अंबाला में आज पहली बार साहित्य उत्सव का आयोजन किया गया। इस उत्सव का आयोजन अंबाला लिटरेचर लवर्स संस्था ने लिटरेरिया 2025 के नाम से किया। इसमें देशभर से साहित्यकारों और कवियों ने हिस्सा लिया। युवाओं को लेखन कला से भी परिचित कराया गया। इस उत्सव का आयोजन अंबाला के एक निजी रिसॉर्ट में किया गया। संस्था की सदस्य डॉ. सोनिका सेठी ने कहा कि यह आयोजन शब्दों की शक्ति, रचनात्मकता और कहानी कहने की कला का जश्न मनाने वाला एक ऐतिहासिक आयोजन है। एक दिन तक चले इस कार्यक्रम में कई साहित्यकारों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। पुस्तकों का विमोचन भी हुआ डॉ. सोनिका सेठी के अनुसार, आज के साहित्य महोत्सव में साहित्यिक रचनाओं पर चर्चाओं, पुस्तकों के विमोचन और देशभर के प्रख्यात लेखकों, कवियों और कलाकारों के संवादात्मक सत्रों की सीरीज शामिल थी। इसके साथ ही देश के प्रमुख कवियों और प्रमुख लेखकों के सत्र भी आयोजित किए गए। महोत्सव का उद्घाटन सुबह 10:30 बजे किया सोनिका सेठी ने बताया कि महोत्सव का उद्घाटन सुबह 10:30 बजे किया गया। जिसके के बाद कहानी कहने की कला पर प्रसिद्ध लेखक और पुणे अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव की डायरेक्टर डॉ. मंजरी प्रभु के साथ बातचीत हुई। मंजरी प्रभु ने अपनी 23वीं किताब- द ग्रैंड ऑक्सफोर्ड मिस्ट्री के बारे में बात की, हाल ही में अपनी इस पुस्तक का विमोचन लंदन में किया है। युवाओं को सीखने को मिला उन्होंने बताया कि इस इवेंट में लिट्रेचर की ओर चाह रखने वाले युवाओं को काफी कुछ सीखने को मिला। युवाओं से लेकर बच्चों ने भी लेखन की कला को बहुत बारीकी से सीखा। सेशन के साथ-साथ QA का भी एक पूरा सेशन रखा गया। इसके साथ ही पूरा दिन कई आकर्षक पैनल डिस्कशन हुई। महोत्सव में ये हुए शामिल उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी और लेखक डॉ. आलोक लाल, पंजाब के एडीजीपी डॉ. एएस राय, दिल्ली पोएट्री फेस्टिवल की निदेशक एवं कवयित्री डॉली सिंह, मेघालय की सुप्रसिद्ध लेखिका बिजॉय सावियन, लेडीज टेलर जैसे मशहूर उपन्यास की लेखिका प्रिया हजेला, कहानीकार शेफाली चोपड़ा, अनारकली उपन्यास की लेखिका हर्षाली सिंह, लॉस्ट एंड फाउंड इन बनारस उपन्यास की लेखिका मोना वर्मा, सूफी स्कॉलर अफ्फान यस्वी, थिएटर पर्सनालिटी निशा लूथरा एवं पंजाब की मशहूर थिएटर आर्टिस्ट नूर कमल आदि शामिल होंगे जो कि दिल्ली, देहरादून, हरिद्वार, पंचकूला, चंडीगढ़ एवं पंजाब से आए थे। अंबाला में आज पहली बार साहित्य उत्सव का आयोजन किया गया। इस उत्सव का आयोजन अंबाला लिटरेचर लवर्स संस्था ने लिटरेरिया 2025 के नाम से किया। इसमें देशभर से साहित्यकारों और कवियों ने हिस्सा लिया। युवाओं को लेखन कला से भी परिचित कराया गया। इस उत्सव का आयोजन अंबाला के एक निजी रिसॉर्ट में किया गया। संस्था की सदस्य डॉ. सोनिका सेठी ने कहा कि यह आयोजन शब्दों की शक्ति, रचनात्मकता और कहानी कहने की कला का जश्न मनाने वाला एक ऐतिहासिक आयोजन है। एक दिन तक चले इस कार्यक्रम में कई साहित्यकारों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। पुस्तकों का विमोचन भी हुआ डॉ. सोनिका सेठी के अनुसार, आज के साहित्य महोत्सव में साहित्यिक रचनाओं पर चर्चाओं, पुस्तकों के विमोचन और देशभर के प्रख्यात लेखकों, कवियों और कलाकारों के संवादात्मक सत्रों की सीरीज शामिल थी। इसके साथ ही देश के प्रमुख कवियों और प्रमुख लेखकों के सत्र भी आयोजित किए गए। महोत्सव का उद्घाटन सुबह 10:30 बजे किया सोनिका सेठी ने बताया कि महोत्सव का उद्घाटन सुबह 10:30 बजे किया गया। जिसके के बाद कहानी कहने की कला पर प्रसिद्ध लेखक और पुणे अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव की डायरेक्टर डॉ. मंजरी प्रभु के साथ बातचीत हुई। मंजरी प्रभु ने अपनी 23वीं किताब- द ग्रैंड ऑक्सफोर्ड मिस्ट्री के बारे में बात की, हाल ही में अपनी इस पुस्तक का विमोचन लंदन में किया है। युवाओं को सीखने को मिला उन्होंने बताया कि इस इवेंट में लिट्रेचर की ओर चाह रखने वाले युवाओं को काफी कुछ सीखने को मिला। युवाओं से लेकर बच्चों ने भी लेखन की कला को बहुत बारीकी से सीखा। सेशन के साथ-साथ QA का भी एक पूरा सेशन रखा गया। इसके साथ ही पूरा दिन कई आकर्षक पैनल डिस्कशन हुई। महोत्सव में ये हुए शामिल उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी और लेखक डॉ. आलोक लाल, पंजाब के एडीजीपी डॉ. एएस राय, दिल्ली पोएट्री फेस्टिवल की निदेशक एवं कवयित्री डॉली सिंह, मेघालय की सुप्रसिद्ध लेखिका बिजॉय सावियन, लेडीज टेलर जैसे मशहूर उपन्यास की लेखिका प्रिया हजेला, कहानीकार शेफाली चोपड़ा, अनारकली उपन्यास की लेखिका हर्षाली सिंह, लॉस्ट एंड फाउंड इन बनारस उपन्यास की लेखिका मोना वर्मा, सूफी स्कॉलर अफ्फान यस्वी, थिएटर पर्सनालिटी निशा लूथरा एवं पंजाब की मशहूर थिएटर आर्टिस्ट नूर कमल आदि शामिल होंगे जो कि दिल्ली, देहरादून, हरिद्वार, पंचकूला, चंडीगढ़ एवं पंजाब से आए थे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
