प्रयागराज में शिक्षा निदेशालय में भीषण आग लगी है। इसमें एडेड स्कूल से संबंधित करीब 5 हजार फाइलें रखी थीं। सभी फाइलें जलकर राख हो गई हैं। मौके पर फायर ब्रिगेड की 3 गाड़ियां पहुंचीं। आग बुझाने की कोशिश की जा रही है। फायर फाइटर्स को आग बुझाने में करंट के झटके लगे। हालांकि, फाइलें होने के चलते आग बहुत तेज है। बुझाने में काफी दिक्कत आ रही है। निदेशालय के सूत्रों ने बताया कि जिन दो कमरों में आग लगी है। उसमें एडेड स्कूलों से जुड़े फाइलें रखी थीं। यही नहीं, प्रदेशभर के एडेड स्कूल में ट्रांसफर, वित्तीय लेनदेन से जुड़ी फाइलें भी यहीं रखी थीं। आग कैसे लगी? यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। घटना सुबह 8 बजे की बताई जा रही है। उस वक्त ऑफिस बंद था। 3 तस्वीरें देखिए- मौके पर पुलिस और शिक्षा निदेशालय के सीनियर अफसर पहुंच गए हैं। ऑफिस के आसपास लगे हुए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। क्या यह कोई साजिश है? इस सवाल पर पुलिस का कहना है कि सभी एंगल पर जांच होगी। फिलहाल, आग बुझाना प्राथमिकता है। फायर फाइटर्स को करंट के झटके लगे
शिक्षा निदेशालय के रूम नंबर 14 और 15 में आग लगी। इसमें रखी करीब 5 हजार फाइलें जल गईं। फायर फाइटर्स का कहना है कि शुरुआत में बिजली नहीं काटी गई। इन्वर्टर ऑन था, ऐसे में आग बुझाते समय कई बार करंट के झटके लगे। गार्ड बोले- सुबह 7.15 बजे ड्यूटी पूरी कर मैं गया
गार्ड कमलेश यादव ने कहा- नाइट ड्यूटी पूरी कर मैं यहां से सुबह 7.15 बजे निकला। रात में जल रही सभी लाइट बुझाई। तब न तो धुआं उठ रहा था, नहीं ही कुछ जलने की बदबू आ रही थी। मैं घर पहुंच गया, फिर करीब 8.15 बजे दूसरे गार्ड ने आग की सूचना दी। इसके बाद मैं भी मौके पर आ गया। शिक्षकों की नियुक्ति से जुड़ी फाइलें यहां थीं
कर्मचारी नेता प्रदीप कुमार सिंह ने बताया- संडे की वजह से सूचना कुछ देरी से मिली। मौके पर आया तो फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां पहुंची थीं। यहां पर यूपी के सहायता प्राप्त राजकीय माध्यमिक विद्यालय की फाइलें और पुरानी पत्रावलियां जल गई हैं। डिग्री से जुड़ी फाइलें भी जली हैं। शिक्षकों की नियुक्ति से जुड़ी पत्रावली भी थीं। प्रदेशभर की फाइलें यहां रखी थीं
एडेड विद्यालयों का रिकॉर्ड अहम होता है। पहले ऑनलाइन नहीं था तो सारे रिकॉर्ड फाइलों में ही कैद थे। करोड़ों रुपए एडेड विद्यालयों को जाते हैं। रिकॉर्ड शिक्षा निदेशालय में ही मेनटेन होता है। पूरे प्रदेश के स्कूलों से जुड़ी फाइलें यहां रखी गई थीं। उत्तर प्रदेश शिक्षा निदेशालय का प्रयागराज में मुख्यालय है। मुख्यालय लखनऊ शिफ्ट करने को लेकर पत्रावलियां जारी हो गई थीं। संगठनों ने विरोध शुरू किया। काफी दिनों तक हंगामा चला। प्रयागराज में शिक्षा निदेशालय में भीषण आग लगी है। इसमें एडेड स्कूल से संबंधित करीब 5 हजार फाइलें रखी थीं। सभी फाइलें जलकर राख हो गई हैं। मौके पर फायर ब्रिगेड की 3 गाड़ियां पहुंचीं। आग बुझाने की कोशिश की जा रही है। फायर फाइटर्स को आग बुझाने में करंट के झटके लगे। हालांकि, फाइलें होने के चलते आग बहुत तेज है। बुझाने में काफी दिक्कत आ रही है। निदेशालय के सूत्रों ने बताया कि जिन दो कमरों में आग लगी है। उसमें एडेड स्कूलों से जुड़े फाइलें रखी थीं। यही नहीं, प्रदेशभर के एडेड स्कूल में ट्रांसफर, वित्तीय लेनदेन से जुड़ी फाइलें भी यहीं रखी थीं। आग कैसे लगी? यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। घटना सुबह 8 बजे की बताई जा रही है। उस वक्त ऑफिस बंद था। 3 तस्वीरें देखिए- मौके पर पुलिस और शिक्षा निदेशालय के सीनियर अफसर पहुंच गए हैं। ऑफिस के आसपास लगे हुए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। क्या यह कोई साजिश है? इस सवाल पर पुलिस का कहना है कि सभी एंगल पर जांच होगी। फिलहाल, आग बुझाना प्राथमिकता है। फायर फाइटर्स को करंट के झटके लगे
शिक्षा निदेशालय के रूम नंबर 14 और 15 में आग लगी। इसमें रखी करीब 5 हजार फाइलें जल गईं। फायर फाइटर्स का कहना है कि शुरुआत में बिजली नहीं काटी गई। इन्वर्टर ऑन था, ऐसे में आग बुझाते समय कई बार करंट के झटके लगे। गार्ड बोले- सुबह 7.15 बजे ड्यूटी पूरी कर मैं गया
गार्ड कमलेश यादव ने कहा- नाइट ड्यूटी पूरी कर मैं यहां से सुबह 7.15 बजे निकला। रात में जल रही सभी लाइट बुझाई। तब न तो धुआं उठ रहा था, नहीं ही कुछ जलने की बदबू आ रही थी। मैं घर पहुंच गया, फिर करीब 8.15 बजे दूसरे गार्ड ने आग की सूचना दी। इसके बाद मैं भी मौके पर आ गया। शिक्षकों की नियुक्ति से जुड़ी फाइलें यहां थीं
कर्मचारी नेता प्रदीप कुमार सिंह ने बताया- संडे की वजह से सूचना कुछ देरी से मिली। मौके पर आया तो फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां पहुंची थीं। यहां पर यूपी के सहायता प्राप्त राजकीय माध्यमिक विद्यालय की फाइलें और पुरानी पत्रावलियां जल गई हैं। डिग्री से जुड़ी फाइलें भी जली हैं। शिक्षकों की नियुक्ति से जुड़ी पत्रावली भी थीं। प्रदेशभर की फाइलें यहां रखी थीं
एडेड विद्यालयों का रिकॉर्ड अहम होता है। पहले ऑनलाइन नहीं था तो सारे रिकॉर्ड फाइलों में ही कैद थे। करोड़ों रुपए एडेड विद्यालयों को जाते हैं। रिकॉर्ड शिक्षा निदेशालय में ही मेनटेन होता है। पूरे प्रदेश के स्कूलों से जुड़ी फाइलें यहां रखी गई थीं। उत्तर प्रदेश शिक्षा निदेशालय का प्रयागराज में मुख्यालय है। मुख्यालय लखनऊ शिफ्ट करने को लेकर पत्रावलियां जारी हो गई थीं। संगठनों ने विरोध शुरू किया। काफी दिनों तक हंगामा चला। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
प्रयागराज के शिक्षा निदेशालय में भीषण आग:स्कूलों की 5 हजार फाइलें राख, फायर फाइटर्स को बुझाने में करंट के झटके लगे
