निगदू | बोहला खालसा स्थित बाबा हरिदास श्रीकृष्ण गोपाल गऊशाला में प्रधान सुंदर लाल गुप्ता की अध्यक्षता में मीटिंग आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि एक जून को नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य रूप से उप प्रधान जगदीश , चेयरमैन कर्म सिंह जांबा , सांवत,कोषाध्यक्ष महिंदर मोहड़ी, संजीव घोलपुरा,सेवा सिंह, डॉ सतपाल बवेजा,दर्शन सिंह,नरेश घोलपुरा, करेशन मैहला,कुलदीप घोलपुरा,सुरजा मोहड़ी,आशु गुर्जर,आशु बवेजा,राम चंद्र,सिल्लू बुढेडा,रिंकू सांवत,सोमदत्त,अमृत लाल मौजूद रहे। निगदू | बोहला खालसा स्थित बाबा हरिदास श्रीकृष्ण गोपाल गऊशाला में प्रधान सुंदर लाल गुप्ता की अध्यक्षता में मीटिंग आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि एक जून को नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य रूप से उप प्रधान जगदीश , चेयरमैन कर्म सिंह जांबा , सांवत,कोषाध्यक्ष महिंदर मोहड़ी, संजीव घोलपुरा,सेवा सिंह, डॉ सतपाल बवेजा,दर्शन सिंह,नरेश घोलपुरा, करेशन मैहला,कुलदीप घोलपुरा,सुरजा मोहड़ी,आशु गुर्जर,आशु बवेजा,राम चंद्र,सिल्लू बुढेडा,रिंकू सांवत,सोमदत्त,अमृत लाल मौजूद रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
सोनीपत में ट्रेन से कट कर 2 युवकों की मौत:सचखंड एक्सप्रेस में आग की अफवाह; चेन पुलिंग कर नीचे उतरे, दूसरी ट्रेन ने काटा
सोनीपत में ट्रेन से कट कर 2 युवकों की मौत:सचखंड एक्सप्रेस में आग की अफवाह; चेन पुलिंग कर नीचे उतरे, दूसरी ट्रेन ने काटा हरियाणा के सोनीपत में दर्दनाक हादसा हुआ है। सचखंड एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह के बाद भगदड़ मच गई। इसी बीच ट्रेन की चेन पुलिंग की गई। आनन फानन में लोग ट्रेन से उतरने लगे तो इसी बीच दूसरी लाइन पर आ रही ट्रेन की चपेट में आने से दो युवकों की मौत हो गई। हादसा हरसाना रेलवे स्टेशन के पास हुआ और वहां पर खेतों में आग लगाई गई थी। इसका धुआं ट्रेन की तरफ आ रहा था। मृतकों में एक युवक की पहचान कैथल के पूंडरी केअंकुर के तौर पर हुई है। वह जागरण में भजन गायक का काम करता था। दूसरे मृतक की पहचान के प्रयास हो रहे हैं। राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) मामले में छानबीन कर रही है। GRP सोनीपत के ASI अजय के अनुसार सूचना मिली थी कि हरसाना के पास रेलवे लाइन पर शव पड़ा है। पुलिस टीम वहां पहुंची तो रेलवे लाइन पर दो युवकों के शव पड़े मिले। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर छानबीन की तो पता चला कि ट्रेन में आग की अफवाह से इनकी मौत हुई है। ऐसे हुआ हादसा… जानकारी के अनुसार मंगलवार को दिल्ली से अंबाला की तरफ जा रही सचखंड एक्सप्रेस सोनीपत जिले के हरसाना रेलवे स्टेशन के पास पहुंची थी। वहां पर खेतों में फसल के अवशेष में आग लगी हुई थी। हवा के साथ इसका धुआं वहां से गुजर रही ट्रेन तक पहुंच गया। इसी बीच लोगों ने शोर मचा दिया कि ट्रेन में आग लग गई है। इसी के साथ भगदड़ मच गई। यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया। यात्रियों ने नीचे उतरना शुरू कर दिया। इसी बीच कुछ यात्री रॉन्ग साइड में उतर गए। इसी बीच दो युवक दूसरी पटरी पर सामने से आ रही ट्रेन की चपेट में आ गए। औरंगाबाद से आ रहा था करनाल मृतकों में एक यात्री की पहचान कैथल के कस्बे पूंडरी के अंकुर के तौर पर हुई है। वह जागरण में गाने का काम करता था। संचखंड एक्सप्रेस में औरंगाबाद से करनाल के लिए सवार हुआ था। जीआरपी ने दोनों मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेजा है। मामले में छानबीन जारी है। दूसरे मृतक की पहचान के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
चरखी दादरी के विधायक थामेंगे कांग्रेस का दामन:सोमबीर सांगवान बोले- चुनाव की डेट आगे बढ़ाने से फर्क नहीं पड़ता, टिकट के लिए दावेदारी
चरखी दादरी के विधायक थामेंगे कांग्रेस का दामन:सोमबीर सांगवान बोले- चुनाव की डेट आगे बढ़ाने से फर्क नहीं पड़ता, टिकट के लिए दावेदारी हरियाणा में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही नेताओं में टिकट के लिए घमासान मचा है। हरियाणा के चरखी दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान कांग्रेस पार्टी का दामन थामेंगे। जिन्होंने 23 अगस्त को विधानसभा से इस्तीफा भी दे दिया। पिछले कई दिनों से कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं चल रही थी। क्योंकि 7 मई को दादरी के विधायक सोमबीर सांगवान सहित तीन विधायकों ने भाजपा से समर्थन वापस लेकर कांग्रेस को दिया था। वहीं सोमबीर सांगवान ने दादरी से कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए दावेदारी ठोकी है। साथ ही कहा कि पार्टी मौका देगी तो वे जरूर चुनाव लड़ेंगे। दादरी के विधायक सोमबीर सांगवान से बातचीत
सवाल : विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, कैसी तैयारी है?
जवाब : बहुत अच्छी तैयारी है। लोगों ने मन बना रखा है और जनता परिवर्तन चाहती है। बीजेपी के राज से घरबारी, दरबारी, व्यापारी व चाहे कोई वर्ग हो, सभी दुखी हैं चाहे खिलाड़ी हो या पहलवान। जहां-जहां चुनाव होगा बीजेपी का सुपड़ा साफ होने जा रहा है। हरियाणा में परिवर्तन की लहर शुरू हो चुकी है।
सवाल : विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है, आगे क्या करेंगे?
जवाब : बहुत जल्द ही कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन कर रहे हैं। अगर पार्टी ने उचित समझा और मेरे को टिकट दी तो ठोककर चुनाव लड़ूंगा। अगर पार्टी किसी दूसरे को टिकट देती है तो मैं ठोककर उसकी मदद भी करूंगा।
सवाल : निर्दलीय विधायक चुनकर आए थे, आगे किस तरह से चुनाव के तैयारी करेंगे?
जवाब : जनता साथ है और मैंने बहुत काम करवाएं हैं, बिना किसी लाग लपेट के। कोई बिचौलिया नहीं और ना ही भ्रष्टाचार। दादरी हलके में काफी काम किया है। जनता की जो भावना थी, उन पर खरा उतरा हूं।
सवाल : कांग्रेस पार्टी ही ज्वाइन करने का फैसला क्यों लिया?
जवाब : ऐसा है कि राजनीति करनी है तो कोई ना कोई संगठन में काम करना है। इसलिए अपनी विचारधारा मिली तो कांग्रेस को समर्थन दिया और कांग्रेस के साथ काम करेंगे।
सवाल : भाजपा ने चुनाव की तिथि आगे बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग से अपील की है। उसे किस तरह से देखते हैं?
जवाब : भाजपा चाहे डेट आगे बढ़ा ले, चाहे पीछे कर ले। लोग मन बना चुके हैं। बीजेपी सोचती है कि ये छुट्टी हैं, उससे वोट कम पोल होंगे और हमारी हार हो जाएगी। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। लोगों ने मन बना लिया है। हरियाणा में बीजेपी का सुपड़ा साफ होने जा रहा है।
सवाल : कब तक कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करेंगे?
जवाब : बहुत जल्द ही कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करेंगे। 2019 में भाजपा से बागी हुए थे
सोमबीर सांगवान 2019 विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में थे। वह चरखी दादरी से टिकट मांग रहे थे। भाजपा ने उनकी जगह बबीता फोगाट को टिकट दे दिया था। इसके बाद वह भाजपा से बागी हो गए और निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत हासिल की। भाजपा के सत्ता में आने पर उन्होंने सरकार को अपना समर्थन दे दिया। इसके बाद उन्हें हरियाणा पशुधन बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया। किसान आंदोलन के चलते उन्होंने चेयरमैन पद छोड़ दिया। 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले 3 निर्दलीय विधायकों ने भाजपा से समर्थन वापस ले लिया था। इसमें सोमबीर सांगवान, धर्मपाल गोंदर व रणधीर गोलन शामिल थे।
हरियाणा में निगम के चेयरमैन होंगे पावरफुल:20 लाख का होगा निजी कोष; सिक्योरिटी के लिए बॉडीगार्ड मिलेगा
हरियाणा में निगम के चेयरमैन होंगे पावरफुल:20 लाख का होगा निजी कोष; सिक्योरिटी के लिए बॉडीगार्ड मिलेगा हरियाणा के सरपंचों की तरह अब निकाय चेयरमैन व वाइस चेयरमैनों की भी पावर बढ़ने वाली है। शहरी निकाय मंत्री सुभाष सुधा ने जनप्रतिनिधियों के वित्तीय अधिकारों में बढ़ोतरी का खाका तैयार कर लिया है। इस खाका में जहां बिल पास करने के लिए चेयरमैन, वाइस चेयरमैन और सचिव की कमेटी में से 2 को साइन की पॉवर दी जाएगी तो वहीं सरकारी काम के लिए अब वह खुद की गाड़ी इस्तेमाल कर सकेंगे। इसके एवज में उन्हें विभाग की ओर से 16 रुपए प्रति किलोमीटर के तहत पैसों की अदायगी की जाएगी। हर महीने वह 2500 किलोमीटर तक गाड़ी का इस्तेमाल कर सकेंगे। दरअसल, निकाय चेयरमैनों की ओर से लंबे समय से वित्तीय पावर बढ़ाने सहित अन्य अधिकार देने की मांग की जा रही। इस संबंध में महीनों पहले शहरी निकाय मंत्री सुभाष सुधा ने प्रदेश भर के चेयरमैनों के साथ बैठक की थी जिसमें उनकी मांगों को उचित बताते हुए प्रस्ताव तैयार करने के आदेश दिए थे। फिलहाल मंत्री की ओर से मुख्यमंत्री कार्यालय को फाइल भेजी जा चुकी है जहां से मुख्यमंत्री की स्वीकृति का इंतजार है। पेमेंट अप्रूवल कमेटी में मिलेगी जगह निकाय एसोसिएशन की ओर से महीनों पहले निकाय मंत्री सुभाष सुधा के साथ हुई बैठक में 5 सूत्रीय एजेंडे को लागू करने की मांग की गई थी। निकाय एसोसिएशन की प्रदेशाध्यक्ष रजनी विरमानी ने मंत्री को बताया है कि पेमेंट अप्रूवल कमेटी में जिन-जिन सदस्यों को रखा गया है उनके बीच विवाद होने की संभावना ज्यादा है, इसलिए इस कमेटी में सिर्फ निर्वाचित अध्यक्ष व जो भी अधिकारी हो तथा जिस वार्ड में काम होना हो वहां के निर्वाचित मेंबर को ही शामिल किया जाए। 20 लाख तक का होगा निजी कोष सभी निकायों में निर्वाचित अध्यक्ष के पास भी कम से कम 15-20 लाख रुपए तक के काम करवाने के लिए हर महीने निजी कोष में बजट दिया जाए। सभी शहरों में काफी सामुदायिक केंद्र व धर्मशालाएं लंबे समय से बनी हैं जो जर्जर हालत में पहुंच गई है लेकिन उनके पास मलकीयत के दस्तावेज नहीं है। ऐसी धर्मशालाओं के जीर्णोद्वार का काम निकायों को देना चाहिए।
इसके अलावा सभी चेयरमैनों को सिक्योरिटी के तहत अंगरक्षक उपलब्ध करवाने के साथ ही अफसरों पर प्रधानों का नियंत्रण स्थापित करने की पॉवर देनी चाहिए। सरपंचों की सरकार बढ़ा चुकी पावर कुरुक्षेत्र में पंचायती राज सम्मेलन के दौरान सीएम नायब सैनी सरपंचों की पावर बढ़ाने का ऐलान कर चुके हैं। जिसके बाद अब सरपंच ई-टेंडरिंग के बगैर 21 लाख तक के काम करा सकेंगे। खट्टर के CM रहते यह लिमिट 5 लाख कर दी गई थी।जिसका सरपंच लगातार विरोध कर रहे थे। वह ई-टेंडरिंग को ही खत्म करने की मांग कर रहे थे। इसके विरोध में यूनियन तक बनाई गई और खट्टर का सीएम रहते खूब विरोध भी किया गया।हालांकि सीएम ने अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव को देखते हुए फिलहाल काम कराने की लिमिट में ही राहत दी है।