इल्मा अफरोज को SP बद्दी लगाने वाली याचिका खारिज:हाईकोर्ट ने ट्रांसफर से स्टे हटाया; शिमला पुलिस मुख्यालय में तैनात है

इल्मा अफरोज को SP बद्दी लगाने वाली याचिका खारिज:हाईकोर्ट ने ट्रांसफर से स्टे हटाया; शिमला पुलिस मुख्यालय में तैनात है

हिमाचल हाईकोर्ट ने IPS इल्मा अफरोज को बद्दी में SP लगाने वाली जनहित याचिका को खारिज कर दिया है। न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान और न्यायाधीश सुशील कुकरेजा की बैंच ने इल्मा की ट्रांसफर पर लगाए बैन को भी हटा दिया है। अब राज्य सरकार इल्मा अफरोज का दूसरी जगह तबादला कर पाएंगी। लंबी छुट्टी से लौटने के बाद से इल्मा अफरोज पुलिस मुख्यालय शिमला में तैनात है। वहीं हाईकोर्ट ने 10 जनवरी की सुनवाई के दौरान इल्मा को लेकर यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए थे। 9 सितंबर 2024 को न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने भी एक आपराधिक मामले की जांच में इल्मा अफरोज पर भरोसा जताया था और न्यायालय की अनुमति के बिना उनके तबादले पर रोक लगाई थी। अब यह रोक हट गई है। सुच्चा सिंह ने की थी एसपी बद्दी लगाने की मांग सुच्चा सिंह नाम के व्यक्ति ने इल्मा अफरोज की बद्दी में तत्काल नियुक्ति देने के लिए एक याचिका हाईकोर्ट में दायर की और कहा कि इल्मा अफरोज की बद्दी, बरोटीवाला और नालागढ़, जिला सोलन में तैनाती से वहां की आम जनता कानून के हाथों सुरक्षित महसूस करेगी और क्षेत्र में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी ड्रग माफियाओं और खनन माफियाओं के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित हो पाएगी। इस बीच सरकार ने पिछली सुनवाई में अदालत को बताया कि इल्मा अफरोज ने खुद बद्दी से ट्रांसफर की इच्छा जाहिर की है। इल्मा ने किया था MLA की पत्नी की गाड़ियों का चालान हिमाचल की चर्चित एवं दबंग IPS इल्मा अफरोज ने बीते साल दून के विधायक रामकुमार चौधरी की पत्नी की माइनिंग से जुड़ी गाड़ियों के चालान काटे थे। इससे विधायक नाराज हो गए थे। इसके बाद दोनों में टकराव बढ़ता गया। विधायक ने इल्मा को विधानसभा से विशेषाधिकार हनन का नोटिस तक दिलवा दिया था। इसके बाद बद्दी में एक फायरिंग कांड हुआ, जिसमें स्क्रैप कारोबारी राम किशन की बुलेट प्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गईं। वह पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था, लेकिन SP इल्मा ने कारोबारी का पिछला रिकॉर्ड देखते हुए मंजूरी नहीं दी। जांच में पता चला कि राम किशन ने खुद ही गोलियां चलवाई थी। इल्मा ने उस पर कार्रवाई शुरू कर दी। कारोबारी नेताओं का करीबी था। इस वजह से भी SP पर दबाव था, लेकिन वह कार्रवाई से पीछे नहीं हटीं और इल्मा अफरोज का सत्ता से टकराव बढ़ता गया। 6 नवंबर को लंबी छुट्टी पर गईं बीते साल 6 नवंबर को DC-SP मीटिंग के लिए इल्मा शिमला आईं। यहां नेताओं और अधिकारियों से मुलाकात के बाद शाम को वापस बद्दी लौट गईं। बद्दी से इल्मा अफरोज अपनी मां के साथ पूरा सामान समेटकर उत्तर प्रदेश स्थित अपने गांव लौट गई। इस दौरान उन्होंने किसी से कुछ नहीं कहा। इन सबके पीछे दून से कांग्रेस विधायक राम कुमार चौधरी से इल्मा अफरोज का टकराव वजह माना गया। इल्मा पहले 40 दिन तक छुट्टी पर रही। फिर 16 दिसंबर को ड्यूटी पर लौटीं तो सरकार ने उन्हें पुलिस मुख्यालय में तैनाती दी। हिमाचल हाईकोर्ट ने IPS इल्मा अफरोज को बद्दी में SP लगाने वाली जनहित याचिका को खारिज कर दिया है। न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान और न्यायाधीश सुशील कुकरेजा की बैंच ने इल्मा की ट्रांसफर पर लगाए बैन को भी हटा दिया है। अब राज्य सरकार इल्मा अफरोज का दूसरी जगह तबादला कर पाएंगी। लंबी छुट्टी से लौटने के बाद से इल्मा अफरोज पुलिस मुख्यालय शिमला में तैनात है। वहीं हाईकोर्ट ने 10 जनवरी की सुनवाई के दौरान इल्मा को लेकर यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए थे। 9 सितंबर 2024 को न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने भी एक आपराधिक मामले की जांच में इल्मा अफरोज पर भरोसा जताया था और न्यायालय की अनुमति के बिना उनके तबादले पर रोक लगाई थी। अब यह रोक हट गई है। सुच्चा सिंह ने की थी एसपी बद्दी लगाने की मांग सुच्चा सिंह नाम के व्यक्ति ने इल्मा अफरोज की बद्दी में तत्काल नियुक्ति देने के लिए एक याचिका हाईकोर्ट में दायर की और कहा कि इल्मा अफरोज की बद्दी, बरोटीवाला और नालागढ़, जिला सोलन में तैनाती से वहां की आम जनता कानून के हाथों सुरक्षित महसूस करेगी और क्षेत्र में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी ड्रग माफियाओं और खनन माफियाओं के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित हो पाएगी। इस बीच सरकार ने पिछली सुनवाई में अदालत को बताया कि इल्मा अफरोज ने खुद बद्दी से ट्रांसफर की इच्छा जाहिर की है। इल्मा ने किया था MLA की पत्नी की गाड़ियों का चालान हिमाचल की चर्चित एवं दबंग IPS इल्मा अफरोज ने बीते साल दून के विधायक रामकुमार चौधरी की पत्नी की माइनिंग से जुड़ी गाड़ियों के चालान काटे थे। इससे विधायक नाराज हो गए थे। इसके बाद दोनों में टकराव बढ़ता गया। विधायक ने इल्मा को विधानसभा से विशेषाधिकार हनन का नोटिस तक दिलवा दिया था। इसके बाद बद्दी में एक फायरिंग कांड हुआ, जिसमें स्क्रैप कारोबारी राम किशन की बुलेट प्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गईं। वह पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था, लेकिन SP इल्मा ने कारोबारी का पिछला रिकॉर्ड देखते हुए मंजूरी नहीं दी। जांच में पता चला कि राम किशन ने खुद ही गोलियां चलवाई थी। इल्मा ने उस पर कार्रवाई शुरू कर दी। कारोबारी नेताओं का करीबी था। इस वजह से भी SP पर दबाव था, लेकिन वह कार्रवाई से पीछे नहीं हटीं और इल्मा अफरोज का सत्ता से टकराव बढ़ता गया। 6 नवंबर को लंबी छुट्टी पर गईं बीते साल 6 नवंबर को DC-SP मीटिंग के लिए इल्मा शिमला आईं। यहां नेताओं और अधिकारियों से मुलाकात के बाद शाम को वापस बद्दी लौट गईं। बद्दी से इल्मा अफरोज अपनी मां के साथ पूरा सामान समेटकर उत्तर प्रदेश स्थित अपने गांव लौट गई। इस दौरान उन्होंने किसी से कुछ नहीं कहा। इन सबके पीछे दून से कांग्रेस विधायक राम कुमार चौधरी से इल्मा अफरोज का टकराव वजह माना गया। इल्मा पहले 40 दिन तक छुट्टी पर रही। फिर 16 दिसंबर को ड्यूटी पर लौटीं तो सरकार ने उन्हें पुलिस मुख्यालय में तैनाती दी।   हिमाचल | दैनिक भास्कर