वोिटंग ट्रेंड: 1999 के बाद पहली बार घटा मतदान चुनाव डेस्क . पानीपत | लोकसभा के छठे चरण में शनिवार को हरियाणा की सभी 10 सीटों पर चुनाव हुआ। निर्वाचन आयोग की ऐप पर आधी रात तक मतदान के आंकड़े अपडेट होते रहे। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक 65 फीसदी मतदान दर्ज हुआ। आंकड़ा अपडेट हो सकता है। पिछले 2019 में 70.34 फीसदी मतदान हुआ था। वर्ष 1999 के बाद यह पहला मौका है जब मतदान इतना कम हुआ। 1999 में 63.70 फीसदी मतदान हुआ था। मतदान घटने के पीछे बेतहाशा गर्मी, वीकेंड भी वजह हैं। यह भी संकेत है कि कोई लहर नहीं है। हरियाणा अध्ययन केंद्र के पूर्व निदेशक प्रो. एसएस चाहर के मुताबिक पिछले चुनावी आंकड़ों का ट्रेंड बताता है कि हरियाणा में कम मतदान होने से परिणाम मिलाजुला रहता है। या फिर सत्ता में काबिज पार्टी के पक्ष में भी रहता है। पिछले छह चुनावों के परिणामों पर नजर डालें तो ऐसी ही स्थिति सामने आती है। मतदान प्रतिशत में एंटी इनकंबेंसी का प्रभाव पूरे प्रदेश की सभी सीटों पर नजर नहीं आता है। 2019 में सभी 10 सीटें भाजपा के खाते में गई थी, उस समय मतदान 70 फीसदी पार पहुंचा था। इस बार मतदान 65 से 68 फीसदी के बीच रहेगा। ऐसे में एक पार्टी को सभी सीटें नहीं मिलने वाली हैं। किसान आंदोलन वाले क्षेत्र सिरसा, कुरुक्षेत्र व अम्बाला में अधिक वोटिंग और शहर में कम मतदान भी खास संकेत हैं। जानिए… 1998 से 2019 तक पिछले छह लोकसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत के ट्रेंड का परिणाम पर क्या रहा है असर फरीदाबाद गुरुग्राम भिवानी रोहतक सोनीपत करनाल हिसार सिरसा कुरुक्षेत्र अम्बाला वर्ष वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग% पार्टी 2019 71.09 भाजपा 74.28 भाजपा 75.98 भाजपा 72.42 भाजपा 68.34 भाजपा 71.02 भाजपा 70.51 भाजपा 70.47 भाजपा 67.33 भाजपा 64.10 भाजपा 2014 72.09 भाजपा 75.82 भाजपा 77.04 भाजपा 76.23 इनेलो 70.87 भाजपा 69.61 भाजपा 66.71 कांग्रेस 69.97 भाजपा 71.58 भाजपा 64.98 भाजपा 2009 68.51 कांग्रेस 75.04 कांग्रेस 74.93 कांग्रेस 69.35 हजकां 66.64 कांग्रेस 64.75 कांग्रेस 65.56 कांग्रेस 71.34 कांग्रेस 60.80 कांग्रेस 56.66 कांग्रेस 2004 70.69 कांग्रेस 73.24 कांग्रेस 68.99 कांग्रेस 67.74 कांग्रेस 66.04 कांग्रेस 64.75 भाजपा 62.96 कांग्रेस 73.09 कांग्रेस 59.44 कांग्रेस 54.62 कांग्रेस 1999 54.01 भाजपा 58.08 इनेलो 58.26 इनेलो 53.05 इनेलो 58.16 भाजपा 52.39 भाजपा 57.55 इनेलो 70.27 इनेलो 50.85 भाजपा 56.76 भाजपा 1998 68.50 बसपा 71.03 लोकदल 69.13 लोकदल 71.50 लोकदल 70.85 कांग्रेस 66.01 लोकदल 71.10 कांग्रेस 72.21 हविपा 65.58 कांग्रेस 65.72 भाजपा नोट: 2009 चुनावों से पहले गुरुग्राम सीट महेंद्रगढ़ के नाम से जानी जाती थी और भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट केवल भिवानी के नाम से जानी जाती थी। वोिटंग ट्रेंड: 1999 के बाद पहली बार घटा मतदान चुनाव डेस्क . पानीपत | लोकसभा के छठे चरण में शनिवार को हरियाणा की सभी 10 सीटों पर चुनाव हुआ। निर्वाचन आयोग की ऐप पर आधी रात तक मतदान के आंकड़े अपडेट होते रहे। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक 65 फीसदी मतदान दर्ज हुआ। आंकड़ा अपडेट हो सकता है। पिछले 2019 में 70.34 फीसदी मतदान हुआ था। वर्ष 1999 के बाद यह पहला मौका है जब मतदान इतना कम हुआ। 1999 में 63.70 फीसदी मतदान हुआ था। मतदान घटने के पीछे बेतहाशा गर्मी, वीकेंड भी वजह हैं। यह भी संकेत है कि कोई लहर नहीं है। हरियाणा अध्ययन केंद्र के पूर्व निदेशक प्रो. एसएस चाहर के मुताबिक पिछले चुनावी आंकड़ों का ट्रेंड बताता है कि हरियाणा में कम मतदान होने से परिणाम मिलाजुला रहता है। या फिर सत्ता में काबिज पार्टी के पक्ष में भी रहता है। पिछले छह चुनावों के परिणामों पर नजर डालें तो ऐसी ही स्थिति सामने आती है। मतदान प्रतिशत में एंटी इनकंबेंसी का प्रभाव पूरे प्रदेश की सभी सीटों पर नजर नहीं आता है। 2019 में सभी 10 सीटें भाजपा के खाते में गई थी, उस समय मतदान 70 फीसदी पार पहुंचा था। इस बार मतदान 65 से 68 फीसदी के बीच रहेगा। ऐसे में एक पार्टी को सभी सीटें नहीं मिलने वाली हैं। किसान आंदोलन वाले क्षेत्र सिरसा, कुरुक्षेत्र व अम्बाला में अधिक वोटिंग और शहर में कम मतदान भी खास संकेत हैं। जानिए… 1998 से 2019 तक पिछले छह लोकसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत के ट्रेंड का परिणाम पर क्या रहा है असर फरीदाबाद गुरुग्राम भिवानी रोहतक सोनीपत करनाल हिसार सिरसा कुरुक्षेत्र अम्बाला वर्ष वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग % पार्टी वोटिंग% पार्टी 2019 71.09 भाजपा 74.28 भाजपा 75.98 भाजपा 72.42 भाजपा 68.34 भाजपा 71.02 भाजपा 70.51 भाजपा 70.47 भाजपा 67.33 भाजपा 64.10 भाजपा 2014 72.09 भाजपा 75.82 भाजपा 77.04 भाजपा 76.23 इनेलो 70.87 भाजपा 69.61 भाजपा 66.71 कांग्रेस 69.97 भाजपा 71.58 भाजपा 64.98 भाजपा 2009 68.51 कांग्रेस 75.04 कांग्रेस 74.93 कांग्रेस 69.35 हजकां 66.64 कांग्रेस 64.75 कांग्रेस 65.56 कांग्रेस 71.34 कांग्रेस 60.80 कांग्रेस 56.66 कांग्रेस 2004 70.69 कांग्रेस 73.24 कांग्रेस 68.99 कांग्रेस 67.74 कांग्रेस 66.04 कांग्रेस 64.75 भाजपा 62.96 कांग्रेस 73.09 कांग्रेस 59.44 कांग्रेस 54.62 कांग्रेस 1999 54.01 भाजपा 58.08 इनेलो 58.26 इनेलो 53.05 इनेलो 58.16 भाजपा 52.39 भाजपा 57.55 इनेलो 70.27 इनेलो 50.85 भाजपा 56.76 भाजपा 1998 68.50 बसपा 71.03 लोकदल 69.13 लोकदल 71.50 लोकदल 70.85 कांग्रेस 66.01 लोकदल 71.10 कांग्रेस 72.21 हविपा 65.58 कांग्रेस 65.72 भाजपा नोट: 2009 चुनावों से पहले गुरुग्राम सीट महेंद्रगढ़ के नाम से जानी जाती थी और भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट केवल भिवानी के नाम से जानी जाती थी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल खत्म:2 दिन मरीजों को भर्ती करने से इनकार; दर्द में घूमती रहीं गर्भवती महिलाएं, 70 किमी दूर पोस्टमॉर्टम
हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल खत्म:2 दिन मरीजों को भर्ती करने से इनकार; दर्द में घूमती रहीं गर्भवती महिलाएं, 70 किमी दूर पोस्टमॉर्टम हरियाणा में 2 दिन से चल रही डॉक्टर की हड़ताल शुक्रवार आधी रात (11:30 बजे) को खत्म हो गई। आज से सभी डॉक्टर काम पर लौटेंगे। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (एचसीएमएसए) के अध्यक्ष राजेश ख्यालिया ने बताया कि सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव अमित अग्रवाल के साथ देर रात तक वार्ता हुई। इस दौरान सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया है कि वे हमारी सभी मांगें 15 अगस्त से पहले पूरी कर देंगे। अब सरकार और एसोसिएशन के बीच 9 दिन में दूसरी बार सहमति बनी है। इससे पहले 18 जुलाई को डॉक्टरों के विशेष कैडर का गठन, एसएमओ के सभी पद प्रमोशन से भरने, बॉन्ड राशि 1 करोड़ से 50 लाख रुपए करने समेत कई मांगों पर सहमति बन गई थी, लेकिन अधिसूचना जारी न करने के कारण डॉक्टर्स 25 जुलाई को हड़ताल पर चले गए थे। इससे पहले शुक्रवार को दिनभर गर्भवतियों समेत अन्य बीमारों को परेशानी झेलनी पड़ी। यहां तक कि मृतकों के परिजनों को पोस्टमॉर्टम के लिए शवों के साथ 70 किमी तक का सफर करना पड़ा। बता दें कि बीते 2 दिन में 21 शवों को रोहतक पीजीआई और अग्रोहा अस्पताल में रेफर किया है। मंत्री बोले- डॉक्टर काम पर लौटें
स्वास्थ्य मंत्री डॉ कमल गुप्ता ने कहा कि अतिरिक्त प्रमुख सचिव स्तर पर संगठन के पदाधिकारियों से बातचीत हुई है। कई दौर की बातचीत में एसीपी और बॉन्ड पॉलिसी को लेकर चर्चा हुई है। मंत्री ने कहा कि मांगों को लेकर सरकार और डॉक्टर्स एसोसिएशन का रुख सकारात्मक हैं। डॉक्टर्स की जल्द ही सभी मांगें पूरी की जाएंगी। मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए सभी डॉक्टर्स काम पर लौट आएं। एनएचएम कर्मियों की वार्ता विफल
एनएचएम कर्मचारी सांझा मोर्चा हरियाणा के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को एनएचएम हरियाणा के निदेशक डॉ. आदित्य दहिया के साथ बैठक की। पंचकूला में करीब दो घंटे तक चली बैठक में कई मांगों पर विचार किया गया, लेकिन किसी तरह की सहमति नहीं बन पाई। एनएचएम कर्मचारी सांझा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री जितेंद्र कुमार वत्स ने बताया कि निदेशक के समक्ष सभी मांगें रखी गई हैं, लेकिन किसी पर सहमति नहीं बन पाई। 70 किमी दूर भेजकर कर कराए पोस्टमॉर्टम हिसार: मेडिकल कॉलेज अग्रोहा में शुक्रवार को 7 पोस्टमॉर्टम हुए। इनमें 2 शव 70 किमी दूर सिरसा व 6 शव 29 किमी दूर फतेहाबाद से रेफर होकर आए। 2 शवों का पोस्टमॉर्टम आज होगा। गुरुवार को 3 शव रेफर होकर आए थे। रोहतक: पीजीआई में गुरुवार को 5 और शुक्रवार को 4 शव रेफर होकर आए हैं। फतेहाबाद: 2 दिन में 6 पोस्टमॉर्टम होने थे, जिन्हें पोस्टमार्टम के लिए अग्रोह रेफर किया गया। भिवानी: शुक्रवार को तीन शवों के पोस्टमार्टम किए जाने थे, लेकिन दोपहर 2 बजे तक किसी शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ था, लेकिन बाद में बाहर से डॉक्टर बुलाकर पोस्टमार्टम करवाना पड़ा। महिला दो दिन से कर रही डिलीवरी का इंतजार
कैथल के गांव सिकंदर खेड़ी से पहुंची गर्भवती सोनिया ने बताया कि डिलीवरी होने का समय है। 2 दिन से आ रही हूं। डॉक्टर टेस्ट कराने के लिए कह रहे हैं। टेस्ट भी करा लिए, लेकिन डिलीवरी नहीं करवा रहे। पानीपत में महिला ने फर्श पर बच्ची को जन्म दिया
पानीपत में शुक्रवार को विकास नगर निवासी कंचन कुमारी डिलीवरी के लिए आई, लेकिन उसे भर्ती करने के बजाए करनाल रेफर कर दिया। दिनेश ने बताया कि पत्नी कंचन को नर्स बैठाकर चली गई। प्रसव पीड़ा बढ़ने से फर्श पर ही डिलीवरी हो गई। बाद में स्टाफ नर्सों ने महिला और बच्ची को प्रसूता वार्ड में ले जाकर भर्ती किया। डिप्टी एमएस डॉ अमित ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। सीसीटीवी भी जांचेंगे।

गोहाना में महिला पर 2 राउंड फायर:छत पर बर्तन धो रही थी; दिल्ली वाली कह कर चिढ़ाया, फैलाई गलत अफवाह
गोहाना में महिला पर 2 राउंड फायर:छत पर बर्तन धो रही थी; दिल्ली वाली कह कर चिढ़ाया, फैलाई गलत अफवाह हरियाणा के सोनीपत में एक महिला पर एक युवक ने दो गोलियां चलाई। इससे पहले उस पर पत्थर भी फेंका। वारदात में महिला बाल बाल बच गई। हमलावर की महिला के पति के साथ कहासुनी हुई थी। पुलिस ने वारदात को लेकर आरोपी रामजीत उर्फ ढीला के खिलाफ थाना बरोदा में केस दर्ज कर लिया है। गोहाना क्षेत्र के गांव भावड़ की रहने वाली महिला किया पत्नी अमित ने पुलिस को बताया कि वह शुक्रवार शाम को अपने घर की छत पर बर्तन साफ कर रही थी। इसी दौरान रामजीत चौबारे की छत पर आया। उसने उसे “दिल्ली वाली” कहकर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद उसने पहले महिला पर पत्थर फेंका और फिर दो बार गोली चलाई। इससे वह बाल-बाल बच गई। महिला का आरोप है कि यह हमला उसके पति और आरोपी के बीच हुई पुरानी कहासुनी का नतीजा है, जो गांव में पीड़िता के खिलाफ फैलाई गई अफवाहों को लेकर हुई थी। पुलिस के मुताबिक, घटना की सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुंचे। किया की शिकायत के आधार पर थाना बरोदा में धारा 109(1) BNS और 25-54-59 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। FSL टीम को मौके पर बुलाया गया और वरिष्ठ अधिकारियों को स्पेशल रिपोर्ट भेजी गई। एफआईआर के अनुसार, महिला किया दो बच्चों की मां है और एक गृहिणी है। उसकी बड़ी बेटी और छोटा बेटा है। वह अपने पति अमित, सास गुड्डी, ससुर कुलदीप और देवर अजित के साथ रहती है। आरोपी रामजीत द्वारा गांव में उसके बारे में गलत अफवाहें फैलाई गई। इसको लेकर उसके पति अमित व रामजीत में कहासुनी हुई थी। पति अमित ने रामजीत को चौपाल के पास समझाने की कोशिश की थी। इसके बाद आरोपी ने यह हमला किया। पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है कि आरोपी ने उसे जान से मारने की नीयत से फायरिंग की, जिससे वह किसी तरह बच गई।

होम ग्राउंड में हारी पंजाब किंग्स:मायूस होकर स्टेडियम से निकले फैंस; लुधियाना के वढेरा ने हाफ सेंचुरी लगाई, प्रीति जिंटा निराश दिखीं
होम ग्राउंड में हारी पंजाब किंग्स:मायूस होकर स्टेडियम से निकले फैंस; लुधियाना के वढेरा ने हाफ सेंचुरी लगाई, प्रीति जिंटा निराश दिखीं इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 18वें सीजन में आज पंजाब में मोहाली के मुल्लांपुर में पंजाब किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच मुकाबला खेला गया। इसमें पंजाब किंग्स को हार का सामना करना पड़ा। इस दौरान पंजाब के फैंस निराश होकर पवेलियन से लौटे। यह मैच न्यू चंडीगढ़ (मुल्लांपुर) के महाराजा यादवेंद्र सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। इसे देखने के लिए पूरे पंजाब से फैंस पहुंचे थे। इसके अलावा, हरियाणा के अंबाला, पानीपत, करनाल और फतेहाबाद से पहुंचे दर्शकों ने मैच का आनंद लिया। इतना ही नहीं, कनाडा और इंग्लैंड से फैंस यहां पहुंचे हुए थे। इसके अलावा ग्राउंड में पहुंचकर टीम की मालिक प्रीति जिंटा ने भी उत्साहवर्धन किया। हालांकि, वह भी ज्यादातर समय निराश ही दिखीं। शुरुआती दो मैचों में बढ़िया प्रदर्शन करने के बाद पंजाब किंग्स के फैंस को उम्मीद थी कि टीम अपने होम ग्राउंड में भी अपने प्रदर्शन को बरकरार रखेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पंजाब किंग्स के लिए घरेलू मैदान मुल्लांपुर क्रिकेट स्टेडियम पिछले सीजन में भी ज्यादा भाग्यशाली साबित नहीं हुआ। इस मैदान में टीम का जीत का प्रतिशत मात्र 20% रहा है, जो इस हार के साथ और गिर गया। बता दें कि पंजाब ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था।