<p style=”text-align: justify;”><strong>Baghpat News:</strong> उत्तर प्रदेश के बागपत में एटीएम से 5 करोड़ 26 लाख लाख रुपये गायब करने का मामला सामने आया है. बड़ौत कोतवाली पुलिस ने रुपये गायब करने वाले दो मुख्य आरोपी और चंडीगढ़ के तीन पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास 4 करोड़ 61 लाख रुपये बरामद कर लिए है. सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया. पुलिस का दावा है कि करोड़ों के गबन में बागपत और शामली जनपद के लोगों के अलावा चंडीगढ के तीन पुलिसकर्मी भी शामिल रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस के अनुसार, मार्च महीने में बड़ौत क्षेत्र के 24 एटीएम से 5.26 करोड़ रूपये गायब हो गए थे. यह गबन एटीएम में कैश डालने वाली मेरठ की सीएमएस कंपनी के कर्मचारी गौरव तोमर निवासी आरिफपुर खेड़ी बागपत व राकी मलिक निवासी हसनपुर, शामली ने किया था. इस मामले में सीएमएस कंपनी के प्रबंधक योगेंद्र सिंह ने गौरव और राकी के खिलाफ बड़ौत कोतवाली में केस दर्ज कराया था. गौरव और राकी कैश को ठिकाने लगाने के बाद चंडीगढ़ के मनीष के माध्यम से चंडीगढ़ के पुलिस इंस्पेक्टर जसविन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल सतीश और समुन्दर से सेटिंग कर तमंचा रखने के आरोप में गिरफ्तार हो गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/6V3Bb2R_11g?si=pMKFkvZJxGYHpGgn” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस ने 4 करोड़ से ज्यादा कैश किया बरामद</strong><br />पुलिस ने मनीष और तीनो पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. सभी छह आरोपियों को चंडीगढ से बी वारंट पर बागपत अदालत लाया गया था, जहां से बागपत की जेल में भेज दिया गया. पुलिस ने राकी, गौरव, मनीष, पुलिस इंस्पेक्टर जसविन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल सतीश और समुन्दर को पीसीआर पर लेकर सघन पूछताछ की थी. पुलिस ने गौरव तोमर के घर और राकी मलिक के खेत में खोदाई कर लगभग 4.61 करोड़ रूपये बरामद कर लिए है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सास-बहू समेत चार को पहले किया था गिरफ्तार</strong><br />मार्च महीने में प्रबंधक योगेंद्र सिंह की तहरीर पर कंपनी के कर्मचारी गौरव तोमर निवासी आरिखपुर खेड़ी, थाना बिनौली जनपद बागपत व राकी मलिक निवासी हसनपुर, शामली जनपद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए विवेचना शुरू कर दी है. विवेचना के दौरान गौरव की मां-पत्नी और राकी की मां के अलावा राकी के भाई गुड्डू उर्फ रोबिन पुत्र राजपाल निवासी हसनपुर, शामली को गिरफ्तार कर लिया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह है पूरा मामला</strong><br />मेरठ की सीएमएस कंपनी के प्रबंधक योगेंद्र सिंह ने बड़ौत कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया कि सीएमएस कंपनी बैंकों से कैश लेकर एटीएम में लोडिंग और अनलोडिंग का कार्य करती है. बड़ौत क्षेत्र में यह कार्य कंपनी के ही कर्मचारी (कस्टोडियन) गौरव तोमर निवासी आरिखपुर खेड़ी जनपद बागपत व राकी मलिक निवासी हसनपुर जनपद शामली करते हैं. कुछ दिन पहले कंपनी के अधिकारियो को जानकारी मिली कि 24 एटीएम से कैश गायब है, जिसके बाद दोनों कर्मचारियों के मोबाइल पर कॉल की गई तो मोबाइल स्विच आफ मिला.</p>
<p style=”text-align: justify;”>योगेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि उसके बाद आडिट टीम ने क्षेत्र के 24 एटीएम की वीडियोग्राफी कर जांच पड़ताल की तो पता चला कि दोनों कर्मचारियों ने बैंक से मिला कैश एटीएम में नहीं डाला, एटीएम में पहले से जमा जो कैश था, उसे भी निकाल लिया गया है. इस तरह दोनों आरोपियों ने 5.26 करोड़ रुपये का गबन कर लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/uttar-pradesh-leads-in-dbt-and-digital-payment-2920375″><strong>यूपी ‘डीबीटी’ और ‘डिजिटल पेमेंट’ में सबसे आगे, 8 माह में 1,024 करोड़ रुपए से अधिक के ट्रांजेक्शन</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Baghpat News:</strong> उत्तर प्रदेश के बागपत में एटीएम से 5 करोड़ 26 लाख लाख रुपये गायब करने का मामला सामने आया है. बड़ौत कोतवाली पुलिस ने रुपये गायब करने वाले दो मुख्य आरोपी और चंडीगढ़ के तीन पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास 4 करोड़ 61 लाख रुपये बरामद कर लिए है. सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया. पुलिस का दावा है कि करोड़ों के गबन में बागपत और शामली जनपद के लोगों के अलावा चंडीगढ के तीन पुलिसकर्मी भी शामिल रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस के अनुसार, मार्च महीने में बड़ौत क्षेत्र के 24 एटीएम से 5.26 करोड़ रूपये गायब हो गए थे. यह गबन एटीएम में कैश डालने वाली मेरठ की सीएमएस कंपनी के कर्मचारी गौरव तोमर निवासी आरिफपुर खेड़ी बागपत व राकी मलिक निवासी हसनपुर, शामली ने किया था. इस मामले में सीएमएस कंपनी के प्रबंधक योगेंद्र सिंह ने गौरव और राकी के खिलाफ बड़ौत कोतवाली में केस दर्ज कराया था. गौरव और राकी कैश को ठिकाने लगाने के बाद चंडीगढ़ के मनीष के माध्यम से चंडीगढ़ के पुलिस इंस्पेक्टर जसविन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल सतीश और समुन्दर से सेटिंग कर तमंचा रखने के आरोप में गिरफ्तार हो गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/6V3Bb2R_11g?si=pMKFkvZJxGYHpGgn” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस ने 4 करोड़ से ज्यादा कैश किया बरामद</strong><br />पुलिस ने मनीष और तीनो पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. सभी छह आरोपियों को चंडीगढ से बी वारंट पर बागपत अदालत लाया गया था, जहां से बागपत की जेल में भेज दिया गया. पुलिस ने राकी, गौरव, मनीष, पुलिस इंस्पेक्टर जसविन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल सतीश और समुन्दर को पीसीआर पर लेकर सघन पूछताछ की थी. पुलिस ने गौरव तोमर के घर और राकी मलिक के खेत में खोदाई कर लगभग 4.61 करोड़ रूपये बरामद कर लिए है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सास-बहू समेत चार को पहले किया था गिरफ्तार</strong><br />मार्च महीने में प्रबंधक योगेंद्र सिंह की तहरीर पर कंपनी के कर्मचारी गौरव तोमर निवासी आरिखपुर खेड़ी, थाना बिनौली जनपद बागपत व राकी मलिक निवासी हसनपुर, शामली जनपद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए विवेचना शुरू कर दी है. विवेचना के दौरान गौरव की मां-पत्नी और राकी की मां के अलावा राकी के भाई गुड्डू उर्फ रोबिन पुत्र राजपाल निवासी हसनपुर, शामली को गिरफ्तार कर लिया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह है पूरा मामला</strong><br />मेरठ की सीएमएस कंपनी के प्रबंधक योगेंद्र सिंह ने बड़ौत कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया कि सीएमएस कंपनी बैंकों से कैश लेकर एटीएम में लोडिंग और अनलोडिंग का कार्य करती है. बड़ौत क्षेत्र में यह कार्य कंपनी के ही कर्मचारी (कस्टोडियन) गौरव तोमर निवासी आरिखपुर खेड़ी जनपद बागपत व राकी मलिक निवासी हसनपुर जनपद शामली करते हैं. कुछ दिन पहले कंपनी के अधिकारियो को जानकारी मिली कि 24 एटीएम से कैश गायब है, जिसके बाद दोनों कर्मचारियों के मोबाइल पर कॉल की गई तो मोबाइल स्विच आफ मिला.</p>
<p style=”text-align: justify;”>योगेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि उसके बाद आडिट टीम ने क्षेत्र के 24 एटीएम की वीडियोग्राफी कर जांच पड़ताल की तो पता चला कि दोनों कर्मचारियों ने बैंक से मिला कैश एटीएम में नहीं डाला, एटीएम में पहले से जमा जो कैश था, उसे भी निकाल लिया गया है. इस तरह दोनों आरोपियों ने 5.26 करोड़ रुपये का गबन कर लिया.</p>
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