हरियाणा में हेरोइन बेचने वाली पंजाब पुलिस की लेडी कॉन्स्टेबल अमनदीप कौर के सहयोगी बलविंदर सिंह उर्फ सोनू की तलाश में पंजाब पुलिस दबिश के लिए सिरसा पहुंची। पुलिस ने यहां उसके ननिहाल और मौसी घर में छापेमारी की है। पंजाब पुलिस ने कई जगह पर सीसीटीवी कैमरे खंगाले, जहां-जहां पर बलविंदर की लोकेशन मिली थी। पंजाब पुलिस पिछले चार से पांच दिनों से लगातार सिरसा के गांव नानकपुर और अभोली में छापेमारी कर रही है। हालांकि, आरोपी लेडी कॉन्स्टेबल के सहयोगी बलविंदर के परिजनों से भी दबाव से पूछताछ की है। ग्राम पंचायत ने भी सहयोग देने का आश्वासन दिया है। वहीं सहयोगी आरोपी बलविंदर सिंह पर गांव नानकपुर में फायरिंग मामले में केस दर्ज भी है। रातोंरात बठिंडा से सिरसा आया था बलविंदर सूत्रों की मानें तो बलविंदर सिंह वारदात के दिन रातोंरात बठिंडा से बुलेट बाइक लेकर पंजाब से सीधा सिरसा पहुंचा। यहां आने पर पहले गांव अभोली में गया और बाद में नानकपुर में पहुंचा था। उसने अपनी बुलेट बाइक घर के बाहर गली में खड़ी की। इसके बाद वहां से फरार हो गया। परिजनों से भी बहुत कम समय मिला। इसके चलते नानकपुर गांव में पंजाब पुलिस और सिरसा पुलिस की कुछ दिनों तक लगातार हरकत रही। हालांकि, ग्राम पंचायत सरपंच की ओर से इसकी सूचना सिरसा सदर थाना पुलिस को दी गई। डायल 112 ने बठिंडा नंबर की बुलेट बाइक को कब्जे में लेकर थाने पहुंचाया। यह सब जानकारी पंजाब पुलिस ने जुटा ली है। अब नशा तस्करों के गिरोह का पता लगाने में जुटी है। पड़ोसी ने देखा बाइक खड़ी करते हुए
सूत्रों की मानें तो जब रात को बलविंदर आया और बाइक को गली में खड़ी की। उस समय किसी पड़ोसी ने देख लिया, पर वह पुलिस कार्रवाई से बचने या डर के कारण चुप रहा। अगले दिन सुबह धीरे-धीरे यह सूचना फैल गई। शुरू में सिरसा पुलिस ने भी चुपी साधे रखी। अब पंजाब पुलिस के आने पर हरकत में आ गई है। बिना सीसीटीवी कैमरे की गलियों से गुजरा बलविंदर
दरअसल बलविंदर सिंह को पहले से रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरों का आभास था। इसलिए उन सड़कों व गलियों से होते हुए गांव में घर तक पहुंचा, जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं। इस कारण वह कैमरों की फुटेज में नहीं दिखा। नानकपुर में ननिहाल, अभोल में मौसी
जानकारी के अनुसार लेडी कॉन्स्टेबल अमनदीप कौर के सहयोगी बलविंदर का नानकपुर में ननिहाल है। उनके नाना की मौत हो चुकी है। उनके पिता भी ननिहाल में ही रहते हैं। वह अक्सर ननिहाल में आता-जाता था। जिस दिन लेड कॉन्स्टेबल हेरोइन के साथ पकड़ी गई थी, उस दिन भी ननिहाल में आया था। वहीं गांव अभोली में बलविंदर की मौसी है। वह अपनी मौसी व मौसा के पास भी कभी-कभार आता था। लोगों में कई किस्से सुनने को मिले, करते थे नशा सप्लाई सूत्रों से अनुसार बलविंदर सिंह का अभोली और नानकपुर दोनों गांव से लगाव था। दोनों ही गांव की दूरी भी मात्र 8 से 9 किलोमीटर है। ऐसे में लोगों में यह भी चर्चा है कि बलविंदर सिंह के साथ लेडी कॉन्स्टेबल अमनदीप कौर भी आती थी। कुछ दफा लोगों ने बलविंदर के साथ उसे देखा है। यहीं से वह दोनों रानियां-डबवाली-कालांवाली आदि एरिया में नशा सप्लाई करते थे। हालांकि, इसकी ग्राम पंचायत और पुलिस ने इस तरह की एक्टिविटी की आधिकारिक पुष्टि नहीं है बठिंडा में अमनदीप के साथ रहता था बलविंदर
अमनदीप कौर पंजाब पुलिस में सीनियर कॉन्स्टेबल के तौर पर तैनात थी, जिसे अब बर्खास्त कर दिया है। वह लंबे समय बठिंडा में तैनात रही। अमनदीप पर आरोप है कि वह लंबे समय से चिट्टे की तस्करी कर रही थी, लेकिन वर्दी की आड़ में हर बार बच रही थी। अब महिला कॉन्स्टेबल के खिलाफ पुलिस ने थाना कैनाल में मामला दर्ज कर लिया है। उसकी सारी प्रॉपर्टीज की जांच करने के आदेश दे दिए गए हैं। अगर प्रॉपर्टी अवैध निकलती हैं, तो वैसी ही कार्रवाई होगी, जैसी अन्य नशा तस्करों के मामले में होती है। उसके सारे लिंक पता किए जा रहे हैं। सहयोगी बलविंदर भी उसके साथ बठिंडा रह रहा था। सोशल मीडिया पर ‘इंस्टा क्वीन’ के नाम से मशहूर अमनदीप को बठिंडा पुलिस ने हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया। बादल रोड पर नाकाबंदी कर पकड़ा
बीते 10 दिन पहले वर्धमान पुलिस चौकी के इंचार्ज एएसआई मंजीत सिंह और एंटी नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने साझा ऑपरेशन के तहत बादल रोड पर नाकाबंदी की थी। इस दौरान पुलिस टीम ने लाडली चौक की तरफ से एक काले रंग की थार को रुकने का इशारा किया। पुलिस नाके के पास गाड़ी रुकी और उसमें से एक महिला निकलकर भागने लगी। नाके में शामिल लेडी कॉन्स्टेबल व अन्य टीमों ने उसे धर दबोचा। डीएसपी के मुताबिक महिला कॉन्स्टेबल अमनदीप कौर को हिरासत में लेकर उसकी थार गाड़ी की तलाशी ली गई। गाड़ी के गियर बाक्स में एक पॉलीथिन मिली जिसमे से हेरोइन बरामद हुई, वजन करने पर जो 17.71 ग्राम निकली। इसके बाद पुलिस ने पूरी गाड़ी को खंगाला। मगर और कुछ नहीं मिला। पुलिस ने थार जब्त कर ली। 2019 में प्लॉट विवाद में की थी फायरिंग
सहयोगी बलविंदर ने प्लॉट विवाद में परिवार के लोगों पर ही फायरिंग की थी। पुलिस को दी शिकायत में नानकपुर निवासी महिला प्रवीण ने बताया था कि 3 अप्रैल 2019 को शाम को वह और उसकी पुत्रवधू रेणू रानी अपने घर पर मौजूद थी। तभी रिश्ते में लगने वाला भांजा बलविंदर उर्फ सोनू उनके घर पर आया और उनसे बदतमीजी करने लगा। बलविंदर बोला कि जिस मकान की छत लगाने वाले हो, उसकी छत मैं ही लगाऊंगा और रहूंगा। उन्होंने उसे मना कर दिया तो बलविंदर ने उसकी पुत्रवधू सोनू को थप्पड़-मुक्के मारे। बलविंदर ने उस पर लकड़ी की फट्टी से वार कर दिया। उसी समय बलविंदर की माता प्रकाश कौर व पिता रेशम सिंह आ गया। उन्होंने भी गाली देनी शुरू कर दी और उनके साथ मारपीट की। जान से मार देने की नीयत से किए फायर
प्रवीण के मुताबिक, पड़ोसी आते देख वह वहां से चले गए। कुछ देर बाद बलविंदर 4-5 अन्य लड़कों के साथ आया और गली में खड़े होकर जान से मार देने की नीयत से कई फायर किए और जान से मार देने की धमकी दी। उस समय भी बलविंदर व उसके साथियों के पास दो गाड़ियां थी। एक पंजाब नबर की PB-7598 महेन्द्रा गाड़ी थी और दूसरी गाड़ी हरियाणा नंबर की। हरियाणा में हेरोइन बेचने वाली पंजाब पुलिस की लेडी कॉन्स्टेबल अमनदीप कौर के सहयोगी बलविंदर सिंह उर्फ सोनू की तलाश में पंजाब पुलिस दबिश के लिए सिरसा पहुंची। पुलिस ने यहां उसके ननिहाल और मौसी घर में छापेमारी की है। पंजाब पुलिस ने कई जगह पर सीसीटीवी कैमरे खंगाले, जहां-जहां पर बलविंदर की लोकेशन मिली थी। पंजाब पुलिस पिछले चार से पांच दिनों से लगातार सिरसा के गांव नानकपुर और अभोली में छापेमारी कर रही है। हालांकि, आरोपी लेडी कॉन्स्टेबल के सहयोगी बलविंदर के परिजनों से भी दबाव से पूछताछ की है। ग्राम पंचायत ने भी सहयोग देने का आश्वासन दिया है। वहीं सहयोगी आरोपी बलविंदर सिंह पर गांव नानकपुर में फायरिंग मामले में केस दर्ज भी है। रातोंरात बठिंडा से सिरसा आया था बलविंदर सूत्रों की मानें तो बलविंदर सिंह वारदात के दिन रातोंरात बठिंडा से बुलेट बाइक लेकर पंजाब से सीधा सिरसा पहुंचा। यहां आने पर पहले गांव अभोली में गया और बाद में नानकपुर में पहुंचा था। उसने अपनी बुलेट बाइक घर के बाहर गली में खड़ी की। इसके बाद वहां से फरार हो गया। परिजनों से भी बहुत कम समय मिला। इसके चलते नानकपुर गांव में पंजाब पुलिस और सिरसा पुलिस की कुछ दिनों तक लगातार हरकत रही। हालांकि, ग्राम पंचायत सरपंच की ओर से इसकी सूचना सिरसा सदर थाना पुलिस को दी गई। डायल 112 ने बठिंडा नंबर की बुलेट बाइक को कब्जे में लेकर थाने पहुंचाया। यह सब जानकारी पंजाब पुलिस ने जुटा ली है। अब नशा तस्करों के गिरोह का पता लगाने में जुटी है। पड़ोसी ने देखा बाइक खड़ी करते हुए
सूत्रों की मानें तो जब रात को बलविंदर आया और बाइक को गली में खड़ी की। उस समय किसी पड़ोसी ने देख लिया, पर वह पुलिस कार्रवाई से बचने या डर के कारण चुप रहा। अगले दिन सुबह धीरे-धीरे यह सूचना फैल गई। शुरू में सिरसा पुलिस ने भी चुपी साधे रखी। अब पंजाब पुलिस के आने पर हरकत में आ गई है। बिना सीसीटीवी कैमरे की गलियों से गुजरा बलविंदर
दरअसल बलविंदर सिंह को पहले से रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरों का आभास था। इसलिए उन सड़कों व गलियों से होते हुए गांव में घर तक पहुंचा, जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं। इस कारण वह कैमरों की फुटेज में नहीं दिखा। नानकपुर में ननिहाल, अभोल में मौसी
जानकारी के अनुसार लेडी कॉन्स्टेबल अमनदीप कौर के सहयोगी बलविंदर का नानकपुर में ननिहाल है। उनके नाना की मौत हो चुकी है। उनके पिता भी ननिहाल में ही रहते हैं। वह अक्सर ननिहाल में आता-जाता था। जिस दिन लेड कॉन्स्टेबल हेरोइन के साथ पकड़ी गई थी, उस दिन भी ननिहाल में आया था। वहीं गांव अभोली में बलविंदर की मौसी है। वह अपनी मौसी व मौसा के पास भी कभी-कभार आता था। लोगों में कई किस्से सुनने को मिले, करते थे नशा सप्लाई सूत्रों से अनुसार बलविंदर सिंह का अभोली और नानकपुर दोनों गांव से लगाव था। दोनों ही गांव की दूरी भी मात्र 8 से 9 किलोमीटर है। ऐसे में लोगों में यह भी चर्चा है कि बलविंदर सिंह के साथ लेडी कॉन्स्टेबल अमनदीप कौर भी आती थी। कुछ दफा लोगों ने बलविंदर के साथ उसे देखा है। यहीं से वह दोनों रानियां-डबवाली-कालांवाली आदि एरिया में नशा सप्लाई करते थे। हालांकि, इसकी ग्राम पंचायत और पुलिस ने इस तरह की एक्टिविटी की आधिकारिक पुष्टि नहीं है बठिंडा में अमनदीप के साथ रहता था बलविंदर
अमनदीप कौर पंजाब पुलिस में सीनियर कॉन्स्टेबल के तौर पर तैनात थी, जिसे अब बर्खास्त कर दिया है। वह लंबे समय बठिंडा में तैनात रही। अमनदीप पर आरोप है कि वह लंबे समय से चिट्टे की तस्करी कर रही थी, लेकिन वर्दी की आड़ में हर बार बच रही थी। अब महिला कॉन्स्टेबल के खिलाफ पुलिस ने थाना कैनाल में मामला दर्ज कर लिया है। उसकी सारी प्रॉपर्टीज की जांच करने के आदेश दे दिए गए हैं। अगर प्रॉपर्टी अवैध निकलती हैं, तो वैसी ही कार्रवाई होगी, जैसी अन्य नशा तस्करों के मामले में होती है। उसके सारे लिंक पता किए जा रहे हैं। सहयोगी बलविंदर भी उसके साथ बठिंडा रह रहा था। सोशल मीडिया पर ‘इंस्टा क्वीन’ के नाम से मशहूर अमनदीप को बठिंडा पुलिस ने हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया। बादल रोड पर नाकाबंदी कर पकड़ा
बीते 10 दिन पहले वर्धमान पुलिस चौकी के इंचार्ज एएसआई मंजीत सिंह और एंटी नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने साझा ऑपरेशन के तहत बादल रोड पर नाकाबंदी की थी। इस दौरान पुलिस टीम ने लाडली चौक की तरफ से एक काले रंग की थार को रुकने का इशारा किया। पुलिस नाके के पास गाड़ी रुकी और उसमें से एक महिला निकलकर भागने लगी। नाके में शामिल लेडी कॉन्स्टेबल व अन्य टीमों ने उसे धर दबोचा। डीएसपी के मुताबिक महिला कॉन्स्टेबल अमनदीप कौर को हिरासत में लेकर उसकी थार गाड़ी की तलाशी ली गई। गाड़ी के गियर बाक्स में एक पॉलीथिन मिली जिसमे से हेरोइन बरामद हुई, वजन करने पर जो 17.71 ग्राम निकली। इसके बाद पुलिस ने पूरी गाड़ी को खंगाला। मगर और कुछ नहीं मिला। पुलिस ने थार जब्त कर ली। 2019 में प्लॉट विवाद में की थी फायरिंग
सहयोगी बलविंदर ने प्लॉट विवाद में परिवार के लोगों पर ही फायरिंग की थी। पुलिस को दी शिकायत में नानकपुर निवासी महिला प्रवीण ने बताया था कि 3 अप्रैल 2019 को शाम को वह और उसकी पुत्रवधू रेणू रानी अपने घर पर मौजूद थी। तभी रिश्ते में लगने वाला भांजा बलविंदर उर्फ सोनू उनके घर पर आया और उनसे बदतमीजी करने लगा। बलविंदर बोला कि जिस मकान की छत लगाने वाले हो, उसकी छत मैं ही लगाऊंगा और रहूंगा। उन्होंने उसे मना कर दिया तो बलविंदर ने उसकी पुत्रवधू सोनू को थप्पड़-मुक्के मारे। बलविंदर ने उस पर लकड़ी की फट्टी से वार कर दिया। उसी समय बलविंदर की माता प्रकाश कौर व पिता रेशम सिंह आ गया। उन्होंने भी गाली देनी शुरू कर दी और उनके साथ मारपीट की। जान से मार देने की नीयत से किए फायर
प्रवीण के मुताबिक, पड़ोसी आते देख वह वहां से चले गए। कुछ देर बाद बलविंदर 4-5 अन्य लड़कों के साथ आया और गली में खड़े होकर जान से मार देने की नीयत से कई फायर किए और जान से मार देने की धमकी दी। उस समय भी बलविंदर व उसके साथियों के पास दो गाड़ियां थी। एक पंजाब नबर की PB-7598 महेन्द्रा गाड़ी थी और दूसरी गाड़ी हरियाणा नंबर की। पंजाब | दैनिक भास्कर
