खन्ना मंडी में 7 हजार प्रति क्विंटल मिल रहे दाम:सरसों की फसल से किसानों को राहत, सरकारी खरीद की मांग

खन्ना मंडी में 7 हजार प्रति क्विंटल मिल रहे दाम:सरसों की फसल से किसानों को राहत, सरकारी खरीद की मांग

पंजाब में इस बार सरसों की फसल ने किसानों को अच्छी कमाई दिलाई है। एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना में सरसों 7 हजार रुपए प्रति क्विंटल से अधिक के भाव पर बिक रही है। मौसम अनुकूल रहने से इस बार उपज भी पिछले साल की तुलना में ज्यादा हुई है। पंजाब के अलग-अलग जिलों से किसान अपनी फसल बेचने खन्ना मंडी पहुंच रहे हैं। निजी व्यापारी कर रहे खरीद मार्केट कमेटी प्रशासन बोली लगवाने और किसानों के लिए अन्य व्यवस्थाएं करता है। सरसों की सरकारी खरीद नहीं होती है और निजी व्यापारी ही इसकी खरीद करते हैं। फतेहगढ़ साहिब के गांव रत्तों के किसान नरिंदर सिंह ने बताया कि इस बार उपज और भाव दोनों अच्छे हैं। उन्हें करीब 5500 रुपए प्रति क्विंटल का भाव मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को सरसों का बीज उपलब्ध कराना चाहिए। साथ ही एमएसपी पर खरीद की गारंटी भी लेनी चाहिए। इस बार सरसों की बुवाई कम खन्ना मंडी के आढ़ती वेद प्रकाश के अनुसार इस बार सरसों की बुवाई कम है, लेकिन प्रति एकड़ 8 से 10 क्विंटल की पैदावार हो रही है। पिछले साल की तुलना में एक हजार रुपए अधिक भाव मिल रहा है। आढ़तियों ने भी सरकारी खरीद की मांग की है। उनका कहना है कि इससे भुगतान का जोखिम नहीं रहेगा। किसानों का कहना है कि पंजाब सरकार उन्हें गेहूं और धान के अलावा दूसरी फसलें उगाने के लिए प्रेरित कर रही है। इसके लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। उनका मानना है कि अगर सभी फसलों की सरकारी खरीद होगी, तो किसान गेहूं और धान की परंपरागत खेती से बाहर निकल सकेंगे। मंडी में 2950 क्विंटल फसल पहुंची मार्केट कमेटी के सचिव कमलदीप सिंह मान ने बताया कि खन्ना मंडी में अब तक सरसों की कुल खरीद 2950 क्विंटल हुई है। मंडी में दो प्रकार की सरसों पीली और काली किस्म आ रही है। पीली सरसों का रेट 7400 रुपए प्रति क्विंटल तक लगा है। जबकि, काली सरसों 5810 रुपए प्रति क्विंटल तक बिकी है। इसकी खरीद प्राइवेट तौर पर होती है लेकिन मार्केट कमेटी प्रशासन ने उचित प्रबंध मुकम्मल किए हुए हैं। पंजाब में इस बार सरसों की फसल ने किसानों को अच्छी कमाई दिलाई है। एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना में सरसों 7 हजार रुपए प्रति क्विंटल से अधिक के भाव पर बिक रही है। मौसम अनुकूल रहने से इस बार उपज भी पिछले साल की तुलना में ज्यादा हुई है। पंजाब के अलग-अलग जिलों से किसान अपनी फसल बेचने खन्ना मंडी पहुंच रहे हैं। निजी व्यापारी कर रहे खरीद मार्केट कमेटी प्रशासन बोली लगवाने और किसानों के लिए अन्य व्यवस्थाएं करता है। सरसों की सरकारी खरीद नहीं होती है और निजी व्यापारी ही इसकी खरीद करते हैं। फतेहगढ़ साहिब के गांव रत्तों के किसान नरिंदर सिंह ने बताया कि इस बार उपज और भाव दोनों अच्छे हैं। उन्हें करीब 5500 रुपए प्रति क्विंटल का भाव मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को सरसों का बीज उपलब्ध कराना चाहिए। साथ ही एमएसपी पर खरीद की गारंटी भी लेनी चाहिए। इस बार सरसों की बुवाई कम खन्ना मंडी के आढ़ती वेद प्रकाश के अनुसार इस बार सरसों की बुवाई कम है, लेकिन प्रति एकड़ 8 से 10 क्विंटल की पैदावार हो रही है। पिछले साल की तुलना में एक हजार रुपए अधिक भाव मिल रहा है। आढ़तियों ने भी सरकारी खरीद की मांग की है। उनका कहना है कि इससे भुगतान का जोखिम नहीं रहेगा। किसानों का कहना है कि पंजाब सरकार उन्हें गेहूं और धान के अलावा दूसरी फसलें उगाने के लिए प्रेरित कर रही है। इसके लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। उनका मानना है कि अगर सभी फसलों की सरकारी खरीद होगी, तो किसान गेहूं और धान की परंपरागत खेती से बाहर निकल सकेंगे। मंडी में 2950 क्विंटल फसल पहुंची मार्केट कमेटी के सचिव कमलदीप सिंह मान ने बताया कि खन्ना मंडी में अब तक सरसों की कुल खरीद 2950 क्विंटल हुई है। मंडी में दो प्रकार की सरसों पीली और काली किस्म आ रही है। पीली सरसों का रेट 7400 रुपए प्रति क्विंटल तक लगा है। जबकि, काली सरसों 5810 रुपए प्रति क्विंटल तक बिकी है। इसकी खरीद प्राइवेट तौर पर होती है लेकिन मार्केट कमेटी प्रशासन ने उचित प्रबंध मुकम्मल किए हुए हैं।   पंजाब | दैनिक भास्कर