हुआ था रद्द गवर्नर कटारिया 31 जुलाई को पदभार संभालने के बाद पहले भी गोल्डन टेंपल आना चाहते थे। लेकिन मौसम खराब होने के कारण उनका दौरा रद्द हो गया था। अब जब पहला सत्र शुरू होने वाला है तो गवर्नर पुरोहित ने फिर से अमृतसर गोल्डन टेंपल में माथा टेकने की इच्छा जाहिर की थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान भी उनके साथ अमृतसर पहुंचे हैं।

लुधियाना में वड़िंग का राज्यमंत्री रवनीत पर तंज:बंदी सिखों की रिहाई पर बोले-बिट्टू जी कही भी कुछ भी कह सकते हैं
लुधियाना में वड़िंग का राज्यमंत्री रवनीत पर तंज:बंदी सिखों की रिहाई पर बोले-बिट्टू जी कही भी कुछ भी कह सकते हैं पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने केंद्रीय राज्य मंत्री और लुधियाना के पूर्व सांसद रवनीत सिंह बिट्टू पर कटाक्ष किया। पत्रकारों ने वड़िंग से पूछा कि क्या रवनीत बिट्टू अब जेल में बंद सिखों की रिहाई का विरोध नहीं करेंगे। उन्होंने यह बात मीडिया में कही है। जवाब देते हुए वड़िंग ने कहा कि बिट्टू जी कहीं भी कुछ भी कह सकते हैं। बिट्टू ने कांग्रेस छोड़ने की वजह यह बताई थी कि राहुल गांधी ने उन्हें कहा था कि मैने भी अपने पिता के कातिलों को छोड़ दिया है आप भी उन्हें रिहा कर दो। इस कारण उन्होंने कांग्रेस छोड़ी दी। लेकिन अब खुद भाजपा में जाकर बिट्टू बंदी सिखों की रिहाई की बात कर रहे है तो कही न कही उन्हें एक स्टैंड पर रहना चाहिए। बंदी सिखों की रिहाई बताई थी कांग्रेस छोड़ने की वजह वड़िंग ने कहा कि जहां तक बात बंदी सिखों की है तो कानून मुताबिक जिनकी सजा पूरी हो चुकी है यदि कानून उन्हें रिहाई दे रहा है तो किसी को विरोध करना भी नहीं चाहिए लेकिन बंदी सिखों के नाम पर सियासत प्रदेश में बंद होनी चाहिए। राजा वड़िंग ने कहा कि बिट्टू की बातों पर अभी भी शक लग रहा है।पंजाब में लोगों का कांग्रेस को बहुत समर्थन मिल रहा है। लोगों का भरोसा अब कांग्रेस में है। जनता ने संकेत दिए है कि 2027 में कांग्रेस की सरकार पंजाब में बनेगी। कांग्रेस के नेताओं को जमीनी स्तर पर काम करना होगा। अगले 6 महीनों में तय करना होगा कि कौन कहां से अगले 6 महीने में चुनाव लड़ेगा।