<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”UPSC” href=”https://www.abplive.com/topic/upsc” data-type=”interlinkingkeywords”>UPSC</a> Result 2025:</strong> यूपीएससी के नतीजे मंगलवार (22 अप्रैल) को घोषित कर दिए गए. इसमें गुलाबी नगरी जयपुर के मनु गर्ग को भी कामयाबी मिली है, जो अपनी आंखों से कुछ भी नहीं देख सकते. मनु ने यूपीएससी में 91वीं रैंक हासिल की है. उन्होंने आईएएस ऑफिसर बनने का सपना दूसरे ही प्रयास में पूरा कर लिया. 23 साल के मनु की यह कामयाबी न सिर्फ बेमिसाल है, बल्कि यह उन लोगों के लिए प्रेरणा का सबब भी है, जो शरीर की किसी कमजोरी की वजह से हिम्मत हार बैठते हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मनु गर्ग जयपुर के शास्त्री नगर इलाके के रहने वाले हैं. वह जब आठवीं क्लास में पढ़ाई कर रहे थे, तभी उनकी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे गायब होने लगी. कुछ दिनों में वह पूरी तरह नेत्रहीन हो गए. मनु को उस वक्त लगा मानो दुनिया यहीं खत्म हो गई हो, लेकिन इस मुश्किल वक्त में उनकी मां वंदना ने बेटे को हौसला दिया और उसे आईएएस अफसर बनकर लोगों की सेवा करने का सपना दिखाया. मां के सपने को पूरा करने के लिए मनु ने अपने अंधेपन को चुनौती की तरह लिया और आईएएस बनने की ठान ली. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मां ने रटवाए नोट्स</strong><br />आंखों से दिखना बंद होने के बाद मनु के नोट्स उनकी मां वंदना तैयार कर उन्हें रटाती थी. बीच में कई ऐसे मौके आए जब मनु और उनके परिवार वालों को मायूसी का सामना करना पड़ा, लेकिन कामयाब होने की जिद ने दूसरे मौके में ही उन्हें आईएएस अफसर बना दिया. वह कलेक्टर बनकर लोगों की सेवा करना चाहते हैं. उनकी मदद करना चाहते हैं और उन्हें इंसाफ दिलाना चाहते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिया सफलता का मंत्र</strong><br />अपनी इस कामयाबी से मनु गर्ग बेहद खुश हैं. उन्होंने अपनी यह कामयाबी अपनी मां वंदना और परिवार के दूसरे लोगों को समर्पित की है. बचपन से ही ननिहाल में पले बढ़े मनु ने रोजाना पढ़ाई के लिए कोई घंटे निर्धारित नहीं किए थे. उन्होंने दूसरे लोगों को नसीहत देते हुए कहा है कि एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और पूरे मन से कोशिश करनी चाहिए. कभी भी रिजल्ट की परवाह नहीं करनी चाहिए. अगर लक्ष्य को सामने रखकर पूरी ईमानदारी से कोशिश की जाए तो कामयाबी यकीनन कदम चूमती है. मनु गर्ग की इस कामयाबी से उनके मामा डॉक्टर आनंद जैन और मामी डॉक्टर नेहा जैन उन्हें बधाई देते हुए नहीं थक रहे हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”UPSC” href=”https://www.abplive.com/topic/upsc” data-type=”interlinkingkeywords”>UPSC</a> Result 2025:</strong> यूपीएससी के नतीजे मंगलवार (22 अप्रैल) को घोषित कर दिए गए. इसमें गुलाबी नगरी जयपुर के मनु गर्ग को भी कामयाबी मिली है, जो अपनी आंखों से कुछ भी नहीं देख सकते. मनु ने यूपीएससी में 91वीं रैंक हासिल की है. उन्होंने आईएएस ऑफिसर बनने का सपना दूसरे ही प्रयास में पूरा कर लिया. 23 साल के मनु की यह कामयाबी न सिर्फ बेमिसाल है, बल्कि यह उन लोगों के लिए प्रेरणा का सबब भी है, जो शरीर की किसी कमजोरी की वजह से हिम्मत हार बैठते हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मनु गर्ग जयपुर के शास्त्री नगर इलाके के रहने वाले हैं. वह जब आठवीं क्लास में पढ़ाई कर रहे थे, तभी उनकी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे गायब होने लगी. कुछ दिनों में वह पूरी तरह नेत्रहीन हो गए. मनु को उस वक्त लगा मानो दुनिया यहीं खत्म हो गई हो, लेकिन इस मुश्किल वक्त में उनकी मां वंदना ने बेटे को हौसला दिया और उसे आईएएस अफसर बनकर लोगों की सेवा करने का सपना दिखाया. मां के सपने को पूरा करने के लिए मनु ने अपने अंधेपन को चुनौती की तरह लिया और आईएएस बनने की ठान ली. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मां ने रटवाए नोट्स</strong><br />आंखों से दिखना बंद होने के बाद मनु के नोट्स उनकी मां वंदना तैयार कर उन्हें रटाती थी. बीच में कई ऐसे मौके आए जब मनु और उनके परिवार वालों को मायूसी का सामना करना पड़ा, लेकिन कामयाब होने की जिद ने दूसरे मौके में ही उन्हें आईएएस अफसर बना दिया. वह कलेक्टर बनकर लोगों की सेवा करना चाहते हैं. उनकी मदद करना चाहते हैं और उन्हें इंसाफ दिलाना चाहते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिया सफलता का मंत्र</strong><br />अपनी इस कामयाबी से मनु गर्ग बेहद खुश हैं. उन्होंने अपनी यह कामयाबी अपनी मां वंदना और परिवार के दूसरे लोगों को समर्पित की है. बचपन से ही ननिहाल में पले बढ़े मनु ने रोजाना पढ़ाई के लिए कोई घंटे निर्धारित नहीं किए थे. उन्होंने दूसरे लोगों को नसीहत देते हुए कहा है कि एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और पूरे मन से कोशिश करनी चाहिए. कभी भी रिजल्ट की परवाह नहीं करनी चाहिए. अगर लक्ष्य को सामने रखकर पूरी ईमानदारी से कोशिश की जाए तो कामयाबी यकीनन कदम चूमती है. मनु गर्ग की इस कामयाबी से उनके मामा डॉक्टर आनंद जैन और मामी डॉक्टर नेहा जैन उन्हें बधाई देते हुए नहीं थक रहे हैं.</p> राजस्थान आमेर किले की सुंदरता के कायल हुए अमेरिकी VP जेडी वेंस, जब जलेब चौक देखा तो ऐसा था रिएक्शन
दोनों आंखों से नहीं देता दिखाई फिर भी किया कमाल, जयपुर के मनु गर्ग ने UPSC में लहराया परचम
