चंद्रिका देवी में मारपीट के बाद दुकानदारों की गांधीगीरी:गुलाब देकर श्रद्धालुओं का कर रहे स्वागत; बोले- हम शर्मिंदा हैं

चंद्रिका देवी में मारपीट के बाद दुकानदारों की गांधीगीरी:गुलाब देकर श्रद्धालुओं का कर रहे स्वागत; बोले- हम शर्मिंदा हैं

चंद्रिका देवी मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ मारपीट के बाद 5 दिन से दुकानें बंद हैं। माताजी के दरबार में भक्तों की संख्या भी कम हो गई है। ऐसे में दुकानदार श्रद्धालुओं को वापस बुलाने के लिए गांधीगिरी पर उतर आए हैं। वह मंदिर आ रहे गिने-चुने भक्तों को गुलाब का फूल दे रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि मारपीट की घटना के बाद से हम शर्मिंदा हैं। हम यहां 25-30 साल से दुकान चला रहे हैं। कभी ऐसा नहीं हुआ। इस घटना के बाद से दुकानें बंद हैं। हम लोग घर कैसे चलाएं? रोजी रोटी पर संकट आ गया है। दरअसल, 7 अप्रैल को नवरात्रि की दशमी के दिन श्रद्धालु पियूष शर्मा के साथ दुकानदारों ने मारपीट कर दी थी। घटना के बाद चंद्रिका देवी मंदिर का जायजा दैनिक भास्कर टीम मंदिर परिसर पहुंची। यहां दुकानदारों, पुजारियों, श्रद्धालुओं, समिति और पुलिस से घटना के पीछे की वजह को जाना। पढ़िए पूरी ग्राउंड रिपोर्ट… मंदिर कोई बाजार नहीं, समिति और पुलिस करे नियंत्रण मंदिर के मुख्य पुजारी रामनरेश सैनी और संतोष बाजपेई ने कहा- मंदिर के बाहर 300 से ज्यादा दुकानें हैं। घटना के बाद से कई दुकानें बंद हैं। मंदिर कोई बाजार नहीं है। यहां आने वाले श्रद्धालु को डर नहीं लगना चाहिए। समिति और पुलिस मिलकर भीड़ का नियंत्रण करना चाहिए। मामले में ADCP का कहना है- 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। CCTV से निगरानी की जा रही है। ऐसी घटना अब न हो, इसके लिए कड़ी सुरक्षा की गई है। श्रद्धालु बोले- दलाल कराते हैं मारपीट दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए श्रद्धालु विशाल अवस्थी ने कहा- कुछ दुकानदारों के दलाल गेट पर ही खड़े रहते हैं। वह प्रसाद खरीदने के लिए जबरदस्ती करते हैं। प्रसाद नहीं लेने पर चिल्लाने लगते हैं। हम लोग मंदिर में दर्शन करने आते हैं किसी को डराने धमकाने के लिए नहीं। इधर श्रद्धालु नीलम श्रीवास्तव कहती हैं- हर दुकान वाला अपनी दुकान से प्रसाद लेने के लिए दबाव बनाता है। ऐसे में पहले दुकानदारों के बीच बहस होती है, फिर वो दुकानदार श्रद्धालुओं से भी बहस करने लगते हैं। 40 साल से दुकान, पहली बार बंद करनी पड़ी अंशुमान बाजपेई कहते हैं- हमारे परिवार की चार पीढ़ियां यहां दुकान चला रही हैं। कोई भी अवैध नहीं है। समिति को पैसे भी देते हैं। लेकिन अचानक हुई मारपीट की घटना से हम कटघरे पर खड़े हैं। पास में ही रोहित की दुकान है। वह बताते हैं- जिस दिन घटना हुई, उसके बाद हमारी चार दुकानें बंद हैं। पूरी घटना CCTV में रिकॉर्ड है। वो लोग पीछे से आकर मारपीट किए थे। लेकिन अब पूरा दोष दुकानदारों का दिया जा रहा है। दुकानों की संख्या बढ़ने से समस्याएं बढ़ी मां चंद्रिका देवी मेला विकास समिति के महामंत्री अधिवक्ता अनुराग तिवारी ने स्वीकार किया कि मुख्य मार्ग पर दुकानों की संख्या बढ़ने से समस्याएं बढ़ी हैं। प्रसाद लेने का दबाव आम हो गया है। इससे झगड़े की नौबत आती है। समिति अब खुद प्रसाद वितरण करेगी। इसका प्रस्ताव डीएम को भेजा गया है। हमने डीएम को प्रस्ताव दिया है। समिति द्वारा खुद से प्रसाद वितरित करने की मांग की गई है। इससे दुकानदारों का दबाव खत्म होगा। पुलिस व्यवस्था भी बढ़ाई जाएगी। – अनुराग तिवारी, महामंत्री, मेला विकास समिति पैकेज की तरह सेट है पार्किंग का रेट मंदिर के दोनों ओर दुकानों की भरमार है। स्थानीय पार्किंग कर्मचारी सुरेश ने बताया- कई दुकानदारों ने रास्तों पर अस्थाई कब्जा कर लिया है। प्रसाद और पार्किंग का दाम सेट है। जैसे होटल का पैकेज। 300 से ज्यादा दुकानें, पार्किंग और प्रसाद में गड़बड़ी दबाव आम बात मंदिर के आसपास 300 से अधिक प्रसाद और नाश्ते की दुकानें हैं। दुकानदार खुद अपनी दुकानों के पीछे पार्किंग करवाते हैं। वहीं से प्रसाद भी दिलवाते हैं। श्रद्धालुओं की गाड़ियां मंदिर से 1 किलोमीटर पहले ही रोक दी जाती हैं। वहीं से दुकानदारों की मनमानी शुरू हो जाती है। अब पढ़ें चंद्रिका देवी मंदिर में हुई मारपीट की पूरी घटना अलीगंज के त्रिवेणीनगर शिवलोक कॉलोनी निवासी पीयूष शर्मा दोपहर 12 बजे बख्शी का तालाब स्थित चंद्रिका देवी मंदिर गए थे। साथ में उनकी बड़ी बहन पूजा, छोटा भाई ईशान, प्रिंस शर्मा, मित्र रंजीत कश्यप और उनकी बहन पूर्णिमा व भाई आशीष भी थे। पीयूष शर्मा की प्रसाद बेचने वाले दुकानदार से झड़प हो गई। दोनों के बीच सोमवार को जमकर मारपीट हुई। आरोप है- दुकानदारों ने एकजुट होकर सभी को दौड़ा दौड़ाकर पीटा। वजह सिर्फ इतनी थी कि दुकानदार से प्रसाद लेने के लिए मना कर दिया था। हमले में दो महिलाओं को चोट आई। पुलिस ने पियूष की तहरीर पर 11 नामजद और 4 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया। बेल्ट से पूरे परिवार को दौड़ाकर पीटा पीयूष का आरोप है- गेट के पास दुकानदार अंकित ने प्रसाद खरीदने का दबाव बनाया। इनकार करने पर अभद्रता करने लगा। बाद में मारपीट पर आमादा हो गया। आरोपी अपने साथियों और पास में दुकान लगाने वाले विकास सिंह, दीपू सिंह, प्रियांशु, दिलीप, कुलदीप, फूरे उर्फ कुलदीप, अंकुल, अरुण, हरिओम, गणेश और अन्य को बुला लिया। इसके बाद एकजुट होकर सभी ने हमला कर दिया। आरोपियों ने बेल्ट से पूरे परिवार को दौड़ाकर पीटा। बीच-बचाव करने आई महिलाओं को भी नहीं बख्शा। दुकानदारों ने हाथ में जो आया उसी से वार किया। कपड़े भी फाड़ दिए। वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आई पुलिस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो बीकेटी पुलिस मौके पर पहुंची। पीड़ितों का आरोप है- दुकानदारों ने आधे घंटे तक उत्पात मचाया। इस दौरान न तो समिति का कोई पदाधिकारी और न ही दूसरे दुकानदार बीच बचाव के लिए आए। इस दौरान पीड़ितों ने जान बचाने के लिए पुलिस को फोन किया था। यह खबर भी पढ़ें… काशी गैंगरेप केस-जिस पर मोदी ने कमिश्नर से किए सवाल:ड्रग्स का नशा, 23 लोगों ने दरिंदगी की; VIDEO में देखिए अब तक क्या-क्या हुआ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी पहुंचते ही पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से छात्रा से गैंगरेप केस को लेकर सवाल-जवाब किए। कहा- सभी दोषियों पर सख्त एक्शन हो। साथ ही, ऐसी घटना दोबारा न होने पाए। पीएम ने जिस छात्रा का जिक्र किया, उसके साथ 23 लड़कों ने 7 दिन तक गैंगरेप किया। फिर उसे सड़क पर फेंक कर भाग गए। छात्रा बदहवास हालत में घर पहुंची और दो दिन तक बेहोश रही थी। मुख्य आरोपी समेत 12 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। मुख्य आरोपी का कैफे सील कर दिया गया है। VIDEO में देखिए अब तक इस केस में क्या-क्या हुआ… चंद्रिका देवी मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ मारपीट के बाद 5 दिन से दुकानें बंद हैं। माताजी के दरबार में भक्तों की संख्या भी कम हो गई है। ऐसे में दुकानदार श्रद्धालुओं को वापस बुलाने के लिए गांधीगिरी पर उतर आए हैं। वह मंदिर आ रहे गिने-चुने भक्तों को गुलाब का फूल दे रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि मारपीट की घटना के बाद से हम शर्मिंदा हैं। हम यहां 25-30 साल से दुकान चला रहे हैं। कभी ऐसा नहीं हुआ। इस घटना के बाद से दुकानें बंद हैं। हम लोग घर कैसे चलाएं? रोजी रोटी पर संकट आ गया है। दरअसल, 7 अप्रैल को नवरात्रि की दशमी के दिन श्रद्धालु पियूष शर्मा के साथ दुकानदारों ने मारपीट कर दी थी। घटना के बाद चंद्रिका देवी मंदिर का जायजा दैनिक भास्कर टीम मंदिर परिसर पहुंची। यहां दुकानदारों, पुजारियों, श्रद्धालुओं, समिति और पुलिस से घटना के पीछे की वजह को जाना। पढ़िए पूरी ग्राउंड रिपोर्ट… मंदिर कोई बाजार नहीं, समिति और पुलिस करे नियंत्रण मंदिर के मुख्य पुजारी रामनरेश सैनी और संतोष बाजपेई ने कहा- मंदिर के बाहर 300 से ज्यादा दुकानें हैं। घटना के बाद से कई दुकानें बंद हैं। मंदिर कोई बाजार नहीं है। यहां आने वाले श्रद्धालु को डर नहीं लगना चाहिए। समिति और पुलिस मिलकर भीड़ का नियंत्रण करना चाहिए। मामले में ADCP का कहना है- 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। CCTV से निगरानी की जा रही है। ऐसी घटना अब न हो, इसके लिए कड़ी सुरक्षा की गई है। श्रद्धालु बोले- दलाल कराते हैं मारपीट दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए श्रद्धालु विशाल अवस्थी ने कहा- कुछ दुकानदारों के दलाल गेट पर ही खड़े रहते हैं। वह प्रसाद खरीदने के लिए जबरदस्ती करते हैं। प्रसाद नहीं लेने पर चिल्लाने लगते हैं। हम लोग मंदिर में दर्शन करने आते हैं किसी को डराने धमकाने के लिए नहीं। इधर श्रद्धालु नीलम श्रीवास्तव कहती हैं- हर दुकान वाला अपनी दुकान से प्रसाद लेने के लिए दबाव बनाता है। ऐसे में पहले दुकानदारों के बीच बहस होती है, फिर वो दुकानदार श्रद्धालुओं से भी बहस करने लगते हैं। 40 साल से दुकान, पहली बार बंद करनी पड़ी अंशुमान बाजपेई कहते हैं- हमारे परिवार की चार पीढ़ियां यहां दुकान चला रही हैं। कोई भी अवैध नहीं है। समिति को पैसे भी देते हैं। लेकिन अचानक हुई मारपीट की घटना से हम कटघरे पर खड़े हैं। पास में ही रोहित की दुकान है। वह बताते हैं- जिस दिन घटना हुई, उसके बाद हमारी चार दुकानें बंद हैं। पूरी घटना CCTV में रिकॉर्ड है। वो लोग पीछे से आकर मारपीट किए थे। लेकिन अब पूरा दोष दुकानदारों का दिया जा रहा है। दुकानों की संख्या बढ़ने से समस्याएं बढ़ी मां चंद्रिका देवी मेला विकास समिति के महामंत्री अधिवक्ता अनुराग तिवारी ने स्वीकार किया कि मुख्य मार्ग पर दुकानों की संख्या बढ़ने से समस्याएं बढ़ी हैं। प्रसाद लेने का दबाव आम हो गया है। इससे झगड़े की नौबत आती है। समिति अब खुद प्रसाद वितरण करेगी। इसका प्रस्ताव डीएम को भेजा गया है। हमने डीएम को प्रस्ताव दिया है। समिति द्वारा खुद से प्रसाद वितरित करने की मांग की गई है। इससे दुकानदारों का दबाव खत्म होगा। पुलिस व्यवस्था भी बढ़ाई जाएगी। – अनुराग तिवारी, महामंत्री, मेला विकास समिति पैकेज की तरह सेट है पार्किंग का रेट मंदिर के दोनों ओर दुकानों की भरमार है। स्थानीय पार्किंग कर्मचारी सुरेश ने बताया- कई दुकानदारों ने रास्तों पर अस्थाई कब्जा कर लिया है। प्रसाद और पार्किंग का दाम सेट है। जैसे होटल का पैकेज। 300 से ज्यादा दुकानें, पार्किंग और प्रसाद में गड़बड़ी दबाव आम बात मंदिर के आसपास 300 से अधिक प्रसाद और नाश्ते की दुकानें हैं। दुकानदार खुद अपनी दुकानों के पीछे पार्किंग करवाते हैं। वहीं से प्रसाद भी दिलवाते हैं। श्रद्धालुओं की गाड़ियां मंदिर से 1 किलोमीटर पहले ही रोक दी जाती हैं। वहीं से दुकानदारों की मनमानी शुरू हो जाती है। अब पढ़ें चंद्रिका देवी मंदिर में हुई मारपीट की पूरी घटना अलीगंज के त्रिवेणीनगर शिवलोक कॉलोनी निवासी पीयूष शर्मा दोपहर 12 बजे बख्शी का तालाब स्थित चंद्रिका देवी मंदिर गए थे। साथ में उनकी बड़ी बहन पूजा, छोटा भाई ईशान, प्रिंस शर्मा, मित्र रंजीत कश्यप और उनकी बहन पूर्णिमा व भाई आशीष भी थे। पीयूष शर्मा की प्रसाद बेचने वाले दुकानदार से झड़प हो गई। दोनों के बीच सोमवार को जमकर मारपीट हुई। आरोप है- दुकानदारों ने एकजुट होकर सभी को दौड़ा दौड़ाकर पीटा। वजह सिर्फ इतनी थी कि दुकानदार से प्रसाद लेने के लिए मना कर दिया था। हमले में दो महिलाओं को चोट आई। पुलिस ने पियूष की तहरीर पर 11 नामजद और 4 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया। बेल्ट से पूरे परिवार को दौड़ाकर पीटा पीयूष का आरोप है- गेट के पास दुकानदार अंकित ने प्रसाद खरीदने का दबाव बनाया। इनकार करने पर अभद्रता करने लगा। बाद में मारपीट पर आमादा हो गया। आरोपी अपने साथियों और पास में दुकान लगाने वाले विकास सिंह, दीपू सिंह, प्रियांशु, दिलीप, कुलदीप, फूरे उर्फ कुलदीप, अंकुल, अरुण, हरिओम, गणेश और अन्य को बुला लिया। इसके बाद एकजुट होकर सभी ने हमला कर दिया। आरोपियों ने बेल्ट से पूरे परिवार को दौड़ाकर पीटा। बीच-बचाव करने आई महिलाओं को भी नहीं बख्शा। दुकानदारों ने हाथ में जो आया उसी से वार किया। कपड़े भी फाड़ दिए। वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आई पुलिस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो बीकेटी पुलिस मौके पर पहुंची। पीड़ितों का आरोप है- दुकानदारों ने आधे घंटे तक उत्पात मचाया। इस दौरान न तो समिति का कोई पदाधिकारी और न ही दूसरे दुकानदार बीच बचाव के लिए आए। इस दौरान पीड़ितों ने जान बचाने के लिए पुलिस को फोन किया था। यह खबर भी पढ़ें… काशी गैंगरेप केस-जिस पर मोदी ने कमिश्नर से किए सवाल:ड्रग्स का नशा, 23 लोगों ने दरिंदगी की; VIDEO में देखिए अब तक क्या-क्या हुआ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी पहुंचते ही पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से छात्रा से गैंगरेप केस को लेकर सवाल-जवाब किए। कहा- सभी दोषियों पर सख्त एक्शन हो। साथ ही, ऐसी घटना दोबारा न होने पाए। पीएम ने जिस छात्रा का जिक्र किया, उसके साथ 23 लड़कों ने 7 दिन तक गैंगरेप किया। फिर उसे सड़क पर फेंक कर भाग गए। छात्रा बदहवास हालत में घर पहुंची और दो दिन तक बेहोश रही थी। मुख्य आरोपी समेत 12 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। मुख्य आरोपी का कैफे सील कर दिया गया है। VIDEO में देखिए अब तक इस केस में क्या-क्या हुआ…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर