पहलगाम की घटना बहुत बड़ी, अब एक्शन जरूरी:12वीं के टॉपर आयुष बोले- खुद से की पढ़ाई, नहीं लिया ट्यूशन, सोशल मीडिया से बनाई दूरी

पहलगाम की घटना बहुत बड़ी, अब एक्शन जरूरी:12वीं के टॉपर आयुष बोले- खुद से की पढ़ाई, नहीं लिया ट्यूशन, सोशल मीडिया से बनाई दूरी

पहलगाम की घटना बहुत बड़ी है। इसने पूरी तरह से झकझोर दिया है। अब चुप रहने का समय नहीं है। देश को इसका मुंहतोड़ जवाब देना होगा। IIT से इंजीनियरिंग करने के बाद IAS बनकर देश की सेवा करने का सपना है। यह कहना है कि यूपी बोर्ड 12वीं में लखनऊ में टॉप रैंक हासिल करने वाले आयुष कुमार मौर्य का। उनके पिता अजय पाल मौर्य ग्राम प्रधान और मां मंजू देवी गृहणी हैं। आयुष का अब तक सोशल मीडिया पर कोई अकाउंट नहीं है। उन्होंने कोई कोचिंग भी नहीं की। सेल्फ स्टडी करके यह मुकाम हासिल किया। दैनिक भास्कर से उन्होंने खास बातचीत की। पढ़िए रिपोर्ट… सवाल – आप लखनऊ के टॉपर बने हैं क्या कहेंगे ? सब्जेक्ट वाइज क्या परफॉर्मेंस रहा? जवाब – 92.8% मार्क्स पाकर मैं टॉपर बना हूं। मैथ्स में 95, हिंदी में 95, कंप्यूटर्स में 99, केमिस्ट्री में 89, और फिजिक्स में 86 नंबर मिला है। सवाल – फिजिक्स और केमिस्ट्री में नंबर थोड़े कम कैसे रहे? जवाब – एग्जाम में मैंने अपना बेस्ट दिया। मुझे लगता है कि शायद प्रिपरेशन और ज्यादा करनी चाहिए थी। ऐसे लग रहा कि स्टेप मार्किंग में मेरे मार्क्स कम हुए हैं। सवाल – साइंस स्ट्रीम में हैं, आगे आपका क्या लक्ष्य है? जवाब – मुझे पहले इंजीनियरिंग करनी है। IIT से इंजीनियरिंग करने के बाद फिर मैं सिविल सर्विसेज की तैयारी करना चाहता हूं। आईएएस बनना ही लक्ष्य है। सवाल – सिविल सर्विसेज में ही क्यों जाना चाहते हैं? जवाब – हाल ही में पहलगाम में टेररिस्ट अटैक हुआ है। उस बेहद भयावह घटना को देखकर देश के लिए कुछ करना चाहता हूं। कंट्री को अपना बेस्ट देना चाहता हूं। सवाल – आतंकवादी घटना को लेकर और कुछ कहना चाहते हैं? जवाब – देश में टेररिस्ट अटैक पहले भी हुए हैं। कश्मीर में अकसर आतंकी घटनाएं होती हैं। सरकार को जरूर कड़े कदम उठाने चाहिए। इस बार बहुत बड़ी घटना हुई है। अब ठोस कार्रवाई की जरूरत है। सवाल – अपने फैमिली बैकग्राउंड के बारे में बताएं? जवाब – इस सफलता में माता-पिता और मेरे बाबा जी का बहुत बड़ा रोल है। वहां से बहुत मोटिवेशन मिला। इसके अलावा टीचर्स ने भी खूब मोटिवेट किया और डिस्ट्रक्शन से दूर रखा। सवाल – कितने घंटे की पढ़ाई की और क्या टिप्स देना चाहेंगे? जवाब – मैंने कंसिस्टेंसी बना कर सेल्फ स्टडी की है। स्कूल में कोई गैप नहीं किया। रोज स्कूल जाता था। रिवीजन भी ठीक तरह से किया। मॉकशीट को भी हल किया। सवाल – मोबाइल फोन से और सोशल मीडिया से कितना दूर रहे? जवाब – आजकल ऑनलाइन स्टडी का दौर है। मैं सेल्फ स्टडी करता था, इसलिए कोई कंफ्यूजन होने पर ऑनलाइन हेल्प ले लेता था। कई बार 4 से 5 घंटे स्क्रीन टाइम हो जाता था। सोशल मीडिया से मैं पूरी तरह दूर था। मेरा सोशल मीडिया पर कोई अकाउंट नहीं है। वहां पर मैंने टाइम वेस्ट नहीं किया। सवाल – ट्यूशन लिया या सिर्फ सेल्फ स्टडी पर ज्यादा फोकस किया? जवाब – मैंने कहीं कोई ट्यूशन नहीं लिया। सेल्फ स्टडी करके ही ये नंबर हासिल किए हैं। कोई कंफ्यूजन होता था, तो स्कूल में टीचर्स से क्लियर कर लेता था। सवाल – फाइनली क्या टिप्स देना चाहेंगे? जवाब – मेरा यही कहना है कि क्लास रेगुलर जाना चाहिए। पढ़ाई नियमित करना चाहिए। अपने टीचर्स और खुद पर भरोसा रखेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी। पहलगाम की घटना बहुत बड़ी है। इसने पूरी तरह से झकझोर दिया है। अब चुप रहने का समय नहीं है। देश को इसका मुंहतोड़ जवाब देना होगा। IIT से इंजीनियरिंग करने के बाद IAS बनकर देश की सेवा करने का सपना है। यह कहना है कि यूपी बोर्ड 12वीं में लखनऊ में टॉप रैंक हासिल करने वाले आयुष कुमार मौर्य का। उनके पिता अजय पाल मौर्य ग्राम प्रधान और मां मंजू देवी गृहणी हैं। आयुष का अब तक सोशल मीडिया पर कोई अकाउंट नहीं है। उन्होंने कोई कोचिंग भी नहीं की। सेल्फ स्टडी करके यह मुकाम हासिल किया। दैनिक भास्कर से उन्होंने खास बातचीत की। पढ़िए रिपोर्ट… सवाल – आप लखनऊ के टॉपर बने हैं क्या कहेंगे ? सब्जेक्ट वाइज क्या परफॉर्मेंस रहा? जवाब – 92.8% मार्क्स पाकर मैं टॉपर बना हूं। मैथ्स में 95, हिंदी में 95, कंप्यूटर्स में 99, केमिस्ट्री में 89, और फिजिक्स में 86 नंबर मिला है। सवाल – फिजिक्स और केमिस्ट्री में नंबर थोड़े कम कैसे रहे? जवाब – एग्जाम में मैंने अपना बेस्ट दिया। मुझे लगता है कि शायद प्रिपरेशन और ज्यादा करनी चाहिए थी। ऐसे लग रहा कि स्टेप मार्किंग में मेरे मार्क्स कम हुए हैं। सवाल – साइंस स्ट्रीम में हैं, आगे आपका क्या लक्ष्य है? जवाब – मुझे पहले इंजीनियरिंग करनी है। IIT से इंजीनियरिंग करने के बाद फिर मैं सिविल सर्विसेज की तैयारी करना चाहता हूं। आईएएस बनना ही लक्ष्य है। सवाल – सिविल सर्विसेज में ही क्यों जाना चाहते हैं? जवाब – हाल ही में पहलगाम में टेररिस्ट अटैक हुआ है। उस बेहद भयावह घटना को देखकर देश के लिए कुछ करना चाहता हूं। कंट्री को अपना बेस्ट देना चाहता हूं। सवाल – आतंकवादी घटना को लेकर और कुछ कहना चाहते हैं? जवाब – देश में टेररिस्ट अटैक पहले भी हुए हैं। कश्मीर में अकसर आतंकी घटनाएं होती हैं। सरकार को जरूर कड़े कदम उठाने चाहिए। इस बार बहुत बड़ी घटना हुई है। अब ठोस कार्रवाई की जरूरत है। सवाल – अपने फैमिली बैकग्राउंड के बारे में बताएं? जवाब – इस सफलता में माता-पिता और मेरे बाबा जी का बहुत बड़ा रोल है। वहां से बहुत मोटिवेशन मिला। इसके अलावा टीचर्स ने भी खूब मोटिवेट किया और डिस्ट्रक्शन से दूर रखा। सवाल – कितने घंटे की पढ़ाई की और क्या टिप्स देना चाहेंगे? जवाब – मैंने कंसिस्टेंसी बना कर सेल्फ स्टडी की है। स्कूल में कोई गैप नहीं किया। रोज स्कूल जाता था। रिवीजन भी ठीक तरह से किया। मॉकशीट को भी हल किया। सवाल – मोबाइल फोन से और सोशल मीडिया से कितना दूर रहे? जवाब – आजकल ऑनलाइन स्टडी का दौर है। मैं सेल्फ स्टडी करता था, इसलिए कोई कंफ्यूजन होने पर ऑनलाइन हेल्प ले लेता था। कई बार 4 से 5 घंटे स्क्रीन टाइम हो जाता था। सोशल मीडिया से मैं पूरी तरह दूर था। मेरा सोशल मीडिया पर कोई अकाउंट नहीं है। वहां पर मैंने टाइम वेस्ट नहीं किया। सवाल – ट्यूशन लिया या सिर्फ सेल्फ स्टडी पर ज्यादा फोकस किया? जवाब – मैंने कहीं कोई ट्यूशन नहीं लिया। सेल्फ स्टडी करके ही ये नंबर हासिल किए हैं। कोई कंफ्यूजन होता था, तो स्कूल में टीचर्स से क्लियर कर लेता था। सवाल – फाइनली क्या टिप्स देना चाहेंगे? जवाब – मेरा यही कहना है कि क्लास रेगुलर जाना चाहिए। पढ़ाई नियमित करना चाहिए। अपने टीचर्स और खुद पर भरोसा रखेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर