हिमाचल प्रदेश के 2 जिलों में आज हीटवेव का यलो अलर्ट जारी किया गया है। बीते कल भी कुल्लू और मंडी के कुछ क्षेत्रों में गर्म हवाएं महसूस की गई है। आज भी इन्हीं दो जिलों में हीटवेव की चेतावनी दी गई है। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। हीटवेव की चेतावनी के बीच के ऊना का तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। प्रदेश के 12 शहरों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस पार हो गया है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान भी नॉर्मल से 3.9 डिग्री ज्यादा हो गया है। बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान भी 1.1 डिग्री ज्यादा हुआ है। आज इसमें और बढ़ोतरी के आसार है। राहत की बात यह है कि कल शाम से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इससे 9 से 12 अप्रैल तक प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बारिश के आसार है। खासकर चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में इस दौरान बारिश हो सकती है। हालांकि 9 अप्रैल को केवल अधिक ऊंचे क्षेत्रों में ही बारिश हो सकती है। 10 और 11 को प्रदेश के ज्यादातर भागों में बारिश हो सकती है। 12 अप्रैल को अधिक ऊंचे और मध्यम ऊंचाई वाले भागों में ही बारिश हो सकती है। इससे प्रदेशवासियों को गर्मी से राहत मिलने के आसार है। क्या हीटवेव घातक हैं ? हीटवेव में अत्यधिक पसीने के कारण निर्जलीकरण (शरीर में पानी की कमी) के चलते किसी व्यक्ति की जान भी जा सकती है। इसी तरह खून में सोडियम और पोटेशियम सांद्रता में परिवर्तन हृदय और तंत्रिका कोशिकाओं को भ्रमित कर सकता है। इससे सांस लेने और रक्तप्रवाह में परेशानी होती है। हीटवेव की चपेट में आने के लक्षण ? चिकित्सकों के अनुसार, हीटवेव की चपेट में आने वाले व्यक्ति को कमजोरी महसूस, सिर दर्द, उल्टी, दस्त, तेज पसीना, झटके महसूस होना, चक्कर आने और मांसपेशियों में ऐंठन की शिकायत हो सकती है। इनमें से कोई सा भी लक्षण नजर आने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। हीटवेव की चपेट में आए व्यक्ति के लापरवाही बरतने पर उसकी जान भी जाने का खतरा रहता है। हीटवेव से बचाव को करें ये उपाय डाक्टरों के अनुसार, हीटवेव लगने पर ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए और हल्के और ढीले सूती कपड़े पहनने चाहिए। इसी तरह बिना काम धूप में बाहर नहीं निकलना चाहिए। जरूरी हुआ तो सिर पर कपड़ा, टोपी, रुमाल बांधकर ही बाहर निकलें। यात्रा करते समय अपने साथ बोतल में पानी जरूर रखें और ORS का घोल का पिएं। नशीले पदार्थों का सेवन बंद करते हुए उच्च प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन करें। हिमाचल प्रदेश के 2 जिलों में आज हीटवेव का यलो अलर्ट जारी किया गया है। बीते कल भी कुल्लू और मंडी के कुछ क्षेत्रों में गर्म हवाएं महसूस की गई है। आज भी इन्हीं दो जिलों में हीटवेव की चेतावनी दी गई है। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। हीटवेव की चेतावनी के बीच के ऊना का तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। प्रदेश के 12 शहरों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस पार हो गया है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान भी नॉर्मल से 3.9 डिग्री ज्यादा हो गया है। बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान भी 1.1 डिग्री ज्यादा हुआ है। आज इसमें और बढ़ोतरी के आसार है। राहत की बात यह है कि कल शाम से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इससे 9 से 12 अप्रैल तक प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बारिश के आसार है। खासकर चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में इस दौरान बारिश हो सकती है। हालांकि 9 अप्रैल को केवल अधिक ऊंचे क्षेत्रों में ही बारिश हो सकती है। 10 और 11 को प्रदेश के ज्यादातर भागों में बारिश हो सकती है। 12 अप्रैल को अधिक ऊंचे और मध्यम ऊंचाई वाले भागों में ही बारिश हो सकती है। इससे प्रदेशवासियों को गर्मी से राहत मिलने के आसार है। क्या हीटवेव घातक हैं ? हीटवेव में अत्यधिक पसीने के कारण निर्जलीकरण (शरीर में पानी की कमी) के चलते किसी व्यक्ति की जान भी जा सकती है। इसी तरह खून में सोडियम और पोटेशियम सांद्रता में परिवर्तन हृदय और तंत्रिका कोशिकाओं को भ्रमित कर सकता है। इससे सांस लेने और रक्तप्रवाह में परेशानी होती है। हीटवेव की चपेट में आने के लक्षण ? चिकित्सकों के अनुसार, हीटवेव की चपेट में आने वाले व्यक्ति को कमजोरी महसूस, सिर दर्द, उल्टी, दस्त, तेज पसीना, झटके महसूस होना, चक्कर आने और मांसपेशियों में ऐंठन की शिकायत हो सकती है। इनमें से कोई सा भी लक्षण नजर आने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। हीटवेव की चपेट में आए व्यक्ति के लापरवाही बरतने पर उसकी जान भी जाने का खतरा रहता है। हीटवेव से बचाव को करें ये उपाय डाक्टरों के अनुसार, हीटवेव लगने पर ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए और हल्के और ढीले सूती कपड़े पहनने चाहिए। इसी तरह बिना काम धूप में बाहर नहीं निकलना चाहिए। जरूरी हुआ तो सिर पर कपड़ा, टोपी, रुमाल बांधकर ही बाहर निकलें। यात्रा करते समय अपने साथ बोतल में पानी जरूर रखें और ORS का घोल का पिएं। नशीले पदार्थों का सेवन बंद करते हुए उच्च प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन करें। हिमाचल | दैनिक भास्कर
