हरियाणा में लोकसभा चुनाव में दिग्गजों के विधानसभा हलकों में वोटरों ने वोट करने में ज्यादा रूचि नहीं दिखाई। यहीं कारण रहा कि इनकी विधानसभाओं में 5 से 18% तक वोटिंग प्रतिशत में गिरावट आई है। हालांकि कुछ ऐसे भी मंत्री और विधायक हैं, जिनके यहां 2019 के मुकाबले स्थिति बेहतर रही है। इनमें कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल, पूर्व गृह मंत्री अनिल विज का नाम शामिल हैं। वहीं 2019 के मुकाबले राज्य मंत्री अभय यादव की विधानसभा में 18% वोटिंग घटी है। कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल के लोहारू और अनिल विज के अंबाला कैंट में सबसे कम सिर्फ 0.40 % मतदान घटा है। कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारी लाल की विधानसभा बावल में 12%से कम वोटिंग हुई है। राज्यमंत्री संजय सिंह की विधानसभा सोहना, बिशंभर वाल्मीकि की सीट बवानीखेड़ा, कमल गुप्ता की सीट हिसार, महिपाल ढांडा की पानीपत ग्रामीण, सुभाष सुधा की थानेसर सीट पर भी 5 प्रतिशत के करीब वोटिंग कम हुई है। जबकि खुद लोकसभा चुनाव लड़ रहे बिजली मंत्री रणजीत सिंह के रानियां हलके में 6.60 % मतदान घटा है। विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के क्षेत्र पंचकूला में 6% कम मतदान हुआ है। सरकार से संगठन करेगा समीक्षा
दिग्गजों के यहां गिरे वोटिंग प्रतिशत को लेकर सरकार के साथ भाजपा संगठन भी चिंतित है। इसके लिए सरकार के साथ ही संगठन स्तर पर रिव्यू मीटिंग बुलाई गई है। इस लोकसभा चुनाव में भाजपा की चुनाव प्रबंधन समिति के चेयरमैन और राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कहा है कि इसको लेकर जल्द ही रिव्यू मीटिंग बुलाई जाएगी। हालांकि कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि हम हरियाणा के लोगों के द्वारा की गई वोटिंग प्रतिशत को लेकर संतुष्ट हैं, हालांकि हम एक रिव्यू मीटिंग कर चुके हैं, जल्द ही चंडीगढ़ में दूसरी मीटिंग बुलाई जाएगी। वोटिंग में 6 विधायक पिछड़े
हरियाणा में भाजपा की 40 सीटें हैं। इनमें 11 सीटों पर 65% से अधिक मतदान हुआ हैं। हालांकि 6 विधानसभा सीटें ऐसी भी हैं, जिन पर 55 % भी वोटिंग नहीं हुई है। वहीं कांग्रेस पार्टी के पास 30 विधानसभा सीटें हैं। इनमें 8 सीटों पर 65% से अधिक तो 3 पर 55 % से कम मतदान हुआ। वहीं जजपा की 10 में से 2, निर्दलीयों की 3, इनेलो की 1 सीट पर 65% से ज्यादा वोटिंग हुई है। जजपा MLA बबली की विधानसभा में हाल खराब
मंत्रियों, विधायकों के बाद हरियाणा क दूसरे दिग्गज नेताओं के यहां भी वोटिंग का बुरा हाल रहा। जजपा विधायक देवेंद्र बबली के हलके टोहाना में 17% वोटिंग प्रतिशत गिरा। भाजपा विधायक कमलेश ढांडा के कलायत में 15%, अनूप धानक की उकलाना विधानसभा में 10.80%, भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई की आदमपुर 9.90 %, पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह के पिहोवा में 8.80%, पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के उचाना में 7.80%, पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के किलोई में 7.55%, सीएम नायब सैनी के नारायणगढ़ में 5.58%, ओपी यादव के नारनौल में 4.65%, अभय चौटाला के ऐलनाबाद में 4% अनिल विज के अंबाला कैंट 0.40% कम वोटिंग हुई है। हरियाणा में लोकसभा चुनाव में दिग्गजों के विधानसभा हलकों में वोटरों ने वोट करने में ज्यादा रूचि नहीं दिखाई। यहीं कारण रहा कि इनकी विधानसभाओं में 5 से 18% तक वोटिंग प्रतिशत में गिरावट आई है। हालांकि कुछ ऐसे भी मंत्री और विधायक हैं, जिनके यहां 2019 के मुकाबले स्थिति बेहतर रही है। इनमें कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल, पूर्व गृह मंत्री अनिल विज का नाम शामिल हैं। वहीं 2019 के मुकाबले राज्य मंत्री अभय यादव की विधानसभा में 18% वोटिंग घटी है। कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल के लोहारू और अनिल विज के अंबाला कैंट में सबसे कम सिर्फ 0.40 % मतदान घटा है। कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारी लाल की विधानसभा बावल में 12%से कम वोटिंग हुई है। राज्यमंत्री संजय सिंह की विधानसभा सोहना, बिशंभर वाल्मीकि की सीट बवानीखेड़ा, कमल गुप्ता की सीट हिसार, महिपाल ढांडा की पानीपत ग्रामीण, सुभाष सुधा की थानेसर सीट पर भी 5 प्रतिशत के करीब वोटिंग कम हुई है। जबकि खुद लोकसभा चुनाव लड़ रहे बिजली मंत्री रणजीत सिंह के रानियां हलके में 6.60 % मतदान घटा है। विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के क्षेत्र पंचकूला में 6% कम मतदान हुआ है। सरकार से संगठन करेगा समीक्षा
दिग्गजों के यहां गिरे वोटिंग प्रतिशत को लेकर सरकार के साथ भाजपा संगठन भी चिंतित है। इसके लिए सरकार के साथ ही संगठन स्तर पर रिव्यू मीटिंग बुलाई गई है। इस लोकसभा चुनाव में भाजपा की चुनाव प्रबंधन समिति के चेयरमैन और राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कहा है कि इसको लेकर जल्द ही रिव्यू मीटिंग बुलाई जाएगी। हालांकि कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि हम हरियाणा के लोगों के द्वारा की गई वोटिंग प्रतिशत को लेकर संतुष्ट हैं, हालांकि हम एक रिव्यू मीटिंग कर चुके हैं, जल्द ही चंडीगढ़ में दूसरी मीटिंग बुलाई जाएगी। वोटिंग में 6 विधायक पिछड़े
हरियाणा में भाजपा की 40 सीटें हैं। इनमें 11 सीटों पर 65% से अधिक मतदान हुआ हैं। हालांकि 6 विधानसभा सीटें ऐसी भी हैं, जिन पर 55 % भी वोटिंग नहीं हुई है। वहीं कांग्रेस पार्टी के पास 30 विधानसभा सीटें हैं। इनमें 8 सीटों पर 65% से अधिक तो 3 पर 55 % से कम मतदान हुआ। वहीं जजपा की 10 में से 2, निर्दलीयों की 3, इनेलो की 1 सीट पर 65% से ज्यादा वोटिंग हुई है। जजपा MLA बबली की विधानसभा में हाल खराब
मंत्रियों, विधायकों के बाद हरियाणा क दूसरे दिग्गज नेताओं के यहां भी वोटिंग का बुरा हाल रहा। जजपा विधायक देवेंद्र बबली के हलके टोहाना में 17% वोटिंग प्रतिशत गिरा। भाजपा विधायक कमलेश ढांडा के कलायत में 15%, अनूप धानक की उकलाना विधानसभा में 10.80%, भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई की आदमपुर 9.90 %, पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह के पिहोवा में 8.80%, पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के उचाना में 7.80%, पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के किलोई में 7.55%, सीएम नायब सैनी के नारायणगढ़ में 5.58%, ओपी यादव के नारनौल में 4.65%, अभय चौटाला के ऐलनाबाद में 4% अनिल विज के अंबाला कैंट 0.40% कम वोटिंग हुई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर