अलीगढ़ में सास अनिता को लेकर दामाद राहुल अपने घर पहुंचा। वहां उसके पिता ने अपना देवी उर्फ अनिता को घर में रखने से मना कर दिया। राहुल ने पिता से कहा कि अनिता अब उसकी पत्नी है। करीब 30 मिनट तक बाप-बेटे में बहस हुई। लेकिन, पिता ने अनिता को बहू मानने से इनकार कर दिया। गांव के एक युवक ने बताया- इसके बाद राहुल सास को अपने एक दोस्त के घर ले गया। वहां दोनों रात भर रहे। शनिवार सुबह दोनों गांव से चले गए। कहां गए? इस बारे में उन्होंने किसी को कुछ नहीं बताया। चर्चा है कि राहुल उत्तराखंड में रहकर नौकरी करता है। अब वह अनीता को भी अपने साथ वहीं ले गया। राहुल दादों थाना क्षेत्र के नगला मछरिया गांव का रहने वाला है। इससे पहले, 3 दिन तक पुलिस ने अनिता की काउंसलिंग की। पुलिस ने समझाया कि वह पति जितेंद्र के साथ वापस लौट जाए। लेकिन वह नहीं मानी। पति के साथ जाने से इनकार कर दिया। राहुल ने कहा- अनिता सास नहीं, उनकी पत्नी
इससे पहले, राहुल ने मीडिया से बातचीत की। कहा- अनीता उर्फ अपना देवी उसकी सास नहीं, बल्कि पत्नी है। जल्द हम शादी करेंगे। आप लोग उन्हें सास बोलना बंद करें। वहीं, जब अनिता परिवार के साथ लौटने को तैयार नहीं हुई तो पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया। काउंसलिंग सेंटर के बाहर मीडियाकर्मियों ने जब अनीता से बात करने की कोशिश की, तो वह गुस्सा गईं। मोबाइल (कैमरा) तोड़ने की धमकी दी। कहा- वीडियो बनाकर अभी पेट नहीं भरा। मोबाइल तोड़ दूंगी। अब पढ़िए, काउंसिलिंग में अनीता ने क्या कहा… शुक्रवार रात 4 घंटे तक चली काउंसिलिंग में अनीता ने बताया- मुझे सम्मान चाहिए, जो अब मिल रहा है। उस घर में वापस जाकर मुझे पहले से बदतर जिंदगी जीनी पड़ेगी। इसलिए अब मैं वापस नहीं जाना चाहती। पिछले तीन महीने से मैं वहां प्रताड़ना झेल रही थी। बात-बात पर मेरे साथ बदसलूकी की जाती थी। राहुल से बातचीत करने पर ताने दिए जा रहे थे। यह सब बर्दाश्त नहीं होता था, इसीलिए घर छोड़ दिया। अब वहां नहीं जाना। मैंने चोरी नहीं की, सिर्फ 200 रुपए लेकर निकली
अनीता के पति जितेंद्र ने उस पर आरोप लगाए थे कि वह घर से 3.5 लाख नकद और 5 लाख के जेवर लेकर भागी है। लेकिन, काउंसिलिंग के दौरान अनीता ने पुलिस अधिकारियों से बताया कि उसके ऊपर लगा चोरी का आरोप झूठा है। वह घर से सिर्फ 200 रुपए लेकर निकली थी। फिर राहुल के साथ चली गई। 20 साल से ख्वाहिशों को मारकर जी रही थी
अनीता ने बताया कि वह पिछले 20 सालों से अपनी ख्वाहिशों को मारकर जी रही थी। घर में परिवार वालों के ताने सुनने पड़ते थे। दूसरों के हिसाब से जीना पड़ता था। बच्चों को बड़ा करते-करते अपनी सारी ख्वाहिशें को मार दिया। अब मैं अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जिऊंगी। राहुल के साथ खुश रहूंगी। राहुल मेरी भावनाओं को अच्छे से समझता है
राहुल मेरी भावनाओं को अच्छी तरह से समझता है। उसका सम्मान करता है। मैं उसके साथ हमेशा खुश रहूंगी। राहुल के साथ 9 दिन बिताए, जिसमें उसे और अच्छी तरह से जान गई हूं। मैं उसके साथ अपना सारा जीवन खुशी-खुशी बिता सकती हूं। काउंसिलिंग के दौरान जब अधिकारियों ने अनीता से उसके बच्चों के बारे में कहा तो उसने कहा कि बच्चे अपने पिता और परिवार के साथ खुश रहेंगे। अब वह अपने नए जीवन की शुरुआत करने जा रही है। अनीता 16 अप्रैल को दादों थाने पहुंची। उसे अरेस्ट किया गया। इसके बाद पुलिस लाइन में दोनों की काउंसिलिंग करवाई गई। अनीता का पति भी उसे ले जाने को तैयार था, लेकिन वह घर जाने को तैयार नहीं हुई। शुक्रवार को दोबारा उसकी काउंसिलिंग कराई गई। वह नहीं मानी तो दोनों के परिवार के लोगों को बुलाकर उनके सामने कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बाद दोनों को छोड़ दिया। दोनों दादों के लिए निकल गए। अब पढ़िए पूरा मामला…
मडराक के गांव मनोहरपुर कायस्थ निवासी जितेंद्र कुमार की बेटी शिवानी की शादी दादों के गांव नगला मछरिया निवासी ओमवीर के बेटे राहुल से तय हुई थी। गोदभराई की रस्म हो चुकी थी। 16 अप्रैल को बारात आनी थी। दोनों तरफ शादी के कार्ड बंट रहे थे। रिश्तेदार भी आने शुरू हो गए थे। लेकिन, इससे 9 दिन पहले ही 6 अप्रैल को राहुल अपनी होने वाली सास अपना देवी उर्फ अनीता को लेकर फरार हो गया। दोनों परिवारों ने थाने में शिकायत देकर गुमशुदगी दर्ज कराई। दोनों दिल्ली, बिहार, नेपाल तक घूमते रहे। इसके बाद 16 अप्रैल को इन्होंने दादों थाने में आकर सरेंडर कर दिया। अनीता ने अपनी मर्जी से राहुल के साथ जाने की बात कबूल की। ——————— ये खबर भी पढ़िए- कानपुर में छात्रा ने लुटेरे को पीटा, मोबाइल लूटकर भाग रहा था, पीछा कर दबोचा; पैर छूकर बोला- SORRY दीदी कानपुर में स्कूटी सवार दो युवक छात्रा से मोबाइल लूट कर भागने लगे। छात्रा के शोर मचाने पर राहगीरों ने एक लुटेरे को पकड़ा। पहले भीड़ ने उसे जमकर पीटा। फिर छात्रा ने उठक-बैठक कराया। उसके बाल पकड़कर गाल पर एक-एक कर 4 चप्पल मारे। लुटेरे ने कान पकड़े और छात्रा के पैर छूकर बोला- सॉरी दीदी। पढ़ें पूरी खबर… अलीगढ़ में सास अनिता को लेकर दामाद राहुल अपने घर पहुंचा। वहां उसके पिता ने अपना देवी उर्फ अनिता को घर में रखने से मना कर दिया। राहुल ने पिता से कहा कि अनिता अब उसकी पत्नी है। करीब 30 मिनट तक बाप-बेटे में बहस हुई। लेकिन, पिता ने अनिता को बहू मानने से इनकार कर दिया। गांव के एक युवक ने बताया- इसके बाद राहुल सास को अपने एक दोस्त के घर ले गया। वहां दोनों रात भर रहे। शनिवार सुबह दोनों गांव से चले गए। कहां गए? इस बारे में उन्होंने किसी को कुछ नहीं बताया। चर्चा है कि राहुल उत्तराखंड में रहकर नौकरी करता है। अब वह अनीता को भी अपने साथ वहीं ले गया। राहुल दादों थाना क्षेत्र के नगला मछरिया गांव का रहने वाला है। इससे पहले, 3 दिन तक पुलिस ने अनिता की काउंसलिंग की। पुलिस ने समझाया कि वह पति जितेंद्र के साथ वापस लौट जाए। लेकिन वह नहीं मानी। पति के साथ जाने से इनकार कर दिया। राहुल ने कहा- अनिता सास नहीं, उनकी पत्नी
इससे पहले, राहुल ने मीडिया से बातचीत की। कहा- अनीता उर्फ अपना देवी उसकी सास नहीं, बल्कि पत्नी है। जल्द हम शादी करेंगे। आप लोग उन्हें सास बोलना बंद करें। वहीं, जब अनिता परिवार के साथ लौटने को तैयार नहीं हुई तो पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया। काउंसलिंग सेंटर के बाहर मीडियाकर्मियों ने जब अनीता से बात करने की कोशिश की, तो वह गुस्सा गईं। मोबाइल (कैमरा) तोड़ने की धमकी दी। कहा- वीडियो बनाकर अभी पेट नहीं भरा। मोबाइल तोड़ दूंगी। अब पढ़िए, काउंसिलिंग में अनीता ने क्या कहा… शुक्रवार रात 4 घंटे तक चली काउंसिलिंग में अनीता ने बताया- मुझे सम्मान चाहिए, जो अब मिल रहा है। उस घर में वापस जाकर मुझे पहले से बदतर जिंदगी जीनी पड़ेगी। इसलिए अब मैं वापस नहीं जाना चाहती। पिछले तीन महीने से मैं वहां प्रताड़ना झेल रही थी। बात-बात पर मेरे साथ बदसलूकी की जाती थी। राहुल से बातचीत करने पर ताने दिए जा रहे थे। यह सब बर्दाश्त नहीं होता था, इसीलिए घर छोड़ दिया। अब वहां नहीं जाना। मैंने चोरी नहीं की, सिर्फ 200 रुपए लेकर निकली
अनीता के पति जितेंद्र ने उस पर आरोप लगाए थे कि वह घर से 3.5 लाख नकद और 5 लाख के जेवर लेकर भागी है। लेकिन, काउंसिलिंग के दौरान अनीता ने पुलिस अधिकारियों से बताया कि उसके ऊपर लगा चोरी का आरोप झूठा है। वह घर से सिर्फ 200 रुपए लेकर निकली थी। फिर राहुल के साथ चली गई। 20 साल से ख्वाहिशों को मारकर जी रही थी
अनीता ने बताया कि वह पिछले 20 सालों से अपनी ख्वाहिशों को मारकर जी रही थी। घर में परिवार वालों के ताने सुनने पड़ते थे। दूसरों के हिसाब से जीना पड़ता था। बच्चों को बड़ा करते-करते अपनी सारी ख्वाहिशें को मार दिया। अब मैं अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जिऊंगी। राहुल के साथ खुश रहूंगी। राहुल मेरी भावनाओं को अच्छे से समझता है
राहुल मेरी भावनाओं को अच्छी तरह से समझता है। उसका सम्मान करता है। मैं उसके साथ हमेशा खुश रहूंगी। राहुल के साथ 9 दिन बिताए, जिसमें उसे और अच्छी तरह से जान गई हूं। मैं उसके साथ अपना सारा जीवन खुशी-खुशी बिता सकती हूं। काउंसिलिंग के दौरान जब अधिकारियों ने अनीता से उसके बच्चों के बारे में कहा तो उसने कहा कि बच्चे अपने पिता और परिवार के साथ खुश रहेंगे। अब वह अपने नए जीवन की शुरुआत करने जा रही है। अनीता 16 अप्रैल को दादों थाने पहुंची। उसे अरेस्ट किया गया। इसके बाद पुलिस लाइन में दोनों की काउंसिलिंग करवाई गई। अनीता का पति भी उसे ले जाने को तैयार था, लेकिन वह घर जाने को तैयार नहीं हुई। शुक्रवार को दोबारा उसकी काउंसिलिंग कराई गई। वह नहीं मानी तो दोनों के परिवार के लोगों को बुलाकर उनके सामने कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बाद दोनों को छोड़ दिया। दोनों दादों के लिए निकल गए। अब पढ़िए पूरा मामला…
मडराक के गांव मनोहरपुर कायस्थ निवासी जितेंद्र कुमार की बेटी शिवानी की शादी दादों के गांव नगला मछरिया निवासी ओमवीर के बेटे राहुल से तय हुई थी। गोदभराई की रस्म हो चुकी थी। 16 अप्रैल को बारात आनी थी। दोनों तरफ शादी के कार्ड बंट रहे थे। रिश्तेदार भी आने शुरू हो गए थे। लेकिन, इससे 9 दिन पहले ही 6 अप्रैल को राहुल अपनी होने वाली सास अपना देवी उर्फ अनीता को लेकर फरार हो गया। दोनों परिवारों ने थाने में शिकायत देकर गुमशुदगी दर्ज कराई। दोनों दिल्ली, बिहार, नेपाल तक घूमते रहे। इसके बाद 16 अप्रैल को इन्होंने दादों थाने में आकर सरेंडर कर दिया। अनीता ने अपनी मर्जी से राहुल के साथ जाने की बात कबूल की। ——————— ये खबर भी पढ़िए- कानपुर में छात्रा ने लुटेरे को पीटा, मोबाइल लूटकर भाग रहा था, पीछा कर दबोचा; पैर छूकर बोला- SORRY दीदी कानपुर में स्कूटी सवार दो युवक छात्रा से मोबाइल लूट कर भागने लगे। छात्रा के शोर मचाने पर राहगीरों ने एक लुटेरे को पकड़ा। पहले भीड़ ने उसे जमकर पीटा। फिर छात्रा ने उठक-बैठक कराया। उसके बाल पकड़कर गाल पर एक-एक कर 4 चप्पल मारे। लुटेरे ने कान पकड़े और छात्रा के पैर छूकर बोला- सॉरी दीदी। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
सास-दामाद को परिवार ने घर में नहीं रूकने दिया:अलीगढ़ में पड़ोसी के घर बिताई रात, सुबह दोनों गांव छोड़कर चले गए
