सिरसा में बुधवार को पंचायत भवन में आयोजित कष्ट निवारण समिति (दिशा) की बैठक में सांसद कुमारी सैलजा और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच काफी नोकझोंक हुई। मीटिंग में कुछ विभागों की रिपोर्ट अधूरी थी और सांसद को सुविधा केंद्र में स्टाफ नहीं मिला। इस कारण लोगों की सुनवाई नहीं हो रही थी। इस पर सैजला ने कहा कि इस तरह जो आप काम कर रहे हैं, ये कोई तरीका तो है नहीं काम करने का। आप लोग औपचारिकता करना ही चाहते हैं तो ये मीटिंग खत्म करें। हम लिख देते हैं कि प्रधानमंत्री को। सैलजा ने कहा कि प्रशासन की ओर से शहीद भगत सिंह स्टेडियम परिसर में सांसद सुविधा केंद्र ऑफिस खोला गया है। वहां पर मेरा नाम ही नहीं लिखा हुआ है। सांसद सुविधा केंद्र है वो। एक लड़का काम कर रहा है। सतपाल, उसे ऑफिस में काम ही नहीं करने दिया जाता। किसी न किसी बहाने उसे बुला लिया जाता है। यहां पर सांसद के नाम ज्ञापन दिए जा सकते हैं या कोई समस्या हो तो लिखकर दी जा सकती है। बाद में सांसद उन्हें अधिकारियों के पास भेजती है, पर वहां कार्यरत कर्मचारी को एडीसी कार्यालय के अधिकारी अपने काम के लिए बुला लेते हैं। कर्मचारी को तीन माह से वेतन तक नहीं दिया जा रहा है, जिसे लेकर सांसद ने संबंधित अधिकारी को जमकर लताड़ लगाई और हिदायत दी कि भविष्य में उक्त कर्मचारी को परेशान न किया जाए। सांसद सुविधा केंद्र उनका व्यक्तिगत कार्यालय तक नहीं है। सांसद कुमारी सैलजा बेहद नाराज नजर आई। एजेंडा समय पर विधायकों के पास पहुंचे
सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि आप लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि एजेंडा समय पर सभी विधायकों के पास पहुंचे। लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला है। विधायक शीशपाल केहरवाला ने कहा कि उनके पास बैठक में पहुंचने के बाद एजेंडा पहुंचा है, जबकि एजेंडा दो दिन पहले पहुंचा चाहिए था। इस पर अधिकारियों ने अपनी गलती मानी और कहा कि भविष्य में इस प्रकार की गलती नहीं होगी। कांग्रेस विधायक सेतिया नहीं पहुंचे
इस बैठक में उपायुक्त शांतनु शर्मा, विधायक भरत सिंह बेनीवाल, विधायक शीशपाल केहरवाला आदि मौजूद रहे। वहीं सिरसा के कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया नहीं दिखे। सांसद ने इन प्रोजेक्ट की मांगी प्रगति रिपोर्ट इन प्रोजेक्ट पर रिपोर्ट अवगत कराने को दिए आदेश सभी मीटर घरों के बाहर लगे, जिम्मेदारी निगम उठाए
सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि बिजली निगम ने सभी मीटर घरों के बाहर लगा दिए है। घर के बाहर लगे मीटर की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी निगम की होनी चाहिए, क्योंकि मीटर खराब होने या टूटने पर उसका पैसा उपभोक्ता से लिया जाता है, जो अनुचित है। साथ ही खेतों में लगे ट्रांसफॉर्मर खराब होने पर उसके ठीक करने का पैसा भी किसान से वसूला जाता है, वह भी गलत है। किसानों से बिजली बिल की वसूली हर माह न करके छह माह बाद किया जाए, क्योंकि छह माह बाद ही किसान की फसल तैयार होती है, फसल बेचकर वह बिजली बिल जमा कर सकेगा। सिरसा में बुधवार को पंचायत भवन में आयोजित कष्ट निवारण समिति (दिशा) की बैठक में सांसद कुमारी सैलजा और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच काफी नोकझोंक हुई। मीटिंग में कुछ विभागों की रिपोर्ट अधूरी थी और सांसद को सुविधा केंद्र में स्टाफ नहीं मिला। इस कारण लोगों की सुनवाई नहीं हो रही थी। इस पर सैजला ने कहा कि इस तरह जो आप काम कर रहे हैं, ये कोई तरीका तो है नहीं काम करने का। आप लोग औपचारिकता करना ही चाहते हैं तो ये मीटिंग खत्म करें। हम लिख देते हैं कि प्रधानमंत्री को। सैलजा ने कहा कि प्रशासन की ओर से शहीद भगत सिंह स्टेडियम परिसर में सांसद सुविधा केंद्र ऑफिस खोला गया है। वहां पर मेरा नाम ही नहीं लिखा हुआ है। सांसद सुविधा केंद्र है वो। एक लड़का काम कर रहा है। सतपाल, उसे ऑफिस में काम ही नहीं करने दिया जाता। किसी न किसी बहाने उसे बुला लिया जाता है। यहां पर सांसद के नाम ज्ञापन दिए जा सकते हैं या कोई समस्या हो तो लिखकर दी जा सकती है। बाद में सांसद उन्हें अधिकारियों के पास भेजती है, पर वहां कार्यरत कर्मचारी को एडीसी कार्यालय के अधिकारी अपने काम के लिए बुला लेते हैं। कर्मचारी को तीन माह से वेतन तक नहीं दिया जा रहा है, जिसे लेकर सांसद ने संबंधित अधिकारी को जमकर लताड़ लगाई और हिदायत दी कि भविष्य में उक्त कर्मचारी को परेशान न किया जाए। सांसद सुविधा केंद्र उनका व्यक्तिगत कार्यालय तक नहीं है। सांसद कुमारी सैलजा बेहद नाराज नजर आई। एजेंडा समय पर विधायकों के पास पहुंचे
सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि आप लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि एजेंडा समय पर सभी विधायकों के पास पहुंचे। लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला है। विधायक शीशपाल केहरवाला ने कहा कि उनके पास बैठक में पहुंचने के बाद एजेंडा पहुंचा है, जबकि एजेंडा दो दिन पहले पहुंचा चाहिए था। इस पर अधिकारियों ने अपनी गलती मानी और कहा कि भविष्य में इस प्रकार की गलती नहीं होगी। कांग्रेस विधायक सेतिया नहीं पहुंचे
इस बैठक में उपायुक्त शांतनु शर्मा, विधायक भरत सिंह बेनीवाल, विधायक शीशपाल केहरवाला आदि मौजूद रहे। वहीं सिरसा के कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया नहीं दिखे। सांसद ने इन प्रोजेक्ट की मांगी प्रगति रिपोर्ट इन प्रोजेक्ट पर रिपोर्ट अवगत कराने को दिए आदेश सभी मीटर घरों के बाहर लगे, जिम्मेदारी निगम उठाए
सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि बिजली निगम ने सभी मीटर घरों के बाहर लगा दिए है। घर के बाहर लगे मीटर की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी निगम की होनी चाहिए, क्योंकि मीटर खराब होने या टूटने पर उसका पैसा उपभोक्ता से लिया जाता है, जो अनुचित है। साथ ही खेतों में लगे ट्रांसफॉर्मर खराब होने पर उसके ठीक करने का पैसा भी किसान से वसूला जाता है, वह भी गलत है। किसानों से बिजली बिल की वसूली हर माह न करके छह माह बाद किया जाए, क्योंकि छह माह बाद ही किसान की फसल तैयार होती है, फसल बेचकर वह बिजली बिल जमा कर सकेगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
