<p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> प्रदेश सरकार की जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह आज जालौन पहुंचे उन्होंने यहां पर विलुप्त हो रही नून नदी के जीर्णोद्धार को लेकर महाअभियान छेड़ा है. इस अभियान में जनप्रतिनिधियों के साथ स्थानीय लोगों ने बढ़कर भागीदारी की है. वहीं उन्होंने यहां के अधिकारियों की तारीफ करते हुए कहा कि यहां के अधिकारी जलसंचालन को लेकर बेहतर काम कर रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस महाअभियान कार्यक्रम के तहत उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> की महत्वाकांक्षी अटल भू-जल योजना ने राज्य के जल संकट को दूर करने में सफलता हासिल की है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों, जिनमें जालौन, बागपत और शामली आदि में जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है, जिससे क्षेत्र के हजारों गांवों को लाभ मिला है. कुछ वर्ष पहले तक इस क्षेत्र में गर्मियों में पानी की भारी किल्लत होती थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विशेष अभियान चलाया गया</strong><br />हैंडपंप सूख जाते थे, नलों में पानी नहीं आता था और कुएं तक सूखने लगे थे. लेकिन योगी सरकार द्वारा चलाई गई अटल भू-जल योजना के तहत बड़े पैमाने पर तालाबों, नहरों और जलाशयों का निर्माण और जीर्णोद्धार किया गया. साथ ही, वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आज इसका परिणाम स्पष्ट दिखाई दे रहा है. जहां पहले जलस्तर 200-250 फीट नीचे चला गया था, वहीं अब यह 50-60 फीट तक ऊपर आ गया है. कई स्थानों पर तो नल और हैंडपंप स्वतः ही चलने लगे हैं, जिससे ग्रामीणों को पानी की आपूर्ति में आसानी हुई है. इस योजना के तहत सूख चुकी नदियों और जलधाराओं को पुनर्जीवित करने का भी प्रयास किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/moradabad-fake-mobile-manufacturing-factory-exposed-and-police-arrested-5-but-2-absconding-ann-2924405″>मुरादाबाद: नकली मोबिल बनाने की फैक्ट्री का खुलासा, 5 गिरफ्तार, 2 फरार, तलाश कर रही पुलिस</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले स्थानीय लोग</strong><br />जालौन जिले की बरुआ सागर नदी और बागपत की कृष्णी नदी जैसी कई छोटी-बड़ी नदियों को फिर से प्रवाहित किया गया है. कई स्थानों पर तालाबों को गहरा करके उनमें वर्षा जल संरक्षण किया गया, जिससे भूजल स्तर में वृद्धि हुई. एक स्थानीय किसान रामलाल शर्मा ने बताया कि 17 साल से हमारे गांव की नहर सूखी पड़ी थी, लेकिन अब उसमें फिर से पानी आ गया है. इससे खेती में भी फायदा हुआ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि योजना के सफल क्रियान्वयन के पीछे प्रशासनिक अधिकारियों की मेहनत भी रही है. नए पदस्थापित अधिकारी भी जल संरक्षण को लेकर गंभीर हैं और इस दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं. सरकार ने अपने कार्यकाल में गरीबों के कल्याण, गांवों में पक्की सड़कें, शौचालय, नल जल योजना और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया है. सरकार का कहना है कि उनका मुख्य लक्ष्य सबका साथ, सबका विकास है, न कि दंगे-फसाद को बढ़ावा देना.<br /><strong>(जालौन से प्रवीण द्विवेदी की रिपोर्ट)</strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> प्रदेश सरकार की जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह आज जालौन पहुंचे उन्होंने यहां पर विलुप्त हो रही नून नदी के जीर्णोद्धार को लेकर महाअभियान छेड़ा है. इस अभियान में जनप्रतिनिधियों के साथ स्थानीय लोगों ने बढ़कर भागीदारी की है. वहीं उन्होंने यहां के अधिकारियों की तारीफ करते हुए कहा कि यहां के अधिकारी जलसंचालन को लेकर बेहतर काम कर रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस महाअभियान कार्यक्रम के तहत उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> की महत्वाकांक्षी अटल भू-जल योजना ने राज्य के जल संकट को दूर करने में सफलता हासिल की है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों, जिनमें जालौन, बागपत और शामली आदि में जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है, जिससे क्षेत्र के हजारों गांवों को लाभ मिला है. कुछ वर्ष पहले तक इस क्षेत्र में गर्मियों में पानी की भारी किल्लत होती थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विशेष अभियान चलाया गया</strong><br />हैंडपंप सूख जाते थे, नलों में पानी नहीं आता था और कुएं तक सूखने लगे थे. लेकिन योगी सरकार द्वारा चलाई गई अटल भू-जल योजना के तहत बड़े पैमाने पर तालाबों, नहरों और जलाशयों का निर्माण और जीर्णोद्धार किया गया. साथ ही, वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आज इसका परिणाम स्पष्ट दिखाई दे रहा है. जहां पहले जलस्तर 200-250 फीट नीचे चला गया था, वहीं अब यह 50-60 फीट तक ऊपर आ गया है. कई स्थानों पर तो नल और हैंडपंप स्वतः ही चलने लगे हैं, जिससे ग्रामीणों को पानी की आपूर्ति में आसानी हुई है. इस योजना के तहत सूख चुकी नदियों और जलधाराओं को पुनर्जीवित करने का भी प्रयास किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/moradabad-fake-mobile-manufacturing-factory-exposed-and-police-arrested-5-but-2-absconding-ann-2924405″>मुरादाबाद: नकली मोबिल बनाने की फैक्ट्री का खुलासा, 5 गिरफ्तार, 2 फरार, तलाश कर रही पुलिस</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले स्थानीय लोग</strong><br />जालौन जिले की बरुआ सागर नदी और बागपत की कृष्णी नदी जैसी कई छोटी-बड़ी नदियों को फिर से प्रवाहित किया गया है. कई स्थानों पर तालाबों को गहरा करके उनमें वर्षा जल संरक्षण किया गया, जिससे भूजल स्तर में वृद्धि हुई. एक स्थानीय किसान रामलाल शर्मा ने बताया कि 17 साल से हमारे गांव की नहर सूखी पड़ी थी, लेकिन अब उसमें फिर से पानी आ गया है. इससे खेती में भी फायदा हुआ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि योजना के सफल क्रियान्वयन के पीछे प्रशासनिक अधिकारियों की मेहनत भी रही है. नए पदस्थापित अधिकारी भी जल संरक्षण को लेकर गंभीर हैं और इस दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं. सरकार ने अपने कार्यकाल में गरीबों के कल्याण, गांवों में पक्की सड़कें, शौचालय, नल जल योजना और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया है. सरकार का कहना है कि उनका मुख्य लक्ष्य सबका साथ, सबका विकास है, न कि दंगे-फसाद को बढ़ावा देना.<br /><strong>(जालौन से प्रवीण द्विवेदी की रिपोर्ट)</strong></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रिंसिपल ने कॉलेज की दीवारों को गोबर से लीपा, बोलीं- ‘इसको छूने से…’
जालौन: जल संकट को देखते हुए नून नदी पुनर्जीवन के लिए ऐतिहासिक कदम उठाया, महाअभियान शुरू
