BJP विधायक बोले-कमिश्नर 5 बजे ही शराब पी लेते थे:गाजियाबाद में कभी किसी घटना पर नहीं गए, उन्हें मैंने ही हटवाया

BJP विधायक बोले-कमिश्नर 5 बजे ही शराब पी लेते थे:गाजियाबाद में कभी किसी घटना पर नहीं गए, उन्हें मैंने ही हटवाया

‘मेरी शिकायत पर गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा हो हटाया गया। मैंने 5 बार CM साहब को इस बारे में बताया था। इस आदमी ने पूरे शहर की छवि खराब कर दी थी।’ यह कहना है गाजियाबाद की लोनी सीट से BJP विधायक नंद किशोर गुर्जर का। उन्होंने 1 साल से कमिश्नर के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था। 15 अप्रैल को कमिश्नर को हटा दिया गया। 20 मार्च को रामकथा के दौरान पुलिस ने कलश यात्रा निकाल रहे नंदकिशोर गुर्जर और सैकड़ों महिलाओं पर लाठीचार्ज किया था। इसके बाद विवाद और बढ़ा। उन्होंने कमिश्नर को हटाने के लिए लखनऊ से दिल्ली तक दौड़ लगाई। लखनऊ पार्टी कार्यालय फटे कुर्ते और नंगे पैर पहुंचे। जिस सीट पर नंद किशोर विधायक है, वहां से उनको कितना समर्थन है? वो कितने मजबूत हैं? यह समझने के लिए दैनिक भास्कर की टीम ने उनसे फोन पर बातचीत की। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल : आपकी शिकायत पर पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा हटे?
जवाब : हां, मेरी शिकायत पर हटाए गए हैं। हम शिकायत नहीं कर रहे थे। मैंने 5 बार सीएम साहब को बताया। गाजियाबाद में पूरा साप्ताहिक बाजार खत्म कर दिया गया। ई-रिक्शा बंद कर दिए। यह बात हमने योगीजी को बताई। सरकार की छवि खराब करने का प्रयास किया। सवाल : 1 साल से खींचतान चल रही थी, तो अब क्यों कार्रवाई हुई?
जवाब : इस आदमी ने पूरे गाजियाबाद की छवि खराब की है। वह हर बार खुद के बचाव के लिए मिसगाइड करते थे। अब जब पूरे मामले की सच्चाई सामने आई, तो कार्रवाई हुई। 5 बजे के बाद शराब पी लेते थे। शहर में किसी घटना पर नहीं गए। जांच चल रही है, उसमें सस्पेंड भी होंगे। सवाल : आप BJP नेताओं से नाराज थे, अब नाराजगी दूर होगी?
जवाब : हमारा निजी कोई विवाद नहीं है। हम जनप्रतिनिधि हैं। जनता ने हमें चुना है। जनता की आवाज उठाएंगे। मैं भाजपा नेताओं से नाराज नहीं था। बस अपनी बात हमने सभी को बताई। सवाल : कमिश्नर हटने के बाद आपके घर से जश्न के फोटो सामने आए?
जवाब : यह सब जनता ने किया है। जनता अपनी बात कहने के लिए आती है। उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी। मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं पर हम काम कर रहे हैं। सवाल : क्या अब लॉ एंड ऑर्डर ठीक हो जाएगा?
जवाब : उम्मीद है, सब ठीक हो जाएगा। जनता की बात उठाई गई, आगे भी उठाते रहेंगे। अगर आगे ठीक नहीं होगा, तो हम ठीक कराने का काम करेंगे। उम्मीद है, आगे कानून व्यवस्था सही होगी। सवाल : अजय मिश्रा से यति नरसिंहानंद भी नाराज थे?
जवाब : महामंडलेश्वर एक साधु-संत हैं। उनके साथ पूरा संत समाज कमिश्नर के खिलाफ खड़ा हो गया था। डासना मंदिर में सभी की बैठक हुई। सारी बातें शासन और मुख्यमंत्री जी को पता चल रही थीं। कमिश्नर बोले- मुझे कुछ नहीं कहना
BJP विधायक नंद किशोर गुर्जर के तमाम आरोपों पर दैनिक भास्कर ने कमिश्नर अजय मिश्रा से उनका पक्ष जानने के लिए बात की। इस पर उनका कहना था कि मुझे इस टॉपिक पर कोई बात नहीं करनी है। अब जानिए क्या था विवाद नंदकिशोर गुर्जर बोले थे- कमिश्नर मेरी हत्या की प्लानिंग बना रहे
नंदकिशोर गुर्जर ने 5 जून, 2024 को एक TV चैनल को बयान दिया था कि पुलिस ने हमारे गनर तक हटा लिए। फिर यूपी के अपर मुख्य सचिव (गृह) को एक चिट्ठी लिखी थी। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर मेरी हत्या की प्लानिंग बना रहे हैं। विधायक ने ACS होम से पूछा था- मैं ऐसे असुरक्षित माहौल में यहां रहूं या फिर किसी दूसरे राज्य में चला जाऊं? 6 फरवरी को कहा था- कमिश्नर पैसे वसूलता है
6 फरवरी, 2025 को नंदकिशोर गुर्जर ने कहा था- कमिश्नर पैसे वसूलता है। परेशान करता है। रिपोर्ट बनवाइए कमिश्नर यहां से पैसे लेता है और चीफ सेक्रेटरी को भेजता है। चीफ सेक्रेटरी ठेले वाले और आलू वालों से पैसा खाना चाहता है। दुर्भाग्य की बात है। रात में ही मुझे बताया कि चीफ सेक्रेटरी पैसे मांग रहा है। साप्ताहिक मंडी हटाने के विरोध में नंदकिशोर गुर्जर खुद सड़क पर बैठकर सब्जी बेचने लगे। वह ग्राहकों को सब्जी का भाव बताते और खुद तौलकर सब्जी देते। विधायक ने एक घंटे में 54 किलो सब्जी बेची थी। 20 मार्च को कलश यात्रा के दौरान हुआ था विवाद
गाजियाबाद के बॉर्डर की संगम विहार कॉलोनी में 20 मार्च को नंदकिशोर गुर्जर के नेतृत्व में कलश यात्रा निकाली जा रही थी। इसके लिए परमिशन नहीं ली गई थी। पुलिस ने कलश यात्रा को रोकने का प्रयास किया, तो हंगामा होने लगा। भाजपा विधायक और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की के बाद हाथापाई हुई। विधायक का आरोप था कि पुलिसवालों ने उनका कुर्ता फाड़ दिया। वहीं, लोनी बॉर्डर थाना प्रभारी हरेंद्र मलिक का कहना था कि उनके साथ अभद्रता की गई। फिर विधायक ने राम कथा के मंच से अफसरों को खुली चेतावनी दी थी। विधायक ने कहा था- कमिश्नर तेरी मां ने दूध पिलाया है तो रामकथा के बाद समय तय कर लेना। गोली तुम्हारी होगी, सीने हमारे होंगे। अगर सीएम योगी ने चीफ सेक्रेटरी और कमिश्नर को जेल नहीं भेजा, तो अन्न-जल नहीं लूंगा। जमीन पर सोऊंगा, फटे कपड़ों में रहूंगा, चाहे जान चली जाए। अगर चीफ सेक्रेटरी की मां ने दूध पिलाया है, तो नमाज रोककर दिखा दें। कायरों गाय कटवाने वालों, चीफ सेक्रेटरी ने 20 करोड़ रुपए लिए। ————————— यह खबर भी पढ़िए प्रेमानंद महाराज ने पदयात्रा रोकी तो रो पड़े भक्त, 3 दिन से कार से आश्रम जा रहे, देर रात तक डायलिसिस चल रही प्रेमानंद महाराज पिछले तीन दिनों से पदयात्रा पर नहीं निकल रहे हैं। महाराज का आशीर्वाद लेने के लिए हजारों भक्तों को लौटना पड़ रहा है। बुधवार आधी रात बाद आश्रम के सेवादार ने माइक से अनाउंस किया कि महाराज जी आज भी पदयात्रा पर नहीं निकलेंगे। यह सुनकर कई भक्त रो पड़े। पूरी खबर पढ़िए ‘मेरी शिकायत पर गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा हो हटाया गया। मैंने 5 बार CM साहब को इस बारे में बताया था। इस आदमी ने पूरे शहर की छवि खराब कर दी थी।’ यह कहना है गाजियाबाद की लोनी सीट से BJP विधायक नंद किशोर गुर्जर का। उन्होंने 1 साल से कमिश्नर के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था। 15 अप्रैल को कमिश्नर को हटा दिया गया। 20 मार्च को रामकथा के दौरान पुलिस ने कलश यात्रा निकाल रहे नंदकिशोर गुर्जर और सैकड़ों महिलाओं पर लाठीचार्ज किया था। इसके बाद विवाद और बढ़ा। उन्होंने कमिश्नर को हटाने के लिए लखनऊ से दिल्ली तक दौड़ लगाई। लखनऊ पार्टी कार्यालय फटे कुर्ते और नंगे पैर पहुंचे। जिस सीट पर नंद किशोर विधायक है, वहां से उनको कितना समर्थन है? वो कितने मजबूत हैं? यह समझने के लिए दैनिक भास्कर की टीम ने उनसे फोन पर बातचीत की। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल : आपकी शिकायत पर पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा हटे?
जवाब : हां, मेरी शिकायत पर हटाए गए हैं। हम शिकायत नहीं कर रहे थे। मैंने 5 बार सीएम साहब को बताया। गाजियाबाद में पूरा साप्ताहिक बाजार खत्म कर दिया गया। ई-रिक्शा बंद कर दिए। यह बात हमने योगीजी को बताई। सरकार की छवि खराब करने का प्रयास किया। सवाल : 1 साल से खींचतान चल रही थी, तो अब क्यों कार्रवाई हुई?
जवाब : इस आदमी ने पूरे गाजियाबाद की छवि खराब की है। वह हर बार खुद के बचाव के लिए मिसगाइड करते थे। अब जब पूरे मामले की सच्चाई सामने आई, तो कार्रवाई हुई। 5 बजे के बाद शराब पी लेते थे। शहर में किसी घटना पर नहीं गए। जांच चल रही है, उसमें सस्पेंड भी होंगे। सवाल : आप BJP नेताओं से नाराज थे, अब नाराजगी दूर होगी?
जवाब : हमारा निजी कोई विवाद नहीं है। हम जनप्रतिनिधि हैं। जनता ने हमें चुना है। जनता की आवाज उठाएंगे। मैं भाजपा नेताओं से नाराज नहीं था। बस अपनी बात हमने सभी को बताई। सवाल : कमिश्नर हटने के बाद आपके घर से जश्न के फोटो सामने आए?
जवाब : यह सब जनता ने किया है। जनता अपनी बात कहने के लिए आती है। उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी। मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं पर हम काम कर रहे हैं। सवाल : क्या अब लॉ एंड ऑर्डर ठीक हो जाएगा?
जवाब : उम्मीद है, सब ठीक हो जाएगा। जनता की बात उठाई गई, आगे भी उठाते रहेंगे। अगर आगे ठीक नहीं होगा, तो हम ठीक कराने का काम करेंगे। उम्मीद है, आगे कानून व्यवस्था सही होगी। सवाल : अजय मिश्रा से यति नरसिंहानंद भी नाराज थे?
जवाब : महामंडलेश्वर एक साधु-संत हैं। उनके साथ पूरा संत समाज कमिश्नर के खिलाफ खड़ा हो गया था। डासना मंदिर में सभी की बैठक हुई। सारी बातें शासन और मुख्यमंत्री जी को पता चल रही थीं। कमिश्नर बोले- मुझे कुछ नहीं कहना
BJP विधायक नंद किशोर गुर्जर के तमाम आरोपों पर दैनिक भास्कर ने कमिश्नर अजय मिश्रा से उनका पक्ष जानने के लिए बात की। इस पर उनका कहना था कि मुझे इस टॉपिक पर कोई बात नहीं करनी है। अब जानिए क्या था विवाद नंदकिशोर गुर्जर बोले थे- कमिश्नर मेरी हत्या की प्लानिंग बना रहे
नंदकिशोर गुर्जर ने 5 जून, 2024 को एक TV चैनल को बयान दिया था कि पुलिस ने हमारे गनर तक हटा लिए। फिर यूपी के अपर मुख्य सचिव (गृह) को एक चिट्ठी लिखी थी। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर मेरी हत्या की प्लानिंग बना रहे हैं। विधायक ने ACS होम से पूछा था- मैं ऐसे असुरक्षित माहौल में यहां रहूं या फिर किसी दूसरे राज्य में चला जाऊं? 6 फरवरी को कहा था- कमिश्नर पैसे वसूलता है
6 फरवरी, 2025 को नंदकिशोर गुर्जर ने कहा था- कमिश्नर पैसे वसूलता है। परेशान करता है। रिपोर्ट बनवाइए कमिश्नर यहां से पैसे लेता है और चीफ सेक्रेटरी को भेजता है। चीफ सेक्रेटरी ठेले वाले और आलू वालों से पैसा खाना चाहता है। दुर्भाग्य की बात है। रात में ही मुझे बताया कि चीफ सेक्रेटरी पैसे मांग रहा है। साप्ताहिक मंडी हटाने के विरोध में नंदकिशोर गुर्जर खुद सड़क पर बैठकर सब्जी बेचने लगे। वह ग्राहकों को सब्जी का भाव बताते और खुद तौलकर सब्जी देते। विधायक ने एक घंटे में 54 किलो सब्जी बेची थी। 20 मार्च को कलश यात्रा के दौरान हुआ था विवाद
गाजियाबाद के बॉर्डर की संगम विहार कॉलोनी में 20 मार्च को नंदकिशोर गुर्जर के नेतृत्व में कलश यात्रा निकाली जा रही थी। इसके लिए परमिशन नहीं ली गई थी। पुलिस ने कलश यात्रा को रोकने का प्रयास किया, तो हंगामा होने लगा। भाजपा विधायक और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की के बाद हाथापाई हुई। विधायक का आरोप था कि पुलिसवालों ने उनका कुर्ता फाड़ दिया। वहीं, लोनी बॉर्डर थाना प्रभारी हरेंद्र मलिक का कहना था कि उनके साथ अभद्रता की गई। फिर विधायक ने राम कथा के मंच से अफसरों को खुली चेतावनी दी थी। विधायक ने कहा था- कमिश्नर तेरी मां ने दूध पिलाया है तो रामकथा के बाद समय तय कर लेना। गोली तुम्हारी होगी, सीने हमारे होंगे। अगर सीएम योगी ने चीफ सेक्रेटरी और कमिश्नर को जेल नहीं भेजा, तो अन्न-जल नहीं लूंगा। जमीन पर सोऊंगा, फटे कपड़ों में रहूंगा, चाहे जान चली जाए। अगर चीफ सेक्रेटरी की मां ने दूध पिलाया है, तो नमाज रोककर दिखा दें। कायरों गाय कटवाने वालों, चीफ सेक्रेटरी ने 20 करोड़ रुपए लिए। ————————— यह खबर भी पढ़िए प्रेमानंद महाराज ने पदयात्रा रोकी तो रो पड़े भक्त, 3 दिन से कार से आश्रम जा रहे, देर रात तक डायलिसिस चल रही प्रेमानंद महाराज पिछले तीन दिनों से पदयात्रा पर नहीं निकल रहे हैं। महाराज का आशीर्वाद लेने के लिए हजारों भक्तों को लौटना पड़ रहा है। बुधवार आधी रात बाद आश्रम के सेवादार ने माइक से अनाउंस किया कि महाराज जी आज भी पदयात्रा पर नहीं निकलेंगे। यह सुनकर कई भक्त रो पड़े। पूरी खबर पढ़िए   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर