दिन : 6 सितंबर, 2022 नोएडा की जेवर पुलिस ने बीटेक छात्र सोमेश गौतम को पैर में गोली मारकर अरेस्ट किया। सोमेश पर फरीदाबाद में नागेश मर्डर केस में शामिल होने का आरोप लगा। आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट भी लगाया गया। पुलिस ने सोमेश के पिता तरुण गौतम से कहा- आपके बेटे का नंबर नागेश के हत्यारों के मोबाइल में मिला। आपका बेटा मर्डर केस में शामिल है। तरुण ने बताया, बेटे पर आरोप लगने के बाद भी मुझे हकीकत पता थी। मेरे दादा-पिता सब सेना में रहे हैं। मेरा बेटा ऐसा नहीं कर सकता था। पुलिस से लेकर कोर्ट तक मैंने 2 साल तक संघर्ष किया। सिस्टम के खिलाफ इस लड़ाई में कोर्ट ने इंसाफ किया। मेरे बेटे को निर्दोष बताया और जेवर थाने के तत्कालीन थाना प्ररी भासहित 12 पुलिस वालों के खिलाफ FIR करने के आदेश दिए। एक पिता ने पूरे सिस्टम के खिलाफ कैसे संघर्ष किया, पुलिस के खिलाफ कैसे लड़े, उन्हें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा? इसे समझने के लिए दैनिक भास्कर टीम मुख्यालय से 10km दूर कदंब बिहार कॉलोनी पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पुलिस ने बेटे को बिजली के झटके तक दिए
टीम कदंब बिहार कॉलोनी में तरुण गौतम के घर पहुंची। उनसे पूछा- 6 दिसंबर, 2022 की रात को क्या हुआ? तरुण ने बताया- 4 सितंबर, 2022 की रात 9 बजे बिना नंबर प्लेट की 2 गाड़ियों से 10-12 लोग मेरे घर पहुंचे। मेरा घर मथुरा के थाना रिफाइनरी इलाके की कदंब बिहार कॉलोनी में है। उन्होंने कहा- हम जेवर थाने की पुलिस हैं। पूछा- सोमेश कहां है? मैंने कहा कि वह दिल्ली में है। यह सुनने के बाद उन्होंने घर में तोड़फोड़ की। मुझे गाड़ी में बैठाकर दिल्ली लेकर आए। पुलिस कर्मियों ने मेरे साथ मारपीट की। बेटे के बारे में पूछा। मैंने बताया कि वह दिल्ली के शकरपुर में किराए का कमरा लेकर रह रहा है। इसके बाद पुलिस कर्मी बेटे के कमरे पर गए और वहां से उसे लेकर जेवर थाना के आए। जहां बेटे और मुझे 6 सितंबर तक रखा। थाने में मुझे और बेटे को अलग-अलग रखा गया। पुलिस ने हिरासत में सोमेश को बुरी तरह पीटा और बिजली के झटके तक दिए। पुलिस वाले बोले- आप गलत फंस गए, 1 लाख दे दो
तो क्या आपको छोड़ दिया गया? जवाब में तरुण ने कहा- नहीं, 6 सितंबर, 2022 की रात को पुलिस कर्मियों ने पहले थाने पर मौजूद एक पुरानी बाइक में पेट्रोल डाला फिर एक हथियार से 3 फायर किए। इसके बाद सोमेश की आंखों पर पट्टी बांधी और हम दोनों को एक जगह ले गए, जहां सोमेश के पैर में गोली मार दी। पुलिस ने धमकी दी कि अगर मुंह नहीं खोला, तो अभी टांग में गोली मारी है, बाद में सिर पर मार देंगे। इसके बाद सोमेश पर फरीदाबाद से चोरी की बाइक का झूठा केस, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज किए गए। सोमेश को इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बाद में उसको कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया। इसके बाद भी 2 पुलिसवाले केस के चक्कर में मेरे संपर्क में रहे। जब मैं पुलिस के सामने बेटे की जिंदगी के लिए गिड़गिड़ाया, तब 2 पुलिस वालों ने मुझसे कहा- आप गलत फंस गए हो। 1 लाख रुपए दे दो, तो छूट जाओगे। मैं डरा हुआ था, अपने भाई की मदद से 1 लाख रुपए पुलिस को दिए। उन पुलिस वालों ने मेरे बेटे को छुड़वा दिया। दोबारा अरेस्टिंग से बचने के लिए मैं कोर्ट गया। सोमेश को 21 फरवरी, 2023 में जमानत मिल गई। अमित शाह से लेकर सीएम योगी तक को लेटर लिखे
आपने पुलिस से शिकायत नहीं की? तरुण ने जवाब में कहा- जून, 2024 में पुलिस के बड़े अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। कोई ये मानने को तैयार नहीं था कि बीटेक की पढ़ाई करने वाला मेरा बेटा निर्दोष हो सकता है। गृहमंत्री अमित शाह से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक को मैंने लेटर लिखे। मगर कुछ मदद नहीं मिली। सिस्टम से थककर मैंने कोर्ट में याचिका दायर की। इसके बाद मैंने इस केस से जुड़े सबूत इकट्ठे किए। वकील के जरिए सोमेश पर लगाए गए आरोपों को गलत साबित किया। कोर्ट ने कब आपकी बात को सही माना? उन्होंने कहा- मैंने जून, 2024 में गौतमबुद्धनगर कोर्ट में आवेदन दिया। इसके बाद कोर्ट ने जेवर थाना के मुठभेड़ के समय थाना प्रभारी रहे अंजनी कुमार सिंह को बुलाया, लेकिन वह टालमटोल करते रहे। इस दौरान 12 से ज्यादा तारीख पड़ी। 14 फरवरी, 2025 को कोर्ट ने मुकद्दमा दर्ज करने के आदेश जारी किए। मगर केस दर्ज नहीं हुआ। जब कोर्ट ने सख्ती की, तब 8 अप्रैल, 2025 को थाना प्रभारी अंजनी कुमार सिंह सहित 12 पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज किया गया। गुडवर्क के चक्कर में पुलिस ने करियर बर्बाद कर दिया
कोर्ट के आदेश के बाद भी आपको परेशान किया गया? तरुण ने कहा- ऐसा हुआ था। कोर्ट के आदेश के बावजूद नोएडा पुलिस के अधिकारियों ने धमकाया। हमसे कहा कि समझौता कर लो। मेरे वकील को भी एक DCP ने रात को अपने ऑफिस बुलाया और कहा इस मामले को खत्म कर दें। तरुण गौतम ने कहा- मेरे बाबा और पिता आर्मी में थे। परिवार हमेशा देश सेवा में रहा, लेकिन नोएडा पुलिस ने फर्जी गुडवर्क के चक्कर में उनके इकलौते बेटे को क्रिमिनल बना दिया। सोमेश बीटेक लास्ट ईयर का छात्र था। वह अच्छा फुटबॉल और बॉलीवॉल का खिलाड़ी था। लेकिन पुलिस ने उसका करियर बर्बाद कर दिया। …………….. ये खबर भी पढ़ें- नोएडा में बीटेक स्टूडेंट का एनकाउंटर फर्जी…12 पुलिसवालों पर FIR:वो VIDEO देखिए, जिसे पिता ने अदालत में पेश किया, बेटे को बचाया कानपुर के बाद अब गौतमबुद्धनगर में फर्जी एनकाउंटर का खुलासा हुआ है। बीटेक स्टूडेंट को मुठभेड़ में गोली मारने वाले पूर्व SHO समेत 12 पुलिसवालों पर मंगलवार को नोएडा के जेवर थाने में FIR हुई है। छात्र के पिता ने मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए कोर्ट में शिकायत की थी। उन्होंने आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ तीन साल कानूनी लड़ाई लड़ी। पिता का आरोप था कि पुलिस वाले एक हत्या के मामले में मुझे और बेटे को घर से ले गए। करंट लगाया। जुर्म कबूल करने की धमकी दी। पिता ने घर से हिरासत में लिए जाने का CCTV कोर्ट में पेश किया। जिसमें पुलिस वाले बाप-बेटे को कहीं ले जाते दिख रहे हैं। पीड़ित के पिता ने वह CCTV भास्कर से भी साझा किया। पढ़ें पूरी खबर दिन : 6 सितंबर, 2022 नोएडा की जेवर पुलिस ने बीटेक छात्र सोमेश गौतम को पैर में गोली मारकर अरेस्ट किया। सोमेश पर फरीदाबाद में नागेश मर्डर केस में शामिल होने का आरोप लगा। आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट भी लगाया गया। पुलिस ने सोमेश के पिता तरुण गौतम से कहा- आपके बेटे का नंबर नागेश के हत्यारों के मोबाइल में मिला। आपका बेटा मर्डर केस में शामिल है। तरुण ने बताया, बेटे पर आरोप लगने के बाद भी मुझे हकीकत पता थी। मेरे दादा-पिता सब सेना में रहे हैं। मेरा बेटा ऐसा नहीं कर सकता था। पुलिस से लेकर कोर्ट तक मैंने 2 साल तक संघर्ष किया। सिस्टम के खिलाफ इस लड़ाई में कोर्ट ने इंसाफ किया। मेरे बेटे को निर्दोष बताया और जेवर थाने के तत्कालीन थाना प्ररी भासहित 12 पुलिस वालों के खिलाफ FIR करने के आदेश दिए। एक पिता ने पूरे सिस्टम के खिलाफ कैसे संघर्ष किया, पुलिस के खिलाफ कैसे लड़े, उन्हें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा? इसे समझने के लिए दैनिक भास्कर टीम मुख्यालय से 10km दूर कदंब बिहार कॉलोनी पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पुलिस ने बेटे को बिजली के झटके तक दिए
टीम कदंब बिहार कॉलोनी में तरुण गौतम के घर पहुंची। उनसे पूछा- 6 दिसंबर, 2022 की रात को क्या हुआ? तरुण ने बताया- 4 सितंबर, 2022 की रात 9 बजे बिना नंबर प्लेट की 2 गाड़ियों से 10-12 लोग मेरे घर पहुंचे। मेरा घर मथुरा के थाना रिफाइनरी इलाके की कदंब बिहार कॉलोनी में है। उन्होंने कहा- हम जेवर थाने की पुलिस हैं। पूछा- सोमेश कहां है? मैंने कहा कि वह दिल्ली में है। यह सुनने के बाद उन्होंने घर में तोड़फोड़ की। मुझे गाड़ी में बैठाकर दिल्ली लेकर आए। पुलिस कर्मियों ने मेरे साथ मारपीट की। बेटे के बारे में पूछा। मैंने बताया कि वह दिल्ली के शकरपुर में किराए का कमरा लेकर रह रहा है। इसके बाद पुलिस कर्मी बेटे के कमरे पर गए और वहां से उसे लेकर जेवर थाना के आए। जहां बेटे और मुझे 6 सितंबर तक रखा। थाने में मुझे और बेटे को अलग-अलग रखा गया। पुलिस ने हिरासत में सोमेश को बुरी तरह पीटा और बिजली के झटके तक दिए। पुलिस वाले बोले- आप गलत फंस गए, 1 लाख दे दो
तो क्या आपको छोड़ दिया गया? जवाब में तरुण ने कहा- नहीं, 6 सितंबर, 2022 की रात को पुलिस कर्मियों ने पहले थाने पर मौजूद एक पुरानी बाइक में पेट्रोल डाला फिर एक हथियार से 3 फायर किए। इसके बाद सोमेश की आंखों पर पट्टी बांधी और हम दोनों को एक जगह ले गए, जहां सोमेश के पैर में गोली मार दी। पुलिस ने धमकी दी कि अगर मुंह नहीं खोला, तो अभी टांग में गोली मारी है, बाद में सिर पर मार देंगे। इसके बाद सोमेश पर फरीदाबाद से चोरी की बाइक का झूठा केस, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज किए गए। सोमेश को इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बाद में उसको कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया। इसके बाद भी 2 पुलिसवाले केस के चक्कर में मेरे संपर्क में रहे। जब मैं पुलिस के सामने बेटे की जिंदगी के लिए गिड़गिड़ाया, तब 2 पुलिस वालों ने मुझसे कहा- आप गलत फंस गए हो। 1 लाख रुपए दे दो, तो छूट जाओगे। मैं डरा हुआ था, अपने भाई की मदद से 1 लाख रुपए पुलिस को दिए। उन पुलिस वालों ने मेरे बेटे को छुड़वा दिया। दोबारा अरेस्टिंग से बचने के लिए मैं कोर्ट गया। सोमेश को 21 फरवरी, 2023 में जमानत मिल गई। अमित शाह से लेकर सीएम योगी तक को लेटर लिखे
आपने पुलिस से शिकायत नहीं की? तरुण ने जवाब में कहा- जून, 2024 में पुलिस के बड़े अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। कोई ये मानने को तैयार नहीं था कि बीटेक की पढ़ाई करने वाला मेरा बेटा निर्दोष हो सकता है। गृहमंत्री अमित शाह से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक को मैंने लेटर लिखे। मगर कुछ मदद नहीं मिली। सिस्टम से थककर मैंने कोर्ट में याचिका दायर की। इसके बाद मैंने इस केस से जुड़े सबूत इकट्ठे किए। वकील के जरिए सोमेश पर लगाए गए आरोपों को गलत साबित किया। कोर्ट ने कब आपकी बात को सही माना? उन्होंने कहा- मैंने जून, 2024 में गौतमबुद्धनगर कोर्ट में आवेदन दिया। इसके बाद कोर्ट ने जेवर थाना के मुठभेड़ के समय थाना प्रभारी रहे अंजनी कुमार सिंह को बुलाया, लेकिन वह टालमटोल करते रहे। इस दौरान 12 से ज्यादा तारीख पड़ी। 14 फरवरी, 2025 को कोर्ट ने मुकद्दमा दर्ज करने के आदेश जारी किए। मगर केस दर्ज नहीं हुआ। जब कोर्ट ने सख्ती की, तब 8 अप्रैल, 2025 को थाना प्रभारी अंजनी कुमार सिंह सहित 12 पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज किया गया। गुडवर्क के चक्कर में पुलिस ने करियर बर्बाद कर दिया
कोर्ट के आदेश के बाद भी आपको परेशान किया गया? तरुण ने कहा- ऐसा हुआ था। कोर्ट के आदेश के बावजूद नोएडा पुलिस के अधिकारियों ने धमकाया। हमसे कहा कि समझौता कर लो। मेरे वकील को भी एक DCP ने रात को अपने ऑफिस बुलाया और कहा इस मामले को खत्म कर दें। तरुण गौतम ने कहा- मेरे बाबा और पिता आर्मी में थे। परिवार हमेशा देश सेवा में रहा, लेकिन नोएडा पुलिस ने फर्जी गुडवर्क के चक्कर में उनके इकलौते बेटे को क्रिमिनल बना दिया। सोमेश बीटेक लास्ट ईयर का छात्र था। वह अच्छा फुटबॉल और बॉलीवॉल का खिलाड़ी था। लेकिन पुलिस ने उसका करियर बर्बाद कर दिया। …………….. ये खबर भी पढ़ें- नोएडा में बीटेक स्टूडेंट का एनकाउंटर फर्जी…12 पुलिसवालों पर FIR:वो VIDEO देखिए, जिसे पिता ने अदालत में पेश किया, बेटे को बचाया कानपुर के बाद अब गौतमबुद्धनगर में फर्जी एनकाउंटर का खुलासा हुआ है। बीटेक स्टूडेंट को मुठभेड़ में गोली मारने वाले पूर्व SHO समेत 12 पुलिसवालों पर मंगलवार को नोएडा के जेवर थाने में FIR हुई है। छात्र के पिता ने मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए कोर्ट में शिकायत की थी। उन्होंने आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ तीन साल कानूनी लड़ाई लड़ी। पिता का आरोप था कि पुलिस वाले एक हत्या के मामले में मुझे और बेटे को घर से ले गए। करंट लगाया। जुर्म कबूल करने की धमकी दी। पिता ने घर से हिरासत में लिए जाने का CCTV कोर्ट में पेश किया। जिसमें पुलिस वाले बाप-बेटे को कहीं ले जाते दिख रहे हैं। पीड़ित के पिता ने वह CCTV भास्कर से भी साझा किया। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
बेटे को पुलिस ने अपराधी बना दिया:बेटे के पैर में गोली मारी, नोएडा एनकाउंटर को फर्जी साबित करने वाले पिता का इंटरव्यू
